Show Hello Everyone Welcome To Our Website gkhouse.in , उत्सर्जन तंत्र 1. गुर्दे की निस्यंदन इकाई कौन-सी होती है? (a) एक्सॉन (b) नेफ्रॉन (c) न्यूरॉन (d) पीत फाइबर उत्तर-(b) व्याख्या:- हर गुर्दे में लगभग 10 लाख 'वृक्काणु' (Nephron) होते है जिनमें से हर वृक्काणु मूत्र बनाने वाली एक स्वतंत्र इकाई होता है। गुर्दे की कार्यात्मक इकाई के रूप में वृक्काणु रक्त का प्रारंभिक निस्यंदन पूर्ण करके, निस्पंदन से उन पदार्थों को दोबारा अवशोषण कर लेते हैं जो शरीर की लिए उपयोगी होते हैं तथा व्यर्थ पदार्थ मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकल जाते हैं। ______________________________________________ 2. वृक्क का प्रकार्यात्मक यूनिट है ? (a) तंत्रिका तंत्र (b) ग्लोमेरुलस (c) वृक्काणु (नेफ्रॉन) (d) मूत्रवाहिनी उत्तर-(c) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें। ______________________________________________ 3. गुर्दे' (किडनी) का कार्यात्मक यूनिट क्या है ? (a) एक्सॉन (b) न्यूरॉन (c) नेफर्न (d) धमनी उतर-(c) उपयुक्त प्रश्न की व्याख्या देखें। ______________________________________________ 4. निम्न में से मानव शरीर का वह कौन-सा अंग है जो उसे जल के संतुलन के लिए उत्तरदायी है? (a) ह्रदय (b) यकृत (c) गूदे (d) फेफड़े उत्तर-(c) गुर्दे व्याख्या:- गुर्दे पूरे शरीर में जल और इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए। रखते हैं। ______________________________________________ 5. मूत्र बनता है ? (a) संग्राहक वाहिनियों में (b) कैलिसीज में (c) मूत्र वाहिनियों में (d) मूत्राशय में उत्तर-(a) व्याख्या:- मूत्र, संग्राहक वाहिनियों में बनता है। संग्राहक वाहिनियां वृक्क भाग होती है। मूत्र अम्लीय होता है। मूत्र का हल्का पीला रंग उसम उपस्थित यूरोक्रोम (Urochrome) वर्णक के कारण होता है। ______________________________________________ 6. मूत्र का पीला किसकी मौजूदगी के कारण होता है? (a) पित्त (b) लसीका (e) कोलेस्ट्रोल (d) यूरोक्रोम उतर-(d) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें। ______________________________________________ 7. निम्नलिखित में से कौन उत्सर्जक उत्पाद के रूप में यूरिएसिड का उत्सर्जन करता है? (a) अमीबा (b) तितलियां (c) गौरैया (d) ऊंट उत्तर-(c) व्याख्या:-सभी सरीसृप वर्ग (छिपकलियां) एवं पक्षी वर्ग (गा मुख्य उत्सर्जी उत्पाद यूरिक एसिड होता है जबकि स्तन वाली मनुष्य) का मुख्य उत्सर्जी पदार्थ यूरिया होता है। पक्षियों मूत्र उत्सर्जन यूरिया के रूप में न होकर यूरिक अम्ल के में होता है। ______________________________________________ 8. निर्जलीकरण के दौरान आमतौर पर शरीर में किस पदार्थ की हानि होती है? (a) शुगर (b) सोडियम क्लोराइड (c) कैल्शियम फास्फेट (d) पोटेशियम क्लोराइड उत्तर-(b) व्याख्या:- निर्जलीकरण के दौरान आमतौर पर शरीर से सोडियम क्लोराइड (NIC) की हानि होती है। इसकी पूर्ति ओ. आर एस घोल द्वारा की जा सकती है। ______________________________________________ 9. मूत्र के श्रवण को बढ़ाने वाली औषधि को कहते हैं ? (a) एड्रीनेलिन (b) मोनोयूरेंटिक (c) डाइयूरेटिक (d) ट्राइयूरेटिक उत्तर-(c) व्याख्या:- मूत्र के स्राव को बढ़ाने वाली औषधि डाइयूरेटिक कहते है। ______________________________________________ 10. मूत्र का असामान्य घटक है ? (a) यूरिया (b) क्रिएटिनिन (c) एल्ब्युमिन (d) सोडियम उत्तर-(c) व्याख्या:- सामान्य मूत्र में 95% जल, 2% लवण जैसे (Na'.K.Cla so, इत्यादि) 26% यूरिया, 0.3% यूरिक एसिड तथा क्रिएटिनिन होती है। इसका रंग यूरोक्रोम के कारण पीला होता है। इसका pH मान 6 होता है। मूत्र में एल्ब्युमिन नहीं होता है इसकी उपस्थिति को ऐल्ब्युनिरिया कहते हैं। ______________________________________________ 11. निम्नलिखित में से कौन-सा घटक मूत्र का असामान्य घटक है? (a) क्रिएटिनिन (b) यूरिया (c) यूरिक अम्ल (d) कीटोन निकाय उत्तर-(d) व्याख्या:- कीटोन निकाय वसीय अम्लों द्वारा उत्पन्न, जल में घुलनशील एक उबा ऊर्जा-यौगिक होता है। यह मूत्र का असामान्य घटक है। ______________________________________________ 12. निम्नलिखित में से वह अंग कौन-सा है जिससे पानी, वसा तथा विभिन्न अपचय (कैटायोलिक) अपशिष्ट उत्सर्जित होते रहते हैं? (a) वृक्क (b) त्वचा (c) प्लीहा (d) लाला ग्रंथि उत्तर-(d) व्याख्या:- मनुष्य में प्रायः दो वृक्क गहरे लाल के सेम के बीज के आकार के होते हैं। इसका प्रमुख कार्य अपशिष्ट पदार्थों को उत्सर्जित करना है। इसके अलावा अन्य कार्य जैसे समस्थैतिकता, pH का नियमन इत्यादि है। ______________________________________________ 13. निम्नलिखित में से किसका हृदय शिरायुक्त होता है? (a) स्तनधारी (b) सरीसृप (c) म्स्य (d) उभयचर उत्तर-(c) व्याख्या:- मछली में दो कक्षों का हृदय होता है जो रक्त को गिल में पंप करता है और वहां से रक्त शेष शरीर में जाता है। मछली का हृदय शिरायुक्त होता है क्योंकि इसमें केवल आक्सीजन रहित रक्त होता ______________________________________________ 14. सामान्य शंबु (मसल) का वसा एक लिसलिसे पदार्थ का स्राव करता है। जिसका हृदय प्रत्यारोपण में प्रयोग किया जा सकता है। इस पदार्थ में मौजूद यह विलक्षण रासायनिक यौगिक क्या है? (a) एमिनो फिनाइल एलेनिन (b) हाइड्रॉक्सी फिनाइल एलेनिन (c) फिनाइल एलेनिन (d) डाई हाइड्रोक्सी फिनाइल एलेनिन उत्तर-(d) व्याख्या:- सामान्य शंबु (Mytilus edulis) का वसा एक लिसलिसे पदार्थ का स्राव करता है। इस पदार्थ में मौजूद विलक्षण रासायनिक यौगिक डाई हाइड्रॉक्सी फिनाइल एलैनिन (Di-Hydroxy phenyl alanine) है। ______________________________________________ Some Important Questions Previous Exam:- 👉मानव में गुर्दे का रोग कैडमियम प्रदूषण से होता है। जिसे 'इटाई-इटाई रोग भी कहते हैं। 👉'स्वेदन' शरीर के तापमान को विनियमित करने के लिए आवश्यक होता है। 👉 गुर्दे जब सही ढंग से काम करना बंद कर देते हैं तो रक्त का शोधन अपोहन या डायलिसिस की कृत्रिम विधि से किया जाता है। गुर्दे प्रतिरक्षी तत्वों का उत्पादन नहीं कर सकते हैं। 👉 वृक्क के काम न करने पर रक्त में नाइट्रोजनी अपशिष्ट जमा होने लगते हैं। ______________________________________________ उम्मीद है की आपको आने वाले सभी परीक्षाओं में बेहतर परिणाममें मदद मिलेगी, एसे ही महत्वपूर्ण पोस्ट के लिए अपना वेबसाइट gkhouse. in को जरूर विजिट करते रहे। मानव का मुख्य उत्सर्जन तंत्र क्या है?मनुष्यों का उत्सर्जन तंत्र शरीर के तरल अपशिष्टों को एकत्र करता है और उन्हें बाहर निकालने में मदद करता है। इसमें निम्नलिखित मुख्य अंग होते हैं– दो वृक्क (kidney), दो मूत्रवाहिनियां (Ureters), मूत्राशय (Bladder) और मूत्रमार्ग (Urethra)।
उत्सर्जन तंत्र के विभिन्न भाग क्या हैं?अनुक्रम. 2.1 त्वचा. 2.2 फेफड़े. 2.3 वृक्क. 2.4 मल. 2.5 मूत्रनली. 2.6 मूत्राशय. 2.7 मूत्रमार्ग. कौन सा अंग उत्सर्जन से संबंधित नहीं है?अग्न्याशय उदर में स्थित एक अंग है। यह मानव उत्सर्जन तंत्र का हिस्सा नहीं है।
उत्सर्जन तंत्र कैसे बनता है?मानव के उत्सर्जी तंत्र में एक जोड़ी वृक्क, एक जोड़ी मूत्रवाहिनी, एक मूत्राशय और मूत्र मार्ग सम्मिलित हैं। प्रत्येक वृक्क में एक मिलियन नलिकाकार संरचनाएं वृक्काणु होते हैं। वृक्काणु वृक्क की क्रियात्मक इकाई है और उसके दो भाग होते हैं - गुच्छ और वृक्क नलिका ।
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