"बिहारी सतसई" किस भाषा का काव्य ग्रन्थ है?
Show Answer (Detailed Solution Below)Option 1 : ब्रज भाषा Free 10 Questions 40 Marks 10 Mins "बिहारी सतसई" ब्रज भाषा का काव्य ग्रन्थ है, अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प1 'ब्रज भाषा' सही उत्तर होगा। Key Points
भाषा एवं साथ ही साथ समस्त भारत की साहित्यिक भाषा थी। Additional Information
Last updated on Sep 22, 2022 UP TGT (Trained Graduate Teacher) application window closed on 16th July 2022. In this year's recruitment cycle a total of 3539 vacancies were released. Willing candidates having the required UP TGT Eligibility Criteria can apply for the exam. This is a golden opportunity for candidates who want to get into the teaching profession in the state of Uttar Pradesh.
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बिहारी के प्रमुख छंद कौन से हैं?बिहारी ने केवल दो ही छंद अपनाए हैं, दोहा और सोरठा। दोहा छंद की प्रधानता है। बिहारी के दोहे समास-शैली के उत्कृष्ट नमूने हैं।
बिहारी रचित सतसई की भाषा क्या है?Detailed Solution. "बिहारी सतसई" ब्रज भाषा का काव्य ग्रन्थ है, अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प1 'ब्रज भाषा' सही उत्तर होगा। बिहारी सतसई ग्रंथ ब्रजभाषा शैली में रचित है।
बिहारी सतसई का मूल रस क्या है?बिहारी सतसई में प्रधान रस श्रृंगार है कुछ शोध कर्ता विद्वानों ने बिहारी सतसई के 712 दोहों मे से लगभग 600 दोहे श्रृंगार रस से परिपूर्ण बताये है। परन्तु इस संबंध में विवाद है। श्रृंगार रस की प्रधानता के साथ साथ बिहारी सतसई में भक्ति रस अन्योक्तियों और नीति से संबंधित दोहे भी मिल जाते है।
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