उपर्युक्त परिभाषाओं से स्पष्ट होता है कि अन्तर्दर्शन विधि में व्यक्ति अपने अन्दर की क्रियाओं का स्वयं ही निरीक्षण करता है। निरीक्षण के उपरान्त वह क्रिया-प्रतिक्रिया की अनुभूति का प्रकटीकरण भी स्वयं ही करता है। अन्तर्दर्शन विधि का एक सही अर्थ विस्तारपूर्वक वुडवर्थ ने इन शब्दों में स्पष्ट किया है-“जब कोई व्यक्ति हमें अपने विचारों, भावनाओं तथा उद्देश्यों के विषय में आन्तरिक सूचना प्रदान करती है कि वह क्या देखता है, सुनता है। जानती है तो वह अपनी प्रतिक्रियाओं का अन्तर्दर्शन कर रहा होता है।” स्पष्ट है कि अन्तर्दर्शन विधि में किसी बाहरी अध्ययनकर्ता या उपकरण आदि की आवश्यकता नहीं होती है। Show अन्तर्दर्शन विधि के गुण या लाभ(Merits of Introspection Method) (1) मानसिक क्रियाओं के ज्ञान में सहायक – मनोवैज्ञानिक अध्ययन के लिए पात्र (व्यक्ति) की मानसिक क्रियाओं का ज्ञान होना आवश्यक है। पात्र की विभिन्न मानसिक क्रियाओं; जैसे– कल्पना, स्मृति, अवंधान एवं चिन्तन का सुव्यवस्थित ज्ञान प्राप्त करने में अन्तर्दर्शन विधि ही सर्वाधिक उपयुक्त विधि मानी जाती है। अन्तर्दर्शन विधि के दोष अथवा कठिनाइयाँ तथा उनके निवारण के उपाय(Demerits of Introspection Method and their Remedies) (1) मानसिक क्रियाओं पर पूर्ण रूप से ध्यान केन्द्रित नहीं किया जा सकता – मानव-मन को किसी एक बिन्दु या लक्ष्य पर केन्द्रित करना अत्यन्त कठिन कार्य है। परिवर्तनशील एवं गतिमान मन की क्रियाएँ भी अपनी प्रकृति के कारण नितान्त परिवर्तनशील, अमूर्त तथा अप्रत्यक्ष होती हैं। मन की क्रियाओं को स्वरूप जड़ वस्तुओं या प्रघटनाओं से सर्वथा भिन्न होता है। अत: मानसिक क्रियाओं के अध्ययन करने वाले के लिए यह सम्भव नहीं होता कि वह अपना ध्यान पूर्ण रूप से केन्द्रित रख सके। यही कारण है कि अन्तर्दर्शन विधि द्वारा मानसिक क्रियाओं का अध्ययन एक बहुत ही कठिन कार्य समझा जाता है। वैयक्तिक अध्ययन पद्धति क्या है इसके गुण एवं दोषों को स्पष्ट कीजिए?वैयक्तिक अध्ययन पद्धति एक गहरी अध्ययन पद्धति है। इसके अन्तर्गत एक इकाई के विषय मे सम्पूर्ण ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास होता है। वैयक्तिक अध्ययन विधि सामाजिक अनुसंधान की प्राचीन पद्धति है। दुसरे शब्दों मे वैयक्तिक अध्ययन का अर्थ, वैयक्तिक अध्ययन पद्धति किसी व्यक्ति, संस्था या समुदाय के गहन अध्ययन से संबंधित है।
व्यक्तिगत अध्ययन विधि क्या है?व्यक्ति अध्ययन विधि एक ऐसी विधि है जिसमें किसी सामाजिक इकार्इ के जीवन की घटनाओं का अन्वेषण तथा विश्लेषण किया जाता है। सामाजिक इकार्इ के रूप में किसी एक व्यक्ति, एक परिवार, एक संस्था, एक समुदाय आदि के बारे में अध्ययन किया जा सकता है।
वैयक्तिक अध्ययन पद्धति से आप क्या समझते हैं इसके महत्व की विवेचना कीजिए?इस विधि में अध्ययनकर्ता किसी इकाई से सम्बन्धित अतीत के तथ्यों को जानने के साथ ही उनका वर्तमान स्थिति से सह-सम्बन्ध ज्ञात करने का प्रयत्न करता है। इस विधि के द्वारा अध्ययन की इकाई के विभिन्न तत्वों के एकीकरण एवं समग्रता की स्थिति को स्वीकार करते हुए विभिन्न सूचनाओं को एकत्रित करने का प्रयास किया जाता है।
व्यक्तिगत अध्ययन क्या है इसका उदाहरण दीजिए?( 2 ) समुदाय का वैयक्तिक अध्ययन व्यक्ति का वैयक्तिक अध्ययन इस पद्धति में किसी भी आर्थिक घटना के अध्ययन के लिए उस घटना क्षेत्र में जहाँ आर्थिक घटना घटित हो रही है किसी एक का चुनाव करते हैं और उसी के द्वारा सम्पूर्ण घटना का विवरण प्राप्त करते हैं अर्थात् आर्थिक घटना उस चुने हुए प्रत्येक श्रोतों से सूचनाएँ प्राप्त करता है ...
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