X, Y and Z were partners sharing profits in the ratio of 5: 3:2. They decided to share future profits in the ratio of 2 :3 : 5 with effect from 1.04.2017. They decide to record the effect of the following without affecting their book value. Show
हले : RBSE Class 12 Accountancy Chapter 2 निबन्धात्मक प्रश्नप्रश्न 1. ख्याति के मूल्यांकन की विधियाँ (Methods of Valuation of Goodwill) 1. वर्षों की क्रय विधि (Year’s Purchase Method)-
(i) औसत लाभ अथार-(अ) सरल औसत लाभ (Simple Average Profit)-
वास्तविक औसत लाभ (Actual Average Profit) = औसत लाभ – साझेदारों को पारिश्रमिक ख्याति = वास्तविक औसत लाभ x वर्षों के क्रय की संख्या Goodwill = Actual Average Profit x No. of Years Purchase उदाहरण- Calculate the amount of goodwill at four year’s purchase of the last five year’s average profit. The profits of the last five year were Rs 40,000, Rs 50,000, Rs 60,000, Rs 50,000 and Rs 60,000 respectively. (ब) भारित औसत लाभ (Weighted Average Profit) – जब संस्था के लाभ लगातार बढ़ रहे हों या लगातार घट रहे हों तब भारित औसत लाभ विधि के आधार पर ख्याति का मूल्यांकन किया जाता है। इस विधि में सबसे पहले प्रत्येक वर्ष के लाभ को सम्बन्धित भारांकों से गुणा करके गुणनफल ज्ञात किया जाता है। इसके बाद भारित औसत लाभ का निर्धारण करने के लिए गुणनफलों के योग को भारित संख्याओं के योग से विभाजित किया जाता है। तत्पश्चात भारित औसत लाभ को स्वीकृत संख्या से गुणा करके ख्याति का मूल्य निर्धारित कर लिया जाता है। अतः इसके लिए निम्नलिखित दो सूत्रों का प्रयोग किया जा सकता है (ii) अधिलाभ आधार (Super Profit Base)- विनियोजित पूँजी = प्रयुक्त सम्पत्तियाँ – बाह्य दायित्व Capital Employed = Assets Employed – Outside Liabilities सामान्य प्रत्याय दर = ब्याज की दर + जोखिम तत्व Normal Rate of Return = Rate of Interest + Risk Factor ख्याति = अधिलाभ x वर्षों के क्रय की संख्या Goodwill = Super Profit X No. of Year’s Purchase 2. पूँजीकरण विधि (Capitalization Method)- Goodwill = Capitalized Value of Profits – Capital Employed उदाहरण- (ब) अथिलाभों की पूँजीकरण विधि – इस विधि में सबसे पहले अधिलाभ की गणना की जाती है उसके बाद ख्याति की राशि ज्ञात करने के लिए निम्न सूत्र का प्रयोग किया जाता है 3. छिपी हुई या अनुमानित ख्याति विधि (Hidden Goodwill Method)- उदाहरण- 4. क्रय प्रतिफल विधि (Purchased Consideration Method)- उदाहरण-एक व्यवसाय की सम्पत्तियाँ Rs 3,00,000 वे दायित्व Rs 75,000 के हैं। व्यवसाय का क्रय प्रतिफल Rs 2,60,000 तय हुआ तो ख्याति का मूल्य कितना होगा ? 5. वार्षिकी विधि (Annuity Method)- उदाहरण- प्रश्न 2. पुनर्मूल्यांकन खाते के लिए जर्नल प्रविष्टियाँ पुनर्मूल्यांकन खाते का प्रारूप (Format of Revaluation Account) प्रश्न 3. 1. नये लाभ विभाजन अनुपात व त्याग अनुपात की गणना (Calculation of New Profit Sharing Ratio & Sacrificing Ratio)-
2. ख्याति से सम्बन्धित समायोजन (Adjustment Related to Goodwill)-
ख्याति का लेखांकन व्यवहार – ख्याति का लेखा करने की विभिन्न परिस्थितियाँ निम्नलिखित हो सकती हैं
सम्पत्तियों तथा दायित्वों का पुनर्मल्यांकन (Revaluation of Assets and Liabilities) – यदि पुनर्मूल्यांकन खाते के क्रेडिट पक्ष को योग अधिक है तथा डेबिट पक्ष का योग कम है तो लाभ होगा तथा डेबिट पक्ष को योग अधिक है तथा क्रोडिट पक्ष का योग कम है तो हानि होगी । पुनर्मूल्यांकन खाते में होने वाले लाभ व हानि को पुराने साझेदारों में पुराने अनुपात में बाँट दिया जाता है। अवितरित संचय एवं लाभ/हानि (Undistributed Reserves and Profit/Loss) – पूँजी का समायोजन (Adjustment of Capital) – 1. पुराने साझेदारों की पूँजी को समायोजन नये साझेदार की पूँजी के आधार पर करनी- 2. नये साझेदार की पूँजी का निर्धारण, पुराने साझेदारों की पूँजी के आधार पर करना- 3. नयी फर्म की पूँजी दी गयी हो- प्रश्न 4. स्मरणार्थ पुनर्मूल्यांकन खाता तथा पुनर्मूल्यांकन खाते में अन्तर प्रश्न 5. नये साझेदार के प्रवेश पर ख्याति का लेखा (Goodwill Treatment on Admission of New Partner) RBSE Class 12 Accountancy Chapter 2 आंकिक प्रश्नप्रश्न 1. A तथा B का त्याग अनुपात = 3:1 A, B तथा C का नया लाभ-हानि अनुपात = 9:3:4 (a) निजी तौर पर ख्याति का हिस्सा देने पर फर्म की पुस्तकों में कोई लेखा नहीं होगा। (b) (i) Cash A/C Dr. 10,000 (c) (i) Cash A/C Dr. 10,000 (d) (i) Cash A/C Dr. 6,000 (e) C’s current A/C Dr. प्रश्न 2. A and B shares the profits of a business in the ratio of 5:3. They admitted C into the firm for 1/4th share in profits which is to be contributed equally by A and B. On the date of admission of C the Balance Sheet of the firm was as follows: स के प्रवेश की शर्ते निम्न थीं
उपरोक्त के आधार पर पुनर्मूल्यांकन खाता साझेदारों के पूँजी खाते तथा नई फर्म का चिट्ठा बनाइए। यदि यह तय किया गया कि सम्पत्तियों व दायित्वों को पुराने मूल्यों पर ही दिखाया जाये तो स्मरणार्थ पुनर्मूल्यांकन खाता पूँजी खते व चिट्ठा बनाइये।। Terms of C’s admission were as follows :
Revaluation account, Partner’s Capital accounts and Balance Sheet of the new firm. If it has been agreed that Assets and Liabilities are to be shown at old values. Prepare Memorandum Revaluation A/c. Partner’s capital A/c and Balance Sheet. यदि सम्पत्तियों व दायित्वों के पुराने मूल्य पर ही दिखाया जाय तब निम्न प्रकार खाते बनेंगे प्रश्न 3. 1st अप्रैल 2017 को उन्होंने जेड को 1/4 हिस्से के लिए फर्म में प्रवेश दिया जिसे वह एक्स से प्राप्त करेगा। उस समय निम्न निर्णय लिये–
जेड के प्रवेश पर लाभ-हानि समायोजन खाता साझेदारों के पूँजी खाते एवं चिट्ठा बनाइए। They admitted Z in the firm from 1st April, 2017 for 1/4th share, which he will receive from X. Following decisions were taken on that time :
Prepare Profit & Loss Adjustment Account, Partners Capital Accounts and Balance Sheet on the admission of Z. Dr. P & L Adjustment A/C Cr. प्रश्न 4. उपर्युक्त तिथि को ‘ओ’ को एक नया साझेदार बनाया गया तथा यह निर्णय लिया कि
पुनर्मूल्यांकन खाता साझेदारों के पूँजी खाते तथा पुनर्गठित फर्म की स्थिति विवरण तैयार कीजिए।
Prepare Revaluation Account, Partner’s Capital Account & Balance Sheet of the New Firm. प्रश्न 5. ‘सी’ के प्रवेश की निम्न शर्ते थीं
पुनर्मूल्यांकन खाता, साझेदारों के पूँजी खाते एवं नयी फर्म को चिट्ठा तैयार कीजिए।
Prepare Revaluation Account, Partner’s Capital Accounts and the Balance Sheet of the new firm. प्रश्न 6. 1st अप्रैल 2017 को वे निम्न शर्तों पर स को साझेदारी में शामिल करने को सहमत हो जाते हैं
पुनर्मूल्यांकन खस्ता साझेदारों के पूँजी खाते तथा नई फर्म का चिट्ठा बनाइए।
Prepare Revaluation account, Partner’s Capital accounts and Balance Sheet of the new firm. प्रश्न 7. 1st अप्रैल 2017 को निम्न शर्तों के आधार पर स को साझेदारी में शामिल किया
नयी फर्म में पूँजी खाते एवं चिट्ठा तैयार कीजिये। On 1st April, 2017 C was admitted in partnership on the following conditions :
Adjustment is to be done by cash. Prepare Capital Accounts and Balance Sheet of the new firm. [Note : Bank Balance = 25,000 + 45,000 + 31,000 – 28,500 = Rs 72,500] प्रश्न 8. उन्होंने ओ को निम्न शर्तों पर साझेदार बनाया
पुराने साझेदारों की पूँजी उसी के आधार पर समायोजित की जाएगी। पुनर्मूल्यांकन खाता साझेदारों के पूँजी खाते तथा चिट्ठा बनाइये। साझेदार को वार्षिक द्वारा भुगतान करने पर कौन सा खाता खोला जाता है?पूँजी खाते चालू खाते (जमा) इस विधि के अंतर्गत प्रत्येक साझेदार के लिए दो खाते अलग सुस्थापित किए जाते हैं, अर्थात् 'पूँजी खाता' तथा 'चालू खाता' होते हैं। आहरण, वेतन, पूँजी पर ब्याज आदि के लिए सभी समायोजन चालू खातों खातों में हस्तांतरित किए जाते हैं, न कि पूँजी खातों में ।
साझेदारी में चालू खाता कब बनाया जाता है?जब साझेदार व्यवसाय में पूँजी लाते हैं तो साझेदारों के नाम से खाते खोले जाते हैं। साझेदारों के नाम से खोले गए खाते उनके पूँजी खाते कहलाते हैं। साझेदारी खातों में, प्रत्येक साझेदार के लिए एक अलग खाता खोला जाएगा।
साझेदारी खाता क्या है?यह खाता परिसंपत्तियों की बिक्री, दायित्वों का भुगतान तथा वसूली व्ययों का अभिलेखन करता है । इस खाते के शेष को वसूली पर लाभ या हानि कहा जाता है जो कि साझेदारों के पूँजी खाते में इनकी लाभ विभाजन अनुपात में हस्तांतरित किया जाता है (देखें चित्र 5.1 ) ।
साझेदारी कितने प्रकार के होते हैं?साझेदारी दो प्रकार की होती है, पंजीकृत साझेदारी और गैर-पंजीकृत साझेदारी भारतीय साझेदारी अधिनियम, 1932, (अधिनियम) के संदर्भ में, साझेदारी के रूप में व्यवसाय शुरू करने का एकमात्र मानदंड साझेदारों के बीच एक साझेदारी डीड का निर्धारण और पालन करना होता है।
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