सबसे कम ऑक्सीजन देने वाला पेड़ कौन सा है? - sabase kam okseejan dene vaala ped kaun sa hai?

आजकल प्रदुषण ने गंभीर समस्या का रूप ले लिया है। हर कोई इससे बचने के तरह-तरह के उपाय कर रहा है। आज हम आपको बताने जा रहें हैं उन पाँच पेड़-पौधों के बारे में जिन्हें अपने आस-पास लगाकर आप प्रदुषण से आसानी से राहत पा सकते है। ये पेड़ एक दिन में 20 घंटों से ज्यादा समय तक ऑक्सीजन का निर्माण करते हैं । पेड़-पौधे जहां हरियाली बढ़ाते हैं वहीँ हमें धूप से भी बचाते हैं। अगर पेड़ न हो तो जीवन असंभव है। पेड़ द्वारा बनाने वाली ऑक्सीजन के कारण ही हम ज़िंदा रहते हैं। ये जानते हैं कि कौन से पेड़ सबसे और कितने समय तक ऑक्सीजन बनाते हैं। जानिए उन्हीं पेड़ों के बारे में जो ज्यादा ऑक्सीजन छोड़ते हैं।

सबसे कम ऑक्सीजन देने वाला पेड़ कौन सा है? - sabase kam okseejan dene vaala ped kaun sa hai?


पीपल- पीपल के पेड़ के साथ कई धार्मिक भावनाएं जुड़ी होती है। पीपल के पेड़ का विस्तार, फैलाव और ऊंचाई बहुत अधिक होती है। बताया जाता है कि पीपल का पेड़ ही रात में ऑक्सीजन देता है। पीपल का पेड़ और पेड़ों के मुकाबले ज्यादा ऑक्सीजन देता है और दिन में 22 घंटे से भी ज्यादा समय तक ऑक्सीजन देता है।

सबसे कम ऑक्सीजन देने वाला पेड़ कौन सा है? - sabase kam okseejan dene vaala ped kaun sa hai?

समुद्री पौधे (मरीन प्लांट्स): खबरों के अनुसार वातावरण में मौजूद 70 से 80 फीसदी ऑक्सीजन इन पौधे की ओर से ही बनाई जाती है। जमीन का अधिकांश हिस्सा समुद्री होने की वजह से ये पौधे पृथ्वी को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं। ये पौधे जमीनी पौधों से ज्यादा ऑक्सीजन बनाते हैं।


सबसे कम ऑक्सीजन देने वाला पेड़ कौन सा है? - sabase kam okseejan dene vaala ped kaun sa hai?

पत्तेदार पौधे- ऑक्सीजन बनाने का काम पेड़ की पत्तियां करती हैं। बताया जाता है कि पत्तियां एक घंटे में 5 मिलीलीटर ऑक्सीजन बनाते हैं। इसलिए जिस पेड़ में ज्यादा पत्तियां होती हैं वो पेड़ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन बनाता है।

सबसे कम ऑक्सीजन देने वाला पेड़ कौन सा है? - sabase kam okseejan dene vaala ped kaun sa hai?

बांस का पेड़- बांस का पेड़ सबसे तेज बढ़ने वाला पेड़ या घास है। इसकी बढ़ने की स्पीड बहुत तेज होती है। बांस का पेड़ हवा को फ्रेश करने के काम में भी आता है। बताया जाता है कि बांस का पेड़ अन्य पेड़ों के मुकाबले 30 फीसदी अधिक ऑक्सीजन छोड़ता है।

सबसे कम ऑक्सीजन देने वाला पेड़ कौन सा है? - sabase kam okseejan dene vaala ped kaun sa hai?

नीम, बरगद, तुलसी- पीपल के पेड़ की तरह नीम, बरगद और तुलसी के पेड़ भी अधिक मात्रा में ऑक्सीजन देते हैं। नीम, बरगद, तुलसी के पेड़ एक दिन में 20 घंटों से ज्यादा समय तक ऑक्सीजन का निर्माण करते हैं।

तेजी से बढ़ती जनसंख्या और शहरीकरण के कारण लगातार पेड़ो को काटा जा रहा है। अगर पेड़ों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा तो वो दिन दूर नहीं होगा जब मनुष्य का वजूद भी कतम हो जाएगा। इसलिए अगर जरूरत पड़ने पर आप अगर एक पेड़ काटते भी हैं तो उसके बदले 10 पेड़ लगाएं भी ताकि आपकी आप खुद और आपकी आने वाली पीढ़ियों को ऑक्सीजन के लिए मास्क की जरूरत न पड़े।

OXYGEN: भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बीच अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी देखने को मिल रही है. एक्सपर्ट्स (Experts) का कहना है कि अगर ज्यादा से ज्यादा Trees लगाए गए होते तो देश में कभी भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होती. जो प्राकृतिक संसाधन हमारे पास हैं उनको हमने भरपूर इस्तेमाल नहीं किया. पेड़ों की कटाई की गई, जिसके चलते आज सांसों का संकट आन पड़ा है.

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एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब तक आपके पर्यावरण में ऑक्‍सीजन नहीं होगी आप किसी भी प्‍लांट में जरूरत के लिए ऑक्‍सीजन का उत्‍पादन नहीं कर सकते हैं. जहां ऑक्सीजन पहले पेड़ों से मिलती थी, अब फैक्टरी में इनका निर्माण होने लगा है. विशेषज्ञ कहते हैं कि लोगों को अभी भी जागरूक होना चाहिए और बहुत संख्या में पेड़ लगाने चाहिए.

कुछ खास पेड़ हैं जिनको लगाने से ऑक्सीजन (Oxygen)  की कमी नहीं होगी. आज हम आपको उन पेड़ो के बारे में बताएंगे जो ऑक्सीजन ज्यादा जैनरेट करते हैं.

पीपल का पेड़ (Peepal Tree)

हिंदु धर्म (Hindu Dharma)  में पीपल तो बौद्ध धर्म में इसे बोधी ट्री के नाम से जानते हैं. कहते हैं कि इसी पेड़ के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्‍त हुआ था. पीपल का पेड़ 60 से 80 फीट तक लंबा हो सकता है. यह पेड़ सबसे ज्‍यादा ऑक्‍सीजन देता है. इसलिए पर्यावरणविद पीपल का पेड़ लगाने के लिए बार-बार कहते हैं.

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नीम का पेड़ (Neem Tree)

नीम के पेड़ में कई औषधीय गुण होते हैं. ये पेड़ पर्यावरण को साफ रखने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. कह सकते हैं कि ये एक तरह से नेचुरल फ्यूरीफायर है. नीम के पेड़ को एक एवरग्रीन पेड़ (Evergreen Tree) कहा जाता है. ये पेड़ प्रदूषित गैसों जैसे कार्बन डाई ऑक्‍साइड, सल्‍फर और नाइट्रोजन को हवा से ग्रहण करके पर्यावरण में ऑक्‍सीजन को छोड़ता है. पर्यावरणविद का कहना है कि नीम का  पेड़ लगाने से आसपास की हवा में मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं.इसकी पत्तियों की संरचना ऐसी होती है कि ये बड़ी मात्रा में ऑक्‍सीजन उत्‍पादित कर सकता है. ऐसे में हमेशा ज्‍यादा से ज्‍यादा नीम के पेड़ लगाने की सलाह दी जाती है. इससे आसपास की हवा हमेशा शुद्ध रहती है.

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बरगद का पेड़ (Banyan Tree)
बरगद के पेड़ को नेशनल पेड़ कहा जाता है. हिंदुओं में इस पेड़ की पूजा बहुत पहले से की जाती है. ये पेड़ काफी विशाल होता है.इसे हिंदू धर्म में बहुत पवित्र भी माना जाता है. बरगद का पेड़ बहुत लंबा हो सकता है और यह पेड़ कितनी ऑक्‍सीजन उत्‍पादित करता है ये उसकी छाया कितनी है, इस पर निर्भर करता है. यानी जितना बड़ा और घना होगा उतनी ही ज्यादा इस पेड़ से ऑक्सीजन मिलेगी.

अर्जुन का पेड़ (Arjun Tree)
अर्जुन के पेड़ की हिंदु धर्म में बहुत महत्ता है. इस पेड़ का धार्मिक महत्व  है कि ये माता सीता (Maa Sita) का पंसदीदा पेड़ माना जाता है. यह हमेशा हरा-भरा रहता है. इसके बहुत से आर्युवेदिक फायदे हैं. हवा से कार्बन डाई ऑक्‍साइड और दूषित गैसों को सोख कर ये उन्‍हें Oxygen में बदल देता है.

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अशोक का पेड़ (Ashok Tree)
अशोक का पेड़ न सिर्फ ऑक्‍सीजन उत्‍पादित करता है बल्कि इसके फूल पर्यावरण को सुंगधित रखते हैं और उसकी खूबसूरती को बढ़ाते हैं. यह एक छोटा सा पेड़ होता है जिसकी जड़ एकदम सीधी होती है. इस पेड़ को लगाने से न सिर्फ ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है बल्कि ये पेड़ दूषित गैसों को भी सोखकर शुद्ध बना देता है.

पर्यावरणविदों की मानें तो अशोक के पेड़ को लगाने से न केवल वातावरण शुद्ध रहता है बल्कि उसकी शोभा भी बढ़ती है. घर में अशोक का पेड़ हर बीमारी को दूर रखता है. ये पेड़ जहरीली गैसों के अलावा हवा के दूसरे दूषित कणों को भी सोख लेता है.

जामुन का पेड़ (Jamun Tree)

जामुन तो आपने भी खाए होंगे. जामुन जैसे सेहत के लिए अच्छे होते हैं वैसे ही जामुन का पेड़ पर्यावरण के लिए अच्छा होता है. भारतीय अध्‍यात्मिक कथाओं में भारत को जंबूद्वीप यानी जामुन की धरती के तौर पर भी कहा गया है. जामुन का पेड़ 50 से 100 फीट तक लंबा हो सकता है. इसके फल के अलावा यह पेड़ सल्‍फर ऑक्‍साइड और नाइट्रोजन जैसी जहरीली गैसों को हवा से सोख लेता है. साथ ही काफी ज्यादा ऑक्सीजन भी छोड़ता है. इसके अलावा कई दूषित कणों को भी जामुन का पेड़ ग्रहण करता है.

कौन सा छोटा पौधा सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देता है?

पीपल का पेड़ कहते हैं कि इसी पेड़ के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्‍त हुआ था. पीपल का पेड़ 60 से 80 फीट तक लंबा हो सकता है. यह पेड़ सबसे ज्‍यादा ऑक्‍सीजन देता है. इसलिए पर्यावरणविद पीपल का पेड़ लगाने के लिए बार-बार कहते हैं.

कौन सा पेड़ रात में कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ता है?

स्‍नेक प्‍लांट: एलोवेरा की तरह ही स्‍नेक प्‍लांट भी रात में ऑक्‍सीनजन छोड़ता है. साथ ही यह पौधा हवा में मौजूदा कॉर्बन डाईऑक्‍साईड को खींच लेते हैं.

कौन सा ऐसा पेड़ है जो 24 घंटे ऑक्सीजन देता है?

दुनिया में 9 ही ऐसे पेड़-पाैधे हैं जिससे 24 घंटे ऑक्सीजन मिलती है। इनमें अारिका बाम, एलोवेरी, तुलसी, वाइल्ड जरबेरा, स्नेक प्लांट, अाॅरकिड, क्रिसमस केक्टस, पीपल और नीम शामिल हैं। ये पौधे हर वक्त ऑक्सीजन देते हैं।

नीम का पेड़ कौन सी गैस छोड़ता है?

नीम का पेड़ (Neem Tree) नीम के पेड़ को एक एवरग्रीन पेड़ (Evergreen Tree) कहा जाता है. ये पेड़ प्रदूषित गैसों जैसे कार्बन डाई ऑक्‍साइड, सल्‍फर और नाइट्रोजन को हवा से ग्रहण करके पर्यावरण में ऑक्‍सीजन को छोड़ता है.