Show peepal tree worship (pic: Istock) Peepal tree worship on Saturday: हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का विशेष महत्व है। श्रीमद्भगवदगीता के अनुसार पीपल के मूल में ब्रह्मा जी, मध्य में विष्णु जी व अग्र भाग में भगवान शिव जी साक्षात रूप से विराजित हैं। यही वजह है कि पीपल पर रोजाना स्नान के बाद जल अर्पण करने से तकलीफों से छुटकारा मिलता है। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा विशेष फलदायी होती है, इसलिए कुछ खास उपाय करने एवं जल चढ़ाते समय कुछ बातों का ध्यान रखने से आपकी सारी दिक्कतें दूर हो सकती है। इससे पैसों को लेकर आपकी चिंता भी दूर होगी। ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: आशिकी पटेल Updated Fri, 01 Apr 2022 06:10 PM IST Peepal Ped Ke Upay: हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का बहुत अधिक महत्व है। पीपल के पेड़ को देव वृक्ष कहा जाता है। माना जाता है कि पीपल के पेड़ में त्रिदेव यानी जड़ में ब्रह्मा, तने में विष्णु और ऊपर के भाग में भगवान शिव का वास होता है। पीपल के पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार पीपल के पेड़ की पूजा करने से न सिर्फ जीवन की परेशानियां कम होती हैं, बल्कि इसके कुछ उपाय आपको शनि दोष से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। साथ ही शनि की ढैया और साढ़े साती से पीड़ित व्यक्ति को शनिवार के दिन पीपल पेड़ की पूजा करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आज हम आपके लिए पीपल के पेड़ के कुछ ऐसे अचूक उपाय लेकर आए हैं, जिनसे शनि दोष दूर होगा और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहेगी। आइए जानते हैं... यदि आप शनि दोष से पीड़ित हैं तो इससे मुक्ति के लिए हर शनिवार की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। फिर शनिदेव का ध्यान करके नौ बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें। मान्यता है कि इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि दोष से मुक्ति देते हैं। यदि आपके काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं और या किसी काम में अड़चन आ रही हो तो पीपल के पेड़ के नीच बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से संकटमोचन हनुमान की कृपा मिलती है और आपके जीवन की सभी बढ़ाएं दूर होंगी। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए और सरसों के तेल का दीपक जलना चाहिए। ऐसा करने से शनि की दशा समाप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तेल चढ़ाना चाहिए और हनुमानजी के समक्ष तेल का दीपक करना चाहिए। अगर आपको कारोबार में लगातार हानि हो रही है तो शनिवार के दिन दूध, गुड़ और पानी मिलकर पीपल के पेड़ में अर्पित करें। ऐसा करने से व्यापार में सफलता मिलती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। भारतीय संस्कृति में पुराण, पूजा-पाठ का विशेष महत्व है. शास्त्रों में पीपल की पूजा को बहुत चमत्कारी माना गया है. ऐसा कहा जाता है कि पीपल के पेड़ में कई देवी-देवताओं का वास होता है. किसी विशेष दिन पीपल की पूजा की जाए तो व्यक्ति की सभी आर्थिक, मानसिक और घरेलू समस्याओं का निदान हो जाता है. इस कारण सदियों से शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है. मन को मिलती है शांति शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाना चाहिए इस विधि से करें पूजा अब पानी में हल्दी डालकर एक गाढ़ा घोल तैयार करें और दाएं हाथ की अनामिका अंगुली से इस घोल को लेकर पीपल के पत्ते पर ह्रीं लिखें. इसके बाद पूजा स्थान पर इस पीपल के पेड़ के पत्ते की पूजा करें. मान्यताओं के अनुसार पीपल के पत्ते की पूजा करने से ईष्टदेव प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं. शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से मनोवांछित फल प्राप्त होता है. पर्स में रखें पत्ता इसे भी पढ़ें : जीवनसाथी के साथ नहीं होंगे लड़ाई-झगड़े! वास्तु के अनुसार ऐसे रखें बेडरूम शनिवार को करें इन मंत्रों का जाप ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न: सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत: कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम: ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: मंत्र- ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम: शनि का तंत्रोक्त मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Religion FIRST PUBLISHED : February 07, 2020, 13:24 IST शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर क्या क्या चढ़ाना चाहिए?शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए और सरसों के तेल का दीपक जलना चाहिए। ऐसा करने से शनि की दशा समाप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। तेल चढ़ाना चाहिए और हनुमानजी के समक्ष तेल का दीपक करना चाहिए।
शनिवार के दिन पीपल में कितने बजे जल चढ़ाना चाहिए?पीपल के वृक्ष पर जल सूर्योदय के बाद ही चढ़ाना चाहीए। जिससे आपके ऊपर माता लक्ष्मी की कृपा द्रष्टि सदा बनी रहे। पुराणों के अनुसार जो व्यक्ति पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करता है उसकी सर्व मनोकामनाएं पूर्ण होती है, साथ ही शत्रुओं का नाश भी होता है।
शनिवार को पीपल में जल कैसे चढ़ाएं?शनिवार के दिन पीपल को दोनों हाथों से स्पर्श करके सात परिक्रमा करें. ऐसा करते समय “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें. इससे शनि की ढैय्या और साढ़े साती का बुरा प्रभाव कम होता है. शनि की ढैय्या और साढ़े साती के बुरे प्रभाव से पीड़ित लोगों को हर शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल में गुड़ और दूध मिलाकर अर्पित करना चाहिए.
शनिवार को पीपल में दिया कब जलाना चाहिए?कहा जाता है कि जिन लोगों पर शनिदेव का प्रकोप हो, शनि की साढ़ेसाती, ढैया का प्रकोप हो, उन्हें हर शनिवार पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
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