पथरी के लिए कौन सा टेस्ट होता है? - patharee ke lie kaun sa test hota hai?

उत्तर भारत को ′स्टोन बेल्ट′ के नाम से जानते हैं, क्योंकि इस इलाके में किडनी स्टोन के मामले ज्यादा मिलते हैं। 20 से 40 साल की उम्र के लोगों को यह समस्या आमतौर पर होती है। इनमें भी पुरुष स्टोन या पथरी का शिकार अधिक बनते हैं।

किडनी स्टोन मूत्रतंत्र का एक रोग है, जिसमें किडनी के अंदर छोटे-छोटे पत्थर जैसे कठोर टुकड़े बन जाते हैं।

जब नमक और अन्य खनिज पदार्थ एक दूसरे के संपर्क में आते हैं, तो स्टोन बनना शुरू हो जाता है। कुछ स्टोन रेत के दानों की तरह बहुत छोटे होते हैं, तो कुछ का आकार काफी बड़ा होता है। आमतौर पर छोटे स्टोन मूत्र के जरिये शरीर से निकल जाते हैं।


जब हम बीमार होने पर किसी विशेषज्ञ को दिखाते हैं तो, वह हमारी बीमारी को सटीक रूप से पहचानने के लिए कुछ टेस्ट या परीक्षण कराने की सलाह देता है। इन्हीं परीक्षणों में से एक हैं USG–KUB (ultrasonography of kidney, ureters  and bladder)। जिसके माध्यम से मरीज के शरीर के विभिन्न अंग जैसे किडनी लीवर आदि के अंदर के रोग या क्षति का पहचाना जा सकता है। USG-KUB टेस्ट क्या है जाने-

USG (Ultrasonography) एक तरह का अल्ट्रासाउंड है, जो शरीर के आंतरिक अंगों जैसे लीवर, किडनी, प्रजनन अंग आदि को स्कैन करने के लिए उच्च आवृत्ति वाली ध्वनि तरंगों का उपयोग करती है। USG शरीर में बिना कोई चीरा लगाए आंतरिक अंगों, वाहिकाओं (नसों) और ऊतकों की समस्याओं को देखने और पहचानने में डॉक्टर की मदद करता है।

 इसके अलावा अल्ट्रासाउंड कुछ सर्जरियों में भी सहायता करता है, जैसे कि बायोप्सी या किडनी की बायोप्सी के दौरान किडनी के डॉक्टर (nephrologist) को शरीर के अंदर की क्रिया-प्रक्रिया को निर्देशित करवाना आदि।

USG-KUB टेस्ट क्या है

USG-KUB (Kidneys, Ureters, and Bladder) का शाब्दिक अर्थ है किडनी, मूत्रवाहिनी और मूत्राशय का अल्ट्रासाउंड। यह  एक अल्ट्रासाउंड स्कैन है जो विशेषज्ञ को आपके मूत्र प्रणाली के अंगों का आकलन करने में मदद करता है। विशेषज्ञ USG-KUB का प्रयोग मरीज के मूत्र संबंधी रोगों और और पेट दर्द के कारणों का सटीक कारण जानने और उससे निजात पाने में करता है। ये रोग हो सकते हैं जैसे-

  • किडनी के आकार का बदलाव
  •  किडनी में कोई क्षति या चोट (जो RFT टेस्ट से सामने आया हो)
  •  गंभीर मूत्र संक्रमण (UTI)
  • किडनी सिस्ट या ट्यूमर
  • किडनी की पथरी
  • पेशाब में एल्ब्यूमिन निकलना

USG-KUB टेस्ट के लिए क्या होती हैं तैयारियाँ

आमतौर पर यह टेस्ट किसी अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग या निजी रेडियोलॉजी केंद्र में कराया जा सकता है। इस टेस्ट के लिए मरीज को कम से कम तैयारियों की जरूरत होती है। जैसे- मरीज को कुछ घंटों के लिए खाली पेट रहना, टेस्ट से पहले पानी अधिक पीना ताकि मूत्राशय भरा हो, इसके अलावा परीक्षण करने वाला विशेषज्ञ टेस्ट से पहले मरीज को उसके लक्षण और बीमारी के अनुसार अन्य निर्देश भी दे सकता है। ऐसे मरीज जिनको किडनी विफलता की बीमारी है उन्हें कम पानी पीने के लिए कहा जा सकता है क्योंकि उनके शरीर में अधिक पानी इकट्ठा हो सकता है। USG-KUB टेस्ट को करने वाला अल्ट्रासाउंड स्कैन में प्रशिक्षित एक डॉक्टर (रेडियोलॉजिस्ट) होता है।

USG-KUB (Kidneys, Ureters, and Bladder) टेस्ट की कीमत क्या है

भारत में USG-KUB टेस्ट की कीमत 500 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक है। यह कीमत लैब, अस्पताल और शहर आदि के आधार पर भिन्न हो सकती है।

USG-KUB टेस्ट स्कैन क्या जानकारियाँ देता है

USG-KUB अल्ट्रासाउंड एक सुरक्षित और दर्द रहित टेस्ट है जो तेज ध्वनि तरंगों से किडनी, मूत्रवाहिनी और मूत्राशय की साफ और सटीक तस्वीरें बनाने में उपयोग किया जाता है। इसी टेस्ट के माध्यम से विशेषज्ञ मरीज की परेशानियों को समझकर उसका आगे का इलाज निश्चित करते हैं। USG-KUB अल्ट्रासाउंड से किडनी, मूत्रवाहिनी और मूत्राशय की कई तरह की जानकियाँ मिलती हैं जैसे-

  • किडनी के आकार में कोई बदलाव तो नहीं हो रहा
  • किडनी में किसी चोट आदि के संकेत होना
  • मूत्रवाहिनी में पथरी के कारण रुकावट होना
  • किडनी में सिस्ट या ट्यूमर का होना
  • मूत्रपथ संक्रमण (urinary tract infection (UTI) की गंभीरता
  • हाईड्रोनेफ्रोसिस (Hydronephrosis)
  • मूत्र-प्रणाली के किसी भी अंग में पथरी होना

USG-KUB टेस्ट स्कैन के जोखिम

USG-KUB अल्ट्रासाउंड के साथ किसी तरह की का कोई जोखिम नहीं है। यह एक दर्द रहित प्रक्रिया है जो बिना किसी चीरे आदि के शरीर के बाहरी भाग पर पूरी होती है। आमतौर पर USG किडनी के मरीजों के लिए सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला स्कैन है, क्योंकि यह सुरक्षित होता है। इसके अलावा अन्य एक्स-रे और सीटी स्कैन जैसे परीक्षणों से विकिरण (radiation) का जोखिम होता है। दूसरी ओर MRI जैसे स्कैन परीक्षणों में विकिरण (radiation) का जोखिम नहीं रहता लेकिन ये मंहगे होने के कारण मरीजों के असुविधाजनक होता हैं।

USG-KUB टेस्ट क्या जानकारियाँ नहीं देता है

USG-KUB टेस्ट किडनी की कार्यक्षमता के बारे में कोई जानकारी नहीं देता, लेकिन किडनी के आकार और वह दिखने में कैसी है इसकी जानकारी जरूर देता है। किडनी कैसे काम कर कर रही है इसका अनुमान क्रिएटिनिन (creatinine) और रक्त यूरिया नाईट्रोजन(BUN) टेस्ट से लगाया जाता है।

X-ray KUB और CT KUB

अल्ट्रासाउंड की बजाय तब एक्स-रे और सीटी स्कैन जैसे परीक्षणों को एक्स-रे KUB और सीटी KUB कहा जाता है। एक्स-रे KUB और सीटी KUB जैसे परीक्षणों में ज्यादा विकिरण (radiation) का प्रयोग होता है। कभी-कभी विशेषज्ञ ज्यादा जानकारी पाने के लिए USG KUB के बाद एक्स-रे KUB और सीटी KUB जैसे परीक्षणों को कराने के लिए कह सकते हैं।

पथरी के लिए कौन सा टेस्ट किया जाता है?

दर्द की शिकायत पर जब मरीज डॉक्टर के पास आता है तो सबसे पहले यूरिन टेस्ट किया जाता है। अगर इसमें ब्लड या क्रिस्टल मिलते हैं तो इसे पथरी का लक्षण माना जाता है। इसके बाद अल्ट्रासाउंड किया जाता है। दर्द की शिकायत पर मरीज का अल्ट्रासाउंड किया जाता है।

पथरी के लिए कौन सा अल्ट्रासाउंड होता है?

सकता है

किडनी में पथरी का पता कैसे चलता है?

एनएचएस के अनुसार, किडनी स्टोन के लक्षणों में पेट या कमर में दर्द, बुखार, पसीना, तेज दर्द जो आता-जाता रहता है, उल्टी महसूस होना, यूरीन में रक्त, यूरीन में संक्रमण आदि शामिल हैं. कुछ मामलों में, किडनी स्टोन यानी पथरी यूरेटर (एक ट्यूब जो किडनी को ब्लैडर से जोड़ती है) को ब्लॉक कर देती है.

पथरी के दर्द में कौन सा इंजेक्शन लगता है?

थिओड्रॉट 40mg इन्जेक्शन एक एंटीस्पास्मोडिक दवा है.. इसका इस्तेमाल मासिक - धर्म में दर्द और पेट में दर्द के इलाज में किया जाता है. यह स्मूद मसल में ऐंठन जैसे कि मासिक धर्म का दर्द, किडनी की पथरी के कारण दर्द, बिलियरी पथरी के कारण दर्द और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कॉलिकी दर्द से राहत देता है.