Comprehensionदिए गए पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। Show बीती नहीं यद्यपि अभी तक है निराशा की निशा- है किन्तु आशा भी कि होगी दीप्त फिर प्राची दिशा। महिमा तुम्हारी ही जगत में धन्य आशे! धन्य है, देखा नहीं कोई कहीं अवलम्ब तुम सा धन्य है। आगे तुम्हारे ही भरोसे जी रहे हैं हम सभी, सब कुछ गया पर हाय रे! तुमको न छोड़ेंगे कभी। आगे तुम्हारे ही सहारे टिक रही हैं यह मही, धोखा न दीजो अंत में, विनती हमारी है यही।
These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 9 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 15 नए इलाके में … खुशबू रचते हैं हाथ. प्रश्न-अभ्यास ( पाठ्यपुस्तक से) 1. नए इलाके में प्रश्न 1. (ख) कविता में निम्नलिखित पुराने निशानों का उल्लेख किया गया है
(ग) कवि अपने निर्धारित घर से एक घर पीछे या आगे इसलिए चल देता है क्योंकि अब इलाके का रूप परिवर्तित हो चुका है। वहाँ पर नई-नई ऊँची इमारतें बन चुकी हैं। उसने कई निशानियाँ बना रखी थीं परंतु निशानियाँ न मिलने तथा नव-निर्माण हो जाने के कारण कवि को दिशा भ्रम हो जाता है। वह स्मृति के आधार पर पुराने निशानों को खोजता ही रह जाता है। (घ) “बसंत का गया पतझड़’ और ‘बैसाख का गया भादों को लौटा’ से अभिप्राय है-‘एक लंबा अंतराल’ जिस प्रकार दोनों ऋतुओं के बीच एक लंबा समय बीतने से परिस्थितियों में काफी परिवर्तन आ जाता है। जैसे कवि ने कभी बसंत की बहार देखी थी किंतु आज उसे पतझड़ का सामना करना पड़ रहा है इसलिए कवि को पुराने निशान हूँढने पड़ते हैं क्योंकि काल और परिस्थितियों में परिवर्तन आता है। (ङ) कवि ने इस कविता में ‘समय की कमी की ओर इसलिए इशारा किया है, क्योंकि इस परिवर्तनशील संसार (च) प्रस्तुत कविता में कवि ने एक ऐसी दुनिया का वर्णन किया है जो एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है। आधुनिक शहरों की यह सबसे बड़ी विडंबना है कि आज के इस परिवर्तनशील दौर में मनुष्य संवेदनशून्य हो गया है। आपसी मित्रता और प्रेमभाव का अभाव हो गया है। मनुष्य दूर रहने के कारण एक-दूसरे के हृदय से भी दूर हो गया है। यहाँ केवल स्मृतियों के सहारे जीना असंभव है। कोई एक दूसरे से पहचान नहीं रखना चाहता। द्वार खटखटाने पर भी कोई किसी की सहायता नहीं करता। सभी अपने कार्यों में व्यस्त रहते हैं इसलिए कवि भी इस रंग बदलती दुनिया में भ्रम का शिकार होता है। प्रश्न 2. (ख) कवि कहता है कि समय के बदलते स्वरूप के कारण पहचान के पैमाने ही बदल गए हैं। बनते-बिगड़ते स्वरूप के बीच जीवन तीव्र गति से बहता चला जा रहा है। समय बहुत गतिशील है। समय के अभाव के कारण ही मनुष्य संवेदनशून्य हो गया है। नित्य नए परिवर्तन हो रहे हैं। सभी नई परिस्थितियों में व्यस्त हैं। आकाश में बादल उमड़ते जा रहे हैं। ऐसे वातावरण में आशा की एक किरण अवश्य रहती है कि शायद कोई तुम्हें पहचानकर पुकार ले। योग्यता-विस्तार • पाठ में हिंदी महीनों के कुछ नाम आए हैं। आप सभी हिंदी महीनों के नाम क्रम से लिखिए। 2. खुशबू रचते हैं हाथ प्रश्न 1. (ख) कविता में निम्नलिखिते हाथों की चर्चा की गई है
(ग) कवि ने ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ कहकर श्रमिकों के श्रम का जयगान किया है। कवि कहना चाहता है कि मजदूरों के हाथ ही अगरबत्तियों का निर्माण करते हैं तथा सारी दुनिया को सुगंध से महमह कर देते हैं। (घ) जिस बस्ती में, जिस गली-मुहल्ले में अगरबत्तियाँ बनती हैं, वहाँ का वातावरण बहुत गंदगी भरा होता है। वहाँ चारों ओर नालियाँ और कूड़े-करकट के ढेर जमा होते हैं। (ङ) इस कविता का उद्देश्य है-मजदूरों और कारीगरों की दुर्दशा का चित्रण करना और उनके उद्धार की चेतना जगाना। कवि अगरबत्ती बनाने वाले कारीगरों का गंदगीपूर्ण वातावरण दिखाकर यह कहना चाहता है कि इनकी स्थितियों में सुधार होना चाहिए। इन्हें इतनी मजदूरी मिलनी चाहिए कि वे साफ-स्वच्छ वातावरण में साँस ले सकें। इनकी बस्तियों को साफ-स्वच्छ किया जाना चाहिए। प्रश्न 2.
(ख) कवि ने इस कविता में बहुवचन’ का प्रयोग अधिक किया है? इसका क्या कारण है?
(ख) कविता में कवि ने बहुवचन का प्रयोग अधिक किया है; जैसे-गलियों, नालों, नाखूनों, गंदे हाथों, अगरबत्तियाँ, | मुहल्ले, गंदे लोग आदि। इनके माध्यम से कवि बताना चाहता है कि यहाँ एक कारीगर या एक मजदूर की बात नहीं बल्कि यह एक सामूहिक समस्या है। ऐसे गरीब और उपेक्षित लोग अनेक स्थानों पर काम करते (ग) कवि ने हाथों के लिए निम्नलिखित विशेषणों का प्रयोग किया है-
योग्यता-विस्तार • अगरबत्ती बनाना, माचिस बनाना, मोमबत्ती बनाना, लिफाफे बनाना, पापड़ बनाना, मसाले कूटना आदि लघु उद्योगों के विषय में जानकारी एकत्रित कीजिए। Hope given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 15 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. कवि को अंत में क्या उम्मीद है *?Solution : कवि ईश्वर से अनुनय करता है कि वह उसे भयरहित बनाए, आपदाओं को झेलने तथा उनसे उबरने की क्षमता दे। वह चाहता है कि सुख के दिनों में वह उदार बने रहकर वंचितों के अस्तित्व में स्वयं की पहचान करे।
खुशबू रचते हैं हाथ कविता हमें क्या संदेश देती है?खुशबू रचने वाले हाथ संसार में सुगंध फैलाते हैं। वे खुद गंदे और अंधियारे निवास में रहते हैं। नाली और कीचड़ के बीच में रहकर सबको खुशबू बांटते हैं। इससे हमें यह सन्देश मिलता है कि मजदूर वर्ग जो सुंदर कलाकृति को जन्म देता है, खुद गंदे और बदतर हालात में रहता है।
कवि के अनुसार महान दृश्य क्या है?कवि संघर्ष से जूझते हुए मनुष्य के दृश्य को सबसे महान मानता है। उसके अनुसार जो मनुष्य आँखों में आँसू लिए, तन का पसीना बहाते हुए तथा खून से लथपथ होकर भी संघर्ष करता है, वह महान है। ऐसा मनुष्य सचमुच संघर्षशील है।
पद्यांश में किन सुगंधों का उल्लेख है इन सुगंधित अगरबत्तियों को कौन से लोग बनाते हैं?व्याख्या – कवि कहता है कि इसी तंग गली में पूरे देश की प्रसिद्ध अगरबत्तियाँ बनती हैं। उस गंदे मुहल्ले के गंदे लोग (गरीब लोग) ही केवड़ा, गुलाब, खस और रातरानी की खुशबू वाली अगरबत्तियाँ बनाते हैं। यह एक विडंबना ही है कि दुनिया की सारी खुशबू उन गलियों में बनती है जहाँ दुनिया भर की गंदगी समाई होती है।
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