स्कैल्प पर फंगल इंफेक्शन की समस्या को दूर करने के लिए आप टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। टी ट्री ऑयल को किसी अन्य कैरियर ऑयल में मिक्स करके सिर पर लगाएं। टी ट्री ऑयल से बैक्टीरियल, फंगल और दूसरे माइक्रोबियल इंफेक्शन दूर होते हैं। Show
2. हल्दी+एलोवेरा पेस्ट (Turmeric+Alovera paste to cure fungal scalp infection)हल्दी से भी आप स्कैल्प में फंगस की समस्या से निजात पा सकते हैं। हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। ये इंफेक्शन को दूर करने में सबसे कारगर स्पाइस मानी जाती है। हल्दी में आप एलोवेरा जेल मिलाकर भी स्कैल्प पर लगा सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- सिर पर चोट से आई सूजन ठीक करने के घरेलू उपाय 3. एप्पल साइडर विनेगर (Apple cider vinegar to cure fungal scalp infection)एप्पल साइडर विनेगर में एंटी फंगल गुण होते हैं जिससे स्कैल्प पर फंगल इंफेक्शन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। आप एप्पल साइडर को तीन बार दिन में स्कैल्प पर लगा सकते हैं।
4. नींबू (Lemon to cure fungal scalp infection)स्कैल्प पर हो फंगल इंफेक्शन होने पर आप नींबू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एसेंशियल ऑयल के रूप में लेमन ऑयल भी मार्केट में मिलता है। आप चाहें तो लेमन ऑयल को जैतून या कोकोनट ऑयल में मिलाकर स्कैल्प पर लगा सकते हैं। ऐसा करने से इंफेक्शन दूर हो जाएगा।
इसे भी पढ़ें- गर्मी से होने वाले सिर दर्द को ठीक करने के घरेलू उपाय 5. नीम का पेस्ट (Neem paste to cure fungal scalp infection)स्कैल्प पर फंगल इंफेक्शन को ठीक करने के लिए आप नीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम को दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। नीम में एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं।
सिर या स्कैल्प से फंगल इंफेक्शन की समस्या को दूर करने के लिए आप लहसुन, कैस्टर ऑयल, बेकिंग सोडा का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर कोई एलर्जी हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। आप भी सिर में खुजली कर-कर के थक गई हैं? हो सकता है आपको स्कैल्प फंगल इंफेक्शन हो! जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट... क्या आपके स्कैल्प में लगातार खुजली हो रही है? जब भी आप अपने सिर की त्वचा को महसूस करते हैं तो क्या आपकी त्वचा में पपड़ी दार त्वचा और मवाद से भरे फोड़े हो जाते हैं? आपको शायद स्कैल्प में फंगल इंफेक्शन है। जब मृत त्वचा कोशिकाएं तेल और प्रदूषकों के साथ मिल जाती हैं, तो वे कवक के लिए सही प्रजनन स्थल बनाती हैं। इस तरह के फंगल इंफेक्शन अक्सर खराब स्कैल्प हाइजीन के कारण होते हैं, यानी नियमित रूप से अपने बालों को नहीं धोना। अपने बालों पर स्टाइलिंग उत्पादों और अन्य कठोर रसायनों का उपयोग करने से ऐसे संक्रमण बढ़ सकते हैं। जानी-मानी डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. दीपाली भारद्वाज कहती हैं, 'फंगल इंफेक्शन आमतौर पर छोटे बच्चों में देखा जाता है। लेकिन 12 साल की उम्र के बाद बच्चों में भी यह नहीं होता। हां अगर किसी को इम्यूनो डेफिशियेंसी, डायबिटीज या कोई अन्य बीमारी हो। स्कैल्प फंगल इंफेक्शन को मेडिकल टर्म में ब्लैक या व्हाइट डॉट कहते है। यह यीस्ट इंफेक्शन के कारण होता है, जिसे seborrhoeic dermatitis कहते हैं। वहीं आम भाषा में कहें तो स्कैल्प फंगल इंफेक्शन का कारण डैंड्रफ भी होता है, जो कभी-कभी इनविजिबल होता है। इसका मतलब है कि आपके बाल ऑयली हो जाते हैं। नहाने के 12-15 घंटे बाद ही बालों का ऑयली होने का कारण है पसीने और यीस्ट होना।' क्या है स्कैल्प फंगल इंफेक्शन?आपकी त्वचा पर कुछ प्रकार के हानिरहित फंगस मौजूद होते हैं। पर्यावरणीय परिस्थितियों के साथ ये मल्टीप्लाई होते हैं और संक्रमण का कारण बन सकते हैं। फंगल इंफेक्शन शरीर के अंदर और कहीं भी हो सकता है। लेकिन वे पैरों, नाखूनों और स्कैल्प पर आम हैं। आइए इसके कारणों पर एक नजर डालते हैं। फंगल इंफेक्शन का कारण क्या है?जैसा कि डॉ. भारद्वाज ने बताया यह इंफेक्शन स्कैल्प में ज्यादा पसीने और यीस्ट उत्पादन के कारण होता है। यह किसी मेडिकल कंडीशन के कारण भी हो सकता है। प्रदूषण, स्ट्रेस, पर्सनल हाइजीन, अनहेल्दी आहार के सेवन करने से फंगल इंफेक्शन हो सकता है। स्कैल्प इंफेक्शन के लक्षण
कैसे करें बचावडॉ. भारद्वाज कहती हैं, 'अपनी डाइट को बेहतर करें। इसके लिए अपने आहार में, जिंक, प्रोटीन, विटामिन-एच, बायोटिन से समृद्ध खाद्य पदार्थों को शामिल करें।' इसके अलावा कम केमिकल वाले शैंपू का इस्तेमाल करें। जितना हो सके अपने बालों को हीट और ब्लो ड्राई से दूर रखें। इसके अलावा स्टीम के साथ ऑयल मसाज भी करें। अगर आपका स्कैल्प ऑयली है, तो भी महीने में एक बार ऑयल मसाज करें। अपने बालों को सन एक्सपोजर भी दें, ताकि आपको विटामिन-डी मिल सके। हफ्ते में एक बार से ज्यादा एंटी-डैंड्रफ शैंपू का इस्तेमाल न करें। अपने हेयर टाइप के मुताबिक ही शैंपू का इस्तेमाल करें।' इसे भी पढ़ें :बदलते मौसम में सिर की खुजली के रामबाण घरेलू उपाय स्कैल्प फंगल इंफेक्शन के लिए घरेलू नुस्खेमेथी और तेलसामग्री
क्या करें-
प्याज का रससामग्री
क्या करें-
सफेद सिरका और नींबू का रससामग्री1 छोटा चम्मच सफेद सिरका 1 छोटा चम्मच नींबू का रस क्या करें-
डॉ. भारद्वाज कहती हैं, 'ये होम रेमेडीज आपको तभी अपनानी चाहिए, अगर आपको कम समस्या है। अगर आपके स्कैल्प पर पस पड़ा है या खून निकल रहा है या स्कैल्प इंफेक्शन की समस्या गंभीर है, तो होम रेमेडीज बिल्कुल न अपनाएं और तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।' उम्मीद है यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। इसे आगे तक शेयर करने में हमारी मदद करें। ऐसे अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। Image Credit: freepik क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें Disclaimer आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें। सिर के फंगल इंफेक्शन को कैसे दूर करें?फंगल इंफेक्शन को रोकने के लिए दही काफी मददगार साबित हो सकता है। दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स लैक्टिक एसिड बनाता है, जो फंगल इंफेक्शन की रोकथाम में मददगार होता है। एक कटोरी दही में एक चम्मच एलोवेरा जेल और एक चम्मच ग्लिसिरीन मिला लें और अब इसे बालों की जड़ों पर लगाएं। आधे घंटे बाद सिर शैम्पू से धो लें।
फंगल इंफेक्शन कितने दिन में ठीक होता है?अगर बैक्टीरिया कुछ ताकतवर होते हैं तो अमूमन 2 से 3 दिन की दवा लेने से हम ठीक भी हो जाते हैं।
फंगल इंफेक्शन के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?डॉ प्रसाद ने बताया कि फंगल इंफेक्शन के इलाज के लिए फ्लूकोनाजोल और ग्राइसोफ्लोवीन की टेबलेट सबसे अच्छी होती है, लेकिन अब यह असर नहीं कर रही हैं। विकल्प के रूप में टरबिनाफाइन और इट्राकोनाजोल का इस्तेमाल किया जा रहा है। टरबिनाफाइन भी बहुत असरदार नहीं है। इट्राकोनाजोल का असर होता है, लेकिन ये दवाएं महंगी हैं।
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