एक बीज से पौधा कैसे बनता है? - ek beej se paudha kaise banata hai?

अंकुरण क्रिया उस क्रिया को कहते हैं, जिसमें बीज एक पौधे में बदलने लगता है। इसमें अंकुरण की क्रिया के समय एक छोटा पौधा बीज से निकलने लगता है। यह मुख्य रूप से तब होता है, जब बीज को आवश्यक पदार्थ और वातावरण मिल जाता है। इसके लिए सही तापमान, जल और वायु की आवश्यकता होती है। रोशनी का हर बीज के लिए होना अनिवार्य नहीं है, लेकिन कुछ बीज बिना रोशनी के अंकुरित नहीं होते हैं।[1] अंकुरण के लिए जीवरेलीन हार्मोन की आवश्यकता है। अंकुरण के समय हल्की नमी की बेहद आवश्यकता रहती है बिना नमी के पौधों में अंकुरण नहीं होता है

अंकुरण की क्रिया का मानव जीवन में अनिवार्य रूप से आवश्यक है। खेती के दौरान अंकुरण के कारण ही खेत में चावल, दाल, गेहूँ आदि की फसल होती है। फल वाले वृक्षों की आबादी भी इसी कारण बढ़ती है। फल पक कर नीचे गिर जाते हैं और नमी के साथ आवश्यक वातावरण मिलने के पश्चात अपने आप ही अंकुरित होने लगते हैं और जड़ निकलना भी शुरू हो जाता है। इसके बाद वह जड़ जमीन में चले जाता है और धीरे धीरे पौधा पेड़ बनने लगता है। जब तक बीज से कोई पत्ता नहीं निकलता तब तक जो क्रिया होती है, उसे अंकुरित होने की क्रिया में लिया गया है। यह क्रिया सभी प्रकार के बीजों में अलग अलग समय में होती है।

Table of Contents

  • साधारण बीज क्या है | उन्नत बीज क्या है
  • उन्नतशील बीज के प्रकार (unnat bij ke prakar) 
  • जनक बीज क्या है 
    • उन्नतशील बीजों के लक्षण 
    • उन्नतशील बीज व साधारण बीज की तुलना

बीज से पौधा कैसे बनता है इस बारे में आपको पूरी जानकारी मिलेगी –

बीज से पौधा कैसे बनता है- हम आपको बता दें की बीज से पौधा बनता है और बीज पौधे का ही एक हिस्सा है कृषि वैज्ञानिक अलग-2 फसलों के बीज तैयार करते है और उसके बाद ही किसानों को सही बीज मिल पाता है उस ही बीज को ही किसान अपने खेतो में बोता है और फसल के पक जाने पर कटाई – मड़ाई तथा ओसाई करके फसल को हासिल करता है.

बीज को अनाज के संदर्भ में दाना भी कहा जाता है. बीज बोने के काम आता है तथा दाना ( अनाज ) खाद्य पदार्थ के रूप में प्रयोग किया जाता हैं, बीज निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं-

साधारण बीज क्या है | उन्नत बीज क्या है

साधारण बीज – (साधारण बीज क्या है) इस बीज को किसान स्वयं तैयार करता है. इसे ‘ कृषक बीज ‘ के नाम से भी पुकारा जाता है.

उन्नतशील बीज – (Unnat Bij Kya Hai) इस तरह के बीज वैज्ञानिकों द्वारा रात – दिन के शोध के बाद अत्यधिक परिश्रम से तैयार किए जाते हैं. वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किए गए उत्तम किस्म के बीजों को किसान के पास पहुँचने में लगभग लगभग चार से पाँच साल तक का समय लग जाता है.

वर्तमान फसलों में से अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए ज्यादा से ज्यादा उपज देने वाली किस्मों के उत्तम बीजों का प्रयोग किया जाता है. फसल उत्पादन में बीज का महत्त्वपूर्ण स्थान है. उपजाऊ भूमि, शुभ जलवायु तथा उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा सही समय में देने के बाद भी कम सीमा के बीजों से हम ज्यादा – से – ज्यादा पैदावार हासिल नहीं कर सकते.

उत्तम श्रेणी के बीज कुछ ज्यादा महँगे अवश्य होते हैं लेकिन नया कृषि का यह सबसे सस्ता निवेश है. यह आवश्यक है कि उन्नत किस्मों के उत्त्म बीज किसानों को प्राप्त हों जिससे वे फसलों की ज्यादा – से – ज्यादा उपज प्राप्त कर सकें. गेहूँ , जौ , चना , मटर , ज्वार व बाजरा आदि अनाज भोजन के प्रमुख स्रोत हैं. “बीज से पौधा कैसे बनता है”

हम इनके बीजो को ही बोकर अगले साल के लिए बीज व दाने पैदा किए जाते हैं. सभी फसलों के लिए बीज का ही प्रयोग नहीं किया जाता है जैसे गन्ना व आलू को तैयार करने के लिए इनको काटकर प्रयोग किया जाता है. गन्ने व आलू के यही कटे हुए भाग बीज का कार्य संपन्न करते हैं इस तरह से यह प्रक्रिया हर वर्ष लगातार चलती रहती है.

उत्तम बीज का उपज एक बहुत कठिन वैज्ञानिक प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया में मिट्टी, प्रकाश, वर्षा, तापमान तथा नमी आदि का विशेष प्रभाव पड़ता है. अतः किसी प्रजाति के समस्त गुणों के प्रदर्शित होने तथा अधिकतम उपज प्राप्त करने के लिए उस जाति के लिए अनुकूल जलवायु में ही उसका उत्पादन करना चाहिए.

उन्नतशील बीज के प्रकार (unnat bij ke prakar) 

जनक बीज– (Breeder seed)

आधार बीज– (Foundation seed)

प्रमाणित– (Certified Speed)

जनक बीज क्या है 

जनक बीज- (Janak Bij Kya Hai) मूल रूप में बीज की शुद्ध प्रजातियाँ जनक बीज कहलाती हैं. जनक बीज का उत्पादन कृषि विश्वविद्यालय तथा अनुसंधान संस्थानों में पादप प्रजनन विशेषज्ञों की देख – रेख में किया जाता है.

आधार बीज–  (आधार बीज किसे कहते हैं) सामान्य रूप से जनक बीज की संतान को आधार बीज कहते है. जनक बीज को विश्वविद्यालयों, निगमों द्वारा विशेषज्ञों की देख – रेख में खेत में उगाकर उनका उत्पादन प्राप्त किया जाता है. इस बीज को शुद्ध करके आधार बीज तैयार किया जाता है.

प्रमाणित बीज – (प्रमाणित बीज क्या है) आधार बीज से तैयार होने वाले बीज को प्रमाणित बीज कहते हैं. आधार बीज कृषि विशेषज्ञों की देख – रेख में खेतों में बड़े पैमाने पर पैदा करके पूरा करने के पश्चात् प्रमाणित बीज तैयार किया जाता है. यही बीज सरकारी गोदामों या लाइसेंस प्राप्त बीज की दुकानों में बुवाई हेतु मिलता है.

सर्वप्रथम सन् 1957 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ‘ ने रॉक फेलर फाउंडेशन के नेतृत्व में प्रथम अखिल भारतीय मक्का सुधार व्यवस्था योजना प्रारंभ की थी. इस प्रकार भारत में फसलों के सुधार का प्रचंड कार्यक्रम शुरू हुआ. सन् 1960 में ज्वार सुधार संघटित परियोजना प्रारंभ हुई.

सन् 1961 में मक्के की चार संकर किस्में तैयार की गईं. इसके पश्चात् सन् 1964 तथा सन् 1965 में क्रम से ज्वार व बाजरा की संकर किस्में तैयार हुईं. सन् 1965 में अखिल भारतीय गेहूं सुधार संघटित योजना प्रारंभ की गई. गेहूँ के बौनी किस्मों का विकास इसी परियोजना की प्रस्तुति है.

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एक बीज से पौधा कैसे बनता है? - ek beej se paudha kaise banata hai?
जनक बीज क्या है | प्रमाणित बीज क्या है

विभिन्न प्रकार के बीज जैसे की – (मटर, गेहूं, मक्का, धान, चना, जौ, राजमा और मूंग) बीज से पौधा कैसे बनता है?

बीज से पेड़ कैसे बनता है?

अच्छा तो सुनो, जब नन्हे बीज को जमीन की मिट्टी मिल जाती है, तो नमी पा कर बीज का छिलका अलग होने लगता है और वह धीरे-धीरे पौधे में बदलने लगता है इन बीज में एक आंख होती है जिनसे छोटे-छोटे बाल जैसे रेशे दिखाई देते हैं इन्ही से यह पानी लेते हैं। कुछ दिनों में इन्ही में से पत्तियां निकलने लगती हैं और यह पौधा बड़ा होने लगता है।

क्या बीज से नया पौधा बनता है?

जब किसी पौधे के बीज को अनुकूल परिस्थियाँ जैसे पानी, ऑक्सीजन, उचित तापमान मिल जाता है तब बीज में से प्राइमरी रूट्स (रेडिकल) निकलने लगती हैं और बीज से पौधा बनने लगता है, इस प्रोसेस को ही बीज अंकुरण क्रिया या सीड जर्मिनेशन (seed germination) की प्रक्रिया कहा जाता है।

बीज से पौधा कैसे उगाएं?

बीज उगाने का तरीका – एक बार आपके कंटेनर तैयार हो जाने के बाद, आप बीज रोपना शुरू कर सकते हैं। सुनिश्चित करें, कि आपने विशेष निर्देशों के लिए बीज पैकेज पढ़ा है। कुछ बीजों को प्री-चिलिंग या भिगोने की अवधि की आवश्यकता हो सकती है, और कुछ बीजों को अंकुरित होने के लिए प्रकाश के संपर्क में आने की आवश्यकता होती है।

छोटे से बीज से इतना बड़ा पौधा कैसे बन जाता है?

Solution : बीज मिट्टी से पानी अवशोषित कर अंकुरित हो कर पौधे बन जाते हैं।