इस समतल को कार्तीय तल तथा इन रेखाओं को निर्देशांक अक्ष कहते हैं। क्षैतिज रेखा को अक्ष तथा ऊर्ध्वाधर रेखा को अक्ष कहते हैं। निर्देशांक अक्ष किसी समतल को चार भागों में बॉटते हैं। … किसी बिन्दु की -अक्ष से दूरी निर्देशांक या भुज कहलाती है, जबकि उस बिन्दु की – अक्षसे दूरी निर्देशांक या कोटिकहलाती है। Show
कार्तीय तल में कितने चतुर्थांश होते हैं?कार्तीय तल में, क्षैतिज रेखा x-अक्ष तथा ऊर्ध्वाधर रेखा y-अक्ष कहलाती है। निर्देशांक अक्ष तल को चार भागों में विभक्त कर देती है जो चतुर्थांश कहलाते हैं। निर्देशांक ज्यामिति का क्या अर्थ है?निर्देशांक ज्यामिति की परिभाषा (coordinate geometry meaning in hindi) निर्देशांक ज्यामिति गणित की वह शाखा है जिसमें समतल पर बिन्दुओं की स्थिति को दो संख्याओं के जोड़े से परिभाषित किया जाता है। जिन संख्याओं के जोड़ों से उस बिंदु की स्थिति को परिभाषित किया जाता है वे दो बिंदु निर्देशांक कहलाते हैं। निर्देशांक ज्यामिति का क्या अर्थ है?भुज और कोटि में क्या अंतर है?भुज (abscissa) – किसी बिंदु की y-अक्ष से दुरी को x-निर्देशांक अथवा भुज कहते हैं। कोटि (ordinate) – किसी बिंदु की x-अक्ष से दुरी को y-निर्देशांक अथवा कोटि कहते हैं। कार्तीय तल में किसी बिंदु की स्थिति निर्धारित करने वाली ऊर्ध्वाधर रेखा का क्या नाम है?कार्तीय तल में किसी बिन्दु की स्थिति निर्धारित करने वाली क्षैतिज रेखा को x – अक्ष और ऊर्ध्वाधर रेखाओं को y – अक्ष कहा जाता हैं । Y निर्देशांक का दूसरा नाम क्या होता है?इस बिन्दु से Y-अक्ष की दूरी को उस बिन्दु का X-निर्देशांक या भुज कहते हैं। इसी प्रकार इस बिन्दु की X-अक्ष से दूरी को उस बिन्दु का Y-निर्देशांक या कोटि कहते है। Y निदेशक का दूसरा नाम क्या है?निर्देशांक तल दो संख्याओं रेखाओं से बनी हुई एक द्विविमीय तल है। एक संख्या रेखा क्षैतिज है और उसे x-अक्ष कहा जाता है। दूसरी संख्या रेखा उर्ध्वाधर है और उसे y-अक्ष कहा जाता है। क्या कार्तीय विमान मूल क्या है?गणित में, कार्तीय तल को द्वि-आयामी निर्देशांक तल के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो x-अक्ष और y-अक्ष के प्रतिच्छेदन से बनता है। x-अक्ष और y-अक्ष एक दूसरे को मूल बिंदु पर लम्बवत प्रतिच्छेद करते हैं। निर्देशांक कैसे निकालते हैं?किसी भी दो निर्देशांक बिंदु के बीच के मध्य निर्देशांक बिंदु ज्ञात करने के लिए मध्य बिंदु सूत्र की प्रयोग किया जाता है. जहाँ, A कोई बिंदु है जिसका निर्देशांक A (x1, y1) है तथा दूसरा बिंदु B, जिसका निर्देशांक B (x2, y2) है. इस स्थति में मध्य बिंदु के निर्देशांक P (x, y) होगा. गणित में कोटि का मतलब क्या होता है?किसी राशि के परिमाण को निकटतम दस के घात के रूप में अभिव्यक्ति को उस राशि के परिमाण की कोटि कहते हैं। इस प्रकार कहते हैं कि धरती के द्रव्यमान के परिमाण की कोटि 1022 टन है जबकि सूर्य के द्रव्यमान के परिमाण की कोटि 1027 टन है। महत्ता के क्रमों का प्रयोग प्रायः बहुत लगभग के आंकलनों/तुलनाओं हेतु किया जाता है। ऊर्ध्वाधर रेखा कौन सी होती है?एक ऊर्ध्वाधर रेखा ऊर्ध्वाधर दिशा के समानांतर कोई भी रेखा है। एक क्षैतिज रेखा किसी भी रेखा की खड़ी रेखा से सामान्य होती है। क्षैतिज रेखाएं एक-दूसरे को पार नहीं करती हैं। ऊर्ध्वाधर रेखाएं एक-दूसरे को पार नहीं करती हैं। ज्यामिति का शाब्दिक अर्थ क्या है?ज्यामिति या रेखागणित (en:Geometry) गणित की तीन विशाल शाखाओं में से एक है। इसमें बिन्दुओं, रेखाओं, तलों और ठोस चीज़ों के गुणस्वभाव, मापन और उनके अन्तरिक्ष में सापेक्षिक स्थिति का अध्ययन किया जाता है। ज्यामिति, ज्ञान की सबसे प्राचीन शाखाओं में से एक है। भुज और कोटि में क्या अंतर है?भुज (abscissa) – किसी बिंदु की y-अक्ष से दुरी को x-निर्देशांक अथवा भुज कहते हैं। कोटि (ordinate) – किसी बिंदु की x-अक्ष से दुरी को y-निर्देशांक अथवा कोटि कहते हैं। निर्देशांक ज्यामिति का क्या अर्थ है?निर्देशांक ज्यामिति की परिभाषा (coordinate geometry meaning in hindi) निर्देशांक ज्यामिति गणित की वह शाखा है जिसमें समतल पर बिन्दुओं की स्थिति को दो संख्याओं के जोड़े से परिभाषित किया जाता है। जिन संख्याओं के जोड़ों से उस बिंदु की स्थिति को परिभाषित किया जाता है वे दो बिंदु निर्देशांक कहलाते हैं। Coordinate कैसे बनते हैं?कोटि – x-अक्ष से किसी बिंदु की लंबवत दूरी जो y-निर्देशांक का मान देती है, कोटि कहलाती है। बिंदु P के लिए, कोटि +5 (y = +5) है। हम देख सकते हैं कि बिंदु P के दो मान दो दिशाओं में हैं (धनात्मक x-अक्ष और धनात्मक y-अक्ष)। इन दो मानों को एक बिंदु के निर्देशांक कहा जाता है। कोटि क्रम विधि को क्या कहा जाता है?कोटि क्रम विधि (Rank order method) कोटि क्रम विधि के अन्तर्गत किसी कसा छात्रों को उनकी योग्यता के आधार पर कोटि क्रम में रखा जा सकता है। यह कार्य उन अशा कराया जा सकता है जो उन विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं। ज्यामितीय की कितनी श्रेणी होती है?ज्यामिति या रेखागणित (en:Geometry) गणित की तीन विशाल शाखाओं में से एक है। इसमें बिन्दुओं, रेखाओं, तलों और ठोस चीज़ों के गुणस्वभाव, मापन और उनके अन्तरिक्ष में सापेक्षिक स्थिति का अध्ययन किया जाता है। लंबवत रेखा क्या है?लम्बवत रेखाएँ वे होती हैं जो समकोण बनाती हैं । … दूसरे शब्दों में: जब दो रेखाएँ 90 words (एक समकोण) के कोण पर प्रतिच्छेद करती हैं, तो वे लंबवत होती हैं। उदाहरण के लिए, एक टेनिस कोर्ट में, हम कई लंब रेखाएँ पा सकते हैं। ज्यामिति की क्या आवश्यकता है?ज्यामिति की अवधारणा में रोबोटिक्स (Robotics), कंप्यूटर (Computer) और वीडियो गेम के क्षेत्र भी आते हैं। जैसे ज्यामिति कंप्यूटर और वीडियो गेम प्रोग्राम (Program) दोनों के लिए एक आसान अवधारणा प्रदान कराती है। वीडियो गेम में उपस्थित आभासी पात्रों को क्रिया प्रतिक्रिया करने के लिए ज्यामिति गणना की आवश्यकता होती है। ज्यामिति शिक्षण के तीन चरण कौन कौन से हैं?प्राथमिक स्तर पर ज्यामिति शिक्षण : 3
मूल बिंदु के कितने निर्देशांक होते हैं?x-अक्ष पर स्थित किसी बिंदु के निर्देशांक (x, 0) के रूप के होते हैं तथा y-अक्ष पर स्थित किसी बिंदु के निर्देशांक (0, y) के रूप के होते हैं। मूलबिंदु के निर्देशांक (0, 0) होते हैं। नियामक ज्यामिति क्या है?निर्देशांक ज्यामिति की परिभाषा (coordinate geometry meaning in hindi) निर्देशांक ज्यामिति गणित की वह शाखा है जिसमें समतल पर बिन्दुओं की स्थिति को दो संख्याओं के जोड़े से परिभाषित किया जाता है। जिन संख्याओं के जोड़ों से उस बिंदु की स्थिति को परिभाषित किया जाता है वे दो बिंदु निर्देशांक कहलाते हैं। प्रोडक्ट मोमेंट विधि क्या है?गुणन – आघुर्ण सह – संबंध गुणांक (Product- Moment Correlation Coefficient) … इसलिए इसे पियर्सन सहसंबंध गुणांक भी कहा जाता है। दो चरों के बीच सहसंबंध कितना मजबूत है, यह ज्ञात करने के लिए इस विधि का प्रयोग किया जाता है। यह डेटा के दो सेटों के बीच रैखीक सहसंबंध को दर्शाता है। ज्यामितीय रचना में अभ्यास क्यों महत्वपूर्ण है?किताबों और चर्चाओं से मैंने सीखा था कि ज्यामितीय आकृतियाँ बनाना ‘विशेष किस्म का तार्किक प्रमाण है जिसमें प्रारम्भिक आँकड़ों के आधार पर स्केल, परकार, सेट स्क्वेयर और चांदे की मदद से कुछ निश्चित संख्या में रेखाएँ और वृत्त बनाए जाते हैं और इस प्रक्रिया में नए कटान बिन्दु प्राप्त किए जाते हैं और अन्तत: वांछित आकृति प्राप्त … ज्यामिति के पिता का नाम क्या है?सही उत्तर यूक्लिड है। 300 ईसा पूर्व में, अलेक्जेंड्रिया के यूक्लिड के रूप में भी जाना जाता है, अक्सर इसे ज्यामिति के पिता के रूप में जाना जाता है।
ज्यामिति का क्या अर्थ होता है?ज्यामिति या रेखागणित (en:Geometry) गणित की तीन विशाल शाखाओं में से एक है। इसमें बिन्दुओं, रेखाओं, तलों और ठोस चीज़ों के गुणस्वभाव, मापन और उनके अन्तरिक्ष में सापेक्षिक स्थिति का अध्ययन किया जाता है। ज्यामिति, ज्ञान की सबसे प्राचीन शाखाओं में से एक है।
ज्यामिति सबसे पहले कहाँ से शुरू हुई?प्रारंभिक ज्यामिति ज्यामिति की सबसे पहले दर्ज की गयी शुरुआत का पता आदिकालीन लोगों - जिन्होंने प्राचीन सिंधु घाटी (देखें हड़प्पाई गणित) में नोकरहित त्रिकोणों की खोज की थी और 3000 ईसा पूर्व के आस-पास प्राचीन बेबिलोनिया (देखें बेबिलोनियाई गणित) - के समय तक जाकर लगाया जा सकता है।
ज्यामिति के कितने भाग होते हैं?ज्यामिति (Geometry)
समतल ज्यामिति (plane geometry), 2d आकार जैसे त्रिभुज(triangle), वर्ग(square), आयत(rectangle) और वृत्त(circle) को समतल आकृतियाँ भी कहा जाता है. ठोस ज्यामिति (solid geometry) में घन(cube), घनाभ(cuboid), शंकु(cone) आदि जैसी 3d आकृतियों को ठोस ज्यामिति भी कहा जाता है.
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