Solar Panel Installment: सोलर पैनलों की उम्र सामान्यत: 25 साल होती है. मेटेनेंस में भी खर्च नहीं है. बस 10 साल में बैटरी बदलवानी होगी, जिसमें करीब 20 हजार रुपये का खर्च आएगा.Govt Scheme for Solar Rooftop: आप कोई सरकारी या प्राइवेट नौकरी कर रहें हो या फिर अपना बिजनेस… महीना पूरा होते ही बिल की कतार लग जाती है. सैलरी मिली नहीं कि बिल भरने की टेंशन शुरू. बच्चों की स्कूल फीस, टेलीफोन या मोबाइल का बिल, दूध का बिल, पानी का बिल, बिजली का बिल वगैरह. वैसे आपके घर का बिजली बिल कितना आता है? Show
800-1000 रुपये या शायद इससे ज्यादा ही आता होगा! यानी सालाना मोटा-मोटी एक-सवा लाख का खर्च है. इसे खर्च को हमेशा के लिए खत्म ही कर दिया जाए तो कितनी बड़ी राहत होगी न! इसके साथ ही अगल आमदनी भी हो, तो क्या ही कहना! यानी बिजली भी फ्री और मोटी कमाई भी. अब सवाल ये है कि इसके लिए करना क्या होगा? बस आप इस खबर की हेडलाइन पढ़ के ही समझ जाइए कि हम किस बारे में बात कर रहे हैं. जी हां! बिल्कुल सही समझा आपने. हम बात कर रहे हैं घर की छत पर सोलर पैनल लगवाने के बारे में. आप पूरी तरह अपने खर्च से इसे लगवा सकते हैं और सरकार की मदद से भी. दरअसल, केंद्र सरकार देश में साल 2022 तक ग्रीन एनर्जी का उत्पादन 175 गीगावॉट तक ले जाना चाहती है. सरकार के इस उद्देश्य को पूरा करने में मदद करने के लिए सरकार आपको सब्सिडी भी दे रही है और आपसे बिजली खरीद कर आपको पैसे भी देगी. है न कमाल का प्लान? तो चलिए इस बारे में विस्तार से बात करते हैं. छत पर आसानी से इंस्टॉल हो जाएगा सोलर पैनलसोलर पैनल को कहीं भी इंस्टॉल कराया जा सकता है. आपके घर की छत इसके लिए मुफीद जगह है. आपकी छत पर धूप तो आती ही होगी! तो आप वहां सोलर पैनल लगाकर बिजली बना सकते हैं और सरकारी ग्रिड में भी सप्लाई कर सकते हैं. सोलर पैनल लगाना चाहें तो केंद्र सरकार के न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय से रूफटॉप सोलर प्लांट पर 30 फीसदी सब्सिडी का फायदा उठा सकते हैं. या अगर अपने खर्च से लगवाएंगे तो करीब 1 लाख रुपये का खर्च आएगा. (Solar Panel) सब्सिडी पर सब्सिडी.. ले सकते हैं लोन भीभागलपुर के स्थानीय डीलर गोपाल कुमार ने बताया कि सोलर पैनल की कीमत फिलहाल तकरीबन 80 हजार से एक लाख रुपये तक पड़ रही है. वे ग्राहकों को बैंक से लोन फाइनेंस कराने की भी सुविधा दिलवाते हैं. हालांकि सरकार से सब्सिडी के बाद इसे मात्र 60 से 70 हजार रुपये में इंस्टॉल कराया जा सकता है. केंद्र सरकार के अलावा कुछ राज्य सरकारें भी इसके लिए अलग से सब्सिडी देती हैं. इतने के बावजूद अगर आपके पूरे पैसे नहीं हैं तो आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं. सोलर पैनल खरीदने के लिए आप रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी से संपर्क कर सकते हैं. इसके लिए हर राज्य की राजधानी समेत प्रमुख शहरों में कार्यालय बनाए गए हैं. वहीं सब्सिडी के लिए फॉर्म मिलेगा. आप प्राइवेट डीलर्स के पास से भी सोलर पैनल ले सकते हैं. 25 साल तक निश्चिंत, फ्री बिजली और कमाई भीसोलर पैनलों की उम्र सामान्यत: 25 साल होती है. मेटेनेंस में भी खर्च नहीं है. बस 10 साल में बैटरी बदलवानी होगी, जिसमें करीब 20 हजार रुपये का खर्च आएगा. इस पैनल से बनने वाली बिजली आपके लिए फ्री ही रहेगी. वहीं आप अपने यूज से बची बिजली को ग्रिड के जरिए सरकार या कंपनी को बेच भी सकते हैं. मतलब फ्री बिजली के साथ कमाई भी. अगर आप दो किलोवाट का सोलर पैनल लगवाते हैं तो 10 घंटे की धूप से करीब 10 यूनिट बिजली बनेगी. यानी एक महीने में 300 यूनिट बिजली. आपके घर का कंजप्शन अगर 100 यूनिट भी हो रहा हो तो बाकी 200 यूनिट आप सरकार को बेच सकते हैं. हर राज्य में निर्धारित दर के हिसाब से आपको भुगतान किया जाएगा. यह भी पढ़ें: न बिजली, न ही डीजल… अब ‘हाइड्रोजन’ से चलेंगी ट्रेनें, जानें- सरकार ने क्यों लिया फैसला, किस रूट से होगी शुरुआत दोस्तों हम आज एक बहुत ही दुलर्भ प्रोजरक्ट को बनाएंगे जिसको यदि आप इंटरनेट पर खोजेंगे तो आपको सिर्फ इसके फाल्स वीडियो ही मिलेंगे जो ठीक तरह से काम नहीं करते हैं और मैंने भी बहुत सारे वीडियो देखि है इस इसे के बारे में और खुद से कितने सारे प्रोजेक्ट बनाया भी हैं । लेकिन वे सरे काम नहीं कर सकें क्योंकि इसका सबसे बड़ा मैं कारण हैं की जब भी हम इस तरह के सर्किट बनाते हैं तो नेगेटिव और पोसिटवी के जो लेयर बिछाए जाते है उनका बहुत ही पास होना जरुरी हैं । तभी हीट के वजह से उस प्रोजेक्ट के सर्किट में इलेक्ट्रान का निर्माण होगा और उस सर्किट में मौजूद दो लेयर ( नेगेटिव और पोसिटिव ) धराये बहेंगी हमारा कोई भी इलेक्ट्रिक डिवाइस जैसे led या फैन वर्क करना आरम्भ कर देगा। इस लिए मैंने बहुत सारे प्रोजेक्ट देखने के बाद उनमे से एक सर्किट को पसंद किया है जिसको मैं आपके सामने पेश करूँगा और यह सर्किट मुझे भी काफी पसंद आया । सोलर प्लेट बनाने के लिए आवस्यक सामान ,
इसे बनाने के लिए ऊपर दिया सारे सामान को अपने पास के मार्किट से खरीद सकते हैं लेकिन इसके साथ एक परेशानी है की ये सारे सामान इंटरनेट में तो आसानी से मिल जायेंगे पर लोकल मार्किट में इन सारे सामान को खोजने में थोड़ा परेशानी हो सकता हैं । लोकल मार्किट की तुलना में इसके दाम इंटरनेट पर महंगे हो सकते हैं इसलिए इसको खरीदते समय प्राइस को ध्यान में जरूर रखें । सौर ऊर्जा का महत्व और प्रयोगसबसे पहले 3 से 4 इंच के कॉपर प्लेट के टुकड़े लेने होंगे फिर उसमे एक मार्कर की मदद से दोनों तरफ लाइन खींचे और याद रहे की दोनों लाइन आपस में मिलना नहीं चाहिए क्योंकि हम जानते हैं की पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों मिल जाने पर शार्ट सर्किट हो जाता हैं तो इस बात का आप जरूर ख्याल करे और जब कॉपर प्लेट में ही जब पॉजिटिव और नेगेटिव मिल जायेंगे तो तो हमे आउटपुट पर कोई वोल्टेज नहीं मिलेगा । अब हमे ferric choloride solution में डुबाकर कुछ घंटे के लिए रखना होगा लेकिन याद रहे की यह काम करते समय अपने सेफ्टी का जरूर ख्याल रखे क्योंकि इससे निकलने वाले गंध आपको नुक्सान पंहुचा सकते और मिक्स करते समय हैंड्स ग्लोब का इस्तेमाल जरूर करे । भिगोने के बाद इसे सावधानी के साथ बहार निकाले और अल्कोहल के मदद से अच्छी तरह से साफ़ कर ले । साफ़ करने के बाद अब हमे इसके ऊपर सोल्डरिंग करना होगा और उसी जगह पर करेंगे जहाँ पर हमे चमकती हुई कॉपर नजर आएगी और इसी समय अपने पॉजिटिव और नेगेटिव वायर को जरूर निकाल ले । अब हमे इसके ऊपर crystal silicon paste की परत चढ़ानी हैं इसके लिए पेस्ट को किसी पलास्टिक के छोटे टुकड़े की मदद से उस प्लेट के ऊपर चारो तरफ फैला दे । अब इसे धुप में 5 से 6 घंटे के लिए सूखने के लिए रख दे ताकि यह अच्छे से सुख सके चाहे तो आप पॉजिटिव और नेगेटिव वायर को सिलिकॉन लगाने के बाद भी जो सकते हैं सूखने के बाद अब बारी है इसे टेस्ट करने के लिए , एक मल्टीमीटर को dc वोल्ट पर सेट करे ,प्लेट को धुप्प में रौशनी की तरफ रखें और चेक करे जैसा आप देख सकते हैं की 4.63 वोल्ट बता रहा है । importance(सौर ऊर्जा बनाने की विधि)सौर ऊर्जा का सबसे बड़ा लाभ वातावरण को नुकसान पहुंचाए बिना बिजली का उत्पादन करना है। सौर पैनलों से बिजली बनाते वक़्त किसी प्रकार के जहरीले गैसों का कोई उत्सर्जन नहीं होता है, और इसके दौरान कोई ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण भी नहीं होता है। भारत एक कृषि देश है और वर्तमान में, कृषि पर सौर ऊर्जा से बिजली उत्पन्न करने के लिए सरकार ने भारतीय किसानों के लिए सबसे अच्छी परियोजना भी शुरू कर दी हैं । साथ ही आप अपने घर, वाणिज्यिक भवनों, कंपनियों आदि में सौर पैनल भी लगा कर सोलर बिजली का आनंद ले सकते हैं। न केवल, कार क्षेत्र में सौर ऊर्जा का विस्तार भी किया गया है, जहां सौर ऊर्जा पर चलने वाले वाहन शुरू हो गए हैं। इस साल, सौर पैनल भी भारत में मेट्रो स्टेशन पर स्थापित किया गया है और भविष्य में यह बढ़ने की संभावना है। सौर ऊर्जा उपकरण सौर ऊर्जा ऊर्जा का उपयोग कर, आप पर्यावरण को बिना नुकसान पहुचाये बिजली पैदा कर सकते हैं और महंगे बिजली बिलों से छुटकारा पा सकते हैं और सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं से भी लाभ उठा सकते हैं। अब जब आपके पास सौर ऊर्जा के बारे में पूरी जानकारी है, तो यह उम्मीद की जाती है कि आप इस दिशा में सोच समझने का फैसला करेंगे। सोलर सेल बनाने की विधिपहले प्रयोग में हमने सोलर पैनल बनाना सीखा है लेकिन यह सच है की उसे बनाना थोड़ा कठिन है क्योंकि उसमे लगने वाले मटेरियल आसानी से बाजार में उपलब्ध नहीं है लेकिन अब मैं जो आपको सोलर सेल्ल के बारे में बताने जा रहा हूँ । उसे बनाना बहुत ही आसान है और इसमें बहुत ज्यादा मटेरियल की भी अव्सय्कता नहीं होती है इसलिए इसे घर पर बनाना आसान माना जाता है चाहे तो आप भी एक बार ट्राई कर सकते है । फोटोवोल्टाइक के प्रभाव से सौर सेल्ल या सोलर बैटरी सूर्य का प्रकाश या अन्य किसी सोर्स की मदद से ऊर्जा प्राप्त करती है । सबसे ज्यादा उपकरण में सौर बैटरी इस तरह से कनेक्ट किया जाता है की वह उन्ही का एक हिस्सा बन जाती है । इससे दोनों को अलग करना थोड़ा कठिन हो जाता है और सूर्य की रौशनी में या कुछ ही घंटो के अंदर उस बैटरी को फुल चार्ज कर सकती है । सौर बैटरी में लगे सेल्ल प्रकाश की उपस्थिति में अर्धचालक के इलेक्ट्रान को उस धातु से क्रिया करने के लिए प्रेरित करता है और एक बार या प्रक्रिया होने के बाद इलेक्ट्रान की उपस्थिति में यह ऊर्जा या तो बैटरी में जमा की जाती है या सीधे इस्तेमाल कर लिया जाता है । इसे हम घर पर कैसे बनाये अथवा इसे बनाना सीखते है । solar sell kaise banayeइसे बनाने के लिए जरुरी सामान की लिस्ट निचे दी गयी है जिसे आप एक जगह इकठ्ठा कर घर पर आराम से बना सकते है ।
1 ) सबसे पहले कॉपर शीट को बराबर भाग में दो हिस्से में काटे 2 ) दोनों शीट को लगभा आधे घंटे तक गर्म करे और उसे बिना पानी डाले रूम टेम्प्रेचर में ठंडा होने के लिए छोड़ दे 3 ) अब इस शीट में कॉपर वायर को जोड़ ले 4 ) जहाँ भी तार जोड़ना है उसे अच्छी तरह से साफ़ करे ताकि दोनों तार का आपस में कांटेक्ट हो सके और यही प्रक्रिया दूसरे वाले शीट के साथ भी करे 5 ) अब एक प्लास्टिक का बॉटल ले उसको बिच से काटकर अलग करे ताकि इन दोनों शीट को आसानी से उसमे फिट किया जा सके 6 ) अब उसमे पानी और नमक डालकर एक घोल तैयार करे । 7 ) अब दोनों गर्म ताम्बे की शीट थोड़े दूर – दूर में इस नमक घोल में डाल दे यहाँ ध्यान रहे की की केवल शीट ही पानी को छूना चाहिए । 8 ) इस तरह आपका सोलर सेल्ल बनकर रेडी हो गया चाहे तो आप इसमें लाइट या मोटर का कनेक्शन करके चेक कर सकते है टिप्स ( सौर ऊर्जा बनाने की विधि)
conclusion दोस्तों मेरा यह आर्टिकल how to make solar panel at home in hindi आपको पसंद आये तो हमे कमेंट में जरुरु बताएं और अपने कोई सवाल को भी पूछ सकते हैं जिसका जवाब मई जल्दी देने की कोसिस करूँगा धन्यवाद । सबसे सस्ता सोलर कौन सा है?टाटा सोलर पैनल की औसत कीमत रु. 28 प्रति वाट है। टाटा पावर हर जगह सबसे बेस्ट प्राइस पर सोलर पैनल उपलब्ध कराने और लोगों को सोलर पावर मात्र रु. 28 प्रति वाट पर उपलब्ध करवाने की पूरी कोशिश करता है।
100 वाट का सोलर पैनल कितने का है?100W सोलर पैनल की लागत कितनी है? 100 वाट के सोलर पैनल का प्राइस 3,000 रुपये से शुरू होकर 5,000 रुपये तक है।
500 वाट का सोलर पैनल कितने का है?तो 500 वाट सोलर पैनल की कीमत लगभग Rs. 15000 रुपया होगी. लेकिन आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि सभी इनवर्टर 12V के हैं तो आपको सभी सोलर पैनल 12v के ही लेने होंगे.
5 किलो वाट का इनवर्टर कितने का है?पांच किलोवाट का सोलर इनवर्टर आपको 12,000 रुपये की कीमत में मिल जाता है।
|