दोस्तो आज हम आपके लिए नया विषय ले कर आए है आज हम जानेगे कि हिन्दी व्याकरण मे अव्यय(Avyay) क्या होता है आज आप अच्छे से अव्यय के बारे मे जान पाएंगे, और इस विषय से सम्बन्धित महत्त्वपूर्ण प्रश्न भी पढ़ेंगे। Show
अव्यय की परिभाषा
अव्यय क्या होता है – Avyay kya hota hai⇒ अव्यय का शाब्दिक अर्थ होता है – जिन शब्दों के रूप में लिंग , वचन , पुरुष , कारक , काल आदि की वजह से कोई परिवर्तन नहीं होता उसे अव्यय(Avyay) शब्द कहते हैं। अव्यय शब्द हर स्थिति में अपने मूल रूप में रहते हैं। इन शब्दों को अविकारी शब्द भी कहा जाता है। अव्यय के उदाहरण – Avyay ke udaharanजब , तब , अभी ,अगर , वह, वहाँ , यहाँ , इधर , उधर , किन्तु , परन्तु , बल्कि , इसलिए , अतएव , अवश्य , तेज , कल , धीरे , लेकिन , चूँकि , क्योंकि आदि। अव्यय के भेद – Avyay ke bhed
1. क्रिया विशेषण अव्यय (Kriya Visheshan)जिन शब्दों से क्रिया की विशेषता का पता चलता है उसे क्रिया -विशेषण(Kriya visheshan) कहते हैं। जहाँ पर- यहाँ , तेज , अब , रात , धीरे-धीरे , प्रतिदिन , सुंदर , वहाँ , तक , जल्दी , अभी , बहुत आते हैं वहाँ पर क्रियाविशेषण अव्यय होता है। क्रिया विशेषण अव्यय के उदाहरण
क्रिया विशेषण अव्यय के भेद – Kriya Visheshan avyay ke bhed1. कालवाचक
क्रियाविशेषण अव्यय 1. कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय किसे कहतें है – Kaal vachak kriya visheshan avyay kise kahate Hainजिन अव्यय शब्दों से कार्य के व्यापार के होने का पता चले उसे कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं। क्रियाविशेषण अव्यय के उदाहरण आजकल , अभी , तुरंत , रातभर , दिन , भर , हर बार , कई बार , नित्य , कब , यदा , कदा , जब , तब , हमेशा , तभी , तत्काल , निरंतर , शीघ्र पूर्व , बाद , पीछे , घड़ी-घड़ी , अब , तत्पश्चात , तदनन्तर , कल , फिर , कभी , प्रतिदिन , दिनभर , आज , परसों , सायं , पहले , सदा , लगातार आदि आते है वहाँ पर कालवाचक क्रियाविशेषण अव्यय होता है। जैसे :- (i) वह नित्य टहलता है। 2. स्थान क्रियाविशेषण अव्यय किसे कहतें है – Sthan vachak kriya visheshan avyay kise kahate Hainजिन अव्यय शब्दों से कार्य के व्यापार के होने के स्थान का पता चले उन्हें स्थानवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं। जहाँ पर यहाँ , वहाँ , भीतर , बाहर , इधर , उधर , दाएँ , बाएँ , कहाँ , किधर , जहाँ , पास , दूर , अन्यत्र , इस ओर , उस ओर , ऊपर , नीचे , सामने , आगे , पीछे , आमने आते है वहाँ पर स्थानवाचक क्रियाविशेषण अव्यय होता है। जैसे :- (i) मैं कहाँ जाऊं ? 3. परिमाणवाचक क्रियाविशेषण अव्यय किसे कहतें है – Pariman vachak kriya visheshan avyay kise kahate Hainजिन अव्यय शब्दों से कार्य के व्यापार के परिणाम का पता चलता है उसे परिमाणवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं। जिन अव्यय शब्दों से नाप-तोल का पता चलता है। जहाँ पर थोडा , काफी , ठीक , ठाक , बहुत , कम , अत्यंत , अतिशय , बहुधा , थोडा -थोडा , अधिक , अल्प , कुछ , पर्याप्त , प्रभूत , न्यून , बूंद-बूंद , स्वल्प , केवल , प्राय: , अनुमानत: , सर्वथा , उतना , जितना , खूब , तेज , अति , जरा , कितना , बड़ा , भारी , अत्यंत , लगभग , बस , इतना , क्रमश: आदि आते हैं वहाँ पर परिमाणवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं। जैसे :- (i) मैं बहुत घबरा रहा हूँ। 4. रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय – Riti vachak kriya visheshan avyay kise kahate Hainजिन अव्यय शब्दों से कार्य के व्यापार की रीति या विधि का पता चलता है उन्हें रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं। रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय के उदाहरण ऐसे , वैसे , अचानक , इसलिए , कदाचित , यथासंभव , सहज , धीरे , सहसा , एकाएक , झटपट , आप ही , ध्यानपूर्वक , धडाधड , यथा , ठीक , सचमुच , अवश्य , वास्तव में , निस्संदेह , बेशक , शायद , संभव है , हाँ , सच , जरुर , जी , अतएव , क्योंकि , नहीं , न , मत , कभी नहीं , कदापि नहीं , फटाफट , शीघ्रता , भली-भांति , ऐसे , तेज , कैसे , ज्यों , त्यों आदि आते हैं वहाँ पर रीतिवाचक क्रियाविशेषण अव्यय कहते हैं। जैसे :-
2. संबंधबोधक अव्यय – Sambandh bodhak avyayजिन अव्यय शब्दों के कारण संज्ञा के बाद आने पर दूसरे शब्दों से उसका संबंध बताते हैं उन शब्दों को संबंधबोधक शब्द कहते हैं। ये शब्द संज्ञा से पहले भी आ जाते हैं। जहाँ पर बाद , भर , के ऊपर , की और , कारण , ऊपर , नीचे , बाहर , भीतर , बिना , सहित , पीछे , से पहले , से लेकर , तक , के अनुसार , की खातिर , के लिए आते हैं वहाँ पर संबंधबोधक अव्यय होता है। संबंधबोधक अव्यय के उदाहरण
प्रयोग की पुष्टि से संबंधबोधक अव्यय के भेद :-
1. सविभक्तिक :-जो अव्यय शब्द विभक्ति के साथ संज्ञा या सर्वनाम के बाद लगते हैं उन्हें सविभक्तिक कहते हैं। जहाँ पर आगे , पीछे , समीप , दूर , ओर , पहले आते हैं वहाँ पर सविभक्तिक होता है। जैसे :- (i) घर के आगे स्कूल है। 2. निर्विभक्तिक :-जो शब्द विभक्ति के बिना संज्ञा के बाद प्रयोग होते हैं उन्हें निर्विभक्तिक कहते हैं। जहाँ पर भर , तक , समेत , पर्यन्त आते हैं वहाँ पर निर्विभक्तिक होता है। जैसे :- (i) वह रात तक लौट आया। 3. उभय विभक्ति :-जो अव्यय शब्द विभक्ति रहित और विभक्ति सहित दोनों प्रकार से आते हैं उन्हें उभय विभक्ति कहते हैं। जहाँ पर द्वारा , रहित , बिना , अनुसार आते हैं वहाँ पर उभय विभक्ति होता है। जैसे :- (i) पत्रों के द्वारा संदेश भेजे जाते हैं। 3. समुच्चयबोधक अव्यय – Samuchaya bodhak avyayजो शब्द दो शब्दों , वाक्यों और वाक्यांशों को जोड़ते हैं उन्हें समुच्चयबोधक अव्यय कहते हैं। इन्हें योजक भी कहा जाता है। ये शब्द दो वाक्यों को परस्पर जोड़ते हैं। जैसे : और , तथा , लेकिन , मगर , व , किन्तु , परन्तु , इसलिए , इस कारण , अत: , क्योंकि , ताकि , या , अथवा , चाहे , यदि , कि , मानो , आदि , यानि , तथापि आते हैं वहाँ पर समुच्चयबोधक अव्यय होता है। समुच्चयबोधक अव्यय के उदाहरण
समुच्चयबोधक अव्यय के भेद – Samuchaya bodhak avyay ke bhed
1. समानाधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय :-जिन शब्दों से समान अधिकार के अंशों के जुड़ने का पता चलता है उन्हें समानाधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय कहते हैं। जहाँ पर किन्तु , और , या , अथवा , तथा , परन्तु , व , लेकिन , इसलिए , अत: , एवं आते है वहाँ पर समानाधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय होता है। जैसे :- (i) कविता और गीता एक कक्षा में पढ़ते हैं। 2. व्यधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय :-जिन अव्यय शब्दों में एक शब्द को मुख्य माना जाता है और एक को गौण। गौण वाक्य मुख्य वाक्य को एक या अधिक उपवाक्यों को जोड़ने का काम करता है। जहाँ पर चूँकि , इसलिए , यद्यपि , तथापि , कि , मानो , क्योंकि , यहाँ , तक कि , जिससे कि , ताकि , यदि , तो , यानि आते हैं वहाँ पर व्यधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय होता है। जैसे :- (i) मोहन बीमार है इसलिए वह आज नहीं आएगा। 4. विस्मयादिबोधक अव्यय – Vismayadi bodhak avyayजिन अव्यय शब्दों से हर्ष , शोक , विस्मय , ग्लानी , लज्जा , घर्णा , दुःख , आश्चर्य आदि के भाव का पता चलता है उन्हें विस्मयादिबोधक अव्यय(Vismayadi bodhak avyay) कहते हैं। इनका संबंध किसी पद से नहीं होता है। इसे घोतक भी कहा जाता है। विस्मयादिबोधक अव्यय में (!) चिन्ह लगाया जाता है। विस्मयादिबोधक अव्यय के उदाहरण – Vismayadi bodhak avyay ke udaharan
भाव के आधार पर विस्मयादिबोधक अव्यय के भेद :-
(1) हर्षबोधक :- जहाँ पर अहा! , धन्य! , वाह-वाह! , ओह! , वाह! , शाबाश! आते हैं वहाँ पर हर्षबोधक होता है। (2) शोकबोधक :- जहाँ पर आह! , हाय! , हाय-हाय! , हा, त्राहि-त्राहि! , बाप रे! आते हैं वहाँ पर शोकबोधक आता है। (3) विस्मयादिबोधक :- जहाँ पर हैं! , ऐं! , ओहो! , अरे वाह! आते हैं वहाँ पर विस्मयादिबोधक होता है। (4) तिरस्कारबोधक :- जहाँ पर छि:! , हट! , धिक्! , धत! , छि:छि:! , चुप! आते हैं वहाँ पर तिरस्कारबोधक होता है। (5) स्वीकृतिबोधक :- जहाँ पर हाँ-हाँ! , अच्छा! , ठीक! , जी हाँ! , बहुत अच्छा! आते हैं वहाँ पर स्वीकृतिबोधक होता है। (6) संबोधनबोधक :- जहाँ पर रे! , री! , अरे! , अरी! , ओ! , अजी! , हैलो! आते हैं वहाँ पर संबोधनबोधक होता है। (7) आशीर्वादबोधक :- जहाँ पर दीर्घायु हो! , जीते रहो! आते हैं वहाँ पर आशिर्वादबोधक होता है। 5. निपात अव्यय किसे कहते हैं – Nipat avyay kise kahate hainजो वाक्य में नवीनता या चमत्कार उत्पन्न करते हैं उन्हें निपात अव्यय कहते हैं। जो अव्यय शब्द किसी शब्द या पद के पीछे लगकर उसके अर्थ में विशेष बल लाते हैं उन्हें निपात अव्यय कहते हैं। इसे अवधारक शब्द भी कहते हैं। जहाँ पर ही , भी , तो , तक ,मात्र , भर , मत , सा , जी , केवल आते हैं वहाँ पर निपात अव्यय होता है। निपात अव्यय के उदाहरण – Nipat avyay ke udaharan
क्रिया -विशेषण और संबंधबोधक अव्यय में अंतर :-जब अव्यय शब्दों का प्रयोग संज्ञा या सर्वनाम के साथ किया जाता है तब ये संबंधबोधक होते हैं और जब अव्यय शब्द क्रिया की विशेषता प्रकट करते हैं तब ये क्रिया -विशेषण होते हैं। जैसे :- (i) बाहर जाओ। अव्यय के प्रश्न- Avyay ke Prashn1. ’वह चुपके से चला’ पंक्ति में ’चुपके से’ है? (अ) रीतिवाचक अव्यय (ब) दिशावाचक अव्यय सही उत्तर-(अ) 2. किस वाक्य में क्रियाविशेषण का प्रयोग हुआ है? (अ)
उस पेङ पर पक्षी बैठा है। सही उत्तर-(ब) 3. व्याकरणिक कोटियों से अप्रभावित रहता है? (अ) अव्यय (ब) संज्ञा सही उत्तर-(अ) 4. किस वाक्य में ’अच्छा’ शब्द क्रियाविशेषण के रूप में प्रयुक्त हुआ है- (अ) कपिल अच्छा खेलता है। सही उत्तर-(अ) 5. इन शब्दों में अव्यय शब्द है- (अ) परन्तु (ब) दुधारू सही उत्तर-(अ) 6. अव्यय में रूपान्तरण नहीं होता- (अ) लिंग का (ब) वचन का सही उत्तर-(द) 7. एक पद, वाक्यांश या उपवाक्य का सम्बन्ध दूसरे पद, वाक्यांश या उपवाक्य से जोङने वाले अव्यय को कहते हैं? (अ) समुच्चयबोधक अव्यय सही उत्तर-(अ) 8. ’जो अव्यय क्रिया की विशेषता का बोध कराते हैं, उन्हें कहते हैं- (अ) सम्बन्धबोधक (ब)
समुच्चयबोधक सही उत्तर-(द) 9. ’हमें सफलता मिलने तक प्रयास करना चाहिए’ इस वाक्य में ’तक’ है? (अ) समुच्चबोधक अव्यय सही उत्तर-(स) 10. ’अनिल कल आएगा।’ वाक्य में क्रिया विशेषण का रूप है- (अ) स्थानवाचक (ब) कालवाचक सही उत्तर-(ब) 11. ’वहाँ मोहन के…………….कोई नहीं था’ वाक्य में रिक्त स्थान पर प्रयुक्त होगा? (अ) या (ब) और सही उत्तर-(स) 12. स्थानवाचक क्रियाविशेषण का उदाहरण है- (अ) नमन नीचे खङा है। सही उत्तर-(अ) 13. ’……………बोलो, कोई सुन लेगा’ वाक्य में रिक्त स्थान पर आएगा? (अ) जो से (ब) गाकर सही उत्तर-(द) 14. रीतिवाचक क्रियाविशेषण शब्द नहीं है- (अ) अचानक (ब) अवश्य सही उत्तर-(द) 15. निम्नलिखित में कौन अविकारी है? (अ) अव्यय (ब) क्रिया विशेषण सही उत्तर-(द) 16. ’उसने खूब मेहनत की है।’ वाक्य में क्रियाविशेषण का रूप है- (अ) स्वीकारवाचक (ब) परिमाणवाचक सही उत्तर-(ब) 17. ’कछुआ धीरे-धीरे चलता है’ इस वाक्य में क्रिया विशेषण छाँटे? (अ) धीरे-धीरे (ब) कछुआ सही उत्तर-(अ) 18. ’स्वीकारवाचक क्रियाविशेषण’ का सही प्रयोग हुआ है- (अ) वह निस्संदेह आएगा। सही उत्तर-(अ) 19. ’उसने आँख फाङकर देखा।’ इस वाक्य में ’फाङकर’ निम्नांकित में से क्या है? (अ) विशेषण (ब) क्रिया विशेषण सही उत्तर-(ब) 20. ’आग के निकट मत जाओ।’ वाक्य में क्रियाविशेषण का रूप है- (अ) परिमाणवाचक (ब) रीतिवाचक सही उत्तर-(स) 21. इनमें से किसमें एक क्रिया-विशेषण है? (अ) वह धीरे चलता है (ब) वह कहता कुत्ता है सही उत्तर-(अ) 22. ’मेरी पुस्तक आकांक्षा के पास है।’ वाक्य में अव्यय है- (अ) क्रियाविशेषण (ब) सम्बन्धबोधक सही उत्तर-(ब) 23. ’निश्चित’ शब्द क्रिया विशेषण के किस भेद के अन्तर्गत आता है? (अ)
परिमाण वाचक (ब) प्रश्नवाचक सही उत्तर-(द) 24. संबंधबोधक अव्यय है- (अ) सामने (ब) अरे! सही उत्तर-(अ) 25. ’ध्यानपूर्वक’ शब्द है? (अ) परिमाणवाचक क्रिया विशेषण सही उत्तर-(द) 26. ’राम और लक्ष्मण भाई थे।’ वाक्य में अव्यय का रूप है- (अ) संबंधबोधक (ब) विस्मयादिबोधक सही उत्तर-(स) 27. राम घर गया और श्याम बाजार गया। इस वाक्य में रेखांकित शब्द है? (अ) विकल्प सूचक (ब) परिणाम दृर्शक सही उत्तर-(स) 28. समुच्चयबोधक सूचक अव्यय है- (अ) किन्तु, परन्तु, तथा (ब) न, नहीं सही उत्तर-(अ) 29. ’तिरस्कार सूचक’ अव्यय है? (अ) आह! (ब) अरे! सही उत्तर-(स) 30. संबंधबोधक अव्यय का उदाहरण है- (अ) अरे! यह क्या हो गया। सही उत्तर-(ब) 31. किस वाक्य में निपात का प्रयोग नहीं हुआ है? (अ) बात अपने तक ही रखना सही उत्तर-(द) 32. विस्मयादिबोधक अव्यय है- (अ) वाह (ब) परन्तु सही उत्तर-(अ) 33. विस्मय के भाव के लिए विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द है? (अ) आह (ब) अरे सही उत्तर-(ब) 34. जिन अव्यय शब्दों में भावों की अभिव्यक्ति होती है, वह है- (अ)
संबंधबोधक (ब) क्रियाविशेषण सही उत्तर-(द) 35. ’छिः धिक्कार है तुम्हे! इस वाक्य में ’छि’ है? (अ) संबोधन (ब) संज्ञा सही उत्तर-(स) 36. रीतिवाचक क्रियाविशेषण का उदाहरण है- (अ) उदयपुर लगभग 100 कि.मी. दूर है। सही उत्तर-(स) 37. निम्न में से अव्यय शब्द नहीं है- (अ) अचानक (ब) प्रतिदिन सही उत्तर-(स) 38. परिमाणवाचक क्रियाविशेषण अव्यय है- (अ) थोङा (ब) मानो सही उत्तर-(अ) 39. ’इधर आओ।’ वाक्य में अव्यय-रूप है- (अ) क्रियाविशेषण (ब) संबंधबोधक सही उत्तर-(अ) 40. क्रिया के होने का समय-बोध किस क्रिया विशेषण में होता है? (अ) स्थानवाचक (ब) कालवाचक सही उत्तर-(ब) 41. क्रियाविशेषण का उदाहरण नहीं है- (अ) अनिल आज आएगा। सही उत्तर-(द) 42. ’घोङा तेज दौङता है।’ वाक्य में अव्यय है- (अ) घोङा (ब) तेज सही उत्तर-(ब) 43. अव्यय शब्द है- (अ) विकारी (ब) अविकारी सही उत्तर-(ब) ये भी अच्छे से जानें ⇓⇓ समास क्या होता है ? परीक्षा में आने वाले मुहावरे सर्वनाम व उसके भेद महत्वपूर्ण विलोम शब्द देखें विराम चिन्ह क्या है ? परीक्षा में आने वाले ही शब्द युग्म ही पढ़ें पर्यायवाची शब्द हिन्दी मुहावरे पढे अव्यय के भेद कैसे पहचाने?ऐसे शब्द जिसमें लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि के कारण कोई विकार उत्पन्न नहीं होता वह शब्द अव्यय कहलाते हैं। अव्यय सदैव अपरिवर्तित, अविकारी रहते हैं। जैसे- जब, तब, अभी, उधर, वहाँ, इधर, कब, क्यों, वाह, आह, ठीक, अरे, और, तथा, एवं, किन्तु, परन्तु, बल्कि, इसलिए, अतः, अतएव, चूँकि, अवश्य इत्यादि।
मेरा घर स्कूल के पीछे है कौनसा अव्यय है?सविभक्तिक :- जो अव्यय शब्द विभक्ति के साथ संज्ञा या सर्वनाम के बाद लगते हैं उन्हें सविभक्तिक कहते हैं। जहाँ पर आगे , पीछे , समीप , दूर , ओर , पहले आते हैं वहाँ पर सविभक्तिक होता है। जैसे :- (i) घर के आगे स्कूल है।
अवयव कितने प्रकार के होते हैं?अव्यय के पांच प्रकार होते हैं
अव्यय का दूसरा नाम क्या है?अविकारी शब्द वे होते हैं जिनमें लिंग, वचन, कारक आदि के कारण परिवर्तन नहीं होता। इसी कारण इन शब्दों को 'अव्यय' भी कहा जाता है।
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