ध्वनि कविता के कवि कौन हैं और इस कविता का क्या उद्देश्य है? - dhvani kavita ke kavi kaun hain aur is kavita ka kya uddeshy hai?

विषयसूची

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  • 1 ध्वनि इस कविता में किसका वर्णन हुआ है?
  • 2 कवि के ध्वनि कविता का नाम ध्वनि क्यों रखा होगा?
  • 3 ध्वनि कविता में कवि ने क्या संदेश दिया?
  • 4 ध्वनि कविता में कवि युवाओं को क्या संदेश देता है?

ध्वनि इस कविता में किसका वर्णन हुआ है?

इसे सुनेंरोकें’ध्वनि’ कविता श्री सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ द्वारा लिखित एक उत्साहवर्धक कविता है। कवि ने इस कविता में मानव के मन एवं हृदय में वसंत रूपी उत्साह के आगमन की बात की है। कवि का कहना है कि अभी उसकी मृत्यु नहीं होगी। अभी-अभी उसके जीवन में कोमल, मधुर, और सुकुमार वसंत का आगमन हुआ है।

ध्वनि का शाब्दिक अर्थ क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : ‘ध्वनि’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है—आवाज।

अभी न होगा मेरा अंत पंक्ति में कवि का कौन सा भाव व्यक्त हुआ है?

इसे सुनेंरोकेंध्वनि कविता का भावार्थ (suryakant tripathi nirala poem dhwani in hindi): ध्वनि कविता की इन पंक्तियों में कवि निराला जी कहते हैं कि मैं सोये हुए फूलों यानि निराश लोगों को जीवन जीने की कला सिखा दूँगा। फिर, वो कभी उदास नहीं होंगे और अपना जीवन सुख से व्यतीत कर पाएंगे।

कवि के ध्वनि कविता का नाम ध्वनि क्यों रखा होगा?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: कवि ने इस कविता का शीर्षक ध्वनि इसलिए रखा है, क्योंकि इस कविता में कवि के अन्तर्मन की आवाज प्रकट हुई है। इसलिए उसने कविता का शीर्षक ‘ध्वनि’ रखा है।

ध्वनि कविता में कवि ने निद्रित कलियाँ किसे कहाँ है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: वन कवि के जीवन रूपी उपवन का और निद्रित कलियाँ-आलस्य में डूबे हुए नवयुवकों का प्रतीक है।

ध्वनि कविता का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंध्वनि कविता की व्याख्या कवि प्रकृति के चित्रण के द्वारा नई युवओं की पीढ़ी को समझाना चाहते है कि वह अपने आलस को छोड़े और नए उत्साह, साहस और जोश के साथ जीवन का आंनद ले। यह उद्देश्य कवि का है और वह युवा पीढ़ी को जागरित करना चाहते है। प्रकृति ने फूलों की भरमार की और उनकी सुन्दरता और खुशबु चारों तरफ फैली हुई है ।

ध्वनि कविता में कवि ने क्या संदेश दिया?

इसे सुनेंरोकेंइस कविता से हमें क्या संदेश मिलता है? इस कविता से हमें यह संदेश मिलता है कि जिस प्रकार वसंत ऋतु के आगमन से सारी सृष्टि खिलकर मनमोहक बन जाती है उसी प्रकार हमें भी अपने श्रेष्ठ कार्यो से समाज, राष्ट्र व विश्व की आभामय बनाना चाहिए। एस कार्य करने चाहिए कि सभी हमारा यशगान करें।

अभी न होगा मेरा अंत ऐसा कवि क्यों कहते हैं?

इसे सुनेंरोकें’अभी न होगा मेरा अंत’ कवि ने ऐसा क्यों कहा? Answer: ‘अभी न होगा मेरा अंत’ कवि ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि वे बताना चाहते हैं कि अभी अंत नहीं होने वाला है। अभी अभी तो वसंत का आगमन हुआ है जिससे उसका जीवन खुशियों से भर गया है। वह उमंग से भरा हुआ है।

अभी न होगा मेरा अंत का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंअभी न होगा मेरा अंत। भावार्थ- कवि प्रकृति के चित्रण के द्वारा युवा पीढ़ी को समझाना और जागृत चाहते है कि वह अपने आलस को छोड़े और नए उत्साह, साहस और जोश के साथ जीवन का आंनद ले। प्रकृति में फूलों की भरमार है और उनकी सुन्दरता और खुशबु चारों तरफ फैली हुई है। अभी इस समय का अन्त नहीं होगा।

ध्वनि कविता में कवि युवाओं को क्या संदेश देता है?

विषयसूची

  • 1 ध्वनि कविता में कवि का अंत अभी क्यों नहीं होगा?
  • 2 ध्वनि कविता में किसका जागृत किया गया है?
  • 3 ध्वनि कविता में कवि हताश निराश लोगों के मन से निराशा को दूर करने के लिए क्या क्या प्रयास कर रहा है?
  • 4 ध्वनि कविता में कवि युवाओं को क्यों जागृत करना चाहते हैं?
  • 5 अभी न होगा मेरा अंत यह बात कौन कर रहा है?
  • 6 ध्वनि पाठ का उद्देश्य क्या है?
  • 7 अभी न होगा मेरा अन्त का क्या आशय है?
  • 8 अभी न होगा मेरा अंत कविता में कवि का कौन सा मनोभाव प्रकट हुआ है?
  • 9 ध्वनि कविता के माध्यम से आज के युग के युवाओ को क्या संदेश मिलता है?

ध्वनि कविता में कवि का अंत अभी क्यों नहीं होगा?

इसे सुनेंरोकेंध्वनि कविता का भावार्थ- ध्वनि कविता में कवि कहता है कि प्रकृति में वसंत ऋतु का आगमन होने से अभी प्राकृतिक सुंदरता नष्ट नहीं होगी। प्राकृति कहती है कि उसके जीवन में सुंदर कोमल वसंत ऋतु का अभी-अभी ही तो आगमन हुआ है। प्रकृति सदैव सुंदर और मनोहारी होती है उसकी सुंदरता का कभी भी अंत नहीं हो सकता है।

ध्वनि कविता में किसका जागृत किया गया है?

इसे सुनेंरोकें’ध्वनि’ कविता श्री सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ द्वारा लिखित एक उत्साहवर्धक कविता है। कवि ने इस कविता में मानव के मन एवं हृदय में वसंत रूपी उत्साह के आगमन की बात की है। कवि का कहना है कि अभी उसकी मृत्यु नहीं होगी। अभी-अभी उसके जीवन में कोमल, मधुर, और सुकुमार वसंत का आगमन हुआ है।

ध्वनि कविता में कवि हताश निराश लोगों के मन से निराशा को दूर करने के लिए क्या क्या प्रयास कर रहा है?

इसे सुनेंरोकेंकवि पुष्पों की तंद्रा और आलस्य दूर करने के लिए अपने स्वप्निल तथा कोमल हाथ फेरना चाहता है, जिससे पुष्प चुस्त, सजग तथा महक बिखेरते हुए पुष्पित-पल्लवित हो सकेंवह उनको वसंत के मनोहर प्रभात का संदेश देना चाहता हैऐसा करते हुए कवि चाहता है कि फूल खिलकर वसंत के सौंदर्य को और भी मनोहारी बना दें।

अभी किसका अंत ना होगा?

इसे सुनेंरोकेंAns. ‘अभी न होगा मेरा अंत’ कवि ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि वे बताना चाहते हैं कि अभी अंत नहीं होने वाला है। अभी अभी तो वसंत का आगमन हुआ है जिससे उसका जीवन खुशियों से भर गया है। वह उमंग से भरा हुआ है।

अभी न होगा मेरा अंत पंक्ति में कवि का कौन सा मनोभाव प्रकट हुआ है?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न (1) : ‘अभी न होगा मेरा अंत’ पंक्ति में कवि का कौन-सा मनोभाव प्रकट हुआ है? उत्तर : ‘अभी न होगा मेरा अंत’ पंक्ति में कवि का आत्म-विश्वास तथा जीवन के प्रति द्वारा आशावादी होने का भाव प्रकट हुआ है।

ध्वनि कविता में कवि युवाओं को क्यों जागृत करना चाहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकवि ने इस कविता में मानव के मन एवं हृदय में वसंत रूपी उत्साह के आगमन की बात की है। कवि का कहना है कि अभी उसकी मृत्यु नहीं होगी। अभी-अभी उसके जीवन में कोमल, मधुर, और सुकुमार वसंत का आगमन हुआ है।

अभी न होगा मेरा अंत यह बात कौन कर रहा है?

इसे सुनेंरोकेंवसंत ऋतु हर फूल से नींद की आलस को खींचने की कोशिश करता और हर किसी में नये जीवन का अमृत भर देता है। अभी न होगा मेरा अंत। जब फूल खिल जायेंगे तो वसंत उन्हें इस असीम संसार के दरवाजे खोलकर उसका मनोहारी दृश्य दिखाएगा। अगर दार्शनिक तौर पर देखा जाए तो वसंत का कभी अंत नहीं होता।

ध्वनि पाठ का उद्देश्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंध्वनि कविता की व्याख्या कवि प्रकृति के चित्रण के द्वारा नई युवओं की पीढ़ी को समझाना चाहते है कि वह अपने आलस को छोड़े और नए उत्साह, साहस और जोश के साथ जीवन का आंनद ले। यह उद्देश्य कवि का है और वह युवा पीढ़ी को जागरित करना चाहते है।

कवि कलियों पर क्या फेरना चाहता है *?

इसे सुनेंरोकेंस्वप्न भरे कोमल-कोमल हाथों को अलसाई कलियों पर फेरते हुए कवि कलियों को प्रभात के आने का संदेश देता है, उन्हें जगाना चाहता है और खुशी-खुशी अपने जीवन के अमृत से उन्हें सींचकर हरा-भरा करना चाहता है।

ध्वनि कविता से कवि निराला के कौन कौन से गुणों का परिचय मिलता है लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न-1- कवि को ऐसा विश्वास क्यों है कि उसका अंत अभी नहीं होगा? उत्तर- ध्वनि कविता में कवि प्रकृति प्रेमी है वह अपना विस्तार पाकर स्वयं को मृत्यु-भय से मुक्ति पाता है। वह प्रकृति में रहकर मिलने वाले अच्छे आनंद के प्रभाव से स्वयं को अमर्त्य मानता है।

अभी न होगा मेरा अन्त का क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंध्वनि कविता का भावार्थ (suryakant tripathi nirala poem dhwani in hindi): ध्वनि कविता की इन पंक्तियों में कवि निराला जी कहते हैं कि मैं सोये हुए फूलों यानि निराश लोगों को जीवन जीने की कला सिखा दूँगा। फिर, वो कभी उदास नहीं होंगे और अपना जीवन सुख से व्यतीत कर पाएंगे।

अभी न होगा मेरा अंत कविता में कवि का कौन सा मनोभाव प्रकट हुआ है?

ध्वनि कविता के माध्यम से आज के युग के युवाओ को क्या संदेश मिलता है?

इसे सुनेंरोकेंइस कविता से हमें क्या संदेश मिलता है? इस कविता से हमें यह संदेश मिलता है कि जिस प्रकार वसंत ऋतु के आगमन से सारी सृष्टि खिलकर मनमोहक बन जाती है उसी प्रकार हमें भी अपने श्रेष्ठ कार्यो से समाज, राष्ट्र व विश्व की आभामय बनाना चाहिए। एस कार्य करने चाहिए कि सभी हमारा यशगान करें।

ध्वनि कविता में कवि ने क्या संदेश दिया है उत्तर?

ध्वनि कविता का उद्देश्य क्या है?

ध्वनि कविता की व्याख्या कवि प्रकृति के चित्रण के द्वारा नई युवओं की पीढ़ी को समझाना चाहते है कि वह अपने आलस को छोड़े और नए उत्साह, साहस और जोश के साथ जीवन का आंनद ले। यह उद्देश्य कवि का है और वह युवा पीढ़ी को जागरित करना चाहते है।

ध्वनि कविता के कवि कौन है?

'ध्वनि' कविता श्री सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' द्वारा लिखित एक उत्साहवर्धक कविता है। कवि ने इस कविता में मानव के मन एवं हृदय में वसंत रूपी उत्साह के आगमन की बात की है। कवि का कहना है कि अभी उसकी मृत्यु नहीं होगी। अभी-अभी उसके जीवन में कोमल, मधुर, और सुकुमार वसंत का आगमन हुआ है।

ध्वनि कविता में कवि क्या संदेश दिया है?

इस कविता से हमें क्या संदेश मिलता है? इस कविता से हमें यह संदेश मिलता है कि जिस प्रकार वसंत ऋतु के आगमन से सारी सृष्टि खिलकर मनमोहक बन जाती है उसी प्रकार हमें भी अपने श्रेष्ठ कार्यो से समाज, राष्ट्र व विश्व की आभामय बनाना चाहिए। एस कार्य करने चाहिए कि सभी हमारा यशगान करें।

ध्वनि कविता का अर्थ क्या है?

'ध्वनि' कविता में कवि की अंतर मन की आवाज को दर्शाया गया है. कवि का मानना है कि अभी मेरा अंत नहीं हो सकता. अभी-अभी तो मेरे वन रूपी जीवन में सुकुमार शिशु के समान वसंत का आगमन हुआ है. जिस प्रकार प्रकृति में वसंत के आते ही कोमलता, सुंदरता और मृदुलता का रूप बढ़ जाता है वैसे ही मेरे जीवन में भी परिवर्तन आया है.