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Dileep Vishwakarma3 months ago Independence Day 2022: 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाते हुए मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर ने हर घर तिरंगा अभियान का थीम सॉन्ग लॉन्च किया है. इसमें अमिताभ बच्चन, कपिल देव, विराट कोहली, अनुपम खेर और आशा भोंशले सहित कई सारी हस्तियों को शामिल किया गया है. Independence Day 2022 हर साल की तरह इस साल भी भारत 15 अगस्त के दिन अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। साल 1947 में सालों की कड़ी मेहनत के बाद अंग्रेज़ों के स्वतंत्रता हासिल की। लेकिन सवाल यह है कि भारत इस साल कौन सा स्वतंत्रता दिवस मना रहा है? नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Independence Day 2022: भारत 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारियों में लगा है, लेकिन इससे पहले की हम इस खास दिन का जश्न मनाने की तैयारी करें, एक गणित से जुड़ा सवाल हर किसी के दिल में हर साल आता है। वह यह कि भारत इस साल कौन-सा स्वतंत्रता दिवस मना रहा है? इस साल भारत 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है या फिर 76वां?साल 2021 में संस्कृति मंत्रालय ने 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' की आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च की थी, जिसके मुताबिक, 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ, जो 75 हफ्तों के काउंटडाउन के बाद यानी एक साल 15 अगस्त, 2022 को समाप्त होने जा रहा है। जिसका मतलब यह हुआ कि भारत ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं। लेकिन फिर भी इसे लेकर कंफ्यूज़न बना रहता है।
तो आज हम आपको बता रहे हैं, कि इस कंफ्यूज़न से आप कैसे छुटकारा पा सकते हैं। भारत ने ब्रिटिश शासन से 15 अगस्त 1947 को सालों की कड़ी मेहनत के बाद स्वतंत्रता हासिल की। आपको बता दें कि अंग्रेज़ों ने भारत पर 200 सालों से भी अधिक समय के लिए राज किया था। इसका मतलब यह हुआ है कि 15 अगस्त 1948 को भारत नें आज़ादी का पहला साल मनाया, फिर 15 अगस्त 1958 को 10 साल, 1968 को 20 साल और इसी तरह 2017 में 70 साल। इसलिए, भारत 2022 में ब्रिटिश शासन से आज़ादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। लेकिन अगर हम गिनें कि भारत ने कितने स्वतंत्रता दिवस मनाए हैं, तो यह 76 होगा, क्योंकि 15 अगस्त, 1947 को पहला माना जाएगा। हर साल की तरह इस साल भी प्रधानमंत्री सोमवार को लाल किले पर झंडा फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे। Picture Courtesy: PexelsEdited By: Ruhee Parvez
Independence Day 2022: स्वतंत्रता दिवस (Swatantrata Diwas) को लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर हैं. इस साल का स्वतंत्रता दिवस खास है, क्योंकि देश की आजादी का यह 75वां साल है. इस मौके पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के तहत देशभर में कई तरह के आयोजन किये जाने हैं.Independence Day 2022: स्वतंत्रता दिवस (Swatantrata Diwas) को लेकर देशभर में तैयारियां जोरों पर हैं. इस साल का स्वतंत्रता दिवस खास है, क्योंकि देश की आजादी का यह 75वां साल है. इस मौके पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ (Azadi Ka Amrit Mahotsav) के तहत देशभर में कई तरह के आयोजन किये जाने हैं. सरकार ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान भी चलाया है. ‘हर घर तिरंगा अभियान’ (Har Ghar Tiranga Campaign) के लिए नियमों में भी बदलाव किये गए. बदलाव के बाद अब आप 13 से 15 अगस्त तक अपने घर में दिन या रात कभी भी तिरंगा फहरा सकेंगे. आजादी की सालगिरह के मौके पर कई पुराने किस्से भी सुनने को मिलते हैं. लेकिन क्या आप इस बात को जानते हैं कि स्वतंत्रता दिवस के लिए 15 अगस्त के दिन को ही क्यों चुना गया? आइये जानते हैं इसके पीछे की वजह क्या है.. (15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में क्यों चुना गया?) Why August 15 Was Chosen As India’s Independence Dayदेश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू (First Prime Minister Of India) ने 15 अगस्त, 1947 को दिल्ली में लालकिले के लाहौरी गेट के ऊपर तिरंगा फहराया था. इसके बाद ये यह एक परंपरा है जिसका पालन हर साल प्रधानमंत्रियों द्वारा किया जाता है. झंडा फहराने के साथ-साथ लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन (Address To The Nation) भी होता है. तिरंगा झंडा यह दर्शाता है कि हम अब एक स्वतंत्र भारत में रहते हैं. आइए जानते हैं कि 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में क्यों चुना गया? स्वतंत्रता आंदोलन (Freedom Movement) के दौरान कई वर्षों और महीनों के संघर्ष, कठिनाई और अहिंसा अभियानों के बाद ब्रिटिश संसद ने आखिरकार लॉर्ड माउंटबेटन (Lord Mountbatten) को 30 जून, 1948 तक सत्ता हस्तांतरित करने का जनादेश दिया. हालांकि माउंटबेटन ने इसे संशोधित कर 15 अगस्त 1947 को सत्ता सौंपने की तारीख निर्धारित कर दी. 15 अगस्त 1947 ही वह भाग्यशाली दिन था जब भारत को ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्वतंत्र घोषित किया गया और नियंत्रण की बागडोर देश के नेताओं को सौंप दी गई. स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी (Independent India’s First Indian Governor General C Rajagopalachari) ने कहा कि दिन को दिन को इसलिए बदला गया, क्योंकि माउंटबेटन यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि उस दिन कोई रक्तपात, दंगा या हिंसा ने हो… गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी ने कहा कि अगर लॉर्ड माउंटबेटन ने 1948 तक इंतजार किया होता, तो सत्ता को स्थानांतरित करने के लिए नहीं छोड़ा जाता. इसलिए माउंटबेटन ने तारीख को अगस्त 1947 में स्थानांतरित कर दिया. माउंटबेटन द्वारा दी गई समीक्षा के ठीक बाद 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स (British Parliament’s House Of Commons) में भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम पारित किया गया था. 18 जुलाई 1947 को, भारत स्वतंत्रता अधिनियम 1947 को शाही स्वीकृति दी गई और यह लागू हो गया और इसने भारत में ब्रिटिश शासन (British Rule) का अंत किया. फ्रीडम एट मिडनाइट (Freedom at Midnight) में लॉर्ड माउंटबेटन के हवाले से बताया गया कि उन्होंने भारत के स्वतंत्रता दिवस की तारीख के रूप में 15 अगस्त को ही क्यों चुना? किताब के अनुसार माउंटबेटन कहते हैं, ‘मैंने जो तारीख चुनी वो अचानक थी. मैंने यह तारीख एक सवाल के जवाब में चुना. मैं यह बताना चाहता था कि सबकुछ मेरे हाथ में है. उन्होंने जब मुझसे पूछा कि क्या मैंने कोई तारीख तय की है? तो मैं जानता था कि ये जल्दी होना चाहिए. मैंने तब तक कोई तारीख नहीं सोची थी, लेकिन मान रहा था कि ये अगस्त या सितंबर का महीना हो सकता है. इसके बाद मैंने 15 अगस्त कहा. क्योंकि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान के आत्मसमर्पण करने की ये दूसरी बरसी थी.’ इसके बाद ही भारत की आजादी के बिल में 15 अगस्त की तारीख तय की गई. ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें की और अन्य ताजा-तरीन खबरें आजादी का अमृत महोत्सव की थीम क्या है?थीम उन विचारों और आदर्शों से प्रेरित कार्यक्रमों और घटनाओं पर केंद्रित है, जिन्होंने देश को आकार देने में मदद की और अमृत काल की इस अवधि (स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ और 100 वीं वर्षगांठ के बीच 25 वर्ष) के माध्यम से नेविगेट करने में हमारा मार्गदर्शन करेगी.
15 अगस्त 2022 को कौन सा स्वतंत्रता दिवस है?पहली बार 15 अगस्त सन् 1947 को देश के आजाद होने पर झंडा फहराया गया था. तकनीकी रूप से देश का पहला स्वतंत्रता दिवस इसी दिन था. इसके बाद 15 अगस्त 1948 को भारत का दूसरा स्वतंत्रता दिवस और आजादी की पहली वर्षगांठ थी. इस हिसाब से 15 अगस्त 2022 को आजादी की 75वीं वर्षगांठ और 76वां स्वतंत्रता दिवस होगा.
15 अगस्त के बारे में क्या लिखें?15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से मुक्त होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना था। 14 और 15 की मध्य रात्रि को कई विद्रोह के बाद भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुयी थी। हमे स्वतंत्र हुए आज पूरे 75 वर्ष हो गए हैं। हमारा भारत 200 वर्ष तक अंग्रेजों के अधीन था जिसके बाद हमारे देश में आजादी के लिए काफी लड़ाई लड़ी गयी।
स्वतंत्रता दिवस को क्या कहा जाता है?स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस का इतिहास
15 अगस्त 1947 को हिंदुस्तान अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। इसलिए इस दिन को भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर हर साल मनाया जाता है। वहीं देश की आजादी के लगभग तीसरे साल में यानी 26 जनवरी 1950 को भारत में संविधान लागू हुआ था। इसलिए इस दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
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