दक्षिण मध्य रेलवे भारतीय रेल की एक इकाई है। इसे लघुरूप में दमरे कहा जाता है। Show इसकी स्थापना 2 अक्टूबर 1966 में हुई थी। इसका मुख्यालय सिकंदराबाद में स्थित है। मंडल[संपादित करें]इसके अंतर्गत आने वाले मंडल हैं: सिकंदराबाद, हैदराबाद, गुंटकल, गुंटूर, नांदेड़, विजयवाड़ा
†कोंकण रेलवे भारतीय रेल के एक अनुषांगिक इकाई के रूप में परंतु स्वायत्त रूप से परिचालित होनेवाली रेल व्यवस्था है जिसका मुख्यालय नवी मुंबई के बेलापुर में रखा गया है। यह सीधे रेलवे बोर्ड एवं केंद्रीय रेलमंत्री के निगरानी में काम करता है।
दक्षिण मध्य रेलवे में कितने मंडल?इस समय दक्षिण मध्य रेलवे पर छह मंडल विद्यमान है अर्थात्सिकंदराबाद, हैदराबाद, विजयवाडा, गुंटूर, गुंतकल और नांदेड, जिसकी लंबाई 5752 मार्ग कि. मी. है और इसमें से 1604 मार्ग कि.
साउथ कोस्ट रेलवे में कितने डिवीजन है?दक्षिण तट रेलवे का मुख्यालय विशाखपट्नम में है और इसके तीन मंडल है। मौजूदा वाल्टेयर मंडल को दो भागों में विभाजित किया जाएगा और आंध्र प्रदेश वाले मंडल के भाग, जिसमें विशाखापट्टनम जिला, विजयनगरम जिला, और श्रीकाकुलम जिले का हिस्सा आता है को पड़ोसी विजयवाड़ा मंडल में विलय कर दिया जाएगा।
पश्चिम मध्य रेलवे में कितने मंडल हैं?पश्चिम रेलवे के वर्तमान में छः मंडल हैं- मुंबई, वडोदरा, अहमदाबाद, रतलाम, राजकोट और भावनगर। दो तत्कालीन मंडलों अर्थात जयपुर और अजमेर को 1 अक्टूबर, 2002 को उत्तर पश्चिम रेलवे में मिला दिया गया और कोटा मंडल का 1 अप्रैल, 2003 को पश्चिम मध्य रेलवे में विलय कर दिया गया।
18 रेलवे जोन का नाम क्या है?यह दक्षिणी तटीय रेलवे जोन देश का 18वां रेलवे जोन होगा।
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