योजना के तहत, प्रत्येक स्टेशन को हरित भवन मिलेगा और वे वाणिज्यिक और मनोरंजन उद्देश्यों के लिए मॉल, उचित वेंटिलेशन और बहुउद्देशीय भवन जैसी आधुनिक सुविधाओं से भी लैस होंगे। Show राजेश कुमार, CPRO, ECR चुने गए स्टेशनों पर मिलेगी सोलर एनर्जी राजेश कुमार के मुताबिक रेलवे ने इन स्टेशनों पर सौर ऊर्जा की सुविधा देने का भी फैसला किया है। इन स्टेशनों पर एटीएम, इंटरनेट, वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधाएं और हाई-टेक बुकिंग कार्यालय भी होंगे। साथ ही दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए ब्रेल लिपि और रैंप जैसी विशेष सुविधाएं होंगी। यात्रियों की भीड़ से बचने के लिए इन स्टेशनों पर निकास और प्रवेश बिंदु अलग-अलग बनाए जाएंगे। राजेश कुमार, CPRO, ECR बिहार के ये चार रेलवे स्टेशन बनेंगे वर्ल्ड क्लास गया, राजेंद्र नगर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय और मध्य प्रदेश के सिंगरौली रेलवे स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने की तैयारी है। काम भी शुरू हो चुका है। रेलवे का दावा है कि इन स्टेशनों पर रेल यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी तमाम सुविधाएं मिलेंगी। World Class स्टेशन पर मिलनेवाली सुविझाएं
देश के 123 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा स्टेशन पुनर्विकास प्रोजेक्ट (Station Redevelopment) के लिए रेलवे ने देश में 123 स्टेशनों को चुना है। इसके तहत पुनर्विकास का कार्य पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP Model) के तहत निजी क्षेत्र की भागीदारी से किया जा रहा है। इसमें पांच रेलवे स्टेशनों का चुनाव हुआ है। इसका मुख्य उद्देश्य यात्रियों को सिक्योरिटी बेहतर और सुखद यात्रा का अनुभव कराना है। स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा। रेलवे की जमीन पर मॉल और मल्टीपर्पस बिल्डिंग बनाया जाएगा। स्टेशन का विकास सौर ऊर्जा और हरित इमारत के हिसाब से किया जाएगा। गया स्टेशन पर 173 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे बिहार में गया की बात करें तो धार्मिक और पर्यटन दोनों दृष्टिकोण से महत्व है। पूर्व मध्य रेल के गया स्टेशन के पुनर्विकास की योजना बनाई गई है। पुनर्विकास के बाद गया स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने गया स्टेशन के पुनर्विकास से जुड़े इस काम को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर पूरा करने का फैसला किया है। गया स्टेशन पर 173 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है। पटना. भारतीय रेल ने बिहार में यात्री सुविधाओं में विस्तार की व्यापक योजना पर काम शुरू कर दिया है. इसके तहत राज्य के सात शहरों के रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा. सब कुछ समय के मुताबिक हुआ तो आने वाले दिनों में बिहार के गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, दरभंगा और बरौनी रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तरह चमक उठेंगे. रेलवे की इस योजना के तहत न सिर्फ बिहार, बल्कि पड़ोसी राज्य झारखंड का धनबाद और उत्तर प्रदेश का पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन भी वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में डेवलप किया जाएगा. स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत कुल 10 स्टेशन विश्वस्तरीय बनाए जाने हैं. आपको बता दें कि जोन के कुल 10 स्टेशनों का पुनर्विकास कर विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त किया जाएगा. पहले से गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय एवं सिंगरौली स्टेशनों को विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने की पहल शुरू की जा चुकी है. स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) करेगा. स्टेशनों के डेवलप हो जाने के बाद यहां पर न सिर्फ यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी, बल्कि रेलवे का राजस्व भी बढ़ेगा. 10 स्टेशनों का डेवलपमेंटस्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत पूर्व मध्य रेल के 10 स्टेशनों में सात स्टेशन बिहार के होंगे. बिहार के गया, राजेंद्र नगर टर्मिनल, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, बरौनी और दरभंगा रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक व विश्वस्तरीय बनाया जाएगा. इसके अलावा झारखंड के धनबाद, यूपी के डीडीयू और मध्यप्रदेश का सिंगरौली रेलवे स्टेशन शामिल है. ग्रीन बिल्डिंग होगी हर स्टेशन की इमारतइन स्टेशनों पर यात्रियों को संरक्षा, बेहतर एवं सुखद यात्रा अनुभव के साथ विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जहां वेंटिलेशन की बेहतर सुविधा होगी. इन स्टेशनों पर रेलवे की जमीन पर मॉल और मल्टीपर्पस बिल्डिंग का भी प्रस्ताव है. स्टेशन का विकास सौर ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता उपकरण और ‘हरित इमारत’ मानकों का ध्यान रखकर होगा. हाईटेक यात्री सुविधाओं से लैस होंगे स्टेशनबिहार में डेवलप होने वाले इन आधुनिकतम स्टेशनों के लिहाज से विशेष बात यह भी है कि इनके प्रवेश व निकास द्वार अलग-अलग होंगे. स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट एवं प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट लगाए जाएंगे. यात्रियों को खान-पान, वॉशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट की सुविधा होगी. वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से सुविधा होगी. दिव्यांगजनों के लिए रैम्प, ब्रेल लिपि होगी ताकि उनका सफर भी बेहतर हो. बिहार में कुल कितने रेलवे जंक्शन है?इनमें से ईस्ट सेंट्र्ल रेलवे के राजेंद्र नगर टर्मिनल, गया, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेगूसराय, सिंगरौली, सीतामढ़ी, दरभंगा, बरौनी, धनबाद और पं दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन हैं. इस सूची के अनुसार इन 11 में से बिहार के ही 8 स्टेशन शामिल हैं.
बिहार में कौन कौन से रेलवे स्टेशन है?जानें- कौन स्टेशन कितने नंबर पर है. दानापुर. मुजफ्फरपुर. दीनदयाल उपाध्याय. दरभंगा. समस्तीपुर. बिहार के अंदर सबसे बड़ा स्टेशन कौन सा है?उत्तर: सोनपुर स्टेशन (बिहार) प्लेटफॉर्म लम्बाई 2421 फीट यानी 738 मीटर।. 2 .संयुक्त राष्ट्र द्वारा 18 दिसंबर को किस आधिकारिक भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है?. उत्तर: संयुक्त राष्ट्र अरबी भाषा दिवस. 3 .किस राज्य की सरकार ने बच्चों को पढ़ाई हेतु 'मिशन बुनियाद' की शुरुआत की है?. उत्तर: दिल्ली. बिहार का सबसे पुराना स्टेशन कौन सा है?बिहार का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन 161 वर्ष पहले बना था. पटना साहिब का यह रेलवे स्टेशन ब्रिटिश काल के दौरान वर्ष 1861 में पटना स्टेशन के रूप में स्थापित किया गया था. इसे वर्ष 1862 में दानापुर लखीसराय रेलखंड में ब्रॉड गेज के साथ स्थापित किया गया था.
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