स्टूडेंट लाइफ में क्या क्या नहीं करना चाहिए? - stoodent laiph mein kya kya nahin karana chaahie?

मेरे अनुसार student की बहुत सारे प्रॉब्लम होते है जिसे मैं आज दो तरीके से बाँटकर आप सभी को बताने वाला हूँ। student के जीवन में बहुत सारे ऐसे समस्याएँ होती है जो उसे सफल होने से 100% रोकती है। क्या आपके जीवन में भी कभी ऐसी समस्याएँ आई है जो आपको सफल होने से रोका हो।

मेरे अनुसार student की जितनी भी समस्याएँ यानि प्रॉब्लम है उसे दो कैटेगरी में बाँटा जा सकता है। पहली प्रॉब्लम ये है कि- हम जाने या अनजाने गलत ट्रैक पर चलने लग जाते है। यानि हमलोग जाने या अनजाने सिगरेट, खैनी, गुटखा, शराब इत्यादि से लेकर मोबाइल, इंटरनेट, व्हाट्सएप्प, फेसबुक, टेलीविजन इत्यादि के शिकार हो जाते है। यहाँ पर ध्यान से समझे Problem मोबाइल में नहीं है। बल्कि

मोबाइल से जो हमें लत लगती जा रही है इसमें प्रॉब्लम है। अगर किसी को एक बार मोबाइल की लत लग जाती है उसे कभी छुड़ाया नहीं जा सकता है। जैसे एक शराबी को कितना भी डराया या धमकाया जाए तो भी वह शराबी शराब के शिकार से छुटकारा नहीं पा सकता है।

मेरे कहने का मतलब ये नहीं है कि मोबाइल एक खराब टूल है। अगर मोबाइल का इस्तेमाल सही ढंग से समय के अनुसार किया जाए तो मोबाइल सही है। अगर मोबाइल आपके ऊपर हाबी हो गयी न तो समझो आपका जीवन डूबा डालेगा। मोबाइल से कही अच्छा भी हो रहा है तो कही बुरा भी। ये आपके ऊपर निर्भर करता है।

मैंने अपने विद्यार्थी जीवन में ऐसे बहुत सारे student के जीवन को बिगड़ते देखा है। मैंने आज भी कई विद्यार्थियों को देखा है कि वह खाना भी खा रहा है तो मोबाइल का यूज करता है। यहाँ तक की वह पढ़ते समय, रास्ता चलते समय, सोने समय तक भी मोबाइल का यूज करता है।

हमें ऐसा लगता है अगर आपने 12 घंटे में से 2 घंटे भी मोबाइल का यूज प्रतिदिन करते है तो आपके लिए यह नुकसानदायक हो सकता है। खासकर विद्यार्थियों के जीवन के लिए।

दूसरी प्रॉब्लम यह है कि आज कल के विद्यार्थी 10th पास करता है और business की ओर भागने लगता है। ऐसा करने से विद्यार्थियों का रूचि पढ़ाई से हटकर पैसे की ओर भागने लगता है। एकबार जो व्यक्ति पैसे की ओर भागने लगा वह व्यक्ति कभी भी अपनी पढाई पूरी तरीके से नहीं कर पायेगा।


Student Life में क्या करे और क्या न करे 


यदि आप एक स्टूडेंट हो तो इसे ध्यान से पढ़ें और समझे- एक स्टूडेंट को अपने स्कुल या कॉलेज की लाइफ में केवल अपने पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। मान लो की आप एक कॉलेज का student हो और आप कॉलेज छोड़कर पैसे कमाने की ओर ध्यान देते है तो आपका क्या होगा ? ऐसे करने से आपकी लाइफ बिगड़ भी सकती है। जैसा की हमने ऊपर भी बताया है एक बार पैसे के पीछे भागने लगोगे तो पैसे के पीछे ही भागोगे। 

मेरा मानना यह है कि अगर आप एक कॉलेज का स्टूडेंट हो तो आपका उम्र बहुत से बहुत क्या होगा 18 या 19 साल। इस उम्र में आप कितना कमा लोगे। मान लेते है आप एक लाख रूपये ही कमाते हो तो इससे आप क्या कर लोगे। आपका जो समय कॉलेज की पढ़ाई के लिए बर्बाद हुई है क्या वो वापस मिल सकता है। 

आप कभी भी अपने ऐसे दोस्तों के साथ न रहे हो आपको शराब, सिगरेट, खैनी, गुटखा आदि जैसे नासिली पदार्थों का सेवन करने के लिए उत्प्रेरित करता हो। 

स्टूडेंट लाइफ में काफ़ी सारी गलतियाँ होती है और स्टूडेंट्स को ऐसा लगता है कि वो कभी भी इन गलतियों को ठीक नहीं कर सकतें. लेकिन, इस लेख में 7 महत्वपूर्ण टिप्स बताई गई हैं जो स्टूडेंट्स को अपनी अपनी स्कूल लाइफ़ में की गई गलतियों से सीखने में मदद करेंगी.

स्टूडेंट लाइफ में क्या क्या नहीं करना चाहिए? - stoodent laiph mein kya kya nahin karana chaahie?

गलतियाँ करना स्वाभाविक है और हर कोई गलती करता है. स्टूडेंट लाइफ़ में तो सबसे ज़्यादा गलतियाँ हो जाती है क्यूंकि यह सीखने की उम्र है. हर स्टूडेंट की लाइफ़ में कई गलतियाँ जैसे कि पढ़ाई के तनाव के कारण गलत सोचना और करना, ख़राब मार्क्स के कारण एग्ज़ाम्स में फ़ेल हो जाना या निजी परेशानी के कारण खुद को या दुसरो को दुःख देना आदि. किशोरावस्था में स्टूडेंट्स को लगता है की उनकी गलतियों से जो नुक्सान हो गया है उसकी कभी भरपाई नहीं हो सकती. यह सच भी है क्यूंकि कुछ गलतियाँ ऐसी होती है जिन्हें मिटाया या बदला नहीं जा सकता. लेकिन स्टूडेंट्स को हमेशा याद रखना चाहिए की, गलतियाँ चाहे बड़ी हो या छोटी, इनसे इनसे हमेशा कुछ न कुछ सीखने को मिलता है.

गलतियाँ हमे अनुभव करवाती है और साथ ही एक ही चीज़ को सुधारने के कई मौके देती है. यहाँ पर हम स्टूडेंट्स के लिए कुछ ऐसे टिप्स के बारें में बात करेंगे जिससे वो अपनी गलतियों को एक नए तरीके से सीखने के रूप में देखेंगे. जानिए कैसे आप अपनी गलतियों से सीख सकते हैं? –

1. गलतियों की सही से पहचान करें– स्टूडेंट्स से कुछ गलतियाँ जानबूझकर और कुछ गलतियाँ अनजाने में हो जाती हैं. अगर स्टूडेंट्स को अपनी गलतियाँ नहीं दोहरानी है और उसके लिए हल चाहिए तो उन्हें समझना होगा की उनकी गलतियाँ किस तरह की है. गलतियों की पहचान बहुत आवश्यक है क्यूंकि जबतक स्टूडेंट्स अपनी गलतियाँ नहीं समझेंगे तबतक वो उन गलतियों को दोहराते रहेंगे और इन्हें सुधारने की ओर कदम नहीं बढ़ा सकेंगे. तो गलतियों की पहचान करने के दो तरीके है -

क.)अनजाने में या नासमझी में की गई गलतियाँ – ऐसी गलतियाँ जो स्टूडेंट्स से जाने-अनजाने में हो जाती हैं जबकि वो हर बात का ख़याल रखते हैं.

ख.)जानबूझकर कर की गई गलतियाँ – पढ़ाई में लापरवाही और कम या ना के बराबर मेहनत करने से होने वाला पढ़ाई का नुक्सान. ऐसी गलतियाँ जो स्टूडेंट्स सबकुछ जानते और समझते हुए करते हैं.

2. अपनी गलतियों को समझें – अपनी गलतियों की पहचान करने के बाद यह समझना ज़रूरी है की ऐसी गलतियाँ क्यों हो रही हैं. ऐसा करने से उन्हें अपनी गलती के लिए सही उपाय निकालने में सहायता मिलेगी. जिन गलतियों के लिए कारण नहीं समझ आता, उन गलतियों को समझना और सुधारना कठिन हो जाता है.

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3. अपनी गलतियों से रिकवर करना सीखें – एक बार गलती हो गई तो हो गई लेकिन अब स्टूडेंट्स को यह सोचना चाहिए की इस गलती से कैसे बाहर आएं और क्या ऐसा करें कि वही गलती दोबारा ना हो. अपनी किसी भी गलती की वजह से अपना आत्मबल और मनोबल कम ना होने दें. ऐसा ना करने से स्टूडेंट्स बजाय अपनी गलती को सुधारने का समाधान ढूंढने के, वो अपना मनोबल कम कर देते है जिसके और भी कई नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं.

4. अपनी गलतियों के फीडबैक के लिए समीक्षा करवाएं – अगर स्टूडेंट्स को समझ नहीं आ रहा है की उनकी गलती क्या है? या फिर किसी गलती के लिए सही हल नहीं मिल पा रहा है तो उन्हें अपने पेरेंट्स या टीचर्स से सलाह लेनी चाहिए. पेरेंट्स या टीचर्स से परामर्श करने से वो आपकी गलतियों की सही से जांच कर सकते हैं और सही से सलाह भी देसकते हैं जिससे आप अपनी गलतियों से सीख सकें. 

5. कभी-कभी गलतियाँ भी करनी चाहिए – ज़रूरी नहीं है की सबकुछ ही सही हो, स्टूडेंट्स को कभी-कभी गलतियाँ भी करनी चाहिए जिससे वो किसी प्रॉब्लम को किसी और ढंग से भी समझ सकें. जब तक आप गलती नहीं करेंगे तबतक सही से किसी भी चीज़ को नहीं समझ पाएंगे.

मान लीजिए, आप किसी प्रश्न को हल करने के लिए एक फार्मूला लगाते हैं और सही उत्तर मिल जाता है और आप दूसरे प्रश्न की ओर बढते हैं ,लेकिन कुछ समय/दिन बाद उसी तरह के किसी और प्रश्न में आप उलझ जाते हैं तो आपको फिर से वही फार्मूला सीखना पड़ेगा. लेकिन अगर आप एक ही फार्मूला पर आधारित अलग-अलग प्रश्न सोल्व करेंगे तो कुछ प्रश्नों का हल सही निकलेगा और कुछ का गलत, लेकिन जिन प्रश्नों का गलत उत्तर निकलेगा आप उन प्रश्नों को और सही ढंग से सुलझाने की कोशिश करेंगे और जितनी बार गलत उत्तर निकलेगा उतनी बार आप फिर से नया तरीका लगाएंगे. ऐसा करने से आपका थोड़ा समय और मेहनत ज़्यादा लगेगी लेकिन आप फिर कभी भी दोबारा ऐसे प्रश्न में नहीं उलझेंगे क्यूंकि आपने इस प्रश्न को काफ़ी अच्छे ढंग से समझ लिया होगा. 

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6. सही समय पर गलतियों को सुधारें – जब भी आपके किसी टेस्ट में ख़राब मार्क्स आते हैं तो आप इन्हें नज़रंदाज़ ना करें और सही समय पर ही इसका सोल्यूशन निकालें. जितना ज़्यादा आप अपनी गलतियों को सुधारने में देर करेंगे उतना ही आपका बाद में नुक्सान होगा. आज एक विषय के टेस्ट में ख़राब मार्क्स आए और आपने इसे ठीक नहीं किया, तो अंतिम परीक्षा में फिर वही गलती होगी और परिणाम भी ख़राब आएगा. इसलिए समय रहते अपनी गलतियों से सीख लें और सुधार करें.

7. आत्म-निरीक्षण ज़रूर करें – स्टूडेंट्स को अपनी गलतियों को खुद से ही ढूंढना चाहिए. ज़रूरी नहीं की गलतियाँ बहुत बड़ी हो या कोई और ही आपको इन गलतियों का एहसास करवाए. बल्कि, ऐसी गलतियाँ जिनसे आपके लाइफस्टाइल पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है जैसे की सही से टाइम मैनेजमेंट नहीं करना या ऐसी गतिविधियाँ जो आपकी पढ़ाई में बाधा बनती हैं. ऐसी बातों के लिए स्टूडेंट्स को खुद से ही अपना आलोचक बनना चाहिए और ऐसी गलतियों को रोकना चाहिए.

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निष्कर्ष: स्टूडेंट्स को इस लेख में बताई गयी टिप्स से अपनी स्कूल लाइफ़ के साथ-साथ निजी जिन्दगी में भी काफ़ी मदद मिलेगी. यह लेख स्टूडेंट्स को अपनी पढ़ाई में और अच्छे से परफॉर्म करने में काफ़ी सहायक साबित होगा.

स्टूडेंट को क्या क्या नहीं करना चाहिए?

एक आदर्श विद्यार्थी को सर्वदा अनुशासन में रहना चाहिए । आदर्श विद्यार्थी को हमेशा अपने कर्तव्य को समझना होगा और उसे किसी भी कुसंगति में नही रहना चाहिए । उसे नारी का सम्मान करना चाहिए पर स्त्री के ऊपर गलत तरीके से नजर नहीं रखनी चाहिए । उसे अपने परिवार और स्वयं के भविष्य को उज्ज्वल करने की हर संभव प्रयास करना चाहिए

स्टूडेंट को सुबह क्या करना चाहिए?

रात को जल्दी सोने से आप प्रयाप्त नींद ले सकते हैं, जिससे आप सुबह बिलकुल तरोताजा उठेंगे। फ्रेश माइंड से चीजें याद रखना बहुत ही आसान होता है। वहीं नींद पूरी होने के बाद पढ़ाई करते वक्त फिर से नींद आने का कोई मतलब नहीं बनता। एग्‍जाम के दौरान देर रात तक लगातार पढ़ने के बाद अगर आप सोते हैं, तो सुबह उठने में मुश्किल होती है।

अच्छा स्टूडेंट बनने के लिए क्या करना चाहिए?

टॉपर बनने के लिए अधिक पढ़ने की जरूरत नहीं होती है। बस आप जो कुछ भी पढ़ रहे हैं वह इफेक्टिव होना चाहिए। मतलब आप जो भी पढ़े अच्छी तरह समझ कर पढ़े। जिससे आपका पढ़ा हुआ लंबे समय तक आपको याद रहे | आप किसी भी सब्जेक्ट को पूरे मन से नहीं पढ़ रहे हैं तो इसका कोई फायदा होने वाला नहीं है तब आप एक एवरेज स्टूडेंट ही बने रहेंगे।

छात्र के जीवन में सफल बनने के लिए क्या करना चाहिए?

सभी सफल छात्रों का एक राज यह भी है कि वे हमेशा सिलेबस के अनुसार पढ़ते हैं। यही करना सबसे सही रहता है। सिलेबस के अनुसार पढ़ने से कोई भी विषय नहीं छूटता है और समय पर पाठ्यक्रम भी पूरा हो जाता है। अगर आप सफल होना चाहते हैं तो आपको प्रतिदिन निर्धारित समय पर पढ़ाई करनी होगी।