sajhedari meaning in hindi;साझेदारी संगठन का प्रादुर्भाव एकल व्यापार की कमियों व सीमाओं को दूर करने की दृष्टि से हुआ। एक व्यक्ति के पास प्रबंधन की दक्षता व अनुभव होता है तो पूँजी नही होती, पूँजी होती है तो उसे प्रबन्धन नही आता या व्यवसाय चलाने का सामान्य गुण नही होता। यदि दोनों मिलकर व्यवसाय चलायें तो पूँजी व प्रबन्धन का सामंजस्य हो जायेया और दोनों मिलकर व्यवसाय चलाने की आवश्यकता ने साझेदारी को जन्म दिया। Show साझेदारी का अर्थ (sajhedari ka arth) सामान्य बोलचाल की भाषा मे विशिष्ट गुणों वाले व्यक्तियों के सामूहिक संगठन को साझेदारी कहते है। व्यवसायिक संगठन के इस प्रारूप मे दो अथवा दो से अधिक व्यक्ति मिलकर व्यवसाय करते हैं। वे अपनी योग्यतानुसार व्यवसाय का प्रबंध व संचालन करते है तथा पूँजी की व्यवस्था करते है। इस प्रकार अलग-अलग गुणों वाले व्यक्ति जैसे कुछ धनी व्यक्ति, कुछ प्रबंध कला मे निपुण होते है, कुछ अधिक व्यवहार कुशल होते है, कुछ अन्य कलाओं मे दक्ष होते है- अपनी-अपनी विशेषताओं
के अनुसार साझेदारी संगठन का निर्माण करते है। साझेदारी की परिभाषा (sajhedari ki paribhasha)प्रो. किम्बाल " एक साझेदारी अथवा फर्म व्यक्तियों का एक समूह है जिन्होंने किसी व्यावसायिक उपक्रम को चलाने के उद्देश्य से पूँजी अथवा सेवाओं का एकीकरण किया है। " विलियम आर. स्प्रीगल " साझेदारी मे दो या दो से अधिक सदस्य होते है, जिनमें से प्रत्येक सदस्य
साझेदारी के कार्यों के लिये उत्तरदायी है। प्रत्येक साझेदार दूसरे को अपने कार्यों द्वारा प्रतिबद्ध कर सकता है तथा प्रत्येक साझेदार की सम्पत्तियों को फर्म के ऋणों के लिए प्रयोग मे लाया जा सकता है। " साझेदारी की विशेषताएं या लक्षण (sajhedari ki visheshta)1. दो या
दो से अधिक व्यक्तियों का होना साझेदारी क्या है और इसकी विशेषताएं?साझेदारी का अर्थ (sajhedari ka arth)
सामान्य बोलचाल की भाषा मे विशिष्ट गुणों वाले व्यक्तियों के सामूहिक संगठन को साझेदारी कहते है। व्यवसायिक संगठन के इस प्रारूप मे दो अथवा दो से अधिक व्यक्ति मिलकर व्यवसाय करते हैं। वे अपनी योग्यतानुसार व्यवसाय का प्रबंध व संचालन करते है तथा पूँजी की व्यवस्था करते है।
साझेदारी क्या है साझेदारी की तीन विशेषताएं लिखिए?2. अनुबंध या समझौता - साझेदारी दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच अनुबंध या समझौते का ही परिणाम होती है जो व्यवसाय चलाते व लाभ-हानि बाँटते हैं। अतः व्यवसाय चलाने तथा आपसी संबंधों के लिए समझौता (अनुबंध) साझेदारों के बीच एक आधार होता है। यह आवश्यक नहीं है कि साझेदारों के बीच समझौता लिखित रूप में हो ।
साझेदारी से क्या होता है?एक साझेदारी फर्म दो या दो से अधिक व्यक्तियों के संगठन को संदर्भित करती है जहां वे एक व्यवसाय के सह-मालिक होते हैं, और लाभ और साथ ही इससे प्राप्त नुकसान को साझा करने के लिए सहमत होते हैं। 'साझेदारी' शब्द का प्रयोग इन व्यक्तियों के बीच संबंध को दर्शाने के लिए किया जाता है।
साझेदारी कितने प्रकार के होते हैं?साझेदारी के प्रकार (sajhedari ke prakar). सामान्य साझेदारी. ऐच्छिक साझेदारी. विशिष्ट साझेदारी. सीमित साझेदारी. निश्चित समय के लिए साझेदारी. अनिश्चितकालीन साझेदारी. वैध साझेदारी. अवैध साझेदारी. |