जिस वाक्य में किसी काम या बात का होना पाया जाता है, वह हैThis question was previously asked in Show
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Answer (Detailed Solution Below)Option 2 : विधानवाचक वाक्य Free CT 1: Growth and Development - 1 10 Questions 10 Marks 10 Mins जिस वाक्य में किसी काम या बात का होना पाया जाता है, वह 'विधानवाचक वाक्य' है। ऐसे वाक्य जिनसे किसी काम के होने या किसी के अस्तित्व का बोध हो, वह वाक्य विधानवाचक वाक्य कहलाता है। इसे विधिवाचक वाक्य कहते हैं। विशेष:
एक ऐसा सन्देश जो किसी काम को न करने का आदेश दे रहा हो (वाक्य में नकारात्मक हो) वह निषेधवाचक वाक्य कहलाता है। इन वाक्यों में प्रायः न, नहीं या मत जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है। 'नहीं' का प्रयोग सामान्यतः सभी स्थितियों में किया जाता है, लेकिन 'मत' का प्रयोग प्रायः आज्ञावाचक वाक्यों में और 'न' का प्रयोग 'अगर' या 'यदि' जैसे शब्दों से शुरू होने वाले वाक्यों में किया जाता है।[1] सन्दर्भ[संपादित करें]
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वाक्यशब्दों के एक सार्थक समूह जिससे वक्ता का भाव स्पष्ट हो जाए, उसे वाक्य कहते हैं। वाक्य के भेद१) अर्थ के आधार पर २) रचना के आधार पर अर्थ के आधार पर वाक्य के भेदअर्थ के आधार पर आठ प्रकार के वाक्य होते है – १) विधान वाचक वाक्य २) निषेधवाचक वाक्य ३) प्रश्नवाचक वाक्य ४) विस्म्यादिवाचक वाक्य ५) आज्ञावाचक वाक्य ६) इच्छावाचक वाक्य ७) संकेतवाचक वाक्य ८) संदेहवाचक वाक्य १) विधान वाचक वाक्यवह वाक्य जिससे किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है, वह विधानवाचक वाक्य कहलाता है। १) राधा पढ़ती है। २) मेरा काम खत्म हो गया है। ३) मेरे पिता का नाम राजेश है। ४) सोहन की माता जी बीमार है। ५) भारत आज़ाद देश है। ६) राधिका खाना खा रही है। ७) मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री है ८) आज बहुत ठंड है। ९) माता जी ने पूजा कर ली है। १०) गीता के पास पाँच रुपये है। २) निषेधवाचक वाक्यजिन वाक्यों से कार्य न होने का भाव प्रकट होता है, उन्हें निषेधवाचक वाक्य कहते हैं। १) मैं आज खाना नहीं खाऊंगा। २) वह आज स्कुल नहीं जायेगा। ३) रोहन मेरे साथ नहीं चलोगे। ४) मैंने दूध नहीं पिया। ५) उसने आज गृह कार्य नहीं किया। ६) पिता जी आज ऑफिस नहीं गए। ७) मोहन दीदी का कहना नहीं मानता है। ८) माली ने आज पौधों को पानी नहीं दिया। ९) पापा कल बाजार नहीं जायेंगे। १०) मैंने आज घर की सफ़ाई नहीं की। ३) प्रश्नवाचक वाक्यवह वाक्य जिसके द्वारा किसी प्रकार प्रश्न किया जाता है, वह प्रश्नवाचक वाक्य कहलाता है। १) स्कूल की परीक्षा कब से है ? २) पंजाब की राजधानी क्या है ? ३) संसार में कितने सागर हैं ? ४) क्या तुमने खाना खा लिया ? ५) तुम कितने बजे सुबह उठते हो ? ६) क्या तुम मेरे साथ खेलोगे ? ७ तुम्हारा नाम क्या है ? ८) यह फिल्म कब खतम होगी ? ९) आज टीचर ने क्या होम वर्क दिया है ? १० ) तुम कौन से देश में रहते हो ? ४) विस्म्यादिवाचक वाक्यवह वाक्य जिससे किसी प्रकार की गहरी अनुभूति का प्रदर्शन किया जाता है, वह विस्मयादिबोधक वाक्य कहलाता हैं। वह वाक्य जिससे किसी प्रकार की अनुभूति जैसे आश्चर्य, शोक, घृणा, अत्यधिक ख़ुशी, स्तब्धता जैसे भावों का बोध हो , वह विस्मयादिबोधक वाक्य कहलाता हैं। जैसे : आहा!, अरे!, अरेरे! वोह!, हाय!, शाबाश!, हे राम!, छि:!, छी- छी!, हे भगवान!, ओह!,कहाँ!, हम्म!,अबे!, बाप रे!, बेचारा!, बदनसीब!,रुको!, इन वाक्यों में (!) विस्मयसूचक चिन्ह का प्रयोक होता है १) हे भगवन ! यह समस्या कब हल होगी २) अरे वाह ! कितने सुन्दर फूल खिला हैं ३) बल्ले बल्ले ! इंडिया मैच जीत गई ४) रुको! तुम नहीं जा सकते। ५) हे राम ! आज कितना ठंडा दिन है ६) अरे वाह ! तुम्ने कितनी सुन्दर ड्रेस पहनी है ७) क्या बात! तुम ने कर दिखाया ८) शाबाश! तुम्ने परीक्षा में बहुत अच्छा किया ९) छी! कमरा कितना गंदा किया हुआ है १०) बाप रे! कितना महंगा तोहफ़ा है ५) आज्ञावाचक वाक्यवह वाक्य जिसके द्वारा किसी प्रकार की आज्ञा दी जाती है या प्रार्थना की जाती है, वह विधिसूचक वाक्य कहलाता है। १) कृपया शांति बनाये रखें। २) राम जाकर पढ़ाई करो। ३) सब अपने जगह पर बैठ जाइए। ४) जल्दी दरवाज़ा खोलो। ५) तुम वहां जा सकते हो। ६) सीता तुम अब अपना खाना खा लो। ७) खिड़की दरवाजे बंद कर दो क्योंकि आज बहुत ठंड है। ८) पापा आप जल्दी आना। ९) कृपया अपनी मदद स्वयं करिये। १०) बच्चों शोर मत मचाओ। ६) इच्छावाचक वाक्यजिन वाक्यों में किसी चाह, जरुरत, इच्छा, आकांक्षा, कामना या आशीर्वाद का बोध होता है, उन्हें इच्छावाचक वाक्य कहते हैं। १) आपकी यात्रा शुभ हो। २) काश मैं कक्षा में प्रथम आ जाऊँ। ३) मै भी आपके जैसे डॉक्टर बनाना चाहता हूँ। ४) खुश रहो बेटा, मै जाता हूँ। ५) ईश्वर सबका भला करें। ६) आज मेरा मन कुछ अच्छा खाने का है। ७) जन्मदिन की ढेरो शुभकामनाये। ८) भगवान तुम्हें लंबी उमर दे। ९) भगवान तुम्हें लंबी उमर दे। १०) दूधोँ नहाओ, पूतोँ फलो। ७) संकेतवाचक वाक्यवाक्य में किसी प्रकार का संकेत दर्शाता हो या वे वाक्य जिसमे एक क्रिया का दूसरी क्रिया पर संकेत या इशारा हो, ऐसे वाक्य संकेतवाचक वाक्य कहलाते हैं। १) अगर आज तुम जल्दी उठ जाते तो स्कूल के लिए लेट नहीं होते। २) यदि तुम सही समय पर इलाज करते तो जल्दी ठीक हो जाते। ३) यदि तुम भी मेरे साथ रहोगी तो मुझे अच्छा लगेगा। ४) रमा का मकान उधर है। ५) यदि मैं समय बर्बाद नहीं करता तो सफल हो जाता। ६) अगर बारिश अच्छी होती तो फसल भी अच्छी होती। ७) अगर वह घर में होता थो चोरी नहीं होती। ८) अगर तुम मेहनत करते थो धनी बन जाते। ९) यदि वह अच्छा खेलता तो भारत जीत जाता। १०) अगर हम थोड़ा जल्दी घर से निकलते तो बस नहीं छूटती। ८) संदेहवाचक वाक्यऐसे वाक्य जिनसे हमें किसी प्रकार के संदेह या संभावना का बोध होता है, वह वाक्य संदेहवाचक वाक्य कहलाते हैं। १) क्या उसने परीक्षा की तैयारी कर ली है। २) आज बहुत बर्फ पड़ सकती है। ३) शायद वह शादी के लिए मान जाएगी। ४) ट्रेन शायद देरी से आने वाला है। ५) कल शायद पिता जी ऑफिस नहीं जाएगे। ६) क्या श्याम यहाँ से चला गया ? ७) शायद कल से सब फिर बंद रहेगा। ८) वह शायद अभी तक नहीं पहुंचा। ९) हो सकता कल मैं नहीं आऊंगा। १०) संभवतः वह सुधर गया। रचना के आधार पर वाकय के भेदरचना के आधार पर वाक्य के निम्नलिखित तीन भेद होते हैं १) सरल वाक्य २) सयुंक्त वाक्य ३) मिश्रित/ मिश्र वाक्य १) सरल वाक्यऐसा वाक्य जिसमे एक ही क्रिया एवं एक ही कर्ता होता है या जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य एवं एक ही विधेय होता है, वे वाक्य सरल वाक्य कहलाते है १) मीना अच्छा गाना गाती है। २) बारिश हो रही है। ३) माता जी खाना खा रही है। ४) रेल गाड़ी बहुत तेज़ चल रही है। ५) राकेश ने भोजन किया। ६) पक्षी आकाश में उड़ रहे हैं। ७ ) सीमा किताब पढ़ रही है। ८) रोहन खेलने गया है। ९) आज बहुत गर्मी हो रही है। १०) मीता नए कपडे लेकर आई है। २) सयुंक्त वाक्यवह वाक्य जिसमें दो या दो से अधिक वाक्य या खंड स्वतंत्र रूप से समुच्चयबोधक अव्ययों द्वारा आपस में जुड़े होते हैं। उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं। मिश्रित वाक्यों की मुख्य पहचान यह है कि उनमें जब, तब, जो, जितना, जहाँ, जैसा, कैसा, यदि, क्योंकि , इसलिए आदि योजक अव्ययों में से किसी एक का प्रयोग किया जाता है। १) मैंने बहुत परिश्रम किया इसलिए सफल हो गया। २) दिन ढल गया और अन्धेरा बढ़ने लगा। ३) मैं बहुत तेज़ दौड़ा फिर भी ट्रेन नहीं पकड़ सका। ४) राम आया और थक कर सो गया। ५) वह सुबह गया और शाम को लौट आया। ६) बादल गरज रहे हैं और वर्षा हो रही है। ७) राहुल विद्यालय जाता है और मन लगाकर पढ़ता है। ८) रमेश ने काम किया और वह अपने घर चला गया। ९) जब मै घर से निकला तब वर्षा हो रही थी। १०) वह चला तो था, परन्तु रास्ते से लौट गया। ३) मिश्रित वाक्यजिन वाक्यों में एक मुख्य या प्रधान वाक्य हो और अन्य आश्रित उपवाक्य हों, उन्हें मिश्रित वाक्य कहते हैं। मिश्र वाक्योँ की रचना एक से अधिक ऐसे साधारण वाक्योँ से होती है, जिनमेँ एक प्रधान वाक्य होता है एवं दूसरा वाक्य आश्रित होता है। १) जब काम खत्म हुआ तब हम सैर करने निकल पड़े । २) जो लड़का कमरे में बैठा है वह मेरा भाई है। ३) तुम अगर अपना काम पूरा कर लो तो हम खेलने जा सकते हैं। ४) आज यदि बारिश हो तो तुम यहीं रुक जाना। ५) बाहर अगर धुप निकली हुई हो तो छाता ले जाना। ६) यदि तुम अपना गृहकार्य नहीं करोगे तो अध्यापक से डाँट पड़ेगी। ७) जो बच्चा परीक्षा में सबसे अधिक अंक पायेगा वह प्रथम आएगा। ८) जब तुम बारहवीं कक्षा अच्छे अंको से पास कर लो तो तुम्हे कॉलेज में दाखिला मिल जायेगा। ९) जो बच्चा देर से विद्यालय आएगा उसे सज़ा मिलेगी। १०) तुम अगर मेहनत करो तो हर चीज़ आसान हो जाएगी। निषेधवाचक वाक्य कौन सा है?एक ऐसा सन्देश जो किसी काम को न करने का आदेश दे रहा हो (वाक्य में नकारात्मक हो) वह निषेधवाचक वाक्य कहलाता है। इन वाक्यों में प्रायः न, नहीं या मत जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
निषेधात्मक वाक्य का उदाहरण क्या है?राधा आज स्कूल नहीं जाएगी। आज मैं फिल्म देखने नहीं जाऊंगा। हम आज कहीं पर भी घूमने नहीं जाएंगे। राकेश आज राधा को नहीं मारेगा।
जिन वाक्यों में किसी क्रिया के करने या होने की सूचना मिलती है वहां कौन सा वाक्य भेद होता है?विधानवाचक वाक्य (Imperative Sentence ) - जिन वाक्यों में किसी क्रिया के करने या होने की सामान्य सूचना मिलती है, उन्हें विधानवाचक वाक्य कहते हैं ।
विधानवाचक वाक्य कौन से होते हैं?जिन वाक्यों में किसी क्रिया के करने या होने का सामान्य रूप बोध हो, उन्हें विधानवाचक वाक्य कहते हैं।
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