पर्यावरण को साफ एवं स्वस्थ रखना क्यों आवश्यक है? - paryaavaran ko saaph evan svasth rakhana kyon aavashyak hai?

जागरण संवाददाता, झज्जार : पर्यावरण को स्वच्छ रखना हम सभी की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए और बिना पेड़ों के पृथ्वी पर जीन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हमें प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने के साथ-साथ पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए अपने जीवन में कम से कम एक पौध जरूर लगाना चाहिए। यह बात राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बिरधाना में पौधरोपण व स्वच्छता अभियान की शुरूआत करते हुए प्राचार्य सुभाष दहिया ने कही। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों की अंधाधुंध कटाई, आबादी और उद्योगों की लगातार वृद्धि से पर्यावरण संतुलन बिगड़ गया है। पर्यावरण असंतुलन के कारण मनुष्य के लिए अनेक आर्थिक एवं स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो गई। उन्होंने कहा कि यह संतुलन तभी ठीक हो सकता है जब हम सब अधिक से अधिक पौधे लगाएं। हमें अपने क्षेत्र को हरा-भरा बनाए रखने के लिए बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए। पौधा रोपण करते हुए उन्होंने कहा कि पौधों हमें शुद्ध वायु देते है और पौधे मनुष्यों के साथ-साथ सभी जीवों के जीने का सहारा हैं। उन्होंने बढ़ते हुए प्रदूषण को कम करने के लिए अधिकाधिक पौधा रोपण की आश्यकता पर विशेष बल दिया। सुभाष दहिया ने कहा कि पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण सुनामी, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदायें पृथ्वी पर विनाश मचा रहीं हैं, इनको रोकने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने होंगे। हर व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक पौधा जरूर लगाना चाहिए और उसका रख-रखाव भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल प्रदूषण भी तेज गति से बढ़ता जा रहा है, अगर हमें अपने आपको सुरक्षित रखना है तो ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए। पौधारोपण व स्वच्छता कार्यक्रम के दौरान हिंदी प्राध्यापक डॉ. ईश्वर, अंग्रेजी प्राध्यापक विजयपाल यादव, प्राध्यापक मुकेश कुमार, राजेश कांकरान, प्राध्यापिका संगीता, सुमन व गणित अध्यापक जयबीर सांगवान सहित विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अहम योगदान दिया।

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इसे सुनेंरोकेंपर्यावरण का स्वच्छता और शुद्ध हवा से सीधा संबंध है। दोनों मानव स्वास्थ्य के लिए आधार का काम करते हैं। स्वच्छता और आर्थिक विकास में भी घनिष्ट संबंध है। बीमार व्यक्ति किसी काम को ठीक ढंग से नही कर सकता, जिसका सीधा असर उत्पादकता पर पडता है।

पर्यावरण स्वच्छता से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंअधिक सटीक रूप से, हम यह कह सकते हैं कि पर्यावरणीय स्वच्छता वह विज्ञान है जो पर्यावरणीय परिस्थितियों को रोकने और नियंत्रित करने और सुधार करने के लिए समर्पित है, जो हमें घेरता है और जो एक संपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बुनियादी और आवश्यक है। …

पर्यावरण को साफ एवं स्वच्छ रखना क्यों आवश्यक है वर्णन करो Why Environmental Cleanliness is important describe it?

इसे सुनेंरोकेंबीमारी को कम करने के लिए और प्रदूषित को कम करने हेतु वातावरण को साफ रखना अति आवश्यक होता है। जिससे कि मात्र मच्छर एवं रोगाणु पैदा नहीं होगी, वह बीमारियां कम होने लगेगी। हमें पर्यावरण को साफ रखना अति आवश्यक है, हमें अपने आसपास की वस्तुओं को साफ रखें और गंदगी को ना आने दे।

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स्वच्छता से आपका क्या तात्पर्य?

इसे सुनेंरोकेंस्वच्छता का अर्थ होता है अपने वातावरण और स्वयं को हानिकारक तत्व जैसे गंदगी या कीटाणुओं आदि से बचाना। स्वच्छता का आशय शरीर और वातावरण में उत्पन्न हुए मल को उचित समय पर स्वच्छ करना होता है। स्वच्छता को मूल रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है जिन्हें हम वातावरण शारीरिक और मानसिक स्वच्छता के नाम से जानते हैं।

इसे सुनेंरोकेंजीवन की दृष्टि से पर्यावरण मानव के लिए सर्वोच्च जरुरत है। जल, जंगल और जमीन तीनों उसके प्रमुख आधार हैं। विकास के मौजूदा मॉडल की विफलता यह कि जीवन के इन तीनों आधारों को प्रदूषण ने लील लिया है। यही वजह है आज देश की आबादी का बड़ा हिस्सा स्वच्छ व सुरक्षित पानी, शौचालय और शुद्ध हवा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से भी वंचित है।

पर्यावरण का मानव स्वास्थ्य के लिए क्यों उपयोगी बताया गया है?

इसे सुनेंरोकेंहमारा पर्यावरण केवल उस हवा में नहीं है जिसे हम सांस लेते हैं, हालांकि यह एक प्रमुख घटक है; यह उस पानी से होता है जिसे हम पीते हैं, यह उस मिटटी में होता है जिसे हम अपने आसपास पाते हैं एवं उस भोजन में होता है जिसे हम खाते है। प्रत्येक भाग हमें प्रभावित करता है और इस प्रकार हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

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पर्यावरणीय स्वच्छता क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअधिक सटीक रूप से, हम यह कह सकते हैं कि पर्यावरणीय स्वच्छता वह विज्ञान है जो पर्यावरणीय परिस्थितियों को रोकने और नियंत्रित करने और सुधार करने के लिए समर्पित है, जो हमें घेरता है और जो एक संपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बुनियादी और आवश्यक है।

पर्यावरण स्वच्छता में कौन कौन सी स्वच्छता आती है?

इसे सुनेंरोकें(ख) पर्यावरणीय स्वच्छता में कौन-कौन सी स्वच्छता आती है? उत्तर- पर्यावरणीय स्वच्छता के अन्तर्गत हमारे घर, आस-पास व सार्वजनिक स्थानों (सड़क, पार्क आदि) और अपने चारों ओर के वातावरण की स्वच्छता आती है।

पर्यावरण स्वच्छता का नाम बदलकर क्या रखा गया है?

इसे सुनेंरोकेंपृष्ठभूमि आधिकारिक रूप से 1 अप्रैल 1999 से शुरू, भारत सरकार ने व्यापक ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम का पुनर्गठन किया और पूर्ण स्वच्छता अभियान (टीएससी) शुरू किया जिसको बाद में (1 अप्रैल 2012 को) प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा निर्मल भारत अभियान (एनबीए) नाम दिया गया।

पर्यावरण का सफाई करता किसे कहते हैं और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंयह बताया गया कि गिद्ध मृत पशुओं के शवों आदि को खाकर पर्यावरण को स्वच्छ रखते हैं और मनुष्य की कई तरह की महामारियों से रक्षा करते हैं, इसलिए गिद्धों को पर्यावरण का निःशुल्क सफाईकर्मी कहा जाता है।

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पर्यावरण को स्वच्छ कैसे रखे?

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  1. सूती कपड़े का या कागज से बना झोला इस्तेमाल करना
  2. रोजाना फर्श साफ करने के बाद पोंछे का पानी (फिनाइल रहित) गमलों व पौधों में डालें।
  3. दाल, सब्जी, चावल धोने के बाद इकट्ठा पानी गमलों व क्यारियों में डालें।

व्यक्तिगत एवं पर्यावरण स्वच्छता में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंकई बीमारियाँ सफाई के अभाव में पैदा होती हैं। परजीवी, कीड़े, फफूंद, घाव, दांतों का सड़ना, डायरिया और पेचिश जैसी बीमारियाँ निजी स्वच्छता के अभाव में पैदा होती हैं। केवल साफ रहकर ही इन बीमारियों को रोका जा सकता है।

पर्यावरण को साफ एवं स्वच्छ क्यों रखना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंपर्यावरण हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है, जिस पर हमारे जीवन निर्भर करता है। पर्यावरण प्रदूषित या साफ ना होने पर गंदे की फैलती है, जिसमें की छोटे-छोटे मच्छर और रोगाणु का निर्माण होता है। और इन मच्छर एवं रोगाणु से कई प्रकार की बीमारियों का निर्माण होता है, जिससे कि व्यक्ति बीमार पड़ता है, और कई लोगों की मृत्यु हो जाती है।

पर्यावरण को साफ एवं स्वच्छ रखना क्यों जरूरी है?

संकरा एवं भीड़-भाड़ वाली स्थिति गंदगी बढ़ाने में मदद करता और बीमारी के फैलने को उचित माहौल उपलब्ध कराता है अर्थात् यह मच्छर एवं अन्य वाहकों के माध्यम से बीमारी के फैलाने में मदद करता है। घर में न्यून स्वच्छता की स्थिति भोजन एवं जल के दूषित होने की संभावना पैदा करता है।

पर्यावरण को स्वच्छ रखने से क्या लाभ है?

Solution : प्रस्तावना-हमारी धरती और आकाश में मौजूद पानी, हवा, धूप, मिट्टी, पेड़-पौधे आदि सभी को पर्यावरण कहा जाता है। शरीर के स्वच्छ रहने पर जैसे उसे रोग का संक्रमण नहीं होता है, वैसे ही पर्यावरण के स्वच्छ रहने से समस्त प्राणियों एवं प्राकृतिक परिवेश का जीवन स्वस्थ रहता है।

वातावरण को स्वच्छ रखने क्यों महत्वपूर्ण है?

स्वच्छ वातावरण से ही हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा और स्वस्थ शरीर में ही अच्छे व्यक्तित्व का विकास होता है। अच्छे व्यक्तित्व से ही देश और समाज महान बनता है। यह बात देवमई विकास खंड क्षेत्र के जोगापुर गांव में बिंदकी प्रेस क्लब के तत्वाधान में आयोजित स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में कारागार राज्य मंत्री जय कुमार सिंह ने कही।