Show इस प्रिज़्म के पदार्थ का अपवर्तनांक प्रकाश की आवृत्ति के अनुसर अलग-अलग है। इस कारण से इस पर आपतित प्रकाश बाहर निकलने पर अलग-अलग रंगों में बंटा हुआ दिखता है। प्रकाशिकी में, प्रिज़्म (Prism / संक्षेत्र या क्रकच आयत) एक सपाट चिकनी सतहों वाला एक पारदर्शी प्रकाशीय अवयव है जो, प्रकाश का अपवर्तन करता है। कम से कम दो सपाट सतहों के मध्य एक कोण का होना अनिवार्य है। सतहों के मध्य के कोण की सटीकता उसके अनुप्रयोग पर निर्भर करती हैं। पारंपरिक रूप से संक्षेत्र उस ज्यामितीय आकार को परिभाषित करता है जिसका एक त्रिकोणीय आधार और आयताकार पक्ष होते हैं। कुछ प्रकाशीय संक्षेत्र वास्तव में एक ज्यामितीय संक्षेत्र के आकार के नहीं होते हैं। संक्षेत्रों को हर उस सामग्री से बनाया जा सकता है जो कि, उस तरंगदैर्य के लिए पारदर्शी हो जिसके लिए उन्हें तैयार किया जा रहा है। संक्षेत्रों का निर्माण मुख्यत: कांच, प्लास्टिक और फ्लुराइट से किया जाता है। प्रिज़्म का प्रयोग प्रकाश को उसके संघटक वर्णक्रमीय रंगों (इंद्रधनुष के रंग) में तोड़ने के लिए किया जा सकता है। संक्षेत्रों को प्रकाश के परावर्तन, अथवा प्रकाश के विभिन्न ध्रुवीकरण वाले संघटकों में विभाजित करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रिज़्म की कार्यप्रणाली[संपादित करें]प्रकाश जब एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तब उसकी गति परिवर्तित होती है (उदाहरण के लिए, वायु से संक्षेत्र के कांच से)। गति का यह परिवर्तन प्रकाश के अपवर्तन का कारण बनता है क्योंकि प्रकाश एक नए माध्यम में एक भिन्न कोण से प्रवेश करता है (हाइगेंस का सिद्धांत)। सन्दर्भ[संपादित करें]इन्हें भी देखें[संपादित करें]
प्रिज्मएक ऐसा समांगी पारदर्शी माध्यम जो किसी कोण पर झुके हुए दो समतल पृष्ठों से घिरा होता है उसे प्रिज्म कहते हैं। विचलन कोणप्रिज्म पर आपतित प्रकाश की किरण को आगे तथा प्रिज्म से निर्गत प्रकाश की किरण को पीछे की ओर बढ़ाने पर उसके बीच बने कोण को विचलन कोण कहते हैं। इसे डेल्टा (δ) द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। प्रिज्म के अपवर्तनांक का सूत्रप्रिज्मचित्र में ABC एक प्रिज्म को निरूपित करता है। जिसका अपवर्तक कोण A है। चित्र में PQ आपतित किरण, QR परावर्तित किरण तथा RS निर्गत किरण है। आपतित किरण तथा निर्गत किरण के बीच बना विचलन कोण δ है। तो त्रिभुज QDR में अब त्रिभुज QER में जब आपतन कोण i तथा निर्गत कोण i’ आपस में बराबर होते हैं। तो इसे अल्पतम विचलन की स्थिति कहते हैं एवं इसे δm से प्रदर्शित करते हैं। अतः r + r’ = A पर अल्पतम विचलन की स्थिति लगाने पर पढ़ें… 12वीं भौतिकी नोट्स | class 12 physics notes in hindi pdf जब
कर्यरत् प्रिज्म पतला हो तो उत्पन्न विचलन n = \large \frac{(A + δ_m/2)}{A/2} प्रिज्म का अर्थ क्या है?प्रकाशिकी में, प्रिज़्म (Prism / संक्षेत्र या क्रकच आयत) एक सपाट चिकनी सतहों वाला एक पारदर्शी प्रकाशीय अवयव है जो, प्रकाश का अपवर्तन करता है। कम से कम दो सपाट सतहों के मध्य एक कोण का होना अनिवार्य है। सतहों के मध्य के कोण की सटीकता उसके अनुप्रयोग पर निर्भर करती हैं।
प्रिज्म कितने प्रकार के होते हैं?प्रिज्म के प्रकार. खंडित प्रिज्म (truncated prism). लम्ब प्रिज्म (right prism). प्रिज्म किसका बना होता है?प्रिज्मं के पारंपरिक ज्यामितीय आकार में त्रिकोणीय आधार और दो आयताकार भुजाएं होती हैं। इसे त्रिकोणीय प्रिज्म कहा जाता है। कांच, प्लास्टिक और फ्लोराइट जैसी पदार्थ से प्रिज्म् बनाया जा सकता है। प्रकाश को उसके घटकों में विभाजित करने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है।
प्रिज्म में कितने रंग होते हैं?उन्होंने खोजा कि अगर सफ़ेद प्रकाश की एक किरण शीशे के प्रिज्म के माध्यम से गुजरने के बाद, वह सात रंगों मे विभाजित हो जाती है। ये रंग हैं - लाल, नारंगी, पीला, हरा, ब्लू, इंडिगो और बैंगनी (VIBGYOR)।
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