सूची
अनुसूचित क्षेत्रभारत का राजपत्र Show असाधारण भाग II . धारा 3 . उपधारा (i) प्राधिकारी द्वारा प्रकाशित विधि एवं न्याय मंत्रालय (विधायी विभाग) अधिसूचना नई दिल्ली, 20 फरवरी . 2003 जी.एस.आर. 114(ई) राष्ट्रपति द्वारा जारी आदेश सर्वसाधारण की सामान्य जानकारी के लिए प्रकाशित किया जाता है - सी.ओ.192 अनुसूचित क्षेत्र आदेश - 2003 भारत के संविधान की पांचवीं अनुसूची के पैरा . 6 के उप पैरा (2) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, एतद द्वारा भारत के राष्ट्रपति द्वारा अनुसूचित क्षेत्र (बिहार, गुजरात, मध्यप्रदेश एवं ओडीसा राज्य) आदेश . 1977 को निरस्त किया जाता हैए जो कि अब तक क्षेत्रों से सम्बंधित था में अब छत्तीसगढ़, झारखण्ड एवं मध्यप्रदेश राज्य भी शामिल किये जाते हैं, तथा सम्बंधित राज्यों के राज्यपालों से निम्नलिखित आदेश करने के लिए रखा जाता है यथा - 1. यह आदेशए अनुसूचित क्षेत्र आदेश . 2003(छत्तीसगढ़, झारखण्ड एवं मध्यप्रदेश राज्य) कहा जावेगा (2) यह एक ही बार में अस्तित्व आ जावेगा 2.निम्नानुसार विनिर्दिष्ट क्षेत्र, एतद द्वारा छत्तीसगढ़ए झारखण्ड एवं मध्यप्रदेश राज्यों के अंतर्गत अनुसूचित क्षेत्र घोषित किये जाने के लिए पुनःपरिभाषित किये जा रहे हैं मध्यप्रदेश
तहसील तामिया एवं जामई तहसील के पटवारी सर्कल क्र.10 से 12 एवं 16 से 19 तक, परासिया तहसील में पटवारी सर्कल क्र.09 में ग्राम सीरेगांव खुर्द एवं किरवारी तथा पटवारी सर्कल क्र.13 में ग्राम मैनावाड़ी एवं गवली परासिया, छिंदवाड़ा तहसील में पटवारी सर्कल क्र.25 का ग्राम बम्हनी, अमरवाड़ा तहसील में आदिम जाति विकास खंड हर्रई एवं पटवारी सर्कल क्र.28 से 36, 41, 43, 44 तथा 45-बी, तहसील बिछुआ, एवं सौंसर तहसील के पटवारी सर्कल क्र.05, 08, 09, 10, 11 एवं 14, छिंदवाड़ा जिले की पांढुर्ना तहसील में पटवारी सर्कल क्र.01 से 11 तथा 13 से 26 एवं पटवारी सर्कल क्र.12(ग्राम भूली को छोड़ कर) पटवारी सर्कल क्र.27 का ग्राम नंदपुर, पटवारी सर्कल क्र.28 के ग्राम नीलकंठ एवं ढौण्डीखापा, पूर्ववर्ती पैराग्राफ में क्षेत्रीय विभाजन के सन्दर्भ में प्रदर्शित किया गया कोई भी नाम, इस आदेश के आरम्भ होने पर, उस नाम के क्षेत्रीय विभाजन के सन्दर्भ में वर्तमान के समान समझा जावेगा ए.पी.जे. अब्दुल कलाम राष्ट्रपति [ एफ. क्र. 19 (5) 22002 . एल . 1] सुभाष सी. जैन. सचिव प्रदेश में कुल 07 संभाग अंतर्गत 20 जिलों में 89 आदिवासी विकासखंड स्थापित हैं।
जिलेवार जनजाति जनसंख्या
मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति में कौन कौन सी जाति आती है?मध्यप्रदेश की अनुसूचित जाति की लिस्ट | Madhya Pradesh SC Caste List in Hindi. अहीर, ब्रजवासी, गवली, गोली, जादव (यादव) बरगाही, बरगाह, थेथवार, राउत गोवारी (ग्वारी) गौरा, गवरी, ग्वाड़ा, गोवारी महाकुल (राउत) महकुल, गोप गवाली, लिंगायत, गोपाल।. असरा, असदा. बैरागी (वैष्णव). अनुसूचित जाति में कौन कौन से आते हैं?अब दूसरी दलित जातियों के साथ-साथ 17 अति पिछड़ी जातियां जिसमें कहार, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, कश्यप, बिंद, प्रजापति, धीवर, भर, राजभर, ढीमर, बाथम, तुरहा, मांझी, मछुआ और गोड़िया अब अनुसूचित जाति का सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकती हैं.
मध्य प्रदेश का सर्वाधिक अनुसूचित जाति वाला जिला कौन सा है?Detailed Solution. मध्य प्रदेश का अधिकतम अनुसूचित जाति (प्रतिशत) वाला जिला 'उज्जैन' है। मध्य प्रदेश का न्यूनतम अनुसूचित जाति (प्रतिशत) जिला 'झाबुआ' है। सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति प्रतिशत वाला जिला 'अलीराजपुर' है।
मध्य प्रदेश में कुल कितने अनुसूचित जनजाति समुदाय है?प्रदेश में 89 जनजाति विकास खंड हैं। प्रदेश के 15 जिलों में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया एवं सहरिया के 11 विशेष पिछड़ी जाति समूह अभिकरण संचालित हैं। मध्यप्रदेश की प्रमुख जनजातियों में भील, भिलाला, बारेला, गोंड, कोल, कोरकू, सहरिया भारिया, बैगा, सोर, पटेलिया, मवासी, पनिका, कंवर, हल्बी, मुंडा, खरिया हैं।
|