वर्तमान समय में जेंडर आइडेंटिटी और रिप्रेजेंटेशन की अवधारणा बड़े पैमाने पर महत्व प्राप्त कर रही है। गे और लेस्बियन जैसी शब्दों की समाज में अलग ही अवधारणा है ऐसे लोगों को समाज में नीची नजर से देखा जाता है, जबकि यह पूर्णतः सामान्य है। इसी कुरीति और गलत सोच को बदलने के लिए लैंगिक अध्ययन एक महत्वपूर्ण उभरता हुआ क्षेत्र है, जो एक अकादमिक क्षेत्र के रूप में जेंडर की जांच करने के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक निर्माण का एक संयोजन है। इस कोर्स में इतिहास, साहित्यिक आलोचना, नृविज्ञान, मनोविज्ञान, पारंपरिक अनुशासन और संस्कृतियों के साथ अंतःविषय शामिल है। आइए लैंगिक अध्ययन क्या है , के बारे में विस्तार से जानते हैं। Show
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लैंगिक अध्ययन क्या है?आखिर लैंगिक अध्ययन क्या है? लैंगिक अध्ययन एक विशाल और अंतःविषय विषय है जिसे स्त्री, पुरूष और एलजीबीटी पहचान पर केंद्रित सोशियोलॉजी का एक उप-विषय भी माना जाता है। इसका उद्देश्य जातियता कामुकता, वर्ग और राष्ट्रीयता में लिंग पहचान और प्रतिनिधित्व का विश्लेषण करना है। इसमें महिलाओं का अध्ययन, नारीवादी दृष्टिकोण, राजनीति आदि शामिल हैं। इस विषय में डिग्री प्राप्त करने के दौरान आप निम्नलिखित विषयों का अध्ययन कर सकते हैं:
लैंगिक अध्ययन की पढ़ाई क्यों करें?लैंगिकअध्ययन क्या है जानने के बाद आइए उन कुछ कारणों को जानते हैं, जिनकी वजह से आपको इस कोर्स को चुनना चाहिए-
लैंगिक अध्ययन के लिए स्किल्सजेंडर स्टडीज के लिए स्किल्सेट इस प्रकार हैं- तकनीकी ज्ञानइनोवेशनकम्युनिकेशनजिज्ञासालीडरशिपइंटरपर्सनलक्रिटिकल थिंकिंगप्रॉब्लम सॉल्विंगअंडर प्रेशर में काम की क्षमतामैनेजमेंट स्किल्सलैंगिक अध्ययन के प्रमुख विषयनीचे सूचीबद्ध महत्वपूर्ण विषय हैं जिन्हें आपको अपने लिंग अध्ययन कोर्स की यात्रा के माध्यम से पढ़ाया जाएगा-
लैंगिक अध्ययन के कोर्सेजलैंगिक अध्ययन के कुछ प्रमुख कोर्सेज की लिस्ट नीचे दी गई है – बैचलर्स कोर्सेज
मास्टर्स कोर्सेज
डॉक्टरेट लेवल कोर्सेज
लैंगिक अध्ययन के लिए विश्व के टॉप विश्वविद्यालयलैंगिक अध्ययन के लिए विश्व की कुछ टॉप विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है:
क्या आप UK में पढ़ाई करना चाहते है? तो Leverage Edu लाया है Mega UniConnect, दुनिया का पहला और सबसे बड़ा यूनिवर्सिटी फेयर जहाँ आपको मिल सकता है आपकी पसंद की यूनिवर्सिटी में एडमिशन का मौका। लैंगिक अध्ययन के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालयलैंगिक अध्ययन कोर्सेज के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालयों की लिस्ट नीचे दी गई है–
पात्रता मानदंडजेंडर स्टडीज के लिए पात्रता मानदंड इस प्रकार है-
आवेदन प्रक्रियाजेंडर स्टडीज के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है- विदेश में आवेदन प्रक्रियाविदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर वीजा एप्लिकेशन तक, कंप्लीट एप्लिकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं। आवश्यक दस्तावेज़कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
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आवश्यक दस्तावेज़कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
प्रवेश परीक्षाएंदेश भर में उन सभी छात्रों के लिए विभिन्न प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जो जेंडर स्टडीज या लैंगिक अध्ययन की पढ़ाई करना चाहते हैं। वहीं विदेशों में GRE और अंग्रेज़ी दक्षता के टेस्ट स्कोर जरूरी होते हैं। हमने नीचे एम ए राजनीति शास्त्र के लिए प्रवेश परीक्षाओं को सारणीबद्ध किया है- OUCETIPU CETBHU PETJNU EEEDUCETUPSEEGRETS EAMCETजेंडर स्टडीज बेस्ट बुक्सलिंग अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें नीचे सूचीबद्ध हैं- बुक्सऑथरलिंकThe Second Sexसिमोन डी ब्यूवोइरBuy HereWe Should All Be Feministsचिमामांडा न्गोज़ी अदिचीBuy HereGender Troubleजूडिथ बटलरBuy HereInvisible Womenकैरोलीन क्रिआडो पेरेज़Buy HereKey Concepts in Gender Studiesजेन पिल्चरBuy Hereलैंगिक अध्ययन में करियर और वेतनसामान्य अध्ययन के क्षेत्र के रूप में लैंगिक अध्ययन निश्चित रूप से विविध क्षेत्रों में करियर के ढेर सारे अवसर प्रदान कर रहा है। अकादमिक क्षेत्र लिंग, महिलाओं, कामुकता, समलैंगिक और पुरुषों के अध्ययन को समझने में मदद करने के लिए एक अंतर्दृष्टि रहा है। कई नियोक्ता ऐसे लोगों की तलाश में हैं जो विविधता और समानता की मजबूत समझ रखते हैं और जो लोगों के विविध समूहों के साथ काम करने में कुशल हैं। समूह सुविधा, अनुसंधान, सार्वजनिक बोलने, आलोचनात्मक सोच, प्रेरक लेखन और जटिल अवधारणाओं को समझने में आप विभिन्न कौशल हासिल करेंगे। लैंगिक अध्ययन ग्रेजुएट सरकार, शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून, सामाजिक सेवाओं, कला, संचार और मीडिया, विपणन और गैर-लाभकारी और सामाजिक न्याय संगठनों सहित नौकरी बाजार के विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं। कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल और वार्षिक सैलरी इस प्रकार है – जॉब प्रोफाइलवार्षिक वेतन (INR में)प्रोफ़ेसर3 से 4 लाखलिंग विशेषज्ञ3 से 4 लाखशोध सहयोगी4 से 6 लाखकाउंसलर5 से 6 लाखसमाज सेवक7 से 8 लाखलेखक (पत्रिका, समाचार पत्र)5 से 6 लाखFAQsलैंगिक अध्ययन क्या है? लैंगिक अध्ययन एक ऐसा विषय है जिसमें लिंग आधारित पहचान व विश्लेषण की केन्द्रीय श्रेणियों के रूप में लैंगिक प्रतिनिधित्व का अध्ययन किया जाता है। इसके अन्तर्गत स्त्री अध्ययन, पुरुष अध्ययन तथा LGBT अध्ययन आते हैं। इस प्रकार यह एक अन्तर्वैषयिक अध्ययन है जिसमें सेक्स आधारित दृष्टिकोण भी निहित रहता है। लैंगिक अध्ययन को अपनी शिक्षा के लिए क्यों चुनें? छात्रों को उनके लिंग के आधार पर लोगों की सामाजिक-सांस्कृतिक परिस्थितियों की गहन समझ होगी। इस कोर्स में इन व्यक्तियों का मनोवैज्ञानिक परीक्षण भी शामिल है। छात्र लिंग से संबंधित मुद्दों को बेहतर ढंग से समझने और उनका सामना करने में सक्षम होंगे, जिससे वे समाज में योगदान कर सकेंगे और जरूरतमंदों की सहायता कर सकेंगे। लैंगिक अध्ययन में करियर के क्या विकल्प हैं? लैंगिक अध्ययन ग्रेजुएट सरकार, शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून, सामाजिक सेवाओं, कला, संचार और मीडिया, विपणन और गैर-लाभकारी और सामाजिक न्याय संगठनों सहित नौकरी बाजार के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। लैंगिक अध्ययन में पढ़ने के बाद मैं किस जॉब प्रोफाइल के लिए अप्लाई कर सकता हूं? लैंगिक अध्ययन में पढ़ने के बाद कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल में प्रोफ़ेसर, लिंग विशेषज्ञ, शोध सहयोगी, काउंसलर, समाज सेवक, लेखक (पत्रिका, समाचार पत्र) आदि शामिल हैं। हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग ने आपको लैंगिक अध्ययन से जुड़ी सारी जानकारी दी होगी। यदि आप लैंगिक अध्ययन की पढ़ाई विदेश से करने की इच्छा रखते हैं, तो बेहतरीन मार्गदर्शन के लिए आज ही 1800 572 000 पर कॉल करें और Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए। जेंडर अध्ययन के प्रमुख क्षेत्र कौन से हैं?जेंडर अध्ययन विभाग (डीजीएस)
जेंडर अध्ययन एक अंतर्विद्यावर्ती क्षेत्र है जो जाति, स्थान और वर्ग विश्वास को नकारता है। यह ज्ञान के निर्माण का आधार और सामाजिक परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण बिन्दु है।
जेंडर अध्ययन से क्या अभिप्राय है?लिंग की सामाजिक रचना होने के नाते जेण्डर से अभिप्राय लिंग के अनुरूप किए जाने वाले व्यवहार, भूमिकाओं, प्रत्याशाओं तथा समाज में की जाने वाली क्रियाओं से है। प्रत्येक समाज पुरुष एवं स्त्री से अलग व्यवहार की आशा करता है, उनकी भूमिकाओं, क्रियाओं एवं गतिविधियों में भी अन्तर पाया जाता है।
जेंडर का मतलब क्या होता है?लिंग की परिभाषा – Definition of Gender in Hindi
“संज्ञा के जिस रूप से व्यक्ति या वस्तु की नर या मादा जाति का बोध हो, उसे व्याकरण में 'लिंग' कहते है।” दूसरे शब्दों में – संज्ञा शब्दों के जिस रूप से उसके पुरुष या स्त्री जाति होने का पता चलता है, उसे लिंग कहते है।
जेंडर की विशेषताएं क्या है?उनके गुण, व्यवहार के तरीके, भूमिकाएँ, जिम्मेदारियाँ, अधिकार और उम्मीदें भी अलग-अलग होती हैं । सेक्स की पहचान जन्म से जैविकीय रूप में मिलती है परंतु औरतों तथा मर्दों की जेंडर पहचान सामाजिक और मनोवैज्ञानिक रूप से मिलती है अर्थात् ऐतिहासिक व सांस्कृतिक रूप से तय की जाती है ।
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