सफेद छोले- छोले पुड़ी, छोले भटूरे, छोले चवाल ये कुछ ऐसी डिश हैं जिसे बहुत चाव से खाया जाता है लेकिन छोले खाने से गैस बनती है. जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती है उन्हें छोले नहीं खाने चाहिए या फिर सीमित मात्रा में खाना चाहिए. Show
आप कई बीमारियों में मूली के सेवन से स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं, और अनेक रोगों की रोकथाम (muli khane ke fayde) कर सकते हैं। आयुर्वेद में मूली के बारे में बहुत सारी बातें बताई गई हैं। आइए सबके बारे में जानते हैं।
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मूली क्या है? (What is Radish in Hindi?)भारत में मूली (mooli) को सब्जी के साथ-साथ सलाद के रूप में प्रयोग किया जाता है। मूली के नए पत्ते देखने में सरसों के पत्तों जैसे होते हैं। इसके फूल सफेद रंग के होते हैं। फूल दिखने में सरसों के फूलों की तरह ही होते हैं। रंगों के अनुसार, मूली दो प्रकार की होती है।
इसके बीज और जड़ से सफेद रंग का तेल निकाला जाता है।
अन्य भाषाओं में मूली के नाम (Name of Radish in Different Languages)मूली (mooligai) का वानस्पतिक नाम रॅफेनस् सेटाइवस ( Raphanus sativus Linn.,) है, और यह ब्रैसिकेसी (Brassicaceae) कुल की है। मूली को इसे देश-विदेश में इन नामों से भी बुलाया जाता हैः- Muli in-
मूली के फायदे और उपयोग (Radish Benefits and Uses in Hindi)मूली के फायदे (muli ke fayde) और औषधीय गुण, प्रयोग की मात्रा एवं विधियाँ ये हैंः-
हिचकी की परेशानी में मूली के फायदे (White Radish Benefits in Relief from Hiccup in Hindi)मूली के फायदे हिचकी से राहत दिलाने में लाभकारी होते हैं। मूली से बने जूस बनाएं, या सूखी मूली से काढ़ा बनाएं। इसे 50-100 मिली की मात्रा में 1-1 घंटे के बाद पिएं। इससे हिचकी की समस्या में लाभ (radish juice benefits) होता है।
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दाद-खाज-खुजली में मूली के औषधीय गुण से लाभ (Benefits of White Radish to Treat Ringworm in Hindi)दाद-खाज-खुजली के इलाज के लिए मूली के बीजों को नींबू के रस में पीस लें। इसे बीमार अंग पर लगाएं। इससे दाद-खाज-खुजली ठीक (mooli ke fayde) होती है। और पढ़ें – दाद या खुजली में अजवाइन से लाभ
मूली के सेवन से सूजन का इलाज (Benefits of Radish to Reduce Inflammation in Hindi)मूली खाने के फायदे सूजन की समस्या में भी मिलती है। सूजन के इलाज के लिए 5 ग्राम तिल के साथ मूली के 1-2 ग्राम बीजों का सेवन करें। ऐसा दिन में दो-तीन बार करने से सूजन ठीक होती है।
आंखों के रोग में मूली का औषधीय गुण फायदेमंद (White Radish Benefits to Treat Eye Disorder in Hindi)आंखों की कई तरह की बीमारियों में मूली के इस्तेमाल से लाभ मिलता है। मूली के रस को काजल की तरह आंखों में लगाएं। इससे आंखों की बीमारी ठीक होती है।
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कान के रोग में मूली के फायदे (Mullangi Benefits to Get Relief from Ear Disease in Hindi)
मूली के सेवन से कंठ के रोग का इलाज (Benefits of Radish for Throat Disorder in Hindi)मूली के 5-10 ग्राम बीजों को पीस लें। इसे गर्म जल के साथ दिन में 3-4 बार सेवन करने से कंठ का रोग ठीक होता है। इससे गला साफ होता है। और पढ़ें: कंठ रोग में वन तुलसी के फायदे
सांस संबंधी रोग में मूली का औषधीय गुण फायदेमंद (Radish Juice Benefits in Respiratory Disease in Hindi)
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खांसी की आयुर्वेदिक दवा है मूली (Benefits of Radish to Get Relief from Cough and Cold in Hindi)
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पाचनतंत्र विकार में मूली के फायदे (Benefits of Radish for Digestive System in Hindi)पाचनतंत्र को मजबूत बनाने के लिए खाने के बाद मूली का प्रयोग करें। भोजन से पहले खाने पर मूली पचने में अधिक समय लेती है, लेकिन भोजन के बाद भोजन को पचाने में मदद करती है। और पढ़ें: पाचनतंत्र ठीक करने में जायफल के फायदे
एसिडिटी में मूली के औषधीय गुण से लाभ (Benefits of Mullangi in Fighting with Acidity in Hindi)
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मूली के सेवन से पेट के दर्द का इलाज (Mullangi Benefits to Relief form Abdominal Pain in Hindi)
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दस्त में मूली का औषधीय गुण फायदेमंद (Benefits of Mullangi to Stop Diarrhea in Hindi)दस्त की समस्या में मूली के औषधीय गुण से फायदा मिलता है। कोमल मूली से बने 10-30 मिली काढ़ा में 1-2 ग्राम पीपर का चूर्ण मिला लें। इसे पीकर दस्त को रोक सकते हैं। और पढ़ें: दस्त रोकने में गोखरू के फायदे
बवासीर की आयुर्वेदिक दवा है मूली (Mullangi Benefits Treat Hemorrhoids in Hindi)
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खूनी बवासीर में मूली के फायदे (White Radish Benefits for Piles Treatment in Hindi)
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मूली के औषधीय गुण से मूत्र रोग का इलाज (Benefits of Radish Juice in Urinary Disease in Hindi)
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लकवा की आयुर्वेदिक दवा है मूली (Benefits of Muli Juice for Paralysis in Hindi)लकवा एक गंभीर बीमारी है। प्रायः ऐसा माना जाता है कि लकवा का पूरा इलाज नहीं हो सकता। आप लकवाव में मूली से लाभ (muli khane ke fayde) ले सकते हैं। मूली के 20-40 मिली रस को दिन में तीन बार पीने से लकवा रोग में लाभ होता है। और पढ़े: लकवा की समस्या में तिंदुक के फायदे
मूली के सेवन से पीलिया का इलाज (Radish Health Benefits to Treat Jaundice in Hindi)
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पथरी की बीमारी में मूली के सेवन से लाभ (Benefits of Radish for Stone Disease in Hindi)
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लिंग के तनाव (पेनिस में तनाव) की कमी में मूली के सेवन से लाभ (Muli Benefits for Erectile Dysfunction in Hindi)कई लोग यह शिकायत करते हैं कि सेक्स के दौरान लिंग में तनाव नहीं रहता, या लिंग के तनाव में कमी आ गई है। ऐसे लोग मूली से फायदे ले सकते हैं। मूली के बीजों को तेल में उबाल (खौला) लें। इस तेल से लिंग (पेनिस) पर मालिश करें। इससे लिंग के ढीलेपन की बीमारी ठीक (muli khane ke fayde) होती है।
मूली के औषधीय गुण से कुष्ठ रोग का इलाज (Benefits of Muli in Fighting with Leprosy in Hindi)कुष्ठ रोग को ठीक करने के लिए मूली के 10-20 ग्राम बीज को बहेड़ा के पत्ते के रस में पीस लें। इससे बीमार अंगों पर लगाएं। इस उपाय से कुष्ठ रोग का इलाज होता है। अधिक लाभ (muli khane ke fayde) के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से जरूर सलाह लें।
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मासिक धर्म विकार की आयुर्वेदिक दवा है मूली (Benefits of Muli in Menstrual Disorder in Hindi)महिलाओं को बराबर मासिक धर्म संबंधी विकार के कारण परेशानी होती है। मासिक धर्म विकार में मूली बीजों के चूर्ण को 3 ग्राम की मात्रा में पिएं। इससे मासिक धर्म संबंधी विकार ठीक होता है। और पढ़ें: मासिक धर्म विकार में गुड़हल के इस्तेमाल से फायदा
सूजाक में मूली के सेवन से फायदा (Muli Benefits for Gonorrhea Treatment in Hindi)मूली को चार टुकड़ा कर लें। इन पर छह ग्राम भूनी फिटकरी डालें। इन्हें रात में ओस में रख दें। सुबह मूली को खा लें, और मूली के ऊपर से जो पानी निकलता है, उसे पी लें। इससे सूजाक रोग में लाभ होता है।
एनीमिया के इलाज में मूली का औषधीय गुण फायदेमंद (Benefits of Radishes for Anemia Treatment in Hindi)
ग्रन्थि विसर्प (एक तरह का रैशेज) रोग में मूली के औषधीय गुण से फायदा (Muli Benefits to Cure Erysipelas in Hindi)ग्रंथि विसर्प रोग में पैर, मुंह, हाथों या अंगुलियों की त्वचा संबंधी रैशेज हो जाते हैं। इसके लिए मूली को पीसकर कुछ गर्म कर लें। इसका लेप करने से ग्रन्थि विसर्प (mooli benefits) में लाभ होता है। और पढ़ें – त्वचा रोग में चांदनी के फायदे
किडनी विकार में मूली के सेवन से फायदा (Benefits of Mooli for Kidney Disorder in Hindi)
लीवर या तिल्ली विकार में मूली के सेवन से फायदा (Mooli Benefits for Liver and Spleen Disorder in Hindi )
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