मोबाइल के अधिक प्रयोग प्रयोग से होने वाले नुकसानों में सबसे खतरनाक है मोबाइल रेडिएशन (Mobile Radiation) या मोबाइल विकिरण, मोबाइल रेडिएशन (Mobile Radiation) आपके स्वास्थ्य पर कितना दुष्प्रभाव डाल सकता है आप सोच भी नहीं सकते, तो आईये जानते हैं 7 उपाय मोबाइल रेडिएशन (Mobile Radiation) से बचने के
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Google+, Pinterest, Linkedin, Youtube Mobile Tower Radiation: जब भी हम मोबाइल टावर (Mobile Tower) के आस पास के गुजरते हैं तो हमारे मन में एक डर जैसा एहसास होता है. मोबाइल टावर से कितनी दूरी पर रहना चाहिए इसके संपर्क से कैसे खुद को दूर रखें, जैसे तमाम सवाल दिमाग में आते हैं. लेकिन, इससे बचने का कोई भी उपाय नहीं सुझता. ऐसे में मोबाइल टावर को लेकर कई अफवाएं भी आती रहती है तो लोगों के मन में काफी डर बेठा देती हैं. ऐसे में आपको बतातें हैं की आप इन रेडिएशन से खुद को कैसे बचा सकते हैं आसपास के टावर की ऐसे लें जानकारी ऐसा माना जाता है कि मोबाइल टावर से निकलने वाले रेडिएशन हमारी बॉडी और दिमाग पर काफी असर डालते हैं. ऐसे में अगर आप जानना चाहतें हैं आपके घर के आसपास कितने मोबाइल टावर हैं तो इसकी जानकारी आपको मिल सकती हैं. इसके लिए आपको Tarang sanchar.gov.in या फिर EMF पोर्टल पर अपना नाम, लोकेशन, E-Mail और अपना नंबर डालना होगा. डिटेल्स भरते ही आपको उस इलाके के मोबाइल टावर की जानकारी मिल जाएगी. यही नहीं आप इसमें लोकेशन चेंज करके दूसरी जगहों के टावर की भी जानकारी ले सकते हैं. रेडिएशन भी करा सकते हैं चेक Department of Telecommunications (DOT) के पोर्टल पर जाकर आप घर के आसपास कितना रेडिएशन है इसकी जानकारी भी ले सकते हैं. इसके लिए आपको 4000 रुपए खर्च करने होंगे. इसके बाद आपके एड्रेस पर एक Engineers एक टीम मुआयना करने के लिए आएगी. और रेडिएशन का लेबल चेक करेगी. अगर निर्धारीत की गई मात्रा से ज्यादा रेडीएशन यहां मिलता है तो आप इसकी शिकायत Dot में कर सकते हैं. मोबाइल से भी बनाएं दूरी मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से आपको तनाव, आंखों में जलन, डिप्रेशन और नींद न आना जैसी परेशानी हो सकती है. लेकिन मोबाइल रेडिएशन का खतरा इससे भी ज्यादा है. इसीलिए जहां तक हो सके अपने फोन को हैंडफ्री मोड में इस्तेमाल करें. नहीं तो Earpiece या Bluetooth का इस्तेमाल भी सेफ है. हमेशा याद रखें की सोते वक्त मोबाइल सिर की तरफ न रखें, अगर मोबाइल सिग्नल कम आ रहा हैं या बैट्री कम हो तो Pregnant महिलाओं और बच्चों से मोबाइल को दूर रखें. मोबाइल को शर्ट की जेब में भी रखने से बचना चाहिए. ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें मोबाइल से रेडिएशन कैसे कम करें?फोन का स्पीकर ऑन कर लें या फिर ईयर फोन का इस्तेमाल करें। कॉल बंद होने के बाद ईयरफोन को तुरंत कान से हटा दें। 2 शरीर से दूर रखें - शरीर से सटाकर या शरीर के किसी हिस्से पर मोबाइल फोन रखना खतरनाक हो सकता है। इसका प्रयोग करते समय हमेशा कुछ दूरी जरूरी बनाए रखें।
मोबाइल फोन का रेडिएशन कितना होना चाहिए?किसी भी डिवाइस का SAR लेवल 1.6 W/Kg से ज्यादा नहीं होना चाहिए। आप 2 मिनट में यह जान सकते हैं कि आपका फोन का SAR लेवल क्या है। हम बता रहे हैं इसे चेक करने की प्रॉसेस। यदि फोन का रेडिएशन ज्यादा है तो यह बीमारियों का कारण बन सकता है।
मोबाइल फोन से कौन सा रेडिएशन निकलता है?दरअसल, मोबाइल फोन से जो रेडिएशन निकलता है उसे स्पेसिफिके एब्सॉर्पशन रेट (एसएआर) कहा जाता है और इसे प्रति किलोग्राम वॉट में मापा जाता है. भारत में एसएआर की सीमा 1.60 वॉट प्रति किलो तय की गई है, जबकि एमआई ए1 का एसएआर 1.75 वॉट प्रति किलो और वनप्लस 5टी का 1.68 वॉट प्रति किलो है.
मोबाइल में रेडिएशन क्यों होता है?-मोबाइल के रेडिएशन से कैंसर, ऑर्थराइटिस, अल्जाइमर और हार्ट डिजीज का खतरा रहता है। -रेडिएशन की लगातार ज्यादा मात्रा स्वास्थ्य को गंभीर रूप से खराब कर सकती है। -मोबाइल फोन का रेडिएशन खून की क्वालिटी और दिमाग की कोशिकाओं को प्रभावित करता है। -मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से युवाओं में बहरेपन की भी समस्या आ रही है।
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