लौंग का वैज्ञानिक नाम in hindi - laung ka vaigyaanik naam in hindi

Free

Show

UPSC Civil Service Prelims General Studies Mock Test

100 Questions 200 Marks 120 Mins

Latest MPSC State Service Updates

Last updated on Nov 12, 2022

MPSC State Services Mains Exam Notice 2022 has been released on the official website on 11th November 2022 The application process will begin on 14th November 2022 and will continue till 28th November 2022. MPSC State Service Exams 2022 Prelims Results have been released on the official website on 4th November 2022. Candidates who have qualified for the Prelims will be now going for the Mains Exam, which is scheduled between the 21st to 23rd of January 2023. The Maharashtra Public Service Commission (MPSC) has released the MPSC Rajyaseva Revised Exam Pattern. Now, the mains exam will be conducted for 1750 marks instead of 800 marks. There are 9 Papers in the mains examination. The selection process includes a preliminary exam, the main exam, and an interview. The Commission holds MPSC Rajyaseva Examinations for posts such as Assistant Director, Chief Officer, Assistant Commissioner, Deputy Superintendent, etc.  The MPSC has also released the notification for the 2022 recruitment cycle. It has released a vacancy of 161.

Ace your General Science and Biology preparations for Botany with us and master Scientific Names for your exams. Learn today!

लोंग का वैज्ञानिक नाम क्या यही?...


लौंग का वैज्ञानिक नाम in hindi - laung ka vaigyaanik naam in hindi

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।

मुझे बात करने के लॉन्ग कर रहे हैं का वैज्ञानिक नाम क्या है तो यह है सीजी क्या अरोमैटिकम

Romanized Version

लौंग का वैज्ञानिक नाम in hindi - laung ka vaigyaanik naam in hindi

1 जवाब

This Question Also Answers:

  • लोंग का वैज्ञानिक नाम क्या है - long ka vaigyanik naam kya hai

Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!

लौंग बेशक आकार में छोटा होता है, लेकिन लौंग के फायदे चमत्कारी हैं। सदियों से लौंग का उपयोग आयुर्वेदिक औषधीयों में किया जाता रहा है। इसमें कई ऐसे जरूरी औषधीय गुण हैं, जो शरीर से जुड़ी कई परेशानियों को कम करने में मदद कर सकते हैं। यूं तो लोग इसका इस्तेमाल सर्दी-खांसी से बचने के लिए अभी भी करते हैं, लेकिन लौंग के फायदे कई ऐसे भी हैं, जिनके बारे में शायद ज्यादा लोगों को पता न हो। इन्हीं फायदों पर प्रकाश डालने के लिए हम यहां लौंग के लाभ और उपयोग के बारे में बता रहे हैं।

जानें विस्तार से

सबसे पहले हम आपको बता रहे हैं कि लौंग क्या है।

विषय सूची

  • लौंग क्या है?
  • लौंग के औषधीय गुण
  • लौंग के फायदे – Benefits of Clove in Hindi
  • लौंग के पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Clove in Hindi
  • लौंग का उपयोग – How to Use Clove in Hindi
  • लौंग का तेल बनाने की विधि
  • लौंग को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
  • लौंग के नुकसान – Side Effects of Clove in Hindi
  • अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

लौंग क्या है?

लौंग एक सदाबाहर पेड़ होता है। इस पेड़ के फूलों की सूखी कलियों का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जाता रहा है। भारत में लौंग का इस्तेमाल मसाले के रूप में काफी प्रचलित है। इसका वैज्ञानिक नाम सीजिजियम अरोमैटिकम (Syzygium Aromaticum) है। लगभग 9 साल बाद लौंग के एक वृक्ष में कली लगती है, जिसे सुखाने पर लौंग बनाया जा सकता है।

आगे पढ़ें

लौंग क्या होता है, यह तो आप जान गए हैं। अब हम आपको लौंग के गुण के बार में बताएंगे।

लौंग के औषधीय गुण

लौंग के औषधीय गुण की वजह से ही सदियों से इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-ऑक्सीडेंट प्रभाव होता है। इसके अलावा, इसमें एंटी-वायरल और एनाल्जेसिक गुण भी है, जो कई तरह से शरीर को फायदा पहुंचा सकते हैं (1)। शायद इसी वजह से सदियों से आयुर्वेद में लौंग के फायदे का इस्तेमाल लोगों को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता रहा है। लौंग के फायदे के बारे में आगे विस्तार से बताया गया है।

स्क्रॉल करें

आगे हम लौंग के फायदे के बारे में बता रहे हैं।

लौंग के फायदे – Benefits of Clove in Hindi

लौंग खाने से क्या फायदा होता है? अगर यह सवाल अक्सर आपके दिमाग में घूमता है, तो नीचे दिए गए लौंग के फायदों को पढ़ें। यहां रिसर्च के आधार पर हमने जानकारी दी है। बस लौंग का इस्तेमाल करते समय यह बात याद रखें कि यह गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है। महज स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाव का एक तरीका है। 

1. ओरल हेल्थ

लौंग की कलियां ओरल माइक्रो ऑर्गेनिज्म (मुंह में उत्पन्न होने वाले सूक्ष्म जीवों) को 70 प्रतिशत कम कर सकती हैं। इसी वजह से कई टूथपेस्ट में लौंग का इस्तेमाल किया जाता है। तुलसी, टी-ट्री ऑयल के साथ लौंग का इस्तेमाल करके घर पर ही बनाया गया माउथ वॉश ओरल हेल्थ को बेहतर रख सकता है (2)।

लौंग का तेल भी विभिन्न पीरियडोंटल पैथोजेन (Periodontal Pathogens) से बचाव कर सकता है। यह वो बैक्टीरिया होते हैं, जो मसूड़ों में इंफेक्शन का कारण बनते हैं (2)। दांतों में होने वाले दर्द को कम करने के लिए लौंग काफी फायदेमंद माना जाता है। लौंग में यूजेनॉल (Eugenol) नामक तत्व दांतों के दर्द को कम करने का काम कर सकता है। यह प्लाक और कैरिज से भी दांतों को बचा सकता है (3)। 

2. सर्दी-खांसी

लौंग के गुण में खांसी और सर्दी से बचाव भी शामिल है। लौंग में एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो सर्दी और खांसी को कम कर सकता है। दरअसल, यह एक्सपेक्टोरेंट की तरह काम करता है, जो पूरे बलगम को मुंह से निकालकर ऊपरी श्वसन तंत्र को साफ कर सकता है (4)। 

3. डायबिटीज

लौंग का इस्तेमाल मधुमेह को कुछ हद तक नियंत्रित करना भी शामिल है। मधुमेह वो चिकित्सकीय स्थिति है, जिसके अंतर्गत रक्त में शर्करा की मात्रा अधिक हो जाती है। लौंग ब्लड ग्लूकोज को कम करके डायबिटीज को कंट्रोल कर सकता है (5)।

एक अन्य शोध में कहा गया है कि लौंग में एंटीहाइपरग्लाइसेमिक, हाइपोलिपिडेमिक और हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं। यह डायबिटीज की समस्या को कम करने के साथ ही लिपिड में सुधार करने और लिवर को बचाने का काम कर सकता है (6)। लोंग के साथ ही लौंग का तेल भी ग्लूकोज को कम करने, लिपिड प्रोफाइल को सुधारने और किडनी संबंधी समस्या से डायबिटीज के मरीजों को बचाने का काम कर सकता है (7)।

4. इंफ्लेमेशन से लड़ने के लिए

लौंग इंफ्लेमेशन से लड़ने में भी मददगार हो सकता है। लौंग में यूजेनॉल (Eugenol) नामक कंपाउंड पाया जाता है, जो शरीर में एंटीइंफ्लेमेटरी एंजेंट की तरह कार्य कर सकता है। यह कंपाउंड इंफ्लेमेशन के कारण होने वाली बीमारियों और स्किन संबंधी समस्याओं से बचाने का काम कर सकता है (8)। इंफ्लेमेशन की वजह से होने वाले एक्ने को कम करने में भी लौंग लाभदायक हो सकता है (9)। 

5. पाचन के लिए लौंग खाने के फायदे

लौंग शरीर के एंजाइम्स को उत्तेजित और पाचन तंत्र को बूस्ट करने का काम कर सकता है।  इसका सेवन आंत में होने वाली जलन के स्तर को कम कर सकता है और अपच की समस्या को ठीक कर सकता है। लौंग पाचन संबंधी समस्या जैसे पेट का फूलना, गैस, अपच, मतली, डायरिया और उल्टी के लक्षणों से राहत दिला सकता है। इसके अलावा, लौंग और इसका तेल पेप्टिक अल्सर के लक्षण को भी कम कर सकता है (4) (10)।

लौंग का तेल गैस्ट्रिक म्यूकस को बढ़ाने में मदद करता है, जो पेट को सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन इस संबंध में अभी और रिसर्च की जरूरत है। वहीं, लौंग में 1 चम्मच शहद मिलाकर सोने से पहले लेने की सलाह दी जाती है। हां, पाचन संबंधी परेशानी बढ़ने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

6. वजन कम करने के लिए लवंग खाने के फायदे

वजन कम करने में लौंग भी मदद कर सकता है। पौष्टिक डाइट के साथ ही नियमित रूप से लौंग का सेवन वजन नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। डाइटिशियन नेहा श्रीवास्तव के मुताबिक, लौंग मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देकर वैट मैनेजमेंट में मदद कर सकता है। घरेलू उपाय के साथ ही वजन कम करने के लिए योग व एक्सरसाइज करना भी जरूरी है।

7. कैंसर के लिए लौंग के लाभ

मेडिकल शोध के अनुसार लौंग ट्यूमर को बढ़ने से रोक सकता है। लौंग के एथिल एसीटेट अर्क में एंटी-ट्यूमर गतिविधि पाई गई है, जिस वजह से इसका इस्तेमाल कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए किया जा सकता है। रिसर्च में बताया गया है कि ओलिक एसिड की मौजूदगी की वजह से लौंग एंटी-ट्यूमर प्रभाव को प्रदर्शित कर सकता है (13)। रिसर्च में लौंग के एंटी-ट्यूमर प्रभाव की क्षमता को जांचने के लिए अधिक शोध की सलाह दी गई है।

प्रारंभिक अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि फेफड़े, त्वचा और डाइजेस्टिव कैंसर के मामलों में लौंग का तेल एक कीमोप्रीवेंटिव भूमिका (Chemopreventive role) निभा सकता है (4)। ध्यान दें कि लौंग कैंसर का इलाज नहीं है। यह बस बचाव का एक तरीका हो सकता है। कैंसर से ग्रस्त होने पर डॉक्टर से इलाज करवाना अनिवार्य है।

जारी रखें पढ़ना

8. स्ट्रेस के लिए लौंग खाने के फायदे

लौंग में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो तनाव की वजह से होने वाले पैथोलॉजिकल परिवर्तनों की रोकथाम में मदद कर सकता है। शोध में कहा गया है कि लौंग में मौजूद एंटी-स्ट्रेस एक्टिविटी तनाव को कम तो कर सकती है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि लौंग किस तरह तनाव से बचा सकता है (12)।

लौंग का तेल संचार प्रणाली को उत्तेजित यानी स्ट्यूमिलेट करता है और मानसिक थकावट व थकान को कम कर सकता है। इसे अनिद्रा, स्मृति हानि, चिंता और अवसाद को कम करने में सहायक माना जाता है (4)।

9. सिरदर्द और दांत दर्द

पारंपरिक रूप से सिरदर्द से राहत के लिए लौंग का उपयोग किया जाता रहा है (13)। लौंग में एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो दांत दर्द से भी राहत दिला सकता है। इसके अलावा, लौंग का तेल भी दांत और सिर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है (4)। लौंग के तेल को दांत में लगाने से और लौंग व उसके तेल को सूंघने से सिरदर्द कम हो सकता है (14)। 

10. लिवर के लिए लवंग खाने के फायदे

लौंग का पानी पीने के फायदे में लिवर स्वास्थ्य भी शामिल है (4)। एक स्टडी में कहा गया है कि पैरासिटामोल की वजह से होने वाले लिवर इंजरी को कम करने में लौंग मदद कर सकता है। यह साइटोप्लाज्मिक एंजाइम्स में सुधार करके लिवर इंजरी से बचाव कर सकता है (14)। ध्यान दें कि लिवर संबंधी समस्या के लिए लौंग पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है। इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

11. टेस्टोस्टेरोन के स्तर के लिए लौंग

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का कहना है कि लौंग का प्रयोग अगर संयमित मात्रा किया जाए, तो यह टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में मदद कर सकता है। हालांकि, रिसर्च में कहा गया है कि इसकी अधिक मात्रा टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को कम भी कर सकती है (15)। 

12. अस्थमा के लिए लौंग के उपाय

लौंग में यूजेनॉल (Eugenol) कंपाउंड होता है, जिसे अस्थमा के लिए अच्छा माना जाता है। एक शोध के अनुसार, यह कंपाउंड एंटीअस्थमेटिक प्रभाव को प्रदर्शित करता है, जिस वजह से अस्थमा से होने वाली परेशानी को कम करने में लौंग सहायता कर सकता है। रिसर्च में कहा गया है कि लौंग में मौजूद ब्रोन्कोडायलेटर और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुणों की वजह से यह एंटी-अस्थमेटिक ड्रग जैसी क्षमता दिखा सकता है (16)।

लौंग के तेल की सुगंध नाक की नली को साफ करने में मदद करते हैं। साथ ही अस्थमा, खांसी, जुकाम, साइनस, ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं को शांत कर सकते हैं। अस्थमा से राहत पाने के लिए लौंग व इसके तेल के साथ शहद और लहसुन के मिश्रण का सेवन किया जा सकता है (14)।  

13. हड्डियों के लिए लौंग

हड्डियों को मजबूत बनाने में भी लौंग सहायक हो सकता है। दरअसल, लौंग में मैंगनीज होता है, जो हड्डियों को मजबूत बना सकता है (4)। एक रिसर्च में कहा गया है कि लौंग के हाइड्रोक्लोरिक अर्क में मौजूद यूजेनॉल हाइपोगोनैडल ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी संबंधी रोग) के खिलाफ लड़कर हड्डी-संरक्षण का कार्य कर सकता है (17)। 

14. कान का दर्द

लौंग के फायदे में कान के दर्द से राहत दिलाना भी शामिल है। कान के दर्द के लिए लौंग के तेल को उसमें मौजूद दर्द निवारक और एनेस्थेटिक नेचर की वजह से इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे थोड़े समय के लिए दर्द का एहसास कम व खत्म हो सकता है। लौंग के तेल को अन्य तेल के साथ मिलाकर कॉटन की मदद से एयर कैनाल के पास रखा जा सकता है। इससे दर्द कम होने के साथ ही कान के संक्रमण से भी राहत मिल सकती है (4)। 

15. एक्ने

त्वचा पर होने वाले एक्ने और पिम्पल को कम करने में भी लौंग का उपयोग किया जा सकता है। लौंग में मौजूद यूजेनॉल कंपाउंड एक्ने के कारण होने वाले इंफ्लेमेटरी रिस्पॉन्स को कम कर सकता है। अर्थात एक्ने बैक्टीरिया की वजह से होने वाले स्किन इंफ्लेमेशन को भी कम करने में लौंग सहायक हो सकता है (9)। इसी वजह से घर पर लौंग के उपाय के लिए एक्ने को भी जाना जाता है। 

आगे है और जानकारी 

लौंग में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी हम नीचे दे रहे हैं।

लौंग के पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Clove in Hindi

लौंग के पौष्टिक तत्वों की विस्तृत जानकारी नीचे टेबल के माध्यम से दी गई है। जानें लौंग में कौन-कौन से विटामिन, मिनरल्स और अन्य पौष्टिक तत्व होते हैं (18)।

पोषक तत्व  मात्रा प्रति 100 ग्राम 
पानी 9.87 g
एनर्जी 274 kcal
प्रोटीन 5.97 g
कुल फैट 13 g
कार्बोहाइड्रेट 65.5 g
फाइबर 33.9  g
शुगर 2.38 g
ग्लूकोज 1.14 g
फ्रुक्टोज 1.07 g
कैल्शियम 632 mg
आयरन 11.83 mg
मैग्नीशियम 259 mg
फास्फोरस 104 mg
पोटेशियम 1020 mg
सोडियम 277 mg
जिंक 2.32 mg
सेलेनियम 7.2 µg
कॉपर 0.368 mg
मैंगनीज 60.1 mg
विटामिन-सी 0.2 mg
थियामिन 0.158 mg
राइबोफ्लेविन 0.22 mg
नियासिन 1.56 mg
विटामिन-बी 0.391 mg
फोलेट 25 µg
कोलीन 37.4 mg
बीटेन 1.4 mg
विटामिन ए 8 RAE
कैरोटीन-बीटा 45 µg
विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल) 8.82 mg
विटामिन के (फाइलोक्विनोन) 142 µg
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड 3.952 g
फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 1.393 g
फैटी एसिड, टोटल पॉलीसैचुरेटेड 3.606 g

बने रहें हमारे साथ

आगे जानते हैं लौंग के उपयोग क्या-क्या हो सकते हैं।

लौंग का उपयोग – How to Use Clove in Hindi

लौंग का उपयोग दैनिक जीवन में कई तरह से किया जा सकता है। क्या है लौंग का उपयोग करने का तरीका आइए नीचे जानते हैं।

  • फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में इसका इस्तेमाल भारतीय व्यंजनों, अचार और सॉस में किया जा सकता है।
  • लौंग के गुण और खूशबू की वजह से इसे एरोमाथेरेपी के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • लौंग को उबालकर इसके पानी को माउथ वॉश की तरह उपयोग कर सकते हैं।
  • लौंग को भोजन में मसाले के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • एक कप गर्म पानी में एक चौथाई चम्मच लौंग का चूर्ण डालकर सुबह और रात को पी सकते हैं।
  • लौंग के तेल की कुछ बूंदों से माथे की मसाज करके तनाव से राहत पा सकते हैं। घरेलू लौंग के टोटके में यह उपाय शामिल है।
  • मसूड़े के दर्द और सूजन के लिए लौंग के तेल की कुछ बूंदों को संक्रमित जगह पर लगाकर धीरे-धीरे 1-2 मिनट तक हल्की मसाज कर सकते हैं।
  • गले के संक्रमण और सूजन को कम करने के लिए एक गिलास गर्म पानी में एक छोटे चम्मच लौंग के चूर्ण को मिलाकर गरारा कर सकते हैं।
  • ब्लैक-टी में एक लौंग डालकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। इसे सर्दी-जुकाम ठीक करने के लिए घरेलू लौंग के टोटके भी कहा जाता है।
  • लौंग को सीधे मुंह में डालकर चबा सकते हैं।
  • 4-5 लौंग को पीसकर साफ रूमाल में रखकर सूंघ सकते हैं।

अंत तक पढ़ें

साबुत लौंग के लाभ के साथ ही लौंग के तेल के फायदे भी कई हैं। इसी वजह से हम आगे लौंग का तेल बनाने की विधि बता रहे हैं।

लौंग का तेल बनाने की विधि

लौंग और लौंग के तेल के फायदे के बारे में आप ऊपर जान चुके हैं। अब हम घर में लौंग का तेल बनाने की विधि बता रहे हैं।

सामग्री:

  • 12-15 साबुत लौंग या एक चम्मच लौंग का पाउडर।
  • 100 एमएल जैतून का तेल।

बनाने की विधि:

  • एक कांच की बोतल में पहले जैतून का तेल डालें।
  • फिर साबुत लौंग या फिर लौंग का पाउडर डाल दें।
  • ऐसा करने के बाद बोतल का ढक्कन टाइट से बंद करके उसे अच्छा से हिला लें।
  • अब करीब 10 से 14 दिन तक बोतल को रोज हिलाएं और ऐसे ही रहने दें।
  • 14 दिन के बाद लौंग के गुण जैतून तेल में समा जाएंगे और लौंग का तेल बनकर तैयार हो जाएगा।
  • चाहें, तो बोतल में से साबुत लौंग या लौंग के पाउडर को छान कर निकाल सकते हैं।
  • अन्यथा, उन्हीं के साथ तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

स्क्रॉल करें

चलिए, आगे जानते हैं कि लौंग को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है। उसके बाद लौंग खाने के नुकसान के बारे में जानेंगे।

लौंग को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

लौंग की कलियां सालों-साल तक खराब नहीं होती हैं। इसको लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए कुछ खास जतन करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। बस लौंग को सूर्य की रोशनी से दूर एयरटाइट डब्बे में डालकर रख दें। इससे लौंग की खुशबू बनी रहती है और किसी तरह की नमी उसमें नहीं आती है। लौंग का पाउडर अगर खरीद रहे है, तो उसे फ्रिज में एयर टाइट कंटेनर में डालकर स्टोर करके रख सकते हैं।

लौंग खाने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। लौंग के फायदे, तो आप ऊपर जान ही चुके हैं। अब हम लौंग खाने के नुकसान के बारे में बता रहे हैं।

लौंग के नुकसान – Side Effects of Clove in Hindi

नियमित रूप से एक या दो लौंग खाने के कई फायदे होते हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन करने से इसके नुकसान भी हो सकते हैं। अगर आप भी सोच रहे हैं कि ज्यादा लौंग खाने से क्या होता है, तो नीचे पढ़ें लौंग के नुकसान के बारे में (4) (15) (1) (19)।

  • रक्त का पतलापन
  • आंखों में जलन
  • स्किन एलर्जी
  • कोमा
  • लिवर डैमेज
  • अधिक सेवन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन नामक हार्मोन को कम कर सकता है।
  • गर्भावस्था में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • अधिक सेवन विषाक्तता का कारण बन सकता है।

सदियों से लोग का उपयोग अच्छी सेहत के साथ ही स्वास्थ्य से संबंधित कई समस्याओं के प्रभाव को कम करने के लिए किया जाता रहा है। उम्मीद करते हैं कि अब आपको लौंग खाने से क्या होता है, इस सवाल का जवाब मिल गया होगा। इस लेख में बताए गए लौंग खाने फायदों को अपनाकर हर कोई एक स्वस्थ जिंदगी जी सकता है। बस लौंग का सेवन करते समय यह ध्यान दें कि लौंग खाने से नुकसान भी हो सकते हैं, इसलिए इसका सेवन संयमित मात्रा में ही करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

एक दिन में कितने लौंग ले सकते हैं?

लौंग प्रति दिन 2.5 मिलीग्राम प्रति किलो वजन के हिसाब से लिया जा सकता है। इससे अधिक का सेवन करने से विषाक्तता हो सकती है (1)। मोटे तौर पर कहें, तो एक व्यक्ति दो से तीन लौंग की कलियों का सेवन कर सकता है। लौंग के फायदे और नुकसान इसकी मात्रा पर ही निर्भर करता है।

लौंग के लिए एक अच्छा विकल्प क्या है?

वैसे तो लौंग का कोई विकल्प हो नहीं सकता है, लेकिन अगर किसी को लौंग से एलर्जी हो, तो वह जायफल का इस्तेमाल कर सकता है। जायफल को लौंग का निकटतम विकल्प माना जाता है।

क्या लौंग का तेल मनुष्यों के लिए विषाक्त है?

अधिक मात्रा में सेवन करने या फिर बिना डायल्यूट किए इस्तेमाल करने से यह विषाक्त हो सकता है।

लौंग के अन्य नाम क्या हैं?

लौंग का अंग्रेजी नाम क्लोव (Clove) है। उर्दू, मराठी और कन्नड़ में इसे लवंग कहा जाता है।

क्या लौंग ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है?

हां, लौंग के सेवन से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सकता है (19)।

क्या लौंग से फेफड़े में खून आता है?

इस तथ्य से जुड़ा कोई वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है। इसकी संयमित मात्रा सुरक्षित मानी जाती है। हां, क्लोव सिगरेट पीने से लंग्स इंजरी हो सकती है (20)।

लौंग की तासीर कैसी होती है?

लौंग की तासीर गर्म होती है।

क्या लौंग का पानी पीना फायदेमंद है?

लेख में बताए गए सभी फायदे लौंग का सेवन, उसके तेल के इस्तेमाल व लौंग का पानी विशेषकर चाय के रूप में लेने से मिल सकते हैं।

रात को सोते समय लौंग खाने से क्या होता है?

रातों के समय यदि दो लौंग मुंह में रखी जाती हैं, तो खांसी नियंत्रित होने के साथ ही नींद भी बेहतर हो सकती है ।

क्या खाली पेट लौंग खाने से फायदे हैं?

खाली पेट लौंग खाने से खांसी दूर हो सकती है। साथ ही स्ट्रेस दूर करने और वजन कम करने में भी खाली पेट लौंग खाना फायदेमंद हो सकता है।

Sources

Articles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Check out our editorial policy for further details.

  • Clove (Syzygium aromaticum): a precious spice
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3819475/
  • A comparative study of antiplaque and antigingivitis effects of herbal mouthrinse containing tea tree oil, clove, and basil with commercially available essential oil mouthrinse
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4095623/
  • CLOVE OIL AND ITS ROLE IN ORAL HEALTH- A REVIEW
    https://rspublication.com/ijphc/2014/june14/19.pdf
  • Recent Trends in Indian Traditional Herbs Syzygium aromaticum and its Health Benefits
    http://www.phytojournal.com/vol1Issue1/Issue_may_2012/1.pdf
  • Hypoglycemic Effects of Clove (Syzygium Aromaticum Flower Buds) on Genetically Diabetic KK-Ay Mice and Identification of the Active Ingredients
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/21987283/
  • Antihyperglycemic, hypolipidemic, hepatoprotective and antioxidative effects of dietary clove (Szyzgium aromaticum ) bud powder in a high‐fat diet/streptozotocin‐induced diabetes rat model
    https://onlinelibrary.wiley.com/doi/abs/10.1002/jsfa.6617
  • Effects of clove oil on blood glucose level, lipid profile, lipid peroxidation, and kidney function on diabetic rats
    https://www.journalijdr.com/effects-clove-oil-blood-glucose-level-lipid-profile-lipid-peroxidation-and-kidney-function-diabetic
  • Anti-inflammatory activity of clove (Eugenia caryophyllata) essential oil in human dermal fibroblasts
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6130734/
  • Clove extract and eugenol suppress inflammatory responses elicited by Propionibacterium acnes in vitro and in vivo
    https://www.tandfonline.com/doi/full/10.1080/09540105.2017.1320357
  • Gastroprotective Activity of Essential Oil of the Syzygium Aromaticum and Its Major Component Eugenol in Different Animal Models
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/21140134/
  • Clove Extract Inhibits Tumor Growth and Promotes Cell Cycle Arrest and Apoptosis
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4132639/
  • Anti-stress activity of hydro-alcoholic extract of Eugenia caryophyllus buds (clove)
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2825010/
  • Clove (Syzygium aromaticum) ingredients affect lymphocyte subtypes expansion and cytokine profile responses: An in vitro evaluation
    https://www.sciencedirect.com/science/article/pii/S1021949814000878
  • Clove : A Champion Spice
    https://ijrap.net/admin/php/uploads/360_pdf.pdf
  • Safety Assessment of Syzygium Aromaticum Flower Bud (Clove) Extract With Respect to Testicular Function in Mice
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/18765266/
  • Antiasthmatic Effect of Eugenol (4-Allyl-2-Methoxyophenol) Mediated by Both Bronchodilator and Immunomodulatory Properties
    https://pdfs.semanticscholar.org/f328/34d8a8ff4dd7ab7c48013c795b5f142105f0.pdf?_ga=2.194515117.1038214206.1594233621-1083984487.1594233621
  • Clove (Syzygium Aromaticum Linn) Extract Rich in Eugenol and Eugenol Derivatives Shows Bone-Preserving Efficacy
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/21711176/
  • Spices, cloves, ground
    https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/171321/nutrients
  • Cloves
    https://www.publish.csiro.au/hc/pdf/HC15163
  • Epidemiologic Notes and Reports Illnesses Possibly Associated with Smoking Clove Cigarettes
    https://www.cdc.gov/mmwr/preview/mmwrhtml/00000549.htm

और पढ़े:

  • क्विनोआ के 14 फायदे, उपयोग और नुकसान
  • अलसी के फायदे, उपयोग और नुकसान
  • शहद के 23 फायदे, उपयोग और नुकसान
  • च्यवनप्राश के 15 फायदे, उपयोग और नुकसान

Was this article helpful?

thumbsupthumbsdown

The following two tabs change content below.

  • Reviewer
  • Author

पुजा कुमारी ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में एमए किया है। इन्होंने वर्ष 2015 में अपने... more

Neha Srivastava - Nutritionist M.Sc -Life Science PG Diploma in Dietetics & Hospital Food Services. I am a focused health... more

लौंग का वैज्ञानिक नाम क्या है?

Syzygium aromaticumलौंग / वैज्ञानिक नामnull

लौंग के रासायनिक घटक क्या हैं?

लौंग का मुख्य घटक यूजेनॉल है जिसमें कुल लौंग का 70-90% हिस्सा शामिल है। एसिटिल यूजेनॉल, वैनिलिन, टैनिन और फ्लेवोनोइड जैसे अन्य तेल लौंग की शेष रचना को बनाते हैं

लौंग का कुल क्या है?

मर्टल परिवारलौंग / परिवारnull

लौंग का देश कौन सा है?

एफएओ के अनुसार, इंडोनेशिया लौंग उत्पादन में दुनिया का नेतृत्व करता है। दुनिया के लगभग 80% लौंग का उत्पादन इंडोनेशिया द्वारा किया जाता है और इसके बाद मेडागास्कर और तंजानिया आते हैं। इसके बाद मेडागास्कर, ज़ांज़ीबार, भारत और श्रीलंका हैं।