सिर की चोट और संघट्टन3 min read Show
सिर की अधिकतर चोटें चिंताजनक नहीं होती हैं। सामान्यत: आपको हॉस्पिटल में नहीं जाना पड़ता और दो सप्ताह के भीतर आप पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। सिर की चोट के पश्चात हॉस्पिटल जायें, यदि आप अथवा आपका बच्चे को ये लक्षण हैं:
आप अथवा आपके बच्चे को संघट्टन हो सकता है। साधारणत: लक्षण 24 घंटों के भीतर आरम्भ हो जाते हैं, परन्तु कभी-कभी वे 3 सप्ताह तक दिखाई नहीं देते हैं। आपातकालीन सेवाओं को फ़ोन करें, यदि किसी ने अपना सिर मार दिया है और:
जब आप किसी को सुरक्षापूर्वक हॉस्पिटल तक पहुँचाने में असमर्थ हों तो आपातकाल सेवाओं को फ़ोन करें किसी मामूली सिर की चोट का उपचार कैसे करेंयदि आपको हॉस्पिटल जाने की आवश्यकता न हो तो साधारणत: आप स्वयं अथवा अपने बच्चे की घर पर ही देखभाल कर सकते हैं। दो सप्ताह तक हल्के सिरदर्द अथवा बीमार या स्तब्ध महसूस करने जैसे लक्षणों का उत्पन्न होना साधारण बात है। स्वास्थ्यलाभ में सहायता करने हेतु :
सिर की चोट के पश्चात :
डॉक्टर से संपर्क करें, यदि:
लेख सम्बंधित जानकारीLast Reviewed: 30 September 2020Next Review: 30 September 2023Sign up for the latest wellbeing ideas, health trends, partner offers… and taboo-busting stories. Choose the topics relevant to you Women’s health & wellbeing Men’s health & wellbeing You can unsubscribe anytime. We use Braze to deliver our newsletters based on your interests to your email address. We won’t share this information with other third parties. See our Privacy Policy for more information. By subscribing you agree to our terms. महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
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शेयर करें परिचय सिर की चोट एक ऐसा शब्द है जो सिर के सभी भागों की चोट का वर्णन करता है, जैसे खोपड़ी, मस्तिष्क और सिर के अंदरुनी ऊतकों व रक्तवाहिकाओं में किसी प्रकार की चोट लगना। सिर में चोट कई कारणों से लग सकती है जैसे गिरना, फिसलना, सड़क दुर्घटना और शारीरिक हिंसा आदि। सिर में चोट लगने के कारण मस्तिष्क के ऊतकों में सूजन या ब्लिडिंग हो सकती है या मस्तिष्क को चारों तरफ से ढकने वाली परत में खून बह सकता है। सिर में चोट लगने के कारण कई बार खोपड़ी की हड्डी नहीं टूटती है लेकिन हड्डी के पीछे मस्तिष्क को चोट लग जाती है, ऐसी स्थिति में सिर बाहर से ठीक लगता है लेकिन मस्तिष्क के अंदर खून बहने लगता है। सिर में चोट लगने के तुरंत बाद ही उसके लक्षण महसूस होने लग सकते हैं या लक्षण धीरे-धीरे भी विकसित हो सकते हैं, जिसमें कुछ घंटे से कुछ दिनों तक का समय लग सकता है। इन लक्षणों में सिर में चोट लगने से मतली और उल्टी, सिरदर्द, चक्कर आना, याददाश्त चली जाना, उलझन, थकान महसूस होना और शरीर का संतुलन बनाने में कठिनाई महसूस होना आदि शुमार हैं। (और पढ़ें - कमजोर याददाश्त के लक्षण) सिर की चोट का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर सिर का परीक्षण करते हैं और यह पूछते हैं कि चोट किस प्रकार लगी थी। परीक्षण के दौरान सीटी स्कैन और सिर का एक्स रे भी किया जा सकता है, इन टेस्टों की मदद से यह पता लगाया जाता है कि सिर की चोट कितनी गंभीर है और सिर की हड्डी सुरक्षित है या नहीं। यदि सिर में चोट लगी है तो उस पर तुरंत ध्यान देना और उसका इलाज करवाना बहुत जरूरी होता है। सिर की चोट का इलाज चोट की जगह, प्रकार और उसकी गंभीरता के आधार पर किया जाता है। जिन लोगों के सिर में हल्की चोट आई है, तो हो सकता है उनको जांच व लक्षणों को नियंत्रित करने के अलावा कोई अन्य उपचार करवाने की जरूरत ना पड़े। लेकिन जिन लोगों के सिर में गंभीर रूप से चोट आई है, जिससे उनकी सिर की हड्डी टूट गई है या फिर सिर के बाहर या मस्तिष्क के अंदर खून बह रहा है तो ऐसी स्थिति में ऑपरेशन की आवश्यकता भी पड़ सकती है। (और पढ़ें - हड्डी टूटने के लक्षण) सिर में चोट लगने से कई प्रकार की जटिलताएं हो सकती हैं, जैसे न्यूरोलॉजिकल संबंधी समस्याएं, कोमा और यहां तक कि कुछ गंभीर मामलों में मरीज की मृत्यु भी हो सकती है। (और पढ़ें - सिर दर्द से छुटकारा पाने के उपाय)
सिर की चोट क्या है - What is Head Injury in Hindiसिर की चोट क्या है? खोपड़ी, मस्तिष्क या सिर के किसी भी हिस्से में चोट लगने की स्थिति को सिर की चोट कहा जाता है। सिर की चोट खोपड़ी में छोटी सी गांठ से लेकर मस्तिष्क में गंभीर रूप से चोट लगना हो सकती है। सिर की चोट व्यस्कों में अपंगता और मृत्यु के सबसे मुख्य कारणों में से एक है। (और पढ़ें - चोट की सूजन का इलाज) सिर की चोट के प्रकार - Types of Head Injury in Hindiसिर की चोट कितने प्रकार की होती है? सिर की चोट खुली चोट (खुले घाव के रूप में) भी हो सकती है या बंद चोट (गुम चोट) भी हो सकती है:
(और पढ़ें - रीढ़ की हड्डी की चोट) सिर की चोट के लक्षण - Head Injury Symptoms in Hindiसिर में चोट लगने के क्या लक्षण हैं? सिर में चोट लगने के कुछ मामलों में किसी प्रकार लक्षण पैदा नहीं होता है और कुछ मामलों में याददाश्त भूलना या कोमा जैसे गंभीर लक्षण पैदा हो सकते हैं। यह भी जरूरी नहीं है, कि सिर में चोट लगने के तुरंत बाद लक्षण पैदा होने लगें, क्योंकि यदि मस्तिष्क में चोट लगी है तो मस्तिष्क में सूजन आने और खून बहने में थोड़ा समय लग सकता है। ऐसी स्थिति में चोट लगने के कुछ समय बाद ही लक्षण पहचान में आते हैं। सिर की चोट से जुड़े लक्षण जैसे:
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए? सिर की चोट की गंभीरता की पहचान करना और उसकी फर्स्ट एड करना सीखना जरूरत पड़ने पर किसी की जान बचा सकता है। यदि सिर पर चोट लगने के कारण किसी व्यक्ति को निम्न समस्याएं हो रही हैं, तो तुरंत डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए:
(और पढ़ें - फर्स्ट ऐड बॉक्स क्या है) सिर की चोट के कारण और जोखिम कारक - Head Injury Causes & Risk Factors in Hindiसिर में चोट किन कारणों से लगती हैं? सिर पर गंभीर चोट लगने के कुछ सामान्य कारण जैसे:
सिर पर चोट लगने का खतरा कब बढ़ता है? कुछ ऐसी स्थितियां हैं जिनमें सिर की चोट लगने का खतरा काफी अधिक होता है:
(और पढ़ें - कलर ब्लाइंडनेस के लक्षण) सिर की चोट से बचाव - Prevention of Head Injury in Hindiसिर में चोट लगने से बचाव कैसे करें? व्यस्क व्यक्तियों और छोटे बच्चों के लिए सुरक्षित जगह और सुरक्षित वातावरण बनाए रखना, सिर में चोट लगने से बचाव करने का सबसे पहला तरीका है।
(और पढ़ें - व्यायाम के प्रकार) सिर की चोट का परीक्षण - Diagnosis of Head Injury in Hindiसिर की चोट की जांच कैसे करें? सिर की चोट का परीक्षण डॉक्टर के द्वारा ही किया जाता है। परीक्षण के दौरान डॉक्टर यह पूछते हैं कि व्यक्ति के सिर में चोट कैसे लगी है। परीक्षण करते समय डॉक्टर मरीज के सिर, चेहरे और गर्दन को बहुत ध्यानपूर्वक देखते हैं। मस्तिष्काघात का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर “ग्लासगो कोमा स्केल” (Glasgow coma scale) नामक टेस्ट का उपयोग करते हैं। ग्लासगो कोमा स्केल टेस्ट में 15 बिंदु होते हैं, जो व्यक्ति की मानसिक स्थिति दर्शाते हैं। यदि ग्लासगो कोमा स्केल का रिजल्ट उच्च आता है, तो उसका मतलब है कि सिर में गंभीर चोट है। डॉक्टर जांच करके इनकी स्थितियों का पता लगाते हैं:
(और पढ़ें - मांसपेशियों में दर्द का इलाज) डॉक्टर को यह निर्धारित करना जरूरी होता है कि आप होश में हैं या नहीं और यदि आप होश में नहीं हैं तो कितनी देर से नहीं हैं। परीक्षण के दौरान डॉक्टर सिर में चोट के संकेत या निशान का पता भी लगा सकते हैं, जैसे सूजन या त्वचा नीली पड़ना। इसके अलावा डॉक्टर न्यूरोलॉजिकल (सर से जुड़े) परीक्षण (Neurological examination) भी कर सकते हैं। इस परीक्षण के दौरान डॉक्टर आपकी मांसपेशियों की मजबूती व नियंत्रण, आंखों के हिलने की क्षमता और अन्य अंगों में सनसनी महसूस होना आदि स्थितियों की जांच करते हैं जिससे ये पता लग जाता है कि नसें कितने अच्छे से काम कर पा रही हैं। (और पढ़ें - लैब टेस्ट लिस्ट) परीक्षण के दौरान किये जाने वाले टेस्ट:
सिर की चोट का इलाज - Head Injury Treatment in Hindiसिर की चोट का इलाज कैसे किया जाता है? यदि सिर पर चोट लगी है और उसके लिए प्राथमिक उपचार की आवश्यकता है, तो निम्न बातों का पालन करें:
सिर की चोट का इलाज - सिर की चोट का इलाज चोट के प्रकार और उसकी गंभीरता के अनुसार किया जाता है। यहां तक कि अगर आपकी चोट मामूली सी लगती है, तो भी आपको उसकी जांच करवा कर यह पता लगा लेना चाहिए ताकि आगे जाकर यह स्थिति गंभीर न हो। यदि आपके सिर में गंभीर चोट लगी है तो आपको मिर्गी की रोकथाम करने वाली दवाएं दी जा सकती हैं। क्योंकि जब आपके सिर में चोट लगती है, तो अगले एक हफ्ते तक आपको मिर्गी पड़ने का खतरा रहता है। (और पढ़ें - मिर्गी से बचने के उपाय) यदि आपके सिर में गंभीर चोट लगी है, तो आपके सिर की जांच की जाती है जिसमें यह पता लगाया जाता है कि आपके सिर में किसी प्रकार का दबाव तो नहीं बढ़ा हुआ है। सिर की चोट लगने से मस्तिष्क में सूजन आ जाती है। मस्तिष्क खोपड़ी के अंदर होता है, इसलिए मस्तिष्क में सूजन के लिए बहुत ही कम जगह होती है। ऐसी स्थिति में यदि खोपड़ी पर दबाव दिया जाता है, तो उससे मस्तिष्क क्षतिग्रस्त हो सकता है। (और पढ़ें - घाव की मरहम पट्टी कैसे करे) यदि क्षति आपके मस्तिष्क में दबाव बढ़ने के कारण हुई है, तो आपको डाइयुरेटिक्स (Diuretics) दवाएं दी जा सकती हैं। इन दवाओं से शरीर से अधिक मात्रा में द्रव निकलने लगता है जिसकी मदद से मस्तिष्क में दबाव कम करने में मदद मिलती है। सिर की चोट से ग्रस्त कई लोगों को इमर्जेंसी रूम से सीधा ऑपरेटिंग रूम ले जाना पड़ सकता है। कई मामलों में दिमाग और मस्तिष्क की हड्डी के बीच फंसे और जमें खून को निकालने के लिए सर्जरी की जाती है। यह जमा हुआ खून सर पर दबाव ड़ालता है और इससे कई खतरे हो सकते हैं। (और पढ़ें - मस्तिष्क संक्रमण के लक्षण) सिर की चोट की जटिलताएं - Head Injury Complications in Hindiसिर में चोट लगने की क्या जटिलताएं हैं? सिर की चोट से होने वाली जटिलताएं इस पर निर्भर करती हैं, कि मस्तिष्क का कौन सा भाग क्षतिग्रस्त हुआ है और कितना हुआ है। मस्तिष्क क्षतिग्रस्त होने पर मरीज को कई समस्याएं हो सकती हैं:
मस्तिष्क में चोट लगने से मरीज की व्यवहार में भी कुछ समय या लंबे समय के लिए बदलाव आ सकता है। (और पढ़ें - मानसिक रोग के लक्षण) सिर में चोट लगने से क्या हो सकता है? - What can happen if you have a head injury in Hindi?सिर में चोट लगने का परिणाम आपकी चोट की गंभीरता पर निर्भर करता है. ज्यादातर लोग जिनके सिर में मामूली चोटें आई हैं, वह कोई स्थायी परिणाम नहीं अनुभव करते हैं. जिन लोगों के सिर में गंभीर चोटें आई हैं, उनके व्यक्तित्व, शारीरिक क्षमताओं और सोचने की क्षमता में स्थायी परिवर्तन हो सकते हैं. बचपन में सिर पर लगी गंभीर चोटें विशेष रूप से चिंताजनक हो सकती हैं. आमतौर पर यह माना जाता है कि बच्चों का दिमाग ऐसी चोटों के लिए काफी सेन्सिटिव होता है. ऐसा क्यों होता है, ये जानने के लिए इस विषय में रिसर्च स्टडी चल रहे हैं. बच्चों के सिर पर चोट लगने पर क्या करना चाहिए? - What to do if a child suffers a head injury in Hindi?बच्चा अगर किसी चीज से टकरा जाए तो माता-पिता के लिए यह बेहद ही डरावना होता है. ऐसे में अक्सर पैरेंट्स घबरा जाते हैं. उन्हें समझ नहीं आता कि वह क्या करें? ऐसे में सबसे पहले गहरी सांस लें और शांत रहने की कोशिश करें. ज्यादातर मामलों में किसी चीज से टकराने सिर पर मामूली-सी चोट आती है, जिस पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता नहीं होती. यहां तक की 2015 में एक स्टडी के मुताबिक गिरने से सिर पर लगी चोट गंभीर नुकसान नहीं पहुंचाती. लेकिन कुछ दुर्लभ मामले हैं, जिनको लेकर पैरेंट्स को सतर्क रहना चाहिए. यदि आपके शिशु के सिर में चोट लगने के बाद इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे रहा तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें -
सिर की चोट का इलाज उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है. हल्के मामलों में आप बच्चे के सिर पर बर्फ लगा सकते हैं. साथ ही बेबी को सुला दें, उससे बच्चे को राहत मिलती है. संदर्भ
सिर की चोट के डॉक्टरसिर की चोट की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Head Injury in Hindiसिर की चोट के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है। Showing 1 to 10 of 10 entries
सम्बंधित लेखडॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ सिर में चोट लगने के बाद कितनी उल्टी होती है?सिर पर तेज चोट लगने के बाद शिशु का एक बार उल्टी करना सामान्य है। मगर यदि वह दो या तीन बार उल्टी करें तो डॉक्टर से बात करें। असामान्य ढंग से गहरी नींद सोना।
सिर की चोट गंभीर कैसे पता करें?चोट केवल खोपड़ी पर मामूली चोट या मस्तिष्क की गंभीर चोट हो सकती है।. गंभीर सिर या चेहरे से खून बह रहा है।. व्यक्ति भ्रमित, थका हुआ या बेहोश है।. व्यक्ति सांस लेना बंद कर देता है।. आपको गंभीर सिर या गर्दन की चोट पर संदेह है, या व्यक्ति किसी गंभीर सिर की चोट के कोई लक्षण या लक्षण विकसित करता है।. सिर में चोट लगने से क्या क्या हो सकता है?उनके परिणामस्वरूप सिरदर्द, दृष्टि का धुंधलापन या मतली और उल्टी भी हो सकती है। गंभीर कुंद सिर आघात: कई मिनटों से लेकर कई दिनों तक चलने वाली चेतना का नुकसान शामिल है। दौरे पड़ सकते हैं। व्यक्ति गंभीर और कभी-कभी स्थायी स्नायविक क्षति से पीड़ित हो सकता है या उसकी मृत्यु हो सकती है।
बच्चों के सिर में चोट लग जाए तो क्या करना चाहिए?बच्चे को शांत रखें
जब बच्चे को ऐसी कोई चोट लग जाए जिससे सिर में सूजन आ जाए तो उसे शांत रखने की कोशिश करें। यदि बच्चा बहुत छोटा है तो उसे गोद में लेकर चुप कराएं और थोड़ी देर के लिए उसे आराम करने दें। आराम से चोट की रिकवरी जल्दी होती हो और सूजन भी कम हो जाती है।
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