कृष्ण पक्ष में पुत्र कैसे प्राप्त करें - krshn paksh mein putr kaise praapt karen

पुत्र प्राप्ति के लिए डेट कैसे निकाले - पुत्र प्राप्ति के लिए कैसे करें समय की गणना Step by step
https://youtu.be/XoJO0BAzqEg

नमस्कार दोस्तों आज की वीडियो में हम आपसे चर्चा करने वाले हैं कि वह डेट कैसे निकाले जिस पर संबंध बनाने से पुत्र प्राप्ति की संभावना सबसे ज्यादा रहती है

दोस्तो आपने वीडियो देखें इसमें बताया था कि आप आप रजोदर्शन अर्थात जिस दिन पीरियड शुरू होते हैं उस दिन से चौथे, छठवें, 8वीं, 10वीं, 12वीं, 14वीं, सोलवीं रात्रि को संबंध बनाते हैं तो पुत्र प्राप्त होगा और ध्यान रखें शुक्ल पक्ष हो | दोस्तो आज के समय में हिंदी कैलेंडर के संबंध में ज्ञान बहुत कम है | कृष्ण पक्ष शुक्ल पक्ष के बारे में लोग जानते ही नहीं.. पीरियड्स का कौन सा दिन पहला माना जाए इस पर लोग कंफ्यूज रहते हैं | कभी-कभी यह होता है कि पीरियड्स शुरू होने का समय आज के दिन में जुड़ेगा या कल के दिन में जुड़ेगा इस पर भी लोग कंफ्यूज रहते हैं |

तो आपके काफी सारे प्रश्न इन्हीं सब चीजों को लेकर थे तो आज के वीडियो में हम आपके इसी प्रकार के प्रश्नों का उत्तर देने की कोशिश कर रहे हैं

हम आपसे चर्चा करने वाले हैं

  1. हिंदी शास्त्रों के अनुसार दिन कब शुरू और कब खत्म होता है हम आपको बताएंगे

2. पीरियड को शुरू कब माने इसके संबंध में चर्चा करेंगे

3. दिन कैसे कैलकुलेट करें जिस दिन संबंध बनाने हैं उसके संबंध में चर्चा करेंगे

4. कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष कैसे कैलकुलेट करें

5. कृष्ण पक्ष शुक्ल पक्ष क्या होता है, शुक्ल पक्ष क्यों आवश्यक है, विज्ञान के नजरिए से

6. कभी-कभी लड़कों के लिए बताई गई तारीखों पर लड़कियां होती हैं इसके क्या कारण होते हैं

आप हमारे साथ अंत जुड़े रहिए क्योंकि अंत तक महत्वपूर्ण जानकारी हम इस विषय पर आपको देंगे

अभी दोस्तों वीडियो शुरू करते हैं

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दोस्तों फिर से स्वागत है आइए अपने विषय पर चर्चा प्रारंभ करते हैं

हमारा पहला पॉइंट दिन कब शुरू होता है और कब समाप्त होता है भारतीय शास्त्रों के अनुसार

भारतीय शास्त्रों के अनुसार किसी भी दिन की शुरुआत फिक्स नहीं होती है यह सूर्य की गति पर निर्भर करती है जिस वक्त सूर्य निकलता है आप मोटा-मोटा मानिए तभी से दिन की शुरुआत होती है, और पहला दिन समाप्त हो जाता है | आप यह मत समझिए कि अगर आपके सूरज सुबह 6:00 बजे निकला है तो दिन की शुरुआत 6:00 बजे है हो सकता है कि जहां से समय की माप ली जाती हो वहां सूर्य सुबह 5:00 बजे ही निकल गया हो, तो दिन सुबह 5:00 बजे से निकला माना जाएगा

दोस्तों कभी-कभी क्या होता है कि प्रथम दिन बहुत हल्का सा लाल कलर का पानी आता है और अगले दिन से ठीक-ठाक पीरियड शुरू हो जाते हैं, तो फिर पीरियड का दिन कौन सा माना जाए | जिस विषय को लेकर हम चर्चा कर रहे हैं, उसमें बताया गया है, रजोदर्शन का दिन ही पहला दिन होता है, जिस दिन हल्की सी भी शुरुआत होगी वही प्रथम दिन होगा, चाहे रज ना मात्र का ही क्यों ना हो | क्योंकि यह 4 से 6 दिन तक हो सकते हैं, शुरुआत के दिन का कन्फ्यूजन अब खत्म हो जाना चाहिए | जहां आपको हल्का सा भी साइन दिखाई दिया वह पहला दिन है

दोस्तों ऊपर के दोनों पॉइंट से आपको क्लियर है कि आप फर्स्ट डे सक्सेसफुलली कैलकुलेट कर सकते हैं | जिस दिन पीरियड शुरू होते हैं उस दिन से उस दिन से चौथे, छठवें, 8वीं, 10वीं, 12वीं, 14वीं, सोलवीं रात्रि को संबंध बनाते हैं तो पुत्र प्राप्त होगा

इसके साथ दूसरा point है कि शुक्ल पक्ष भी होना चाहिए

भारतीय कैलेंडर के अनुसार महा में दो पक्ष होते हैं कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष दोनों पक्ष 15 - 15 दिन के होते हैं

अब भारतीय कैलेंडर कैसे प्राप्त करें, जिससे कि हम शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की गणना कर सकें

दोस्तों 2 link मैं आपको बता रहा हूं जिसकी सहायता से आप भारतीय कैलेंडर प्राप्त कर सकते हैं

Google Play Store में जाकर हिंदू कैलेंडर टाइप कीजिए आपको हिंदू कैलेंडर की ऐप मिल जाएगी जिसकी सहायता से आप, अपनी डेट के अनुसार कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष को देख कर अपने पुत्र प्राप्ति की तारीख निकाल सकते हैं ,

दोस्तों कभी-कभी क्या होता है कि आप की अधिकतर डेट्स कृष्ण पक्ष में बैठ जाती है तो वह दिन आपके लिए बेकार हो जाते हैं

दोस्तों दूसरा एक लिंक आपकी स्क्रीन पर फ्लैश हो रहा है यह हम आपको डिस्क्रिप्शन में भी देंगे

आपको इस लिंक में जो डेट दी गई है आप उसे चेंज कर दीजिए और आप उस महीने की हिंदी कैलेंडर प्राप्त कर लेंगे, जिस महीने आपको कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की जानकारी लेनी है

अगर आप जनवरी महीना चेक करना चाहते हैं तो यह लिंक डालिए, फरवरी के लिए यह लिंक डालना है और मार्च के लिए यह ऐसे ही आगे भी आप किसी भी महीने का कैलेंडर चेक कर सकते हैं

https://hi.drikpanchang.com/panchang/month-panchang.html?date=DD/MM/YYYY
https://hi.drikpanchang.com/panchang/month-panchang.html?date=01/01/2018

दो एग्जांपल देख लेते हैं किस प्रकार से डेट्स और शुक्ल पक्ष को मैनेज करना है

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दोस्तों शुक्ल पक्ष की रात्रि में चंद्रमा चमकता है अर्थात चंद्रमा का चंद्रमा की ग्रेविटी डायरेक्ट हम पर असर डालती है उसके प्रभाव से वाई शुक्राणु अधिक गतिशील हो जाते हैं,जो पुत्र प्राप्ति के कारक होते हैं इस कारण शुक्ल पक्ष का महत्व बढ़ जाता है पुत्र प्राप्ति के लिए |

दोस्तों अपवाद हर जगह होता है इतना करने के बाद भी कन्या रत्न की प्राप्ति हो सकती है, क्योंकि यह सारी घटनाएं मात्र पुत्र प्राप्ति की संभावनाओं को बढ़ाती है,

इसे मैं एक एग्जांपल के द्वारा समझाना चाहूंगा

अगर कोई व्यक्ति बहुत तेज दौड़ता है और वह रेस पूरी कर ले तो वह जीतेगा जीतेगा, इस व्यक्ति का week पॉइंट सिर्फ इतना है कि क्या इसके अंदर इतनी ताकत है कि रेस पूरी कर पाएं|

Y शुक्राणु तेज गति से दौड़ते हैं, अगर पुरुष के शरीर में पर्याप्त मात्रा में वाई शुक्राणु नहीं है तो कैसे पुत्र प्राप्त होगा | इस बात का भी ध्यान रखना है

X की गति कम होती है लेकिन ताकतवर बहुत होते हैं विषम परिस्थितियों में जीवित रह सकते हैं, Y तेज गति वाला लेकिन X की तुलना में कमजोर होता है एसिडिक मीडियम में Y की तुलना में X अधिक समय तक जीवित रह सकते हैं |

अगर महिला के शरीर का एनवायरमेंट किसी कारणवश एसिडिक है थोड़ा सा भी जो की X aur Y के लिए फेवरेट एनवायरनमेंट नहीं है,ऐसी परिस्थिति में Y कमजोर पड़ जाएगा,X की जीवन शक्ति अधिक है इस वजह से वहां जीत जाएगा कन्या रत्न की प्राप्ति होगी इसमें शुक्ल पक्ष भी कुछ नहीं कर पाएगा

दोस्तों अगर यह प्रयोग हमारे शास्त्रों में लिखी हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि यह कोई जादू टोना या मंत्र है जो फेल नहीं होता ही है केवल विज्ञान पर ही आधारित है

क्या कृष्ण पक्ष में पुत्र प्राप्ति हो सकती है?

कृष्ण पक्ष में लड़का होता है या नहीं दोनों ही पक्ष में पुत्र प्राप्ति हो सकती है। कृष्ण पक्ष व शुक्ल पक्ष दोनों में लडका पैदा हो सकता है। इसमें किसी भी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं है। पुत्र प्राप्ति के लिए कृष्ण पक्ष एवं शुक्ल पक्ष दोनों ही शुभ फलदायक एवं अच्छे हैं।

कृष्ण पक्ष में गर्भधारण करने से क्या होता है?

केवल एक कारण कृष्ण पक्ष मात्र से कोई ज्यादा अंतर नही पडता। साधारणतया कृष्ण पक्ष में चंद्रमा कमजोर रहता है जिससे गर्भ मे जीवन आने यानी गर्भ पुष्ट होने मे संशय रहता है । यदि पुष्ट भी हो जाए तब भी गर्भस्थ जीव का मन बली नही होगा। इसलिए मना है ।

पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा वार सही रहता है?

पुराने आयुर्वेद ग्रंथों में पुत्र-पुत्री प्राप्ति हेतु दिन-रात, शुक्ल पक्ष-कृष्ण पक्ष तथा माहवारी के दिन से सोलहवें दिन तक का महत्व बताया गया है।

कौन से दिन संबंध बनाने से लड़का पैदा होता है?

शास्त्रों के अनुसार सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को संतान प्राप्ति के लिए बनाए गए संबंध सबसे ज्यादा शुभ माने जाते हैं। इन हफ्ते के चार दिनों के गर्भधारण से उत्पन्न हुई संतान गुणी और मानसिक रुप से तेज होती है।