कौन से रत्न एक साथ नहीं पहनने चाहिए? - kaun se ratn ek saath nahin pahanane chaahie?

एक साथ वर्जित रत्न

जब मैंने रत्नों के बारे में लिखा तो बहुत से लोगों ने कई अजीब बातें बताई. कोई जन्म तिथि के अनुसार रत्न पहन रहा है, तो कोई शौक से, कोई नीलम और माणिक एक साथ पहन रहा है तो कोई पुखराज और गोमेद, ऐसे ही शत्रु ग्रहों के रत्न लोग पहने रहते हैं !

यहाँ मैं यह बता दूँ कि मैंने स्वयं अनेकों लोगों के गलत रत्न उतारने के बाद उनके जीवन में उन्नत्ति होती देखी है. ऐसे दर्ज़नों जाने-मने ज्योतिषी हैं (जिनमें से कई नियमित रूप से टी. वी. के कई चॅनेल्स में छाए रहते हैं)जिन्हों ने मुझ से सलाह लेकर कई रत्न पहने / उतारे और लाभ उठाया.

इस को देखते हुए यह लेख लिखा गया है.
ज्योतिषियों की राय है कि-

1. माणिक्य के साथ- हीरा, नीलम, गोमेद, लहसुनिया वर्जित है।
2. मोती के साथ हीरा, पन्ना, नीलम, गोमेद, लहसुनिया वर्जित है।
3. मूंगा के साथ पन्ना, हीरा, गोमेद, नीलम,लहसुनिया वर्जित है।
4. पन्ना के साथ पुखराज, मूंगा, मोती वर्जित है।
5. पुखराज के साथ हीरा, पन्ना, नीलम, गोमेद वर्जित है।
6. हीरे के साथ माणिक्य, मोती, मूंगा, पुखराज वर्जित है।
7. नीलम के साथ माणिक्य, मूंगा, मोती, पुखराज वर्जित है।
8. गोमेद के साथ माणिक्य, मूंगा, मोती, पुखराज वर्जित है।
9. लहसुनिया के साथ माणिक्य, मूंगा, पुखराज, मोती वर्जित है।

नोट यह हमारे विचार हैं, जिस से कई जाने-माने ज्योतिषी भी सहमत हैं. लेकिन, बहुत से ऐसे भी हैं, जिन की राय हम से भिन्न हो सकती है. अब यह आप को देखना है, कि आप को किसकी बात माननी है.

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Gemstones effects in vedic astrology: जब हमारी ग्रह दशा ठीक नहीं चल रही होती और हमारे बनते हुए काम अटकने लगते हैं तो हम अक्सर ज्योतिषियों की शरण में जाते हैं और बहुत से ज्योतिष हमें तरह-तरह के जेम्स नग यानी स्टोन यानी रत्न धारण करने की सलाह देते हैं। कई ज्योतिषी तो आपने ऐसे भी देखे होंगे जो बिजनेस एंगल से अपने पास ही रत्नों का पिटारा रखकर बैठे होते हैं और कुंडली दिखाने आए किसी व्यक्ति को कोई न कोई रत्न धारण करना जरूरी बता देते हैं।

Gemstones and their astrological benefits: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह को शांत करने का अपना एक रत्न होता है। हर किसी को अपनी कुंडली के हिसाब से ही रत्न धारण करना चाहिए। कई तरह की समस्याओं के लिए रत्नशास्त्र में कुछ रत्न सुझाए गए हैं। अगर उन्हें नियमों के साथ धारण किया जाए तो वो वाकई आपकी समस्याओं का काफी हद तक निराकरण भी होता है। फिर चाहे वे पैसे की बात है या फिर किसी के करियर की बात या फिर शादी या रिश्तों को लेकर कोई समस्या। हर समस्या के समाधान के लिए रत्न मौजूद है, जो काफी प्रभावी होते हैं। कुछ रत्न ऐसे हैं जो आपकी जिंदगी में पॉजिटिविटी ले आते हैं। अक्सर हम लोगों को हाथों में अलग-अलग तरह के रत्नों को देखते हैं। नीलम से लेकर पुखराज व पन्ना तक लोग अपने भाग्योदय के लिए पहनते हैं। इसमें कोई शक भी नहीं है कि स्टोन यानी रत्न बिल्कुल शुद्ध हैं और किसी विद्वान ज्योतिषी ने आपकी कुंडली का गहराई से विश्लेषण करने के बाद ही आपको वह रत्न पहनने की सलाह दी है तो निश्चित रूप से वह स्टोन हमें फायदा देता है। कोई भी रत्न धारण करने से पहले अपनी कुंडली किसी अच्छे ज्योतिष को अवश्य दिखा लेनी चाहिए और उन्हीं की सलाह के अनुसार रत्न धारण करना चाहिए।

जिस तरह "नीम हकीम खतरा जान" वाली कहावत होती है, उसी तरह किसी पोंगा पंडित की सलाह पर धारण किया गया कोई रत्न आपको फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है। कोई भी रत्न हमेशा ज्योतिष के किसी प्रकांड विद्वान की सलाह पर ही धारण करना चाहिए। कुछ ऐसे रत्न होते हैं, जिनको किसी और रत्न के साथ नहीं पहना जाता है। इन रत्नों को एक साथ पहनने से परेशानियां कम होने की बजाए बढ़ सकती हैं। बहुत से लोगों को अपनी उंगलियों में शत्रु ग्रहों को रत्न एक साथ पहनने पर शारीरिक, मानसिक या आर्थिक परेशानी से जूझते देखा गया है। इतना ही नहीं उन लोगों के स्वभाव और व्यवहार में भी बदलाव होने लगता है।

कुछ ऐसे रत्न हैं, जिनके साथ अन्य रत्न पहनना नुकसानदायक हो सकता है-
सूर्य अगर किसी की कुंडली में कमजोर स्थिति में है तो सूर्य का रत्न माणिक्य यानि रूबी स्टोन है परंतु माणिक्य यानी रूबी स्टोन के साथ शुक्र, शनि, राहु और केतु के रत्न यानी हीरा, नीलम, गोमेद और लहसुनिया नहीं पहनना चाहिए। यह सभी रत्न यदि मिल जाएं तो ग्रहों के बीच शत्रुता को जन्म दे सकते हैं और उस व्यक्ति का कोई बड़ा नुकसान करा सकते हैं।

इसी तरह कुंडली में अगर चंद्रमा कमजोर स्थिति में हैं तो चंद्रमा का रत्न मोती है। अगर किसी व्यक्ति ने मोती धारण किया हुआ है तो उस व्यक्ति को हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम कभी धारण नहीं करना चाहिए। इससे नींद की कमी, मन का उचटना, कामकाज में मन नहीं लगना और तनाव की समस्या हो सकती है। मोती के साथ गोमेद या लहसुनिया पहन लेने से मोती अपना काम करना बंद कर देता है। गोमेद और लहसुनिया राहु केतु के रत्न हैं, जो मोती के साथ विपरीत असर डालते हैं।

मंगल का रत्न मूंगा है। इसके शत्रु ग्रह बुध, शुक्र, राहु, शनि और केतु के रत्न यानी पन्ना, हीरा, गोमेद, नीलम और लहसुनिया नहीं पहनना चाहिए। ऐसा करने से गुस्सा बढ़ता है।

बृहस्पति के रत्न पुखराज के साथ हीरा, पन्ना, नीलम और गोमेद नहीं पहनना चाहिए। गुरु और शुक्र परम शत्रु हैं इसलिए हीरा और पुखराज कभी भी एक हाथ में न पहनें।

शुक्र के रत्न हीरे के साथ सूर्य, चंद्र, मंगल और गुरु के रत्न यानी माणिक्य, मोती, मूंगा और पुखराज पहनने से धन हानि होने लगती है। हीरा के साथ पुखराज किसी भी स्थिति में धारण नहीं करना चाहिए।

इसी तरह अगर आपने पन्ना धारण किया है तो पुखराज, मूंगा और मोती नहीं पहनना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध ग्रह को शांत करने के लिए पन्ना पहना जाता है। अगर आप पन्ना के साथ पुखराज, मूंगा और मोती धारण करते हैं तो जीवन में धन हानि का सामना करना पड़ सकता है।

नीलम रत्न के बारे में भी आपने बहुत सुना होगा और यह रत्न पहनने की कई ज्योतिषियों ने आपकी कुंडली में शनि की स्थिति देखकर आपको सलाह भी दी होगी। दरअसल नीलम रत्न शनि ग्रह का होता है। अक्सर शनि को शांत करने के लिए लोग नीलम को धारण करते हैं। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति ने भी नीलम धारण कर रखा है तो उसे कभी भी माणिक्य, मूंगा और मोती साथ में नहीं पहनना चाहिए। इन रत्नों का कॉम्बिनेशन नुकसानदेह होता है। अगर इन रत्नों को साथ में धारण किया जाता है तो कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

नीलम की ही तरह टाइगर रत्न (Tiger Gemstone) भी बहुत जल्दी असर दिखाता है। यह रत्न करियर में तरक्की भी दिलाता है लेकिन इस रतन को भी माणिक्य, मूंगा और मोती के साथ नहीं डालना चाहिए।

राहु के रत्न गोमेद के साथ माणिक्य, मूंगा, मोती और पुखराज नहीं पहनना चाहिए। इनमें से कोई भी रत्न गोमेद के साथ पहनने पर निर्णय लेने में परेशानी होती है। भ्रम की स्थिति बनी रहती है।

राहु की तरह ही केतु के रत्न लहसुनिया के साथ भी माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती नहीं पहनना चाहिए। इन रत्नों को लहसुनिया के साथ पहनेंगे तो काम बिगड़ने लगेंगे चिड़चिड़ापन रहेगा इसलिए यदि रत्नों के बेहतर परिणाम चाहते हैं, तो दो शत्रु ग्रहों के रत्न एक साथ नहीं पहनें।

  गुरमीत बेदी 

किस रत्न के साथ कौन रत्न नहीं पहनना चाहिए?

इसके शत्रु ग्रह बुध, शुक्र, राहु, शनि और केतु के रत्न यानी पन्ना, हीरा, गोमेद, नीलम और लहसुनिया नहीं पहनना चाहिए। ऐसा करने से गुस्सा बढ़ता है। बृहस्पति के रत्न पुखराज के साथ हीरा, पन्ना, नीलम और गोमेद नहीं पहनना चाहिए। गुरु और शुक्र परम शत्रु हैं इसलिए हीरा और पुखराज कभी भी एक हाथ में न पहनें।

एक साथ कितने रत्न पहन सकते हैं?

ज्योतिष शास्त्र में रत्न पहनने के पूर्व कई निर्देश दिए गए हैं। रत्नों में मुख्यतः नौ ही रत्न ज्यादा पहने जाते हैं। सूर्य के लिए माणिक, चन्द्र के लिए मोती, मंगल के लिए मूंगा, बुध के लिए पन्ना, गुरु के लिए पुखराज, शुक्र के लिए हीरा, शनि के लिए नीलम, राहु के लिए गोमेद, केतु के लिए लहसुनियां।

कौन कौन से रत्न एक साथ धारण कर सकते हैं?

मेष मंगल मूँगा पन्ना-हीरा.
वृषभ शुक्र हीरा मूँगा.
मिथुन बुध पन्ना मूँगा-नीलम.
कर्क चन्द्र मोती मूँगा.
सिंह सूर्य माणिक नीलम-हीरा.
कन्या बुध पन्ना मूँगा-नीलम.
तुला शुक्र हीरा मूँगा.
वृश्चिक मंगल मूँगा पन्ना-हीरा.

क्या पुखराज और माणिक को एक साथ पहना जा सकता है?

माणिक, पुखराज व पन्ना भी साथ पहन सकते हैं। माणिक के साथ नीलम व गोमेद नहीं पहना जा सकता है।