अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नQ: मणिपाल अस्पताल जयपुर की विशेषता क्या हैं?A: दुर्घटना और आपातकालीन देखभाल कैंसर देखभाल हृदय विज्ञान नेफ्रोलॉजी न्यूरो विज्ञान स्पाइनल केयर उरोलोजि Show
Q: मणिपाल अस्पताल जयपुर में किस तरह के कमरे उपलब्ध हैं?A: जनरल वार्ड एसी जनरल वार्ड अर्ध निजी एसी रूम डीलक्स सुपर डीलक्स सुइट Q: क्या कोई फार्मेसी उपलब्ध है?A: हाँ। मणिपाल अस्पताल जयपुर में फार्मेसी 24x7 खुली है और इनपेटिएंट और आउट पेशेंट दोनों को सेवाएं प्रदान करती है। Q: क्या अस्पताल में कैफेटेरिया है?A: हाँ। अस्पताल में मरीजों, आगंतुकों, परिचारकों या कर्मचारियों के लिए एक कैफेटेरिया है। आपको यहां विभिन्न प्रकार के स्वच्छ और स्वादिष्ट भोजन मिलेंगे। Q: कौन सी सेवाएं 24 घंटे उपलब्ध हैं?A: ऑपरेशन थिएटर, एनेस्थीसिया, ब्लड बैंक और गहन देखभाल इकाइयां 24x7 संचालित करती हैं। Q: क्या अस्पताल अंतर्राष्ट्रीय मरीजों की सेवाएं प्रदान करता है?A: हाँ। मणिपाल अस्पताल के कर्मचारी अंतरराष्ट्रीय रोगियों की मदद करने के लिए उपलब्ध हैं। Q: अस्पताल में कितने बेड हैं?A: मणिपाल अस्पताल जयपुर अत्याधुनिक तकनीक के साथ 280 बेडेड अस्पताल है। Q: ओपीडी टाइमिंग क्या हैं?A: आप सोमवार से शनिवार तक सुबह 9:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक ओपीडी पर जा सकते हैं। Q: मणिपाल अस्पताल जयपुर के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन कौन सा है?A: जयपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन मणिपाल अस्पताल जयपुर का निकटतम रेलवे स्टेशन है।
अलाउद्दीन खिलजी की विजय (1297-1311 ईस्वीं) अलाउद्दीन खिलजी उत्तरी भारत की विजय (1297-1305 ईस्वीं)-- अलाउद्दीन खिलजी की इतिहास प्रसिद्ध चितौड़गढ़ विजय व प्रारंभिक सैनिक सफलताओं से उसका दिमाग फिर गया था। महत्वाकांक्षी तो वह पहले ही था। इन विजयों के उपरांत वह अपने समय का सिकंदर महान बनने का प्रयास करने लगा। उसके मस्तिष्क में एक नवीन धर्म चलाने तक का विचार उत्पन्न हुआ था, परन्तु दिल्ली के कोतवाल काजी अल्ला उल मुल्क ने अपनी नेक सलाह से उसका यह विचार तो समाप्त कर दिया। उसने उसको एक महान विजेता होने की सलाह अवश्य दी। इसके अनंतर अलाउद्दीन ने इस उद्देश्य पूर्ति के लिए सर्वप्रथम उत्तरी भारत के स्वतंत्र प्रदेशों को विजित करने का प्रयास किया। 1299 ईस्वी में सुल्तान की आज्ञा से उलुगखां तथा वजीर नसरत खां ने गुजरात पर आक्रमण किया। वहां का बघेल राजा कर्ण देव परास्त हुआ। वह देवगिरी की ओर भागा और उसकी रूपवती रानी कमला देवी सुल्तान के हाथ लगी। इस विजय के उपरांत मुसलमानों ने खंभात जैसे धनिक बंदरगाह को लूटा। इस लूट में प्राप्त धन में सबसे अमूल्य धन मलिक कापुर था, जो कि आगे चलकर सुल्तान का जयपुर के पांच उत्कृष्ट सेवा देने वाले हॉस्पिटल्स
2. संतोकबा दुर्लभजी हॉस्पिटल संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल अस्पताल एक ट्रस्ट प्रबंधित, स्वायत्त, सेवाओं के लिए शुल्क है, न कि लाभ बहुआयामी, निजी अस्पताल के लिए, जिसे सम्मानित परिवार कुलपति द्वारा अवधारणा दिया गया था, दिवंगत पद्मश्री खेलशंकर दुर्लभजी के दिल में गुलाबी शहर बसता था। यह एक स्वस्थ परिसर है जिसमें अच्छी सुविधाएं हैं। 2 9 नवंबर, 1 9 71 राजस्थान में स्वास्थ्य देखभाल के इतिहास में एक मील का पत्थर था। राज्य के निजी क्षेत्र में पहली बार अस्पताल का उद्घाटन तत्कालीन प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने किया था। केवल अस्सी बेड और छः विशिष्टताओं की एक बिस्तर क्षमता के साथ बहुत ही सरल शुरुआत हुई। अब बिस्तर की ताकत 375 तक बढ़ गई है और कई वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू, प्रयोगशालाएं, उपयोगिता सेवाएं, विशेषताओं और सुपर स्पेशियल्टी भी जोड़ दी गई हैं। Address: Santokba Durlabhji Memorial Hospital cum Medical Research Institute Bhawani Singh Marg, Near Rambagh circle, Jaipur-302015 Tel: 91-141-2566251-58 Fax: 91-141-5110209 Emergency : +91-124-6767000 E-mail: URl: www.sdmh.in
3. भगवान महावीर कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र | (बीएमसीएचआरसी) बीएमसीएचआरसी जयपुर में एक अत्याधुनिक व्यापक कैंसर देखभाल केंद्र है। कैंसर निदान और उपचार के लिए आवश्यक नवीनतम उपकरणों और तकनीक से सुसज्जित है। यह बहु आयामी तृतीयक कैंसर की देखभाल करने के लिए पूरी तरह सुसज्जित है। बीएमसीएचआरसी की स्थापना श्री एन.आर. कोठारी, जो एक परोपकारी व दूरदर्शी समाज सेवी थे। इन्होंने इस संस्था की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भगवान महावीर कैंसर अस्पताल जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर स्थित है और इसकी इमारत सावधानीपूर्वक योजना बद्द तरीके से बनाई गई है। यह 90,000 वर्ग फुट के क्षेत्र पर बना है। आचार्य हस्ती अतिथि गृह अस्पताल के करीब स्थित है। इस अस्पताल का मुख्य उद्देश्य ऐसे रोगियों व मरीजों की देखभाल करने वालों के लिए है, जिन्हें अस्पताल में इनडोर रोगियों के रूप में रहने की जरूरत नहीं है। Address: Bhagwan Mahaveer Cancer Hospital and Research Centre Jawahar Lal Nehru Marg, Jaipur 302017
4. महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल
5. फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल, जयपुर फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल, जयपुर राजस्थान स्वास्थ्य सेवा उद्योग की सीमा में एक नया पंख है। वास्तव में, यह राजस्थान में पहला बहु सुपर स्पेशलिटी अस्पताल है। कई आधुनिक उपकरणों की उपस्थिति के साथ उच्च प्रौद्योगिकी एवं चिकित्सा देखभाल में विभिन्न सफलताओं को प्राप्त के लिए ढांचागत समर्थन प्रदान करती है। फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल में कई प्रकार की विशेषताओं की भी व्यवस्था है, जो यहाँ उपलब्ध कराए जाने वाले उपचार के प्रकार को पूर्ण आकार प्रदान करती है। Address: Fortis Escorts Hospital, Jaipur (FEHJ) Healthcare Group-FORTIS Healthcare (India) Jawahar Lal Nehru Marg, Malviya Nagar Jaipur - 302017 Tel: +91-141-2547000 Fax: 91-11-26825013 Email: URl: www.fortishealthcare.com
मैंने सामान्य रूप से जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश की है। जयपुर में अब अत्याधुनिक तकनीक के साथ बहुत अच्छे हॉस्पिटल्स हैं। लेकिन मुख्य रूप से इन्ही बड़े हॉस्पिटल्स का नाम पहले आता है। Popular posts from this blog
कहानी सुने वैशाख चौथ व्रत की कहानी। एक बुढ़िया माई थी। उसके गावलियो बचलियो नाम को बेटो हो। बुढ़िया माई बेटा के लिए बारह महीनों की बारह चौथ करती। बेटा जंगल से लकड़ी लाता, दोनों माँ बेटा उनको बेचकर गुजरा करते थे। बुढ़िया माई रोजाना लकड़ियों में से दो लकड़ी अलग रख लेती, और चौथ के दिन बेटा से छुपकर बेचकर सामान लेकर आती। फिर पांच चूरमा के पिंड बनाती। एक बेटा ने खिलाती, एक आप खाती, एक चौथ माता के चढाती व दो बांट देती। एक चौथ के दिन बेटा अपनी पड़ोसन के घर गया। उसने चूरमा के लड्डू बना रखे थे। तो उसने पूछा कि, आज क्या है, सो थे चूरमा बनाया है। पड़ोसन बोली की मैंने तो आज ही बनाया है, तेरी माँ तो हर चौथ के दिन बनावे है। तुमको आज दिया था क्या? बेटा बोला दिया तो था ,पड़ोसन बोली की तुम लकड़ियां लेकर आते हो जिसमे से तेरी माँ छुपाकर बेचकर चूरमा बनावे है। बेटा माँ के पास गया। बोला की मैं तो इतनी मेहनत से लकड़ियाँ लेकर आता हूँ, तुम चूरमा कर के खाती हो। तुम मुझको छोड़ दो या चौथ माता को। तो बुढ़िया बोली बेटा में तो तेरे लिए ही व्रत करती हूँ, सो तुमको भले ही छोड़ दूँ लेकिन चौथ माता को नहीं छोड़ सकती। तब बेटे बछबारस की कहानी । Bachh Baras Katha aur Pooja Vidhi in Hindi.
छवि बछ बारस द्वादशी की कहानी व व्रत का उजमन भारतीय महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। किसी महिला के लड़का होता है या जिस वर्ष लड़के का विवाह होता है, उस साल बछबारस का उजमन करते हैं। वैसे तो सब पूजा हर साल करते हैं, वैसे ही कर ले। बछबारस के उजमन में एक थाली में भीगे हुए सवा सेर मोठ , बाजरा कि तेरह छोटी छोटी कुड़ी कर दें। दो दो मुठि बाजरा का आटा में घी चीनी पानी से पिंड बना ले। साथ में दो दो टुकड़े खीरा ककड़ी के रखें। उनके ऊपर एक एक तिल व एक एक रूपया रखें। और रुपया रखकर सासु जी ने पगा लग कर दे। वह बाद में गीत गाते हुए जोहड पूजन जाना चाहिए। पूजा की सब सामग्री साथ लेकर जाएँ पूजा करके वापस गीत गाते हुए आना चाहिए। बछबारस की कहानी एक साहूकार था जिसके सात बेटे थे और खूब सारे पोते थे। साहूकार ने एक जोहड बनवाया। 12 बरस हो गए लेकिन उसमें पानी नहीं आया। जब उसने पंडितों को बुलाकर उसका कारण पूछा, तो पंडितों ने बोला कि या तो बड़े बेटा की या बड़े पौत्र की बलि देनी पड़ेगी। तब साहूकार ने खूब सोच विचार करके अपनी बड़ी बहू को पीहर भेज दिया। एक दिन पंडितों के कहे अनुसार बड़े पोते की बलि दे दी। थोड़ जयपुर में सबसे बेस्ट हॉस्पिटल कौन सा है?फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल जयपुर
जयपुर में स्थित फोर्टिस एस्कॉर्ट अस्पताल 2008 में स्थापित किया गया था और यह जयपुर में सबसे अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं में से एक के रूप में उभरा है।
जयपुर में कौन कौन से हॉस्पिटल है?21. नारायण हृदयालय हॉस्पिटल सेक्टर 28, राना सांगा मार्ग, कुम्भा मार्ग, प्रताप नगर, सांगानेर, जयपुर-302033 Narayana Hrudayalaya Hospital Sector 28, Rana Sanga Marg, Kumbha Marg, Pratap nagar, Sanganer, Jaipur-302033. Amar Medical & Research Centre, Kiran Path, Mansarovar, Jaipur.
सबसे अच्छे हॉस्पिटल का नाम क्या है?भारत में 10 सबसे अच्छे अस्पताल – 2019. मेदानता हॉस्पिटल देश में सबसे व्यापक रूप से प्रसंषित अस्पतालों में से एक मेदानता – द मेदोसिटी है , जिसे 2009. ... . लीलावती हॉस्पिटल ... . PGIMER. ... . संकरा नेत्रालय ... . टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल ... . NIMHANS. ... . फोर्टिस हॉस्पिटल ... . अपोलो हॉस्पिटल्स. |