फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

Lungs : प्राणायाम भी फेफड़ों की समस्या से निजात दिलाने का काम करता है.

Lungs cleaning : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और प्रदुषित हवा के कारण कई जानलेवा बीमारियों के जद में लोग आ रहे हैं. डायबिटीज, थायराइड, कैंसर, हाइपरटेंशन आदि. इसके चलते लोग कम उम्र में ही परहेज वाला खाना खाने को मजबूर हो रहे हैं. आपको बता दें कि फेफड़ों से संबंधित समस्याएं भी आजकल बहुत ज्यादा होने लगी हैं. जिसके चलते सांस लेने में समस्या हो रही है. ऐसे में हम यहां पर कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं जिसके सेवन से फेफड़े में जमी गंदगी को कम किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें

फेफड़े की गंदगी कैसे करें साफ

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

Photo Credit: iStock

- ग्रीन टी सबसे आसान और असरदार तरीका है फेफड़ों की गंदगी साफ करने के लिए. यह सूजन कम करने का भी काम करती है. फेफड़ो के टिश्यू खराब होने से भी रोकती है.

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

- स्टीम भी एक अच्छा तरीका है फेफड़ों की गंदगी साफ करने का. भाप लेना ना सिर्फ लंग्स के लिए बल्कि, स्किन के लिए भी बहुत अच्छा होता है.

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

Photo Credit: iStock

- मुलेठी की चाय फेफड़ों के टिशू को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों को रोकती है. इससे श्वसन प्रणाली भी बेहतर होती है. दालचीनी की चाय सांस और संक्रमण की परेशानी से निजात दिलाने में मदद करती है.

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

- अदरक एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. ऐसे में यह फेफडों की समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करती है. इससे बलगम की समस्या कुछ दिनों में ठीक हो जाती है.

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

-प्राणायाम भी फेफड़ों की समस्या से निजात दिलाता है. आप इस परेशानी से निजात पाने के लिए अनुलोम विलोम करें. यह भी असरदार होता है.

यह भी सुनें या पढ़ें : बीपी के अंक कहीं बिगाड़ न दें जिंदगी का खेल
यह भी सुनें या पढ़ें : बीमार पड़ने से पहले समझो दिल का इशारा

जब तक सांस है, तब तक आस है। यह आस मन के लिए ही नहीं, शरीर के लिए भी है। अगर सांस पूरी और अच्छी नहीं आएगी तो तय मानिए कि तंदुरुस्त रहने की आस धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी। सांस के लिए हमारे फेफड़ों का स्वस्थ होना जरूरी है। जानें अपने फेफड़ों को दुरुस्त रखने के लिए क्या कर सकते हैं?

ऐसे जानें, फेफड़ों में है कितना दम
1. Balloon से जांच : घर पर अपने फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के लिए गुब्बारे काफी मददगार हैं। इसके लिए किसी भी साइज के बलून ले आएं। बड़े साइज के हों तो बेहतर। गुब्बारे को अपने मुंह से हवा भरकर फुलाएं। हवा भरने के लिए पहले ज्यादा से ज्यादा हवा अपने फेफड़ों में भरें। इसके बाद उसे बलून के अंदर डालें। अगर फूले हुए बलून हों तो उनसे हवा निकालकर उन्हें दोबारा फुला सकते हैं। अगर काफी सारे गुब्बारे फुला चुके हों उन्हें जरूरतमंद बच्चों में बांट दें। इससे बच्चे भी खुश और उनकी खुशी देखकर हम भी खुश। इस बात का भी ध्यान रखें कि बलून को फुलाना तब बंद कर दें जब मुंह या जबड़े में दर्द होने लगे। ऐसा देखा जाता है कि अगर पहले दिन किसी ने एक बलून फुलाया और वह दूसरे दिन 2 फुला लेता है तो यह फेफड़ों की बढ़ती क्षमता को ही बताता है।

2. Three Balls Spirometer से जांच : सांस की क्षमता को जांचने और बढ़ाने में 'थ्री बॉल्स स्पाइरोमीटर' का इस्तेमाल भी कारगर है। इसमें एक पाइप होता है और 3 प्लास्टिक की हल्के बॉल। पाइप में फूंक मारनी होती है। अगर किसी के फूंकने से तीनों बॉल ऊपर उठ जाती हैं तो समझें उनके फेफड़ों की क्षमता अच्छी है। अगर 2 बॉल उठ रही हैं तो क्षमता कुछ कम है। अगर 1 ही उठ रही है तो उन्हें अपनी क्षमता को बढ़ाने की जरूरत है। इस मशीन का इस्तेमाल दिन में 2 से 3 बार कर सकते हैं जब तक क्षमता सही न हो जाए।

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

3. Peak Expiratory Flow Meter से जांच : फेफड़ों की क्षमता को मापने के लिए पीईएफआर टेस्ट भी एक अच्छा तरीका है। इसमें भी फूंक मारनी होती है। फूंक मारने के बाद अगर संकेत हरे रंग तक पहुंचता है तो फेफड़ों की स्थिति अच्छी है। अगर पीले रंग तक पहुंचता है तो सुधार की जरूरत है और लाल रंग पर मामला अटकता है तो डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं या फिर धीरे-धीरे यहां बताए हुए तरीकों से फेफड़ों की क्षमता बढ़ा सकते हैं।

4. सांस रोक कर भी जांच करें : इनके अलावा सांस रोकने की क्षमता से भी पता चलता है कि फेफड़े कैसा काम कर रहे हैं। अगर कोई शख्स लंबी सांस खींचकर 1 से डेढ़ मिनट तक सांस रोककर रख ले तो यह मान लिया जाता है कि उसके फेफड़ों की क्षमता अच्छी है क्योंकि उसके फेफड़ों ने काफी अच्छी मात्रा में बाहर की हवा को शरीर के भीतर पहुंचाया। यहां इस बात का ध्यान रखें कि अगर कोई 30 सेकंड तक ही अपनी सांस रोक पाता है तो धीरे-धीरे कोशिशों से उसकी क्षमता भी बढ़ जाती है।

फेफड़ों की जांच
पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट (PFT-Pulmonary Function Test)। यह फेफड़ों की जांच है। इस पर खर्च 300 से 500 रुपये आता है। इस टेस्ट से यह पता चल जाता है कि सांस की नलियां किसी वजह से सिकुड़ी तो नहीं हैं और लंग्स कितनी क्षमता से काम कर रहे हैं।

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

ऐसे होंगे फेफड़े दमदार
नींद पूरी और खानपान सही हो : हर शख्स के लिए हर दिन 7 से 8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। इससे शरीर के सभी अंग सही तरीके से काम करते हैं। जहां तक डाइट की बात है तो कार्बोहाइड्रेट- चावल या रोटी, प्रोटीन- दाल, फैट्स- सरसों का तेल या देसी घी, मिनरल और विटामिन- हरी सब्जियां, फल सभी शामिल हों। इन सभी को हफ्ते में एक बार नहीं, हर दिन खाना है। हमारी हर डाइट में प्रोटीन जरूर शामिल होना चाहिए। इनके अलावा मौसमी फल, सब्जियां भी जरूर खाएं। इन्हें खाने में जरूर शामिल करें। कम से कम हर दिन 1 से 2 कटोरी हरी सब्जियां, जैसे- पालक, सरसों का साग, फूल गोभी आदि और हर दिन 1 से 2 फल जैसे- सेब, संतरा, अनन्नास आदि सुबह नाश्ते के बाद लें। दरअसल, इन सब्जियों और फलों में ओमेगा 3 फैटी एसिड मिलते हैं जो एंटी इन्फ्लामेट्री होते हैं। नॉनवेज खाने वालों के लिए मछली बेहतरीन चीज है। ये लंग्स की क्षमता को बढ़ाते हैं। शरीर में सूजन घटाते हैं। इसमें तुलसी, हल्दी और आंवला भी फायदेमंद है।

योग और एक्सरसाइज से भी फेफड़े को बहुत फायदा होता है। हर दिन सुबह के वक्त 20 से 25 मिनट तक योग और फिर एक्सरसाइज या फिर दोनों करें। शुरुआत कपालभाति से करें। फिर इन योगासन और प्राणायाम को क्रमानुसार 15 से 20 मिनट तक करें - ताड़ासन, कटिचक्रासन, उत्तानपादासन, सेतुबंध आसन, भुजंगासन, उष्ट्रासन, अनुलोम-विलोम, उज्जायी प्राणायाम, भस्त्रिका प्राणायाम, ओम का जाप। हर एक आसन 2 से 3 बार करें। सिगरेट बिलकुल नहीं पीना है। पैसिव स्मोकिंग से भी बचिए।

फेफड़ों को सही रखने के लिए क्या करना चाहिए? - phephadon ko sahee rakhane ke lie kya karana chaahie?

इनहेलर उपयोग करते हैं, तो ध्यान दीजिए
1.
कई इनहेलर में हर उपयोग के बाद दवा की मात्रा कितनी बची है, यह दिखता है। जब यह शून्य पर आ जाए, तो दवा अमूमन खत्म हो जाती है। इसके बाद रिफिल करना जरूरी होता है। हर उपयोग के पहले इनहेलर को 4 से 5 बार शेक करें।
2. अगर इनहेलर का उपयोग एक हफ्ते तक नहीं किया है, तो इसके माउथ को किसी सूखे कपड़े से साफ करें। एक बार हवा में स्प्रे कर दें।
3. इनहेलर लेने के लिए सीधे खड़े रहें। अगर बैठे भी हैं तो सीधे होकर बैठें।
4. इनहेलर को सीधा रखें। अपने हाथ का अंगूठा इनहेलर के निचले हिस्से में और इनहेलर के ऊपरी हिस्से यानी कनस्तर या बटन पर तर्जनी या मध्यमा या फिर दोनों उंगलियों को रखें।
5. इसके बाद इनहेलर के बटन को दबाने से पहले सांस को बाहर छोड़ दें।
6. मुंह में इनहेलर रखने के बाद दांतों से दबा लें। काटें नहीं और अपने होठों से इनहेलर को जकड़ लें। इसके बटन दबाएं। इसके साथ ही सांस को अंदर की ओर खींचे, 8 से 10 सेकेंड या जितनी देर होल्ड कर सकते हैं, करें ताकि इनहेलर में मौजूद दवा सांस की नली से होते हुए फेफड़ों तक आसानी से और ज़्यादा मात्रा में पहुंचे। इससे दवा की पूरी उपयोगिता सुनिश्चित होगी। फिर सांस छोड़ दें।

आवाज़ : शबनम

क्या खाने से फेफड़ा साफ होता है?

दालचीनी की चाय सांस और संक्रमण की परेशानी से निजात दिलाने में मदद करती है. - अदरक एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है. ऐसे में यह फेफडों की समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करती है. इससे बलगम की समस्या कुछ दिनों में ठीक हो जाती है.

फेफड़ों की ताकत के लिए क्या खाना चाहिए?

फेफड़ों को स्वस्थ रखने वाले फूड्स.
खूब खाएं सेब, लंग्स रहेगा स्वस्थ ... .
अखरोट से फेफड़ों को रखें हेल्दी ... .
बेरीज खाएं, फेफड़ों की मजबूती बढ़ाएं ... .
लहसुन फेफड़ों की कार्य क्षमता सुधारे ... .
ब्रोकली से लंग्स के कार्यों में हो सुधार ... .
लंग्स के लिए अलसी के बीज के फायदे.

फेफड़ों के लिए सबसे अच्छा फल कौन सा है?

सेब आपकी हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है. वहीं रोजाना एक सेब खाने से शरीर की कई बीमारियों को दूर रखा जा सकता है. वहीं अगर आप फेफड़ों को हेल्दी रखना चाहते हैं तो सेब का सेवन जरूर करें. बता दें सेव में विटामिन सी और विटामिन ई (vitamin E) भरपूर मात्रा में होता है जो फेफड़ों के लिए फायदेमंद है.

फेफड़े खराब होने के लक्षण क्या होते हैं?

​फेफड़े खराब होने के लक्षण.
काफी समय से छाती में दर्द महसूस होना.
महीने भर या उससे अधिक समय तक बलगम की समस्या होना.
सांस लेने में तकलीफ.
खांसी में खून.
वजन घटना.