जाति एक बंद वर्ग क्या है? - jaati ek band varg kya hai?

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जाति एक बंद वर्ग है या मजूमदार और मदान का कथन है

jati ek band varg hai ya majumadar aur madan ka kathan hai

जाति एक बंद वर्ग है या मजूमदार और मदान का कथन है

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जाति एक बंद वर्ग क्या है? - jaati ek band varg kya hai?
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जाति एक बंद वर्ग क्या है? - jaati ek band varg kya hai?

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Explanation : 'जाति एक बंद वर्ग है' यह कथन डी. एन. मजूमदार ने कहा है। मजूमदार एवं मदान ने अपनी पुस्तक में लिखा है की जाति एक बंद वर्ग है। इसका अर्थ है कि भारतीय जाति व्यवस्था में जाति बदलना या किसी अन्य जाति में शामिल होना संभव नहीं है। यह एक बंद वर्ग के समान है, जिसमें बाहर से आकर शामिल होना या बाहर निकल कर किसी और जाति वर्ग में शामिल होने की गुंजाइश नहीं है। ....अगला सवाल पढ़े

Tags : समाजशास्त्र प्रश्नोत्तरी

Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams

Web Title : Jati Ek Band Varg Hai Kisne Kaha Hai

जाति एक बंद वर्ग है मजूमदार एवं मदान ने जाति को एक बन्द वर्ग कहा है। यह कथन पूर्णतः सत्य है क्योंकि वर्ग व्यवस्था में जो खुलापन व लचीलापन पाया जाता है, यदि उसे समाप्त कर दिया जाये तो उसमें जाति की विशेषताएँ आ जायेंगी। खुलेपन के अभाव में वर्ग की सदस्यता योग्यता पर आधारित न रहकर जन्म पर आधारित हो जायेगी जोकि जाति व्यवस्था का एक प्रमुख लक्षण है। साथ ही खुलापन बंद हो जाने पर विभिन्न वर्गों में निषेध भी विकसित हो जायेंगे। कोई भी व्यक्ति न तो अपने वर्ग को बदल सकेगा और न ही विशेष गतिशीलता न होगी, जिससे वह अपनी स्थिति में परिवर्तन कर पायेगा। अन्य शब्दों में, वर्ग को पूर्णतः बन्द कर देने से वह जाति बन जायेगा।

इस प्रकार, मजूमदार एवं मदन ने अपने इस कथन से जाति को वर्ग की दृष्टि से परिभाषित करने का प्रयास किया है। क्योंकि वर्ग को स्तरीकरण के खुले रूप में देखा जाता है और जाति को बन्द रूप में इसलिए उन्हें एक-दूसरे के विपरीत परिभाषित करने के लिए दोनों का अर्थ व प्रकृति का पता होना चाहिए। इसी प्रकार की परिभाषा सी. एच. कूले ने दी है -"जब कोई भी वर्ग पूर्णतः वंशानुक्रम पर आधारित हो जाता है, तो वह जाति कहलाता है"