आज आप इस आर्टिकल में जानेंगे कि Internet Ki Khoj Kisne Ki आज के समय में इंटरनेट हमारे जीवन का एक अभिन्नह अंग चूका है। पूरी दुनिया आज इंटरनेट के माध्ययम से आपस में जुडी हुई है। यदि आज के समय में इंटरनेट थोड़े समय के लिए बंद हो जाये तो पूरी दुनिआ के काम रुक जाएंगे। इंटरनेट दुनिया का बहुत ही बड़ा नेटवर्क का जाल है। यहाँ पर सभी नेटवर्क एक दुसरे के साथ जुड़े हुए होते हैं। यह एक ग्लोबल कंप्यूटर नेटवर्क होता है जो की बहुत से प्रकार के जानकारी और संचार सुविधाएं प्रदान करता है। आपको बता दे इंटरनेट को किसी एक अकेले इंसान ने नहीं बनाया था बल्कि इसको बनाने के लिए कई वैज्ञानिक, इंजीनियर, और Programmers का योगदान था। आज दुनिया में करोड़ो लोग Internet का उपयोग करते है। लेकिन शायद कई इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों को यह नहीं मालूम है की इंटरनेट की खोज किसने की? आइए जानते हैं कि Internet Ki Khoj Kisne Ki? Show
इंटरनेट की खोज किसने की?Table of Contents
सबसे पहले इंटरनेट की खोज Vint Cerf और Bob Khan (Robert Elliot Kahn) द्वारा की गई थी। आपको बता दे इंटरनेट को किसी एक अकेले इंसान ने नहीं बनाया था बल्कि इसको बनाने के लिए कई वैज्ञानिक, इंजीनियर, और Programmers का योगदान था। सबसे पहले इंटरनेट की शुरुआत अमेरिका सेना द्धारा पेंटागन अमेरिका के रक्षा विभाग में की गई थी। साल 1969 में ARPANet मतलब (Advance Research project Agency) नाम का Networking Project लॉन्च किया गया था। सन 1978 में Robert Kahn और Vinton Cerf ने TCP/IP (Transmission Control Protocol/ Internet Protocol) का निर्माण किया। TCP/IP एक Protocol है जो किसी network में दो या दो से अधिक कम्प्यूटर्स आपस में संपर्क कैसे स्थापित करेंगे यह निर्धारित करता है। सन 1983 में ARPAnet ने TCP/IP मॉडल को अपना लिया और Data Transfer करने के लिए कई computers का एक network बनाया जिससे Internet युग की शुरुआत हुई। भारत में इंटरनेट कब शुरू हुआभारत में पहला इंटरनेट लॉन्च 1986 था, 14 अगस्त 1995 को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध था, आपको बता दे “राज्य के स्वामित्व वाली विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL)” द्वारा लॉन्च किया गया था। 2017 के हिसाब के अनुसार इंडिया में 481 million लोग इंटरनेट इस्तेमाल करते है। मतलब इंडिया के Total Population 35% लोग internet का use करते jio आने के बाद और भी जादा हो चूका है।
Internet का फुल फॉर्म क्या है?Internet का फुल फॉर्म “Interconnected Network” है। WWW का अविष्कार1991 में ब्रिटिश वैज्ञानिक Tim Berners Lee ने www (World Wide Web) का अविष्कार किया। www एक तकनीक है जिसके जरिए हम Internet पर Websites और Hyperlinks को access कर सकतें हैं। तो अब आप जान गए होंगे कि Internet Ki Khoj Kisne Ki सबसे पहले इंटरनेट की खोज Vint Cerf और Bob Khan (Robert Elliot Kahn) द्वारा की गई थी। आपको बता दे इंटरनेट को किसी एक अकेले इंसान ने नहीं बनाया था बल्कि इसको बनाने के लिए कई वैज्ञानिक, इंजीनियर, और Programmers का योगदान था। सबसे पहले इंटरनेट की शुरुआत अमेरिका सेना द्धारा पेंटागन अमेरिका के रक्षा विभाग में की गई थी। ये भी पढ़े-
इंटरनेट की खोज किसने की? सम्बंधित FAQइंटरनेट की खोज किसने की? इंटरनेट की खोज Vint Cerf और Bob Khan (Robert Elliot Kahn) द्वारा की गई थी।
Telegram Ashish Shrivas My name is Ashish Shriwas. I am an engineer. I work in an IT company. I write on topics like technology, mobile, app. पूरी दुनियाभरा में पहली बार इन्टरनेट की खोज Vint Cerf और Bob Khan (Robert Elliot Kahn) द्वारा की गयी थी. इसलिए इन दोनों को इंटरनेट के जनक के नाम से भी संभोधित किया जाता है. इन दोनों से पहली बार एक ऐसी नेट्वर्क के ऊपर काम करना चालू किया था, जिसे हम आज के समय में इंटरनेट कह रहे हैं. सन 1978 में, इन दोनों के मिलित परायशों से Transmission Control Protocol और Internet Protocol की संरचना हुई, जिसे की TCP/IP के नाम से भी जाना जाता है. तो यदि आपके मन में अभी की इन्टरनेट की खोजकर्ता या उससे जुड़ी कुछ जानकारी के बारे में जानना है तब आप यह आर्टिकल ज़रूर से पूरा पढ़ सकते हैं. अनुक्रम दिखाएँ आख़िर क्या है ये इंटरनेट? इंटरनेट की खोज कब हुई थी? इन्टरनेट का आविष्कार किसने की और कब? Vint Cerf और Bob Kahn ने एक सपना देखा था Global Decentralized Internet का भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई थी? भारत में इंटरनेट की शुरुआत कहाँ हुई थी? भारत में इंटरनेट का इस्तमाल कब आरम्भ किया गया था? आख़िर क्या है ये इंटरनेट?लोगों के मन में इन्टरनेट को लेकर काफ़ी सारी गलत धारणा महजूद है. इसलिए पहले इन सभी को साफ़ करने की ज़रूरत है. आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की Internet कोई Web नहीं हैं. न ही इंटरनेट एक cloud है. वहीं इन्टरनेट, एक चमत्कार भी बिलकुल नहीं है. तो फिर क्या है ये इन्टरनेट? ये सुनने में बड़ा ही आसान प्रतीत होता है, और आसानी से हमारे स्मार्ट्फ़ोन में चलता भी है. इसलिए शायद हमने इसे ज़्यादा महत्व कभी नहीं दिया. लेकिन आपको बता दूँ की, इंटरनेट पीछे काफ़ी सारी प्रक्रिया चलती है, कहीं तभी जाकर हमने इन्टरनेट की सेवा प्राप्त होती है. तो चलिए आसान शब्दों में समझते हैं, इन्टरनेट आख़िर है क्या. इन्टरनेट असल में एक तार या wire होता है. सच बताऊँ तो बहुत सारे तारें जो की दुनियभर के कम्प्यूटर से जुड़ी हुई होती हैं. Internet को आप एक आधारिक संरचना या infrastructure मान सकते हैं. यह एक global network है interconnected computers का जो की एक दूसरे के साथ जुड़े होते हैं और साथ में communicate भी कर रहे होते हैं, वो भी एक standardised तरीक़े से कुछ set protocols के हिसाब से. इन्टरनेट के इतिहास के बारे में पढ़ते वक्त मुझे एक बात का एहसास ज़रूर हुआ है, इस दुनिया में हम जो की नया आविष्कार देख रहे हैं वो सभी एक समस्या से आरम्भ हुआ है. यूँ कहे तो उस समस्या का समाधान खोजते हुए हमने कई ऐसी चीजों का आविष्कार कर लिया है जो शायद बिना उस समस्या के सम्भव नहीं हो पाता. एक ऐसी ही चीज़ इन्टरनेट भी है. इंटरनेट की खोज कब हुई थी?इन्टरनेट एक ऐसी तकनीक जो की इतनी ज़्यादा क़ीमती और हमेशा बदलने वाली तकनीक है, की इसे किसी एक इंसान के द्वारा खोज पाना या आविष्कार करना संभव नहीं. इन्टरनेट की खोज में कई लोगों का हाथ है, सभी ने अपना श्रम और समय इसमें लगाया हुआ है. इसलिए इतने समय के बाद में आज जो इन्टरनेट की सेवा हमें मिल रही है, वो क़रीब ४० से भी ज़्यादा वर्षों की मेहनत है. इस तकनीक के तरक़्क़ी में कई वैज्ञानिकों और एंजिनीर का हाथ रहा है. साथ में चूँकि यह हमेशा बदलता रहता है, इसलिए इसमें अभी भी लोग बेहतर बनाने में और नए फ़ीचर लाने में जुटे हुए हैं. आज हम जिस इंटरनेट को जानते हैं और उसका उपयोग करते हैं, वह एक प्रयोग का परिणाम था, ARPANET, इंटरनेट का अग्रदूत नेटवर्क. और यह सब एक समस्या के कारण शुरू हुआ. इन्टरनेट का आविष्कार किसने की और कब?इस सवाल का कोई आसान जवाब नहि है क्यूँकि इन्टरनेट कोई छोटी चीज़ नहीं बनाने के लिए या आविष्कार करने के लिए. ये बात भी सही है की मिलिटेरी ने बहुत से शुरूवती computer tech अपने लिए बना लिया था और साथ में उन्होंने पहली कनेक्शन के लिए काफ़ी फ़ंडिंग भी की हुई था बड़े बड़े और विशालकाय कम्प्यूटर के बीच में, वैसे ये बात क़रीब सन 1960 की है. लेकिन अगर आप असली आविष्कारों के बारे में जानना चाहें तब ये हैं Kahn और Cerf, जिन्होंने इन्टरनेट की उन frameworks का आविष्कार किया, जिसका इस्तमाल की आज के समय में भी किया जा रहा है. उन्होंने नियम निर्धारित किए और अदृश्य बुनियादी ढांचे का निर्माण शुरू किया जिस पर हम सभी भरोसा करते हैं. वहीं सन 1989 में, Berners-Lee ने World Wide Web की खोज की. ये वहीं प्लाट्फ़ोर्म है, जिसका इस्तमाल आज हम कर रहे हैं इन्टरनेट का इस्तमाल करने के लिए. लेकिन एक बात तो आपको मानना ही पड़ेगा की बिना ARPANET और Vinton Cerf जैसे लोगों के, आज के समय का इन्टरनेट वो नहीं होता जो वो है. इसलिए किसी एक को इंटरनेट के आविष्कार का पूरा श्रेय देना ठीक नहीं होगा, बल्कि हम सभी को उनके कार्यों का उचित दर्जा देना चाहिए. आज इंटरनेट जैसा भी है वो सभी इन महान लोगों की कड़ी मेहनत की बदौलत संभव हो पाया है. Vint Cerf और Bob Kahn ने एक सपना देखा था Global Decentralized Internet काउनका मानना था की, “जानकारी हमेशा से मुफ़्त होनी चाहिए सभी लोगों के लिए ”, और इंटरनेट के इस्तमाल से वो पूरी दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाना चाहते थे. वो किसी एक सरकार या देश को इन्टरनेट का स्वामित्व प्रदान करने के ख़िलाफ़ थे, वो चाहते थे की पूरी दुनिया में सभी लोगों के पास इस बेहतरीन तकनीक के इस्तमाल करने की सुविधा हो, सभी इससे लाभान्वित होना चाहिए. भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई थी?इंटरनेट सेवाओं का भारत में 15 अगस्त, 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा शुरू किए गए थे भारत में इंटरनेट की शुरुआत कहाँ हुई थी?भारत में इंटरनेट की शुरुआत कोलकाता में हुई थी. यहाँ पर सबसे पहले इंटरनेट का आम इस्तेमाल किया गया. भारत में इंटरनेट का इस्तमाल कब आरम्भ किया गया था?15 अगस्त 1995 में देश में पहली बार इंटरनेट का इस्तेमाल हुआ था. आज आपने क्या सीखा?मुझे पूर्ण आशा है की मैंने आप लोगों को इन्टरनेट की खोज किसने की इसके बारे में पूरी जानकारी दी और में आशा करता हूँ आप लोगों को ये अच्छे ढंग से समझ आ गया होगा. मेरा आप सभी पाठकों से गुजारिस है की आप लोग भी इस जानकारी को अपने आस-पड़ोस, रिश्तेदारों, अपने मित्रों में Share करें, जिससे की हमारे बिच जागरूकता होगी और इससे सबको बहुत लाभ होगा. मुझे आप लोगों की सहयोग की आवश्यकता है जिससे मैं और भी नयी जानकारी आप लोगों तक पहुंचा सकूँ. आपको यह लेख इन्टरनेट का आविष्कार किसने और कब किया कैसा लगा हमें comment लिखकर जरूर बताएं ताकि हमें भी आपके विचारों से कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिले. मेरे पोस्ट के प्रति अपनी प्रसन्नता और उत्त्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर share कीजिये.
Share Telegram पिछला लेख12th Science के बाद क्या करे? अगला लेखBacklight Compensation क्या है? Prabhanjan Sahoo https://hindime.net नमस्कार दोस्तों, मैं Prabhanjan, HindiMe(हिन्दीमे) का Technical Author & Co-Founder हूँ. Education की बात करूँ तो मैं एक Enginnering Graduate हूँ. मुझे नयी नयी Technology से सम्बंधित चीज़ों को सीखना और दूसरों को सिखाने में बड़ा मज़ा आता है. मेरी आपसे विनती है की आप लोग इसी तरह हमारा सहयोग देते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे. :) #We HindiMe Team Support DIGITAL INDIA विश्व में इंटरनेट का आरंभ कब हुआ?१९६९ टिम बर्नर्स ली ने इंटरनेट बनाया था। इंटरनेट अमेरिकी रक्षा विभाग के द्वारा यू सी एल ए के तथा स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान कंप्यूटर्स का नेटवर्किंग करके इंटरनेट की संरचना की गई। १९७९ ब्रिटिश डाकघर पहला अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटर नेटवर्क बना कर नये प्रौद्योगिकी का उपयोग करना आरम्भ किया।
भारत में पहला इंटरनेट कब शुरू हुआ?1. इंटरनेट सेवाओं के भारत में 15 अगस्त, 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा शुरू किए गए थे. नवम्बर, 1998 में, सरकार ने निजी ऑपरेटरों द्वारा इंटरनेट सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए क्षेत्र को खोला.
दुनिया का पहला इंटरनेट कौन सा था?इंटरनेट का पुराना नाम है : ARPANET (Advanced Research Projects Agency Network) जिसे 1969 में U.S Defense द्वारा तैयार किया गया था। इससे जो नेटवर्क विकसित हुआ उसे हम इंटरनेट के नाम से जानते हैं। ARPANET का प्रोजेक्ट U.S Defense द्वारा तैयार एक एक बड़ी सफलता थी। इसकी प्रौद्योगिकियां इंटरनेट की तकनीकी आज नींव बन गईं।
Www शुरुआत कब हुई?विश्व व्यापी वेब को टिम बर्नर्स ली द्वारा 1989 में यूरोपीय नाभिकीय अनुसंधान संगठन जो की जेनेवा, स्वीट्ज़रलैंड में है, में काम करते वक्त बनाया गया था और 1992 में जारी किया गया था।
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