हीरा कितने कैरेट का शुद्ध होता है? - heera kitane kairet ka shuddh hota hai?

हम सभी को कभी न कभी सोना खरीदना ही पड़ता है, इसलिए आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि शुद्ध सोने के आभूषण कितने कैरेट के होते हैं, शुद्ध सोना कितने कैरट का होता है (shudh sona kitne carat ka hota hai) या आभूषण बनाने वाला सोना कितने कैरेट का होता है? तो आज हम इसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

सोना भारत में सबसे लोकप्रिय कीमती धातुओं में से एक है। भारत में सोने की सबसे ज्यादा मांग है। अक्सर लोग सोना या सोने के गहने खरीदते समय सबसे पहले यही पूछते हैं कि सोना कितने कैरेट का है?

अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए त्योहारों के समय निवेश करना एक बेहतरीन अवसर हो सकता है इसलिए आप भारत में त्योहारों के दौरान सोना खरीदने के विभिन्न विकल्प के बारे में भी जान सकते हैं।

सबसे शुद्ध सोना कौनसा होता है? (Which is the purest gold?)

सोने की शुद्धता को 1 कैरेट से 24 कैरेट के पैमाने पर मापा जाता है, जिसमें 24 कैरेट सोने को सबसे शुद्ध और प्योर माना जाता है। जब आप शुद्ध सोना शब्द सुनते हैं, तो यह 24 कैरेट सोने को संदर्भित करता है।

24 कैरेट सोना 100% शुद्ध होता है, इसलिए इसमें कोई अन्य धातु नहीं पाई जाती है और इसमें कोई मिलावट नहीं होती है।

बाजार में 24 कैरेट सोने की 99.9 फीसदी शुद्धता मानी जाती है। यह बहुत मुलायम और लचीला होता है इसलिए नियमित आभूषण बनाने के लिए 24 कैरेट सोने का उपयोग नहीं किया जाता है।

इसका उपयोग केवल सोने के बिस्किट, सिक्के आदि बनाने के लिए किया जा सकता है और विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में भी इसका प्रयोग किया जाता है।

कैरेट के अनुसार सोने की शुद्धता

सोने की शुद्धता की मात्रा कैरेट में मापी जाती है इसीलिए कैरेट के वेटेज के अनुसार सोने की शुद्धता तय होती है। बाजार में विभिन्न कैरेट के अनुसार सोने का इस्तेमाल होता है। आइए जानते हैं सोने में कितने कैरेट होते हैं और उसकी कैरेट के अनुसार शुद्धता और उपयोग के बारे में।

  • 24 कैरेट सोना – 99.9% शुद्ध और बहुत ही मुलायम होने के कारण इसका उपयोग आभूषण बनाने के लिए नहीं किया जाता है।
  • 22 कैरेट सोना – 91.7% शुद्ध सोना और इसका अधिकतर उपयोग आभूषण बनाने में किया जाता है। इसी वजह से भारतीय बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है।
  • 18 कैरेट सोना – 75% सोना और 25% अन्य धातुओं का मिश्रण होने के कारण, इसका उपयोग कीमती पत्थर व हीरे के आभूषण बनाने के लिए किया जाता है।
  • 14 कैरेट सोना – 58.33 प्रतिशत शुद्ध सोना के साथ अन्य धातुओं का मिश्रण जैसे चांदी, तांबा, जस्ता आदि। 22 कैरेट सोने की तुलना में भारतीय बाजार में इसकी मांग काफी कम है।

आभूषण बनाने वाला सोना कितने कैरेट का होता है?

अगर आप सोना व सोने की ज्वेलरी खरीदने का प्लान बना रहे तो आपके दिमाग में मुख्य रूप से यह प्रश्न आता होगा कि आभूषण बनाने वाला सोना कितने कैरेट का होता है और सोने के गहने कितने कैरेट के होते हैं?

मुख्य रूप से आभूषण बनाने वाला सोना 22 कैरेट का होता है जिसमें 91.7 % शुद्ध सोने की मात्रा होती है। अगर आप शुद्ध सोना खरीदना चाहते है तो आप बेस्ट सोने और हीरे के ज्‍वैलरी ब्रांड्स से खरीद सकते हैं।

22 कैरेट सोना गहनों के लिए सबसे उपयुक्त होता है। 22 कैरेट सोने में 91.7 प्रतिशत शुद्ध सोना होता है, बाकी मिश्रित धातु जैसे तांबा और जस्ता होता है।

देश के सभी सर्राफा बाजार 22 कैरेट सोने के आभूषण बनाते हैं। 22 कैरेट सोने की कीमत हमेशा शुद्ध 24 कैरेट सोने की कीमत से 3 से 6 हजार रुपये कम होती है।

18 कैरेट सोने के गहने – 18 कैरेट सोने में 75 प्रतिशत सोना रहता है, शेष 25 प्रतिशत चांदी, जस्ता, निकल और तांबा जैसी धातुएं होती हैं।

आमतौर पर ऐसे सोने के गहने जिनमें मोती या हीरे जैसे अन्य पत्थर लगे होते हैं, वे 18 कैरेट सोने के ही होते हैं।

18 कैरेट सोना 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने से अधिक मजबूत होता है, जिसके कारण इसमें रखा गया पत्थर अपनी जगह पर बना रहता है।

कई बार आप सोने के गहनों की खरीदारी करते समय धोखाधड़ी का शिकार भी हो जाते हैं। अगर कोई जौहरी दावा करता है कि हमारे पास 24 कैरेट सोने के आभूषण हैं तो वह बिल्कुल झूठ बोल रहा है क्योंकि 24 कैरेट सोने का सबसे शुद्ध रूप है और यह इतना नरम है कि इससे गहने नहीं बन सकते।

ज्वैलरी बनाने के लिए ज्यादातर 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है और इसमें कुछ भाग सिल्वर, कॉपर, जिंक या कैडमियम का मिलाकर गोल्ड ज्वैलरी को मजबूत और टिकाऊ बनाया जाता है।

अपनी जरूरत के हिसाब से तय करें कि आप कितने कैरेट सोना या सोने के गहने खरीदना चाहते हैं, क्योंकि कैरेट के हिसाब से सोने के गहनों की गुणवत्ता और कीमत में अंतर होता है।

यदि आप बैंकों के माध्यम से सोने में निवेश करना चाहते हैं या गोल्ड लोन लेना चाहते हैं, तो आप भारत की बेस्ट प्राइवेट और सरकारी बैंकों की मदद ले सकते हैं।

हम उम्मीद करते हैं कि आप अपने लिए सोने की ज्वेलरी खरीदते समय उसकी शुद्धता के लिए कैरेट नामक पैमाने को चेक करेंगे और अपनी जरूरत के अनुसार 22 कैरेट और 18 कैरेट की ज्वेलरी चेक करके खरीदेंगे।

अगर आप हीरे खरीदने के लिए जोहरी के वहां पर जाते हो तो आपको हीरा प्रति कैरेट के मूल्य में मिलेगा, ना कि प्रति ग्राम के मूल्य में. हीरे तथा बाकी कीमती रत्नों को (जैसे कि नीलम) कैरेट में मापा जाता है, ना कि ग्राम में. सोना भी अगर एकदम शुद्ध हो तो उसे 24 कैरेट का कहा जाता है. ऐसा क्यों होता है की हीरे तथा किमती आभूषणों के लिए कैरेट का इस्तेमाल होता है? आइए जानते हैं.

हीरा कितने कैरेट का शुद्ध होता है? - heera kitane kairet ka shuddh hota hai?

वास्तव में कैरेट एक बीज का नाम है. भूमध्य समुद्र के आजू बाजू के देश जैसे कि ग्रीस, स्पेन, इटली तथा उत्तर अफ्रीका के कुछ देशों में कैरोब नाम का वृक्ष होता है. इस वृक्ष के बीज को कैरेट कहते हैं. कैरेट दिखने में इमली के बीज जैसा छोटा और चपटा होता है. 

हीरा कितने कैरेट का शुद्ध होता है? - heera kitane kairet ka shuddh hota hai?

कैरोब  वृक्ष की खासियत यह है कि  उसके हर एक बीज का वजन समान होता है. बीज का वजन होता है 200  मिलीग्राम यानी कि 0.2 ग्राम .अगर वजन में फर्क भी है तो ज्यादा से ज्यादा 5 मिलीग्राम का उससे ज्यादा नहीं. इसी खासियत की वजह से पुराने जमाने में यूरोप में हीरो का वजन करने के लिए इन  कैरेट का उपयोग किया जाता था.  अगर एक हीरा 1 कैरेट बिज के जितना होगा तो उसे 1 कैरेट का हीरा बोला जाता था.

वही प्रणाली आज तक चली आ रही है. आज के जमाने में कैरेट के बीजों का इस्तेमाल हीरे का वजन करने के लिए नहीं होता है लेकिन आज भी हीरे को कैरेट में ही मापा जाता है. अगर हीरा छोटा है तो उसे सेंट में मापा जाता है. 1 सेंट कैरेट का 100 वां हिस्सा है. 

1907 में General Conference on Weights and Measures द्वारा कैरेट को हीरे का वजन मापने के लिए आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय एकम माना गया. और तय किया गया कि 1 कैरेट बराबर 200 मिलीग्राम. 

शुद्ध सोने को क्यों 24 कैरेट का कहा जाता है?

इस प्रथा की शुरुआत हुई थी रोमन साम्राज्य में. रोमन साम्राज्य में आर्थिक व्यवहार के लिए शुद्ध सोने  के सिक्कों का उपयोग होता था.  इन सिक्कों को सोलिद्स (solidus) कहा जाता था.  इस शुद्ध सोने के सिक्के का वजन था 24 कैरेट. मतलब की एक सिक्का वजन में 24 कैरेट बीच के बराबर था. इसीलिए आम भाषा में उस समय 24 कैरेट मतलब शुद्ध सोना होता था. यही पैमाना तब से लेकर आज तक चला आ रहा है पढ़ लो शुद्ध सोने को 24 कैरेट ही कहते हैं.

हीरा कितने कैरेट का पहनना चाहिए?

हीरा धारण करने की विधि (Wearing Method Of Diamond) बता दें कि हीरा 0.50 से 2 कैरेट तक चांदी या सोने की अंगूठी में जड़वाकर पहना जाता है. इसे दारण करने के लिए किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को सूर्योदय के बाद धारण करें.

सबसे अच्छा हीरा कौन सा होता है?

सबसे अच्छा ग्रेड 'डी' माना जाता है, जो अमूमन रंगहीन हीरे का होता है। जो डायमंड जितना क्लियर यानी साफ दिखेगा, वह उतना अच्छा और महंगा होगा। पर ऐसे हीरे कम ही मिलते हैं। सबसे बेहतर क्लैरिटी वाले हीरे को इंटरनली फ्लॉलेस (आईएफ) ग्रेड दिया जाता है।

शुद्ध हीरे की पहचान क्या है?

असली हीरा बहुत कठोर होता है। हीरे रगड़ने पर किसी भी प्रकार का खड़ोच नहीं आता है। असली हीरा पानी में डूब जाता है लेकिन नकली पानी में तैरने लगता है। हीरे के कोणों से आर-पार देखें इंद्रधनुष की तरह रंग दिखाई देगा तो वह असली हीरा होगा।

1 कैरेट डायमंड कितने ग्राम का होता है?

एक कैरेट एक ग्राम (200 मिलीग्राम) के 1/5 के बराबर है. स्टोन्स एक कैरेट के निकटतम सौवें को मापा जाता है.