हिमांक के अवनमन से आप क्या समझते हैं? - himaank ke avanaman se aap kya samajhate hain?

इसे सुनेंरोकेंकिसी विलायक में कोई विलेय मिलाने पर, विलायक के हिमांक का कम हो जाने की प्रक्रिया हिमांक अवनमन (Freezing-point depression) कहलाती है। उदाहरण के लिये, जल का हिमांक शून्य डिग्री सेल्सियस है, किन्तु यदि जल में नमक मिला दिया जाय तो जल का हिमांक, शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है।

गलनांक से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिसी ठोस पदार्थ का गलनांक (या द्रवणांक (melting point) वह तापमान होता है जिस पर वह अपनी ठोस अवस्था से पिघलकर द्रव अवस्था में पहुँच जाता है। गलनांक पर ठोस और द्रव प्रावस्था साम्यावथा में होती हैं।

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आसवन की विधि में कौन कौन सी प्रक्रिया गठित होती है?

इसे सुनेंरोकेंआसवन विधि : जब किसी द्रव में घुलनशील ठोस अशुद्धि उपस्थित होती है तो मिश्रण को गर्म किया जाता है जिससे द्रव वाष्पित हो जाता है और द्रव की इस वाष्प को आगे अन्य किसी पात्र में एकत्रित करके ठंडा (संघनन) किया जाता है जिससे यह द्रव शुद्ध अवस्था में प्राप्त हो जाता है और चूँकि ठोस पदार्थ वाष्पित नहीं हो सकता है इसलिए यह उसी …

क्वथनांक में उन्नयन से आप क्या समझते है इसका मोललता से क्या सम्बन्ध है?

इसे सुनेंरोकेंक्वथनांक का उन्नयन एक अणु संख्यक गुण है , क्वथनांक में उन्नयन , विलयन में उपस्थित विलेय पदार्थ की मोलल सांद्रता अर्थात मोललता के समानुपाती होता है। k b = मोलल उन्नयन स्थिरांक अथवा क्वथनांक उन्नयन स्थिरांक होता है।

प्रश्न 2 हिमांक में अवनमन क्या है इसकी सहायता से किसी विलेय पदार्थ का आण्विक द्रव्ययमान कैसे ज्ञात किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंहिमांक में अवनमन द्वारा विलेय का आण्विक द्रव्यमान ज्ञात करना- हिमांक में अवनमन (ΔTf) का प्रायोगिक निर्धारण करके अवाष्पशील विलेय का आण्विक द्रव्यमान ज्ञात किया जा सकता है। समीकरण (4) से शेष अन्य राशियों के मान ज्ञात होने पर विलेय के आण्विक द्रव्यमान MB की गणना की जा सकती है।

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हिमांक में अवनमन क्या है इसकी सहायता से किसी विलेय पदार्थ का आण्विक द्रव्ययमान कैसे ज्ञात किया जाता है?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार हिमांक में अवनमन 2.2 K तथा विलयन का हिमांक 270.95 K है। प्रश्न – एक ग्राम विद्युत अनअपघट्य विलेय को 50 gm बेंजीन में घोलने पर बेंजीन के हिमांक में अवनमन 0.40 K होता है। बेंजीन का हिमांक अवनमन स्थिरांक 5.12 K kg mol-1 है। विलेय का मोलर द्रव्यमान ज्ञात करें।

क्वथनांक और गलनांक में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंवह ताप जिस पर ठोस अवस्था उसकी द्रव अवस्था में परिवर्तित होती है, उसका गलनांक कहलाता है। जब एक ठोस गलनांक ताप प्राप्त कर लेता है तो ताप तब तक स्थिर रहता है जब तक कि सम्पूर्ण ठोस द्रव में परिवर्तित न हो जाए। वह ताप जिस पर एक द्रव उसकी वाष्प अवस्था में परिवर्तित होता है, उसका क्वथनांक कहलाता है।

सबसे ज्यादा गलनांक किसका होता है?

इसे सुनेंरोकेंशुद्ध रूप में सभी धातुओं में से, टंगस्टन में उच्चतम गलनांक (3,422 ° C, 6,192 ° F), सबसे कम वाष्प दाब और (1,650 ° C से ऊपर तापमान पर) सबसे अधिक तन्य शक्ति होती है।

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प्रभाजी आसवन विधि क्या होती है?

इसे सुनेंरोकेंप्रभाजी आसवन (Fractional distillation) एक औद्योगिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी मिश्रण के अवयवों को अलग किया जाता है। यह आसवन की एक विशिष्ट विधि है। उदाहरण के लिये पेट्रोलियम से पेट्रोल, डीजल, केरोसिन एवं अन्य घटकों को इसी विधि से अलग किया जाता है।

मोलल उन्नयन स्थिरांक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी विलायक के 1000 ग्राम में किसी अवाष्पशील विलेय पदार्थ के 1 मोल को घोलने पर उसके क्वथनांक में होने वाली वृद्धि को विलायक का मोलल उन्नयन स्थिरांक कहते हैं। इसे Kb या K1000 से प्रदर्शित करते हैं।

Solution : हिमांक अवनमन- किसी पदार्थ का हिमांक वह ताप है, जिस पर उसकी ठोस तथा द्रव अवस्थाओं के वाष्पदाब समान होते है। चूँकि विलयन का वाष्प दाब विलायक के वाष्प दाब से कम होता है, जिसके कारक विलयन का हिमांक शुद्ध विलायक के हिमांक से कम हो जाता है, इसे हिमांक में अवनमन कहते है।

एक सामान्य-सा प्रेक्षण है कि जब बर्फ में नमक मिलाया जाता है अर्थात हिम मिश्रण mixture) बनाया जाता है तो उसका ताप इतना कम हो जाता है कि उसमें आइसक्रीम व कली जमायी जा सकती है। नमक एक वैद्युत अपघट्य विलेय है जिससे जल के हिमांक में कमी अर्थात अवनमन । हुआ किसी विलायक में किसी अवाष्पशील ठोस को विलेय करने पर विलायक के हिमांक में अवनमन (depression in freezing point) हो जाता है।

जैसा कि हम जानते हैं कि हिमांक किसी द्रव के ताप का वह बिन्दु है जिस पर ठोस व द्रव अवस्थाएं साम्य में होती हैं और दोनों अवस्थाओं के वाष्य दाब का मान समान होता है। जैसा कि हम ऊपर देख चके हैं कि शुद्ध विलायक की तलना में किसी विलयन का वाष्प दाब कम होता है, हम यह भी जानते हैं कि किसी। ठोस का वाष्प दाब दव से बहत कम होता है। अतः किसा विलय की उपस्थिति में द्रव पदार्थ जल्दी जमता। है अर्थात् उसके हिमांक में अवनमन होता है। चित्र 9.22 में शद्ध विलायक व दो विलयनों के वाष्प दाबों को ठोस विलायक ताप के विपरीत आलेखित किया गया है। चित्र 9.22 में वक्र ऊर्ध्वपातन वक्र है व BC द्रव विलायक की वाष्प | दाब वक्र है। दोनों वक्र B पर एक-दूसरे को काटते हैं, अर्थात् इस बिन्दु पर दोनों साम्य में हैं और इनका वाष्प दाब समान है। अतः AT इस बिन्दु का ताप T. विलायक का हिमांक है। DE एवं FG क्रमशः विलयन 1 व II के वाष्य दाब वक्र हैं। (II विलयन की सान्द्रता 1 से अधिक है)। ये दाना ऊध्वपातन वक्र को क्रमशः बिन्द D  F पर काटते हैं जिनके लिए तापमान T1, व T2 है। अतः T1, व T2, विलयन । व। विलयन II के हिमांक बिन्दु हैं और दोनों ही का मान To से कम है।

I विलयन के लिए हिमांक अवनमन (freezing point depression)

Tf1 =To –T1

व II विलयन के लिए हिमांक अवनमन Tf2 = To – T2.

माना कि ताप TO पर विलायक का वाष्प दाब p° व ताप T1, व T2, पर क्रमशः विलयन I व विलयन II के वाष्प दाब क व P हैं। यदि विलयन तनु हो तो ठोस विलायक की ऊर्ध्वपातन वक्र को F से B तक। एक सीधी रेखा मान सकते हैं। अतः त्रिभुज BHD व BIF समरूप हैं, अतः DH /FI = BH /BI

उपर्युक्त चित्र के अनुसार, DH = To – T1 = Tf1  [I विलयन का हिमांक अवनमन]

FI = To –T2 = Tf2  [II विलयन का हिमांक अवनमन]

BH = p° – P1 = p1 [I विलयन का वाष्प दाब अवनमन]

BI = p°- p2 = p2 [II विलयन का वाष्प दाब अवनमन]

अतः ΔΤf1,/ ΔTf2 =  p1/p2

दाहिने हाथ वाले व्यंजक के अंश व हर दोनों में p° का भाग देने पर,

Tf1/Tf2 = P1/P0 /P2P0

अथवा  Tf = p/p0 ……………. ….(46)

अर्थात् हिमांक का अवनमन वाष्प दाब के आपेक्षिक अवनमन के समानुपाती है। हम जानते हैं कि

p/p0 =  n /n + N      [n/n + N = विलेय की मोल भिन्न ]

अथवा   P/P0 = n/N [ तनु विलयनों के लिए N>>n]

अथवा    p/P0 = W1/M1 x M0/W0  [Wo व W क्रमशः विलायक व विलेय की मात्रा तथा Mo व M, इनके अणु भार]

अतः समीकरण (46) को निम्न प्रकार से लिख सकते हैं

Tf = W1/M1 x M0/W0

Tf = A W1/M1 x M0/W0 …………………(47)

जहां A एक स्थिरांक है। चूंकि दिये गये विलायक के लिए उसकी मोलर संहति Mo का मान स्थिर है अतः स्थिरांक (A x Mo) के स्थान पर एक अन्य स्थिरांक k, रखने पर समीकरण (47) का स्वरूप निम्न हो जायेगा

Tf = kf = W1/M1W0…………. ….(48)

जहा का अवनमन स्थिरांक (depression constant) अथवा क्रायोस्कोपिक स्थिरांक (cryoscopic rant कहते हैं और यह विलायक की प्रकृति पर निर्भर करता है।

यदि विलेय के एक मोल ( W1/ M1 = 1 )को 1 gm विलायक (W = 1 g) में घोला जाये तो विलयन के लिए

अतः अवनमन स्थिरांक को निम्न प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है यदि किसी विलायक के 1 ग्राम में विलेय के एक मोल को घोला जाये तो बने हुए विलयन के हिमांक अवनमन को अवनमन स्थिरांक कहा जाता है। लेकिन विलयन चूंकि तनु लिये जाते हैं अतः यदि एक मोल विलेय को 1000 g विलायक में घोलकर एक मोलल विलयन बनाया जाए तो, ।

TF = KF W1/M1 x W0  x 1000………… ….(49)

जहा Kf = Kf/1000, और इसे मोलल अवनमन स्थिरांक (molal depression constant) करत । 1000 ऊष्मागतिकी की आधार पर,

KF = RT02/1000 hf ………………(50)

जहा R = गैस स्थिरांक 1.987 cal/mol Kelvin

To= शुद्ध विलायक का हिमांक

h= प्रति ग्राम विलायक के गलन की गुप्त ऊष्मा. किसा विलयन के क्वथनांक में उन्नयन अथवा हिमांक में अवनमन द्वारा विलय के अणुभार का निर्धारण या जा सकता है। स्पष्ट करने के लिए कुछ उदाहरण नीचे दिए जा रहे है।

घूर्णन गति किसे कहते हैं , उदाहरण क्या है , परिभाषा और अर्थ Rotational motion in hindi definition





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meaning and घूर्णन गति किसे कहते हैं , उदाहरण क्या है , परिभाषा और अर्थ Rotational motion in hindi definition

हिमांक के अवनमन से आप क्या समझते है?

Solution : हिमांक अवनमन- किसी पदार्थ का हिमांक वह ताप है, जिस पर उसकी ठोस तथा द्रव अवस्थाओं के वाष्पदाब समान होते है। चूँकि विलयन का वाष्प दाब विलायक के वाष्प दाब से कम होता है, जिसके कारक विलयन का हिमांक शुद्ध विलायक के हिमांक से कम हो जाता है, इसे हिमांक में अवनमन कहते है।

हिमांक अवनमन से आप क्या समझते हैं इसकी सहायता से किसी विलेय के?

Solution : किसी विलायक में अवाष्पशील विलेय पदार्थ मिलाने पर प्राप्त विलयन का वाष्प दाब शुद्ध विलायक के वाष्प दाब से कम होता है, जिसके कारण हिमांक ताप में कमी आ जाती है अर्थात वाष्प दाब अवनमन के कारण विलयन का हिमांक शुद्ध विलायक के हिमांक से कम हो जाता है।

अवनमन से आप क्या समझते हैं?

(Apparent Dip Definition in Hindi) 1. संस्तर तल तथा उसे काटने वाले काल्पनिक क्षैतिज तल के मध्य का वह कोण जो नमन की वास्तिवक दिशा के अतिरिक्त किसी अन्य दिशा में निर्मित होता है। यह वास्तविक नमन से सदैव कम रहता है।

हिमांक क्या होता है?

वह ताप जिस पर किसी द्रव की द्रव व ठोस दोनों अवस्थाओं का वाष्पदाब समान हो जाता है। वह द्रव का हिमांक कहलाता है। शुद्ध जल का हिमांक 0 डिग्री सेंटीग्रेट या 273 केल्विन होता है।