हाइलाइट्स Show गांधी जी बचपन से ही सत्य और ईमानदारी के प्रति संवेशनशील बच्चे थे.उन्हें खेलकूद में कम पढ़ाई में ज्यादा रुचि थी जिसमें वे काफी मेहनती भी थे.राजा हरीशचंद्र के नाटक का उनके मन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा.आधुनिक भारतीय इतिहास (Indian History) में किसी व्यक्तित्व का अगर अध्ययन हुआ है, तो वे हैं महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) हैं. पहले दक्षिण अफ्रीका में लोगों को अंग्रेजों के खिलाफ एक जुट किया और फिर भारत में आ कर ऐसे देशव्यापी आंदोलन चलाए कि देशभर से आम से लेकर खास आदमी तक उनके साथ हो लिए. वे देश ही नहीं दुनिया भर में एक प्रेरणा बन कर उभरे और उनके विरोध के तरीके आज भी पूरे संसार में उपयोग में लाए जाते हैं. 2 अक्टूबर को गांधी जयंती (Gandhi Jayanthi 2022) के मौके पर आए जानते हैं कि आखिर उनके बचपन की कौन सी घटनाएं और यादें हैं जिनपर गांधी का गहरा प्रभाव पड़ा. अस्थिर लेकर शर्मीले स्वभाव के थे मोहनदास श्रवण कुमार और हरीशचंद्र पढ़ाई में मेहनत के भरोसे ज्यादा गांधी जी (Mahatma Gandhi) ने अपनी आत्मकथा में अपने बचपन की बहुत सी बातों का ईमानदारी से जिक्र से किया है. . (तस्वीर: Wikimedia Commons)मां से मिली
धार्मिकता Annie Besant B’day: आयरिश होकर भी कांग्रेस अध्यक्ष कैसे बन गई थीं एनी बेसेंट कई दिन तक व्रत गांधी जी (Mahatma Gandhi) ने अपनी आत्मकथा में यह भी बताया है कि वे बचपन में अपनी पत्नी के बारे में क्या सोचा करते थे. (तस्वीर: Wikimedia Commons)स्कूल
में विभिन्न धर्मों के लोग Bhagat Singh Birthday: किन बातों ने भगत सिंह को बनाया था क्रांतिकारी? मोहनदास की 13 साल की उम्र में ही शादी हो गई थी. उन्होंने अपनी आत्मकथा में इसके बारे में विस्तार से लिखा है. उनका कहना है कि वे और उनकी पत्नी कस्तूरबा दोनों को ही तब नहीं पता था कि शादी होती क्या है. उस समय तो उनके लिए शादी एक उत्सव था जिसमें नए कपड़े पहनने, मिठाइयां खाने और रिश्तेदारों के साथ खेलने का मौका मिलता है. उन्होंने आत्मकथा में लिखा है कि वे अपनी पत्नी के प्रति बहुत आसक्त थे और स्कूल में भी उन्हीं के बारे में सोचा करते थे. बाद में धीरे धीरे यह एक प्रगाढ़ और आदर्श प्रेम में बदल गया था. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: History, India, Research FIRST PUBLISHED : October 02, 2022, 06:52 IST गांधी जी बचपन में क्या काम करते थे?गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1969 को पोरबंदर में हुआ था. गांधी जी बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी तेज थे. अपनी आत्मकथा 'सत्य के साथ मेरे प्रयोग' में गांधी जी लिखते हैं कि मुझे बचपन में भूतों से बहुत डर लगता था. उस डर को काटने के लिए उन्होंने राम का नाम प्रयोग करना शुरू किया था, जो उनके अंतिम समय तक उनके साथ रहा.
महात्मा गांधी का बचपन कहाँ बीता?महात्मा गांधी के पिता राजकोट के दिवान थे. गांधी का बचपन भी राजकोट में ही बीता. हाईस्कूल तक की शिक्षा उन्होंने वहीं से पूरी की थी. बचपन में गांधी जी ने कई स्कूल बदले थे.
गांधी जी को बचपन में ही राम नाम जपने की प्रेरणा किसने और क्यों दी?' गांधी जी ने बताया कि अंधेरे में मुझे भूतों से डर लगता है. इस पर दाई रंभा ने उनकी पीठ पर हाथ फेरते हुए कहा 'राम का नाम लो. कभी कोई भूत तुम्हारे पास आने की हिम्मत नहीं करेगा. कोई तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा, राम तुम्हारी रक्षा करेंगे.
गांधी जी कैसे रहते थे?गाँधीजी जब सात वर्ष के थे, उनका परिवार काठियावाड़ राज्य के राजकोट जिले में जाकर बस गया जहाँ उनके पिता करमचंद गाँधी दीवान के पद पर नियुक्त थे। गाँधीजी ने राजकोट में प्राथमिक और उच्च शिक्षा प्राप्त की। वे एक साधारण छात्र थे और स्वभाव से अत्यधिक शर्मीले एवं संकोची थे। बापू बहुत ही सीधे एवं ईमानदार व्यक्ति थे।
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