पक्षियों के नाश के कारण बन जाते हैं। स्वार्थ लाभ के लिए मनुष्य निरीह जानवरों कि निर्मम हत्या करता है । सहायक सामग्रियाँ : पशु-पक्षियों के प्रति अत्याचारों के दृश्य, स्लाइड , चित्र या कहानी, शब्दकोश।
( पशु-पक्षियों के प्रति अत्याचार के विडियो दृश्य दिखाएँ )(वीडियोपन्ने में उपलब्द्ध है) प्रश्न पूछता है - ? इसमें आपने क्या-क्या देखे? ? यह देखकर आप क्या महसूस करते हैं? ? क्या हमारे सहजीवियों के प्रति इस प्रकार का व्यवहार सही है? छात्रों को उत्तर बताने का अवसर दें। ` " प्रकृति हमारी माँ है और पशु-पक्षी हमारे सहजीवी। लेकिन आज का मानव स्वार्थ पूर्ति के लिए निर्ममता से पशु-पक्षियों की हत्या कर रहा है। " पहला अंतर - (गौरा मेरी......तैरा करती थीं।) रेखाचित्र का वाचन करें। ( वाचन प्रक्रिया ) छात्र सस्वर वाचन। वाचन का आकलन। वाचन प्रक्रिया का निर्धारण करता है । आशय ग्रहण के लिए सहायक प्रश्न पूछता है - ? लेखिका ने गौरा का परिचय हमें कैसे दिया? ? महादेवी की तुलना में उनकी बहन श्यामा कैसी थी? ? "तत्काल उस सुझाव का कार्यान्वयन आवश्यक हो गया"- सुझाव क्या था? ? "बकरी, कुक्कुट, मछली आदि.......विद्रोह करने लगता है"- यहाँ लेखिका की कौन-सी मनोवृत्ति का पता लगाया जाता है? ? पशु-पक्षियों के पालने के पीछे क्या उद्देश्य होता है? ? क्या महादेवी वर्मा का भी उद्देश्य यही है? ? अपने घर में आप लोग किन-किन पशु-पक्षियों को पालते हैं? पालने के पीछे का उद्देश्य क्या है? ? गाय की सुंदरता का कैसा शब्दचित्र लेखिका ने अंकित किया है? ? गौरा को पालने के संबंध में लेखिका की दुविधा निश्चय में कैसे बदल गई? ? महादेवी के बंगले में गाय का स्वागत कैसा हुआ? ? "गाय जब मेरे बंगले पर पहुँची, तब मेरे परिचितों और परिचारकों में श्रद्धा का ज्वार- सा उमड़ आया।" "श्रद्धा का ज्वार" से आप क्या समझते हैं? ? "परंतु उसकी आँखों के विश्वास का स्थान न विस्मय ले पाता है न आतंक।" लेखिका के इस कथन से तात्पर्य क्या है? ? हिरण के नेत्रों में चकित विस्मय है। क्यों? ? पशु को निर्मम मृत्यु और यातना देनेवाला कौन है? ? मानव के बुरे व्यवहार के प्रति गायों का मनोभाव क्या होता है? ? "कुछ दिनों में...अंतर भूल गए।" इससे आप क्या समझते हैं? ? यहाँ विशालता और लघुता किन-किन से संबंधित हैं? ? लघुता और विशालता का अंतर भूले पशु-पक्षियों का व्यवहार कैसा था? ? क्या आपने जीव-जंतुओं में भाईचारा देखा है। अपना अनुभव मित्रों में बाँटें। ? क्या आपके घर में एक से ज्यादा भिन्न पालतू जानवर हैं? उनका व्यवहार कैसा होता है? ? उनका व्यवहार आप कैसे महसूस करते हैं? ? पड़ोसी के पालतू जानवर से आपके पालतू जानवर का व्यवहार कैसा होता है? ? गौरा का समय का बोध कैसा था? ?महादेवी वर्मा की निकटता गौरा कैसे महसूस करती थी? ? "घर सिर पर उठा लेना" से क्या तात्पर्य है? (उदा: जब अपनी पसंद की चीज़ न मिलती है तब बच्चा घर सिर पर उठा लेता है।) इस प्रकार के अन्य वाक्य देकर प्रयोग का अर्थ और प्रसंग समझाएँ। गौरा के विभिन्न व्यवहारों पर श्यामा के नाम महादेवी का पत्र तैयार करें।
स्थान:.........., तारीख:........ प्रिय श्यामा, कैसी हो? तेरी बछिया को सब लोग गौरा कहकर पुकारते हैं। हमारी गौरा का स्वागत बड़ी धूमधाम से यहाँ हुआ है। उसके नेत्रों में आत्मीय विश्वास झलकता दिखाई पडता है। कुछ ही दिनों में वह सबसे हिल-मिल हो गई है। अन्य पशु-पक्षि अपनी लघुता और उसकी विशालता का अंतर भूल गए हैं। कुत्ते- बिल्ली उसके पेट के नीचे और पैरों के बीच में खेलते हैं। वह आँखें मूँदकर उनके संपर्क-सुख का अनुभव करती है। हम सबको आवाज से नहीं, पैर की आहट से पहचानती गौरा मोटर के फाटक में प्रवेश करते ही "बाँ-बाँ" की ध्वनि से पुकारने लगती। भोजन देने में थोडी देरी हो जाए तो रँभा-रँभाकर हल्ला मचाती है। वह मनाव प्रेम की भूखी है कि निकट जाने पर सहलाने के लिए गर्दन बढा देती, हाथ फेरने पर अपना मुख आश्वस्त भाव से कंधे पर रखकर आँखें मूँद लेती। आवश्यकता के लिए उसके पास एक ही ध्वनि है, लेकिन सुख-दुख की अनेक छाया-छवियाँ उसकी बडी और काली आँखें बता रही हैं। जो भी हो, गौरा अब हमारी प्यारी बन गयी है। उसका मानव और मनवेतर प्रेम सराहनीय है। इस पर मैं तुम से आभार हूँ। कभी-कभी पत्रोत्तर करें। सबको मेरा प्रणाम। तुम्हारी बहन, (हस्ताक्षर) महादेवी वर्मा। सेवा में पता:......................... …........................... …........................... अगला अंतर - वाचन प्रक्रिया । छात्र सस्वर वाचन। वाचन का आकलन। आवश्यक विश्लेषणात्मक प्रश्न पूछता है , ? गौरा के वत्स का नाम क्यों "लालमणि" रखा गया? ? ""दूधो नहाओ" का आशीर्वाद फलित होना" से क्या तात्पर्य है? ("दूधों नहाओ, पूतों फलो"- धन और संतान की वृद्धि हो। ) ? कुत्ते- बिल्लियाँ दूध पीकर कैसे कृतज्ञता ज्ञापित करते थे? ? गौरा अन्य पशु-पक्षियों को भी दूध देना पसंद करती थी। यह कैसे व्यक्त होती है? ? दुग्ध दोहन कैसे एक समस्या बन कई? ? दुग्ध दोहन की समस्या का समाधान कैसे हुआ? ( दुग्ध महोत्सव पर एक टिप्पणी तैयार करें। टिप्पणी कक्षा में पेश करें ) ? गौरा दुर्बल और शिथिल होने लगी। क्यों? ? पशुचिकित्सकों ने कैसे बताया कि गाय को सुई खिला दी गई है? ? सुई खिलाने से गाय की मृत्यु कैसे होती है? ? ग्वाले ने किस उद्देश्य से गौरा को सुई खिलाई होगी? ? "अंत में संदेह का विश्वास में बदल जाना स्वाभाविक था।"संदेह क्या था? ? ग्वाले के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई लेना कठिन था। क्यों? ? डॉक्टरों ने गौरा को सेब का रस पिलाने का निर्देश क्यों दिया? ? "गौरा दोनों ओर की चुभन और पीड़ा सहती थी।" चुभन क्या था? ? "पर उदास आँखों के कोनों में पानी की दो बूँदें झलकने लगती थीं।" क्यों? ? महादेवी के पास आने पर गौरा कैसे स्नेह प्रकट करती थी? ? क्या जीव-जंतुओं के प्रति मानव का क्रूर व्यवहार उचित है? चर्चा करें। ( जीवजंतुओं से मनुष्य का संबंध, इनसे क्रूर व्यवहार करने के विभिन्न प्रसंग )
महादेवी - इसको क्या हुआ डाक्टर ? डाक्टर – देखकर बताऊ । क्या यह दाना चारा लेती है? महादेवी - कुछ दिनों से यह नाम मात्र भोजन ही खाती है। डाक्टर – इसका शरीर दुर्बल है। महादेवी - कारण क्या होगा ? डाक्टर –एक्सरे से स्पष्ट है कि इसके ह्रदय के अंदर एक सूई चुभी हुई है। महादेवी - वह कैसे हो सकता है ? डाक्टर – पता नहीं। दाना-चारा के साथ अंदर चली होगी। महादेवी - लेकिन दाना-चारा हम ने ही दिया था। डाक्टर – गुड़ के अंदर सूई रखकर किसी ने दिया होगा। महादेवी - वह ग्वाला होगा । हम उससे ही दूध खरीदती थी। डाक्टर – वह कहाँ है ? महादेवी - उसका पता तक नहीं। डाक्टर – सूई से इसके मुँह में छेद न हुआ है।वह सीधे अंदर चली गई। इसको सेब का रस दो ताकि सूई पर काल्शियम जम जाने और उसके न चुभने की संभावना है। महादेवी - ज़रूर दूँ। डाक्टर – एक इंजक्शन देता हुँ। दवाएँ भी देता हुँ। महादेवी - क्या यह बच जाएगी ? डाक्टर - हम कोशिश करें और प्रार्थना भी करें। महादेवी - ठीक है डाक्टर । धन्यवाद ।
3. पशु पक्षियों के प्रति क्रूरता दिखानेवाली चित्रपट तैयार करें । अगला अंतर – कक्षा में यह वार्तालाप प्रस्तुत करें - महादेवी वर्मा : तुम इधर? ग्वाला : अब यहाँ काम कर रहे हैं। महादेवी वर्मा : तुमने गौरा से क्यों ऐसा की? ग्वाला : पहले कभी ऐसा नहीं सोचा था। लेकिन.... महादेवी वर्मा :फिर ..उस निरीह प्राणि को ऐसा निर्मम कार्य! ग्वाला: मैंने सोचा...गौरा नहीं तो आप दूध खरीदेंगे। महादेवी वर्मा : इस के लिए सूई खिलाना ही एक उपाय था..तेरे सामने? ग्वाला: बहुत बड़ी भूल हो गया। क्षमा कीजिए। आगे ऐसा कभी नहीं करता है। महादेवी वर्मा : याद रखो..जो बोएँगे वही काटेंगे।
छात्र वैयक्तिक रूप से वार्तालाप का संशोधन करें । संशोधित वार्तालाप का प्रस्तुतीकरण ।(चुनिंदे उपज) विश्लेषणात्मक सहायक प्रश्न पूछता है । ? गौरा के बीमार होने पर महादेवी जी लालमणि का ध्यान कैसे रखती थी? ? किस बात के बारे में सोचकर महादेवी जी की आँखों में आँसू आते थे? ? गौरा को बचाने के लिए लेखिका ने क्या कदमें उठाईं? ? "दिन ही नहीं, रात में भी कई-कई बार उठकर मैं उसे देखने जाती रही।" यहाँ महादेवी जी का कौन-सा मनोभाव व्यक्त होता है? ? गौरा के अंतिम क्षण कैसे थे? ? लेखिका ने गौरा का पार्थिव अवशेष गंगा को क्यों समर्पित किया? ? "आह! मेरा गोपालक देश।" से क्या तात्पर्य है? ? गाय के प्रति हमारा मनोभाव कैसा होता है? ? ग्वाले ने गौरा से कैसा व्यवहार किया था? क्या वह समीचीन था? ? वर्तमान परिवेश में मानव एवं जीव-जंतुओं के परस्पर संबंध पर टिप्पणी लिखें।
गौरा रेखाचित्र की मुख्य घटनाओं का क्रमबद्ध उल्लेख करें। प्रमुख घटनाएँ सूचीबद्ध करें। आकलन (पाठ्यपुस्तक के "मैंने क्या किया" जाँच सूचकों के आधार पर आकलन करें।)
विषय: प्रकृति हमारी माँ और पशु-पक्षी हमारे सहचर । संगोष्ठी का विषय समझें। उपविषयों में बाँटें- जैसे-
उपविषयों पर दलों में चर्चा चलाएँ। चर्चा के उपरान्त उपविषयों को पल्लवित करें। आलेख तैयार करें। अपने दल में चर्चा से संपुष्ट करें। संगोष्ठी का आयोजन करें। आलेख, संगोष्ठी में प्रस्तुत करें। आलेख पर चर्चा चलाएँ। आशयों का समेकीकरण करें। रपट तैयार करें। संगोष्ठी का आकलन करें।
समध्वनीय समानार्थक शब्द उदा: मृत्यु, अग्नि........ समध्वनीय समानार्थक शब्दों का संकलन करें। शब्दकोशकी मदद से अर्थ पहचानें। सूचीबद्ध करें। समध्वनीय भिन्नार्थक शब्दों का संकलन करें। संकल्प, संभावना, शिक्षा...... शब्दकोशकी मदद से अर्थ पहचानें। सूचीबद्ध करें। अर्थभेद समझें। दोनों प्रक्रियाओं का आकलन करें।
सोदाहरण समझाने के लिए ' योजक स्लाइड ' स्लाइड दिखाएँ । योजक जो....वह....
जहाँ....... वहाँ.......
जितना.....उतना.....
जितना पानी सागर में है उतना नदी में नहीं।
ताजमहल देखने जितने लोग आते हैं उतने कुतुब मीनार देखने नहीं आते।
श्रीराग के पास जितनी कलमें हैं उतनी प्रणव के पास नहीं।
जितने पेड़ जिजिना के घर के पास हैं उतने रसना के घर के पास नहीं।
रामु जितनी मेहनत करता है उतनी दामु नहीं करता। यदि......तो.....
यदि तुम तेज़ दौड़ते तो तुम्हें गाड़ी मिलती।
यदि प्यास लगती तो मैं पानी पीता।
यदि वह पढ़ता तो पास होता।
यदि पानी बरसता तो यदुनाथ छतरी लेता। इसलिए
स्कूल में पढ़ाई है इसलिए अनुराज स्कूल गया है।
स्कूल में घंटी बजी है इसलिए अषिता घर चली है।
हड़ताल है इसलिए दूकानें बंद हैं। और
क्योंकि
रमेश स्कूल नहीं आया क्योंकि उसे बुखार है।
स्कूल छुट्टी है क्योंकि आज रविवार है।
अंजलि कुत्ते के पास नहीं जाती क्योंकि उसे डर है।
प्रकृति हमारी माँ है और पशु-पक्षी हमारे सहजीवी। इनकी रक्षा में हमारी सुरक्षा है। इस विषय पर नारे बनाएँ उन्हें प्रदर्शित करें। पाठ्यपुस्तिका की "मैंने क्या किया" शीर्षक पर दी गई जाँच-सूची का इस्तेमाल करें।
1. गौरा की मृत्यु हुई। महादेवी जी ने गौरा का पार्थिव अवशेष गंगा को समर्पित किया। महादेवी जी की उस दिन की डायरी तैयार करें। |