छुईमुई का पौधा क्या काम आता है - chhueemuee ka paudha kya kaam aata hai

Lajwanti Benifits: आपने छुईमुई के पौधे के बारे में तो जरूर सुना होगा क्‍योंकि ये बहुत ही अलग पौधा है. छुईमुई जिसे लाजवंती भी कहा जाता है. उसकी अनोखी बात ये है कि जैसे ही कोई भी इंसान उसकी पत्तियों को छूता है या फूंक मारता है तो वो बंद हो जाती हैं. वहीं जैसे ही हमारी उंगलियां उनसे अलग होती है वो कुछ देर बाद ही अपने आप ही खुल जाती हैं. हालांकि भले ही छुईमुई की पत्तियां मानव के स्‍पर्श से लाज खा जाती हैं, लेकिन ये हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद है और इससे कई रोगों का इलाज हो सकता है.

बवासीर के इलाज में बहुत लाभदायक
छुइमुइ का पौधा बवासीर के इलाज के लिए बहुत लाभदायक है. इस उपाय के लिए इसकी पत्तियों का बारीक पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगाएं. बता दें कि ये कई सालों से बवासीर के इलाज के लिए इस्तेमाल की जा रही हैं. इस पेस्ट से आपको आराम मिलेगा. साथ ही इससे जलन और ब्‍लीडिंग बहुत कम होगी.

 छुईमुई के अन्य लाभ
-ये अल्सर को ठीक करता है. 
-इसकी पत्तियों का पेस्ट गैस्ट्रिक एसिड सेक्ररेशन और एसिडिटी को कम कर सकता है.
-दस्त के इलाज के लिए छुईमुई बहुत फायदेमंद है.
-ये लीवर को विषाक्त पदार्थों से बचाता है.
-छुईमुई मधुमेह रोधी है.
-ब्‍लड शुगर लेवल को कम करने के लिए रोजाना इसके पाउडर का सेवन किया जा सकता है, लेकिन पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श जरूर लें.

छुईमुई का सेवन कैसे करें?
आप छुइमुइ का सेवन 3 तरह से कर सकते हैं. घावों को ठीक और सूजन को कम करने के लिए आप इसे पेस्ट के रूप में लगा सकते हैं. वहीं दस्त के इलाज के लिए आप एक कप छुईमुई चाय पी सकते हैं. साथ ही मालिश के लिए आप तेल के साथ छुईमुई का उपयोग कर सकते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इन नुस्खों की पुष्टि नहीं करता है.)

विषयसूची

  • 1 छुई मुई का पौधा क्या काम आता है?
  • 2 छुईमुई का पौधा क्यों मुरझा जाता है?
  • 3 लाजवंती का पौधा कैसे होता है?
  • 4 मुझे मत छुओ पौधा छूने पर अपने पत्ते बंद कर लेता है क्यों?
  • 5 चुई मुई के पेड़ को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
  • 6 छुईमुई का वैज्ञानिक नाम क्या है?

छुई मुई का पौधा क्या काम आता है?

इसे सुनेंरोकेंगुजरात के जानकार छुईमुई की जड़ और पत्तियों का पाउडर दूध में मिलाकर दो बार देने से बवासीर और भगंदर जैसे रोग में आराम मिलता है। डाँग में आदिवासी पत्तियों के रस को बवासीर के घाव पर सीधे लेपित करने की बात करते हैं। इनके अनुसार यह रस घाव को सुखाने का कार्य करता है और अक्सर होने वाले खून के बहाव को रोकने में भी मदद करता है।

छुईमुई का पौधा क्यों मुरझा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंछुई-मुई के पौधे की पत्तियां स्पर्श के प्रति संवेदनशील होती हैं। जब हम इनकी पत्ती को छूते हैं तो पतली दीवारों वाली कोशिकाओं से तने में चला जाता है, फलस्वरूप ये कोशिकायों सिकुड़ जाती हैं और पत्तियों का तनाव समाप्त हो जाता है, जिससे उनमें ऐंठन पैदा हो जाती है। इसी को हम छुई-मुई का मुरझाना कहते हैं।

पौधों को जल्दी बड़ा करने के लिए क्या करें?

तो आइए जानते हैं गार्डेनिंग (Gardening) के वे सिक्रेट टिप्‍स जो आपके पौधों की ग्रोथ को बढ़ा सकते हैं.

  1. चाय की पत्ती इस्तेमाल की हुई चाय पत्तियों को अच्‍छी तरह से धोकर जमा करें.
  2. विटामिन्‍स की गोलियां
  3. प्याज के छिलके
  4. पौधों को जगह दें
  5. पौधों को होती है धूप की जरूरत

छुईमुई का दूसरा नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंछुइमुइ या लज्जावती (वैज्ञानिक नाम:Mimosa pudica) एक प्रकार का पौधा है, जिसकी पत्तियां, मानव स्पर्श पाने पर या तेज फूंक मारने पर सिकुड कर बंद हो जातीं हैं, व कुछ देर बाद अपने आप ही खुल जातीं हैं।

लाजवंती का पौधा कैसे होता है?

इसे सुनेंरोकेंघर में कहां पर ये पौधा रखना चाहिए और कैसे इस पौधे की देखभाल करनी है. ज्योतिर्विद प्रीतिका मजूमदार ने बताया कि लाजवंती का पौधा घर के ईशान कोण में लगाना चाहिए. आप गमले में लाजवंती के पौधे को लगाकर ईशान कोण में रख सकते हैं. ध्यान रखें इस पौधे के आसपास गंदगी ना रहे.

मुझे मत छुओ पौधा छूने पर अपने पत्ते बंद कर लेता है क्यों?

इसे सुनेंरोकेंछूते ही सिकुड़ने की अपनी प्रकृति के चलते यह पौधा जानवरों के खाने से भी बचा रहता है, जैसे ही कोई जानवर इसे खाने की कोशिश करता है इसकी पत्तियां सिकुड़ कर सूखी पत्तियों जैसी हो जाती हैं जिससे जानवर इसे बेजान पौधा समझकर छोड़ देते हैं। लाजवंती या छुई-मुई पौधा अत्यंत संवेदनशील होता है।

छुईमुई एक पादप विशेष के लिए तुलसीदास जी ने क्या शब्द प्रयोग किया है?

इसे सुनेंरोकें➲ कुम्हड़बतिया ✎… छुईमुई एक पादप विशेष के लिए तुलसीदास ने ‘कुम्हड़बतिया’ शब्द का प्रयोग किया है।

नींबू के पौधे की ग्रोथ कैसे बढ़ाए?

इसे सुनेंरोकेंमिट्टी नम हो तो पानी न दें। मिट्टी को पूरा सूखने भी ना दें वर्ना पेड़ को नुकसान पहुंचेगा। अगर मिट्टी सतह से 1 इंच नीचे तक सूख गई है तो अच्छे से गमले को पानी से भर दें जब तक पानी निकलने न लगे और फिर 3-4 दिन तक उसमें पानी न डालें। नींबू के पौधे की मिट्टी पोरस होनी चाहिए तभी वो अच्छे से फलता-फूलता है।

चुई मुई के पेड़ को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंछुईमुई (Chuimui) = touch me Not देवनागरी और रोमन लिपि में।

छुईमुई का वैज्ञानिक नाम क्या है?

Mimosa pudicaछुइमुइ पौधा / वैज्ञानिक नाम

छुई मुई के पौधों की पत्तियों को उन पर किसकी प्रतिक्रिया के लिए जाना जाता है?`?

इसे सुनेंरोकेंछुई मुई पौधों की पत्तियों को स्पर्श की ओर उनकी प्रतिक्रिया के लिए जाना जाता है।

छुईमुई कौन कौन से काम में आती है?

लाजवंती के फायदे – Benefits of Lajwanti in Hindi.
तनाव से राहत तनाव से राहत पाने के लिए छुई मुई का उपयोग कर सकते हैं। ... .
मधुमेह में मददगार लाजवंती के फायदे मधुमेह के रोगियों के लिए भी काफी लाभकारी हो सकते हैं। ... .
घाव भरने के लिए ... .
जोड़ों के दर्द में कमी ... .
मासिक धर्म के लिए ... .
बवासीर के लिए ... .
पेट दर्द से राहत ... .
खुजली के लिए.

छुईमुई का पौधा घर में लगाने से क्या लाभ होता है?

# इसको घर में लगाने से सकारात्मक सोच बनी रहती है और घर का वातावरण भी अच्छा रहता है। # इसको घर में दाई और लगायेंगे तो घर में खुशहाली सदेव ही रहेगी और साथ ही कभी भी किसी भी चीज़ की कमी नही होगी। # यह घर को सभी चिन्ताओ से मुक्त रखती है और साथ ही कभी भी अशांति नही रहने देती है।

छुईमुई पौधे की विशेषता क्या होती है?

छुइमुइ या लज्जावती (वैज्ञानिक नाम:Mimosa pudica) एक प्रकार का पौधा है, जिसकी पत्तियां, मानव स्पर्श पाने पर या तेज फूंक मारने पर सिकुड कर बंद हो जातीं हैं, व कुछ देर बाद अपने आप ही खुल जातीं हैं।

लाजवंती का प्रयोग कैसे करें?

आयुर्वेद में छुईमुई पौधे का इस्तेमाल कई तरह की औषधि को तैयार करने के लिए किया जाता है. लाजवंती पौधे के इस्तेमाल से कई तरह की समस्याएं, जैसे- घाव, डिप्रेशन, चिंता, डायरिया व अल्सर इत्यादि से छुटकारा मिल सकता है. लाजवंती पौधे का संपूर्ण रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है. आयुर्वेद में इसका जूस पीने की सलाह भी दी जाती है.