बांझपन का इलाज क्या होता है? - baanjhapan ka ilaaj kya hota hai?

जब कोई जोड़ा, संतान पाने हेतु, 12 माह या अधिक समय तक निरंतर प्रयास करता है परन्तु फिर भी विफल रहता है, तब यह एक बांझपन की समस्या हो सकती है। अधिकतर मामलों में, बांझपन को महिलओं के साथ जोड़ के देखा जाता है। हालांकि, ऐसा है नहीं। यह तथ्य आपको चौंका सकता है परन्तु बांझपन के हर तीन मामलों में, पुरुष बांझपन की समस्या देखी गयी है। इस बात की पुष्टि के लिए यह अनिवार्य है की दोनों डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। यह लेख हालांकि पुरुष बांझपन पर केंद्रित है तथा इस समस्या के निदान और उपचार की व्याख्या करता है।

पुरुष बांझपन का निदान

सामान्य रूप में, डॉक्टर पुरुष बांझपन की समस्या के निदान के लिए निम्नलिखित परीक्षण की सलाह देते हैं |

सामान्य शारीरिक परिक्षण

शारीरिक परिक्षण में डॉक्टर आपके जननांगो की जांच करते हैं तथा आपसे कुछ महत्वपूर्ण सवाल पूछते हैं जिसमे पारिवारिक इतिहास, पिछली बीमारियों, चोटों, या सर्जरी की जानकारी, तथा चिकित्सा इतिहास शामिल है। इन सबके अलावा, डॉक्टर आपके यौवन के दौरान की यौन आदतों तथा युवावस्था के विकास से सम्बंधित सवाल भी पूछ सकते हैं। यह सब जानकारी बांझपन की समस्या के कारण को समझने में सहायता करते हैं। साझा की गयी जानकारी के आधार पर डॉक्टर आगे की कार्यवाही तय करते हैं।

वीर्य विश्लेषण

वीर्य विश्लेषण एक महत्वपूर्ण कदम है जो की पुरुष बाँझपन के निदान के लिए आवशयक है। पुरुष अपने वीर्य के नमूने को एक विशेष कंटेनर में एकत्रित करके जांच के लिए प्रदान करते हैं। नमूने को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाता है जहाँ वीर्य में उपस्थित शुक्राणुओं की संख्या, उसके आकार, तथा गति को मापा जाता है।

उपरोक्त परीक्षणों से विशेष स्पष्टीकरण न मिलने पर, डॉक्टर बांझपन के कारण की पहचान करने में सहायता के हेतु अतिरिक्त परिक्षण की सलाह दे सकते हैं, जिनमे निम्नलिखित परिक्षण शामिल हो सकते हैं।

आनुवंशिक परीक्षण

अनुवांशिक परिक्षण में डॉक्टर रक्त परिक्षण करते हैं जिसकी सहायता से विभिन्न जन्मजात या विरासत में मिले सिंड्रोम का निदान किया जाता है।

अंडकोषीय स्कैनिंग

इस परिक्षण में उच्च-आवृत्ति ध्वनि तरंगों (high-frequency sound waves) की सहायता से छवि उत्तपन्न की जाती है जो की अंडकोषों में वैरीकोसेल (varicocele) या किसी प्रकार की समस्या को देखने में मदद करता है।

वृषण बायोप्सी

इस परीक्षण में सुई के उपयोग से अंडकोष से नमूना निकाला जाता है। यदि परिणाम में शुक्राणु उत्पादन सामान्य है तो संभवित रूप से यह रूकावट या शुक्राणु परिवहन की समस्या हो सकती है

ट्रांसरेक्टल अल्ट्रासाउंड

इसमें डॉक्टर एक छोटी चिकनाई वाली छड़ी मलाशय में डाल कर प्रोस्टेट की जांच करते हैं तथा वीर्य को ले जाने वाली नलियों में यदि किसी प्रकार की रूकावट है तो उसकी खोज करते हैं।

हार्मोन परीक्षण

पुरुषों में यौन विकास और शुक्राणु उत्पादन में पिट्यूटरी ग्रंथि, हाइपोथैलेमस और अंडकोष द्वारा उत्पादित हार्मोन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह एक प्रकार का रक्त परिक्षण है जिसमें टेस्टोस्टेरोन और अन्य हार्मोन के स्तर को मापा जाता है।

पुरुष बांझपन उपचार

पुरुष बांझपन उपचार में निम्नलिखित उपचार शामिल हैं:

शल्य चिकित्सा अथवा सर्जरी

यदि बांझपन का प्रमुख कारण वैरीकोसेल है तो इसको शल्य चिकित्सा से ठीक किया जा सकता है।

संक्रमण का इलाज

प्रजनन पथ (reproductive tract) संक्रमण के मामलों में एंटीबायोटिक उपचार असरदार अवश्य है परन्तु यह हमेशा प्रजनन क्षमता को बहाल करने में सफल नहीं होता।

संभोग से जुडी समस्याओं के लिए उपचार

डॉक्टरी दवा की सहायता से स्तंभन दोष या शीघ्रपतन जैसी समस्याओं में प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने में सहायक साबित हो सकता है।

हार्मोन उपचार

कुछ हार्मोन के उच्च या निम्न स्तर बांझपन का कारण हो सकता है। दवाओं की सहायता से स्थिति को सुधारा जा सकता है।

सहायक प्रजनन तकनीक

असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी अथवा सहायक प्रजनन तकनीक पुरुष बांझपन का उपचार है जिसमें पुरुष की इच्छा अनुसार शुक्राणु को सामान्य स्खलन या सर्जिकल निष्कर्षण द्वारा प्राप्त किया जाता है। इसके बाद IVF या ICSI प्रक्रिया के माध्यम से महिला जननांग पथ में डाला जाता है जो की गर्भधारण में सहायता करता है।

इनफर्टिलिटी अथवा बांझपन एक आम समस्या बन चुकी है। पारम्परिक रूप से बांझपन की समस्या को अक्सर महिलाओ के साथ जोड़ के देखा जाता है, हालाँकि ऐसा है नही। अगर कोई जोड़ा निरंतर 12 माह या अधिक समय से संतान प्राप्ति हेतु प्रयास करने पर भी विफल होता है, तो यह इनफर्टिलिटी की समस्या की और संकेत करती है। ऐसी स्थिति में दोनों, संतान के इक्छुक माता और पिता को डाक्टरी परामर्श लेने की आवश्यकता है ताकि कारण स्पष्ट हो सके।

इनफर्टिलिटी के निदान से पहले, प्रजनन विशेषज्ञ डॉक्टर, माता तथा पिता की यौन आदतों को समझने का प्रयास करता है ताकि प्राकृतिक रूप से गर्भाधन की संभावनाओं को बेहतर बनाया जा सके।

यह लेख इनफर्टिलिटी अथवा बांझपन की समस्या और उसके उपचार पर प्रकाश डालता है।

इनफर्टिलिटी का इलाज: पुरुषों के लिए टेस्ट

पुरुषों में सामान्य स्थिति में अंडकोष पर्यापत मात्रा में शुक्राणु बनाते हैं और यह शुक्राणु योनि में प्रभावी रूप से स्खलित होता है तथा सही गति से अंडे की ओर बढ़ता है ताकि सफलतापूर्वक निषेचन हो सके।

पुरुषों में इनफर्टिलिटी की जांच हेतु डॉक्टर कुछ परिक्षण करते हैं जिसकी सहायता से वह बांझपन के कारण का पता करते हैं।

शारीरिक परिक्षण

यह एक सामान्य शारीरिक परिक्षण होती है जिसमें डॉक्टर पुरुष जननांगो की जांच करता है।

वीर्य विश्लेषण

इसमें पुरुष के वीर्य के नमूने की प्रयोगशाला में जांच की जाती है जिसमें वीर्य की गुणवत्ता, गति, तथा आकार का विश्लेषण किया जाता है।

अनुवांशिक परिक्षण

इसमें यह पता किया जाता है की बांझपन के पीछे का कारण कहीं कोई अनुवांशिक दोष तो नहीं।

हार्मोन परिक्षण

पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन एक महत्वपूर्ण हार्मोन होता है तथा इसकी कमी बांझपन का एक प्रमुख कारण हो सकती है। हार्मोन परिक्षण एक प्रकार का रक्त परिक्षण है जो की शरीर में हार्मोन के स्तर को बताता है।

वृषण बायोप्सी

कुछ एक मामलों में, वृषण बायोप्सी करने की सलाह दी जाती है। इसकी सहायता से किसी प्रकार कीअसमानता, जो बांझपन में योगदान दे रही है, का पता किया जाता है। इसके अलावा यह, सहायक प्रजनन तकनीक जैसे की IVF के लिए, शुक्राणुओं को प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

उपरोक्त परीक्षणों के परिणामों के आधार पर, प्रजनन विशेषज्ञ जीवनशैली में परिवर्तन, दवाएं, शल्य चिकित्सा, अथवा शुक्राणु की पुनः प्राप्ति जैसे उपचार की सलाह दे सकता है।

इनफर्टिलिटी का इलाज: महिलाओं के लिए टेस्ट

महिलाओं में सामन्य स्थिति में अंडाशय स्वस्थ अंडे जारी करता है तथा प्रजनन पथ निषेचन के लिए अंडे को फैलोपियन ट्यूब से जाकर शुक्राणु से जुड़ने देता है। अंडा निषेचित होने के बाद गर्भाशय के अस्तर से खुद को जोड़ लेता है। महिलाओं से जुड़े हुए बांझपन के परीक्षणों में यह पता लगाने का प्रयास किया जाता है की यह प्रक्रिया में किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं हुई।

ओव्यूलेशन परीक्षण

यह एक रक्त परिक्षण है जो हार्मोन के स्तर को मापता है जिससे यह स्पष्ट होता है की महिला सामन्य रूप से ओवुलेट कर रही है रही है या नही।

हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी

यह परिक्षण महिला के गर्भ तथा फैलोपियन ट्यूबों की स्थिति का मूल्यांकन करता है तथा रूकावट या किसी अन्य प्रकार की समस्या को उजागर करता है। इस परिक्षण में एक्स-रे लिया जाता है।

हार्मोन परीक्षण

यह परिक्षणओव्यूलेटरी हार्मोन तथा पिट्यूटरी हार्मोन के स्तर की जाँच करते हैं। यह दोनों हार्मोन प्रजनन प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं।

डिम्बग्रंथि रिजर्व परीक्षण

यह परिक्षण ओवुलेशन के लिए उपलब्ध अंडों की मात्रा को जानने के लिए किया जाता है।

इमेजिंग परीक्षण

जैसा की नाम से स्पष्ट है, यह परिक्षण एक प्रकार का अल्ट्रासाउंड है जिसमें गर्भाशय के अंदर के विवरण का विश्लेषण किया जाता है।

प्रजनन विशेषज्ञ डॉक्टर, इनफर्टिलिटी का इलाज, उपरोक्त परीक्षणों के आधार पर तय करता है। इलाज में प्रजनन दवाओं के साथ उत्तेजक ओव्यूलेशन,अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (IUI), अथवा प्रजनन क्षमता को बहाल करने के लिए सर्जरी आदि शामिल हो सकते हैं और इसका निर्धारण पूरी तरह से महिला की स्थिति पर निर्भर करता है।

बांझपन का मुख्य कारण क्या है?

एक्सपर्ट्स के अनुसार, महिलाओं में बांझपन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे ओव्यूलेशन डिसऑर्डर, फैलोपियन ट्यूब में क्षति, एंडोमेट्रियोसिस, यूटेरस या सर्विक्स से जुड़ी समस्याएं आदि. एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर लक्षणों का पता लगाकर इसका समय पर इलाज कर किया जाए तो बांझपन को ठीक किया जा सकता है.

बांझपन कैसे दूर करें घरेलू इलाज?

अश्वगंधा- अश्वगंधा हार्मोनल-संतुलन बनाए रखती है और प्रजनन क्षमता को बढ़ाती है। ... .
अनार - अनार गर्भाश्य में खून के प्रवाह को तेज करता है और गर्भाश्य की दीवारों को मोटा कर के गर्भपात की संभावना को कम करने के लिए सहायक है। ... .
दालचीनी- दालचीनी डिम्ब-ग्रंथि के सही रूप से कार्य करने में मदद कर सकती है।.

बांझपन कितने प्रकार के होते हैं?

बांझपन क्या है — प्रकार और कारण (Infertility in Hindi).
प्राथमिक बांझपन (Primary Infertility).
माध्यमिक बांझपन (Secondary Infertility).
एक्स्प्लेंड इनफर्टिलिटी (Explained Infertility).
अनएक्सप्लेंड इनफर्टिलिटी (Unexplained Infertility).

बांझपन की जांच क्या है?

पेल्विक अल्ट्रासाउंड गर्भाशय या फैलोपियन ट्यूब की बिमारियों के कारण महिला में बांझपन की शिकायत हो सकती है। इनसे संबंधित बिमारियों का पता लगाने के लिए डॉक्टर पेल्विक अल्ट्रासाउंड करते हैं। इसके अलावा, महिला बांझपन का निदान करने के लिए डॉक्टर थायरॉइड और पिट्यूटरी हार्मोन की जांच करने का भी सुझाव दे सकते हैं।