भाषा सीखने का स्वाभाविक क्रम क्या है - bhaasha seekhane ka svaabhaavik kram kya hai

भाषा सीखने का सही मनोवैज्ञानिक क्रम क्या है?

  1. सुनना, पढ़ना, बोलना, लिखना
  2. बोलना, सुनना, पढ़ना, लिखना
  3. सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना
  4. सुनना, पढ़ना, लिखना, बोलना

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना

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Child Development and Pedagogy Mock Test

10 Questions 10 Marks 10 Mins

भाषा कौशल विकास का क्रम LSRW के रूप में होता है।

भाषा सीखने का स्वाभाविक क्रम क्या है - bhaasha seekhane ka svaabhaavik kram kya hai
Key Points

  • सामान्य रूप से सर्वमान्य भाषा कौशल विकास क्रम : सुनना (L) > बोलना (S) > पढ़ना (R) > लिखना (W)।
  • सुनना,पढ़ना ग्राहय कौशल है। ग्राहय कौशल वे होते हैं जो सीखने से संबंधित होते हैं।
  • बोलना, लिखना अभिव्यंजना कौशल है जो कि अभिव्यक्त करने से संबंधित होता है।

भाषा सीखने का स्वाभाविक क्रम क्या है - bhaasha seekhane ka svaabhaavik kram kya hai
Hint श्रीमती मोरिया मॉनिटरिंग के अनुसार भाषा कौशल का क्रम LSRW नही होता बल्कि इन्होंने अपना क्रम LSWR माना है। यानी सुनना > बोलना > लिखना > पढ़ना।

अतः हम कह सकते हैं कि सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना भाषा सीखने का सही मनोवैज्ञानिक क्रम है।

भाषा सीखने का स्वाभाविक क्रम क्या है - bhaasha seekhane ka svaabhaavik kram kya hai
Additional Information

श्रवण कौशल-  

  • ध्वनियों या उच्चारण को सुनना और सुनकर उसके अर्थ को समझना और उसे ग्रहण करने की योग्यता श्रवण कौशल कहलाता है।

श्रवण कौशल के लिए आवश्यक बातें-

  • स्वस्थ श्रवण इंद्रियां
  • बोलने वाले अथवा वक्ता के शब्दों का उच्चारण बिल्कुल स्पष्ट एवं शुद्ध होना चाहिए।
  • ध्यान का केंद्रित होना/ अवधान।
  • अंतर्बोध शक्ति का होना।
  • धारण शक्ति का होना।
  • अर्थबोध शक्ति का होना।

वाचन कौशल- भावों और विचारों की अभिव्यक्ति वाचन कौशल कहलाती है।  

पठन कौशल- पढ़कर अर्थ ग्रहण करने के कौशल को पठन कौशल कहतें हैं।

लेखन कौशल-  विचारों को लिखित रूप देना अथार्त लिखने संबंधी कौशल लेखन कौशल कहलाता है।

  • वर्तनी संबंधी त्रुटि न हो।
  • लिखावट सुंदर होनी चाहिए।
  • लिखते समय सिरोबन्ध आवश्यक है।
  • कलम को अधिकतम 1 इंच से पकड़ना एवं पुस्तिका व पेन के बीच 45° का कोण ध्यान में रखते हुए लिखना।
  • लिखते समय शब्द एवं वाक्यो का चयन भी एवं वर्णों की सरंचना भी महत्वपूर्ण है।

Last updated on Sep 15, 2022

CG TET Answer Key  (Provisional) released. for the exam held on 18th September 2022. Candidates can submit any objections against the same online or by post. These objection must reach the commission till 11th October 2022 (5.00 PM). The final answer key will be released after considering these objections. The CG TET Exam is the eligibility examination for  Primary and Upper Primary Teacher posts in the Government Schools of Chhattisgarh. 

भाषा सीखने का स्वाभाविक और मनोवेज्ञानिक क्रम है

This question was previously asked in

REET 2015 Level 2 (Maths & Science) (Hindi-I - English-II/Sanskrit-II) Official Paper

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  1. पढ़ना, सुनना, लिखना, बोलना
  2. बोलना, लिखना, सुनना, पढ़ना
  3. सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना
  4. उपर्युक्त सभी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना

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CT 1: CDP (Growth & Development)

10 Questions 10 Marks 10 Mins

भाषा के चार मुख्य कौशल सुनना, बोलना, पढ़ना तथा लिखना है। इन कौशलों के प्रयोग के द्वारा ही मानव अपने विचारों का सरलतापूर्वक आदान प्रदान करता है। मानव अपने विचारों को इन्ही चारो कौशलों से अभिव्यक्त करता है, भाषा से संबंधित इन चारो प्रक्रियाओं को प्रयोग करने की क्षमता ही भाषा कौशल कहलाती है।

भाषा सीखने का स्वाभाविक क्रम क्या है - bhaasha seekhane ka svaabhaavik kram kya hai
Key Points

  • ये चारो कौशल एक दूसरे से अतःसंबंधित होते हैं तथा मानव में भाषाई विकास को विस्तार देते हैं।
  • ये कौशल भाषा शिक्षण के अलावा अन्य विषयों के शिक्षण के भी आधार है अतः प्राथमिक स्तर तक इनका पूर्ण रूप से विकसित होना शिक्षण प्रक्रिया को सरल बनाता है।
  • यहां सुनना और पढ़ना विचारों को ग्रहण करने से तथा बोलना और लिखना विचारों को अभिव्यक्त करने से संबंधित है।
  • भाषा के इन सभी मुख्य कौशलों का क्रमिक रूप सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना है।

सुनना

बालक पहले अप्पने आस-पास की बातो और आवाजों को सुनता है

बोलना

सुनी हुई बातों को बोलना सीखता है

पढ़ना

बालक चित्रों संकेतो का अर्थ समझने से पढ़ने का आरम्भ करता है

लिखना

लिखने का आरम्भ बालक टेढ़ी-मेढ़ी लाइनों तथा चित्र बनाना उनमें रंग भरना आदि के साथ करता है

अत: उपरोक्त विवरण से यह ज्ञात होता है की सुनना, बोलना, पढना, लिखना भाषा सीखने का स्वाभाविक और मनोवेज्ञानिक क्रम है |

Last updated on Sep 22, 2022

MP TET Revised Result (2020) declared on 3rd October 2022. Earlier, the Professional Examination Board of Madhya Pradesh had declared the MP TET Result 2020 for Primary School Teacher Eligibility Test on 8th August 2022. The MP TET exam was conducted from 5th March to 26th March 2022. Candidates can check out their results from their applicant number/roll number and date of birth. Only candidates with a Diploma/B.Ed degree appeared for the examination. The candidates who will be qualified for the MP TET can earn a salary ranging from INR 2.7 lakhs to INR 3.5 lakhs per annum as a Primary School Teacher

भाषा सीखने का स्वाभाविक क्रम क्या?

सामान्य रूप से सर्वमान्य भाषा कौशल विकास क्रम : सुनना (L) > बोलना (S) > पढ़ना (R) > लिखना (W)।

भाषा सीखने सिखाने का उद्देश्य क्या है?

भाषा शिक्षण का उद्देश्य भाषा की समझ और अभिव्यक्ति का विकास करना है। प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का सर्वोपरि उद्देश्य बच्चों में विभिन्न स्थितियों में भाषा का प्रभावी प्रयोग करने के कौशल का विकास करना है क्योंकि प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण भाषा की समझ और सहज अभिव्यक्ति के विकास को सुनिश्चित करता है।

भाषा सीखने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

सबसे अच्छा और आसान तरीका है सुनकर सीखना। हमलोग अपनी भाषा सुनकर ही तो सीखे हैं। फिर लिखना पढ़ना अक्षर ज्ञान से सीखे।.
जो भाषा आपको सीखनी है उस भाषा की फिल्म देखना शुरू कर दीजिए। पहले पहले आप subtitles ka उपयोग कर सकत हैं। ... .
अगर उस भाषा को बोलने वाला कोई आपका मित्र बन जाए तो उससे अच्छी कोई बात नहीं है। ... .
अगर मै नि.

भाषा सीखने में बच्चों को क्या क्या सिखाना आवश्यक है?

बच्चे में कल्पनाशक्ति का विकास करना व बेझिझक विचारों को साझा करना । कहानी सुनना, सुनकर समझना, समझकर कहानी के संबंध में अपने विचार व्यक्त करना । पुस्तकों को पढ़ने के प्रति रुचि जागृत करना । कहानी, कविता व नाटक के बीच फर्क पहचान पाना ।