सावन (Sawan) का महीना शुरू हो गया है और महीने में लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं। वहीं इस महीने में बारिश अधिक होती है, ऐसे में हर तरफ हरियाली देखने को मिलती है। सावन के महीने में लोगों को अपनी सेहत का भी ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ ही इस महीने में बहुत सी चीजों को खाने से मनाही भी होती है। क्या आपको पता है कि इस मौसम में अक्सर लोगों को कढ़ी खाने से मना किया जाता है। अगर आपको इसका कारण नहीं पता है तो हम आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं। Show
सावन में भूलकर भी न खाएं कढ़ी! हो सकता है यह बड़ा नुकसान कढ़ी को बनाने के लिए दही की जरूर पड़ती है। ऐसे में कढ़ी का सेवन सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। इस मौसम में कढ़ी के सेवन से पाचन तंत्र (digestion) पर बुरा असर पड़ता है। क्योंकि दही में मौजूद एसिड वात समस्या का कारण बन सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि सावन के महीने में कढ़ी, दही और दूध से बनी किसी भी चीज का सेवन कम से कम करें। बता दें, सावन के महिने में घास में कई कीड़े मकोड़े लग जाते हैं। ऐसे में गाय (cow) और भैंस इन कीड़ों को घास के साथ चरती है और फिर ऐसे में इसका असर दूध पर पड़ता हैं। जिसकी वजह से ऐसे में कच्चे दूध का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। इसके साथ ही इसी दूध (milk) से दही (curd) भी बनती हैं। ऐसे में दही के सेवन की भी मनाही इस सीजन में होती है। अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है। Edited by Naina Chauhan Thank You!
आपने लोगों को यह कहते सुना होगा कि सावन में कढ़ी क्यों नहीं खानी चाहिए। अगर आपको इसका जवाब नहीं पता है तो आज का यह लेख इसी जवाब के बारे में है। आज हम इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि सॉवन पर कढी क्यों नहीं खानी चाहिए। इसके साथ ही आपको यह भी पता होगा कि करी के अलावा और भी चीजें हैं जो खाना में नहीं खानी चाहिए।आप सावन में कढी का सेवन क्यों नहीं करते? सावन में कढी नहीं खानी चाहिए। इसके अलावा दही या दूध से बनी कोई भी चीज नहीं खानी चाहिए. खासकर कच्चे दूध से परहेज करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सॉवन के महीने में भगवान शिव को कच्चा दूध चढ़ाया जाता है। ऐसे में इसे पीना मना है। वहीं वैज्ञानिकों की दृष्टि से सावन के महीने में अवांछित घास उगने लगती है, जिसमें कीड़े-मकोड़े होते हैं। ऐसे में गाय सॉवन में घास चरती है, जिसका असर उसके दूध पर भी पड़ता है। photo by googleइसलिए इस मौसम में दूध या अन्य दुग्ध उत्पादों का सेवन नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार सॉवन के महीने में दही और कढी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इस मौसम में पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। ऐसे में इन्हें पचाना मुश्किल हो सकता है। ज्वार की समस्या भी हो सकती है। सावन के महीने में क्या नहीं खाना चाहिए? सॉवन के महीने में बैंगन नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा हरी सब्जियां, मांसाहारी चीजों से भी बचना चाहिए। Photo : Social Mediaइसे भी पढ़े-इतनी बारिश कि क्षीरसागर में दिखने लगे शेषनाग पर विराजे भगवान विष्णु, इस मूर्ति के पीछे का रहस्य जानिएआपको बता दें कि इन सबके पीछे सबसे बड़ा कारण पाचन तंत्र ही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर पाता है इसलिए इन्हें खाने से बचें। Read Next2 hours ago Satna News: गला घोट कर युवती की हत्या, जंगल में मिला शव, जांच में जुटी पुलिस2 hours ago Web Series: वेब सीरीज जिन्होंने तोड़ दी अश्लीलता की सारी हदें, फैमिली के साथ ना देखें2 hours ago Shawl for Women: फैशन के साथ स्टाइल और कड़ाके की ठंड में मिलेगी गर्माहट,3 hours ago SIIP Policy: एलआईसी की यह पॉलिसी देती है 3 गुना ज्यादा रिटर्न, जाने कितना पैसा करना पड़ेगा इन्वेस्ट4 hours ago Satna News: खाद्यान्न उपभोक्ताओ अवश्य करायें ई-केवाईसीBack to top button सावन के महीने में क्या नहीं खाना चाहिए?हरी पत्तेदार सब्जियां. तली हुई चीजें. कच्ची चीजें. कोल्ड ड्रिंक्स. सावन के महीने में कढ़ी क्यों नहीं खाते हैं?आयुर्वेद के मुताबिक सावन में पाचन क्रिया धीमी रहती है ऐसे में दही और कढ़ी वात की समस्या बढ़ाते हैं इसलिए कढ़ी का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
सावन के महीने में क्या हम कढ़ी खा सकते हैं?सावन में कच्चे दूध और दही का न करें सेवन
गौरतलब है कि अक्सर सावन के महीने में कढ़ी को खाने से मना किया जाता है. इसके साथ ही इस सीजन में दही और कच्चे दूध के सेवन की भी मनाही रहती है.
कड़ी कब नहीं बनाना चाहिए?खाना बनाना भी एक कला है।. प्रतिपदा को कुष्माण्ड (कुम्हड़ा पेठा) न खाएं, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है।. द्वितीया को छोटा बैंगन व कटहल खाना निषेध है।. तृतीया को परमल खाना निषेध है, क्योंकि यह शत्रुओं की वृद्धि करता है।. चतुर्थी के दिन मूली खाना निषेध है, इससे धन का नाश होता है।. |