विषयसूची आकार के आधार पर उद्योगों कितने प्रकार के होते हैं?इसे सुनेंरोकेंआकार के आधार पर विश्व में उद्योगों के तीन समूहों के प्रकार लिखिए तथा प्रत्येक समूह की एक विशेषता लिखिए। कुटीर उद्योग – स्थानीय कच्चे माल का प्रयोग। छोटे पैमाने के उद्योग – अर्द्धकुशल श्रमिक व शक्ति संसाधनो से चलने वाले यंत्रो का प्रयोग। बड़े पैमाने के उद्योग – कुशल श्रमिक, प्रौद्योगिकी और शक्ति चालक मशीनों का प्रयोग। उद्योगों का वर्गीकरण कितने भागों में किया गया?इसे सुनेंरोकेंनिजी उद्योग- खाद्य, कपड़ा, औषधियाँ आदि। कृषि आधारित उद्योग-सूती वस्त्र, पटसन, चीनी, वनस्पति तेल आदि। खनिजों पर आधारित उद्योग –एल्युमिनियम, सीमेंट आदि उद्योग। वनों पर आधारित उद्योग- कागज़, लाख, रेसिन आदि उद्योग। परंपरागत बड़े औद्योगिक प्रदेश कौन से हैं? इसे सुनेंरोकेंपर इन विधियों का औद्योगिक क्रांति के (i) परंपरागत वृहत औद्योगिक प्रदेश जिनके समूह कुछ पूर्व सीमित उपयोग ही होता था। अधिक विकसित देशों में है। करने वाले उद्योग, शक्कर, अचार, फलों के रस, पेय पदार्थ । बर्तन आदि उद्योगों में अधात्विक खनिजों का प्रयोग होता है। आकार के आधार पर वीडियो कितने प्रकार के होते हैं?सामाजिक विज्ञान
आकार के आधार पर परिवार कितने प्रकार के होते हैं?(A) सदस्यों की संख्या के आधार पर परिवार
स्वामित्व के आधार पर उद्योगों को कितने भागों में बांटा गया है? इसे सुनेंरोकें1) निजी उद्योग: इन उद्योगों का स्वामित्व व्यक्तिगत होता है अर्थात यह उद्योग किसी एक एकल व्यक्ति की सम्पत्ति होते हैं। 2) सरकारी उद्योग: इन उद्योगों का स्वामित्व सरकार के पास होता है अर्थात ये उद्योग सरकार के अधीन आते हैं। 3) सहकारी उद्योग: इन उद्योगों का स्वामित्व एक या एक से अधिक व्यक्तियों के पास होता है। विषयसूची उद्योग कितने प्रकार के होते हैं नाम बताइए?इसे सुनेंरोकेंउपयोगिता के आधार पर-इस आधार पर उद्योग दो प्रकार के होते हैं आधारभूत उद्योग-वे उद्योग जो अन्य उद्योगों के आधार होते हैं। इनके उत्पादन अन्य उद्योगों के निर्माण तथा संचालन के काम आते हैं, जैसे-लोहा-इस्पात उद्योग। उपभोक्ता उद्योग-वे उद्योग जो लोगों की दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने के काम आते हैं, वस्त्र, चीनी, कागज आदि। उद्योग के विभिन्न प्रकार क्या हैं?इसे सुनेंरोकेंप्रश्न: उद्योग कितने प्रकार के होते हैं? उत्तर: प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक उद्योग मुख्यतः 3 प्रकार के होते हैं। भारत में उद्योग के मुख्य प्रकार कौन से हैं? भारत के प्रमुख उद्योग – Bharat Ke Pramukh Udyog
प्राथमिक उद्योग कौन कौन से हैं?इसे सुनेंरोकेंएक उद्योग जो प्राकृतिक संसाधनों के निष्कर्षण और संग्रह में शामिल है, जैसे कि तांबा और लकड़ी, साथ ही खेती और मछली पकड़ने जैसी गतिविधियां भी। प्राथमिक उद्योग में एक कंपनी प्राकृतिक संसाधनों को उत्पादों में बदलने में भी शामिल हो सकती है। कृषि आधारित उद्योग से आप क्या समझते हैं?इसे सुनेंरोकेंकृषि आधारित उद्योग वे उद्योग हैं, जो नए उत्पादों के उत्पादन के लिए कच्चे माल के लिए कृषि उत्पादों पर निर्भर हैं। भारत में कृषि आधारित उत्पादों में कपड़ा, कागज, चीनी, वनस्पति तेल आदि शामिल हैं। कपड़ा उद्योग भारत में सबसे बड़ा है, जो देश के औद्योगिक उत्पादन का लगभग 20% है। विनिर्माण क्या है Class 10? इसे सुनेंरोकेंTop Courses for Class 10. उत्तर: कच्चे पदार्थ को मूल्यवान उत्पाद में परिवर्तित कर अधिक मात्रा में वस्तुओं के उत्पादन को विनिर्माण कहा जाता है। भारत में कितने उद्योग?भारत के औद्योगिक केन्द्र
द्वितीय क्षेत्र क्या है?इसे सुनेंरोकेंपरिभाषा – द्वितीयक क्षेत्र में, कच्चे माल को विनिर्माण की प्रक्रिया के माध्यम से तैयार माल में बदला जाता है। इस गतिविधि को औद्योगिक गतिविधि भी कहा जाता है। द्वितीयक क्षेत्र को हम माध्यमिक क्षेत्र के नाम से भी जानते है। उद्योग कितने प्रकार के होते हैं?उद्योगों के प्रकार. कुटीर उद्योग. सरकारी क्षेत्र के उद्योग. फुटलूज उद्योग. पर्यटन उद्योग. फिल्म उद्योग. लघु उद्योग. आधारभूत उद्योग से क्या आशय है उदाहरण सहित लिखिए?जिनका निर्मित सामान दूसरे उद्योगों के आधार पर होता है वे आधारभूत उद्योग कहलाते है। उदाहरण के लिए -लोहा और इस्पात उद्योग तथा रसायन उद्योग।
तीन अलग अलग प्रकार के उद्योग क्या हैं?खाद्य संसाधन, वनस्पति तेल, सूती वस्त्र, डेयरी उत्पाद और चर्म उद्योग कृषि आधारित उद्योगों के उदाहरण हैं। खनिज आधारित उद्योग प्राथमिक उद्योग हैं जो खनिज अयस्कों का उपयोग कच्चे माल के रूप में करते हैं। इन उद्योगों के उत्पाद अन्य उद्योगों का पोषण करते हैं।
उद्योग की परिभाषा क्या है?Answer. Explanation: किसी विशेष क्षेत्र में भारी मात्रा में सामान का निर्माण/उत्पादन या वृहद रूप से सेवा प्रदान करने के मानवीय कर्म को उद्योग (industry) कहते हैं। उद्योगों के कारण गुणवत्ता वाले उत्पाद सस्ते दामों पर प्राप्त होते है जिससे लोगों का रहन-सहन के स्तर में सुधार होता है और जीवन सुविधाजनक होता चला जाता है।
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