Show छत्तीसगढ़ राज्य औधोगिक दृष्टि से भारत के सम्पन्न राज्यो में से एक है। यह राज्य वन संपदा में धनी होने के साथ-साथ खनिज उद्योगो में विकास के लिए विभिन प्रकार के खनिज उपलब्ध है। यहां विभिन्न उद्योगों के लिए नैसर्गिक संसाधन उपलब्ध है। इस राज्य कृषि अधारी उद्योग भी उपलब्ध है। राज्य के उधोगो को निम्नलिखित श्रेणियों में बाँटा गया है:- 1. खनिज आधारित उद्योग 1. खनिज आधारित उद्योग: लौह-इस्पात, सीमेंट उद्योग, एल्युमिनियम उद्योग, 2. वन आधारित उद्योग: कागज उद्योग, बीड़ी-सिगरेट उद्योग, कत्था, हर्रा, कोसा, 3. कृषि आधारित उद्योग: चावल
मिल, जुट उद्योग, शक्कर उद्योग, सूती वस्त्र उद्योग, एस्ट्रोबोर्ड उद्योग, आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 (स्थिर भाव पर)
Publish Date: | Mon, 06 Dec 2021 08:58 AM (IST) बिलासपुर। संयुक्त वन सेवा भर्ती परीक्षा रविवार को जिले के 74 परीक्षा केंद्रों में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। दोनों पालियों में 59 फीसद उपस्थिति रही। परीक्षा हाल से पर्चा हल कर निकले प्रतिभागियों ने बताया कि ओवरआल पर्चा कठिन था। प्रश्न क्रमांक 78 में पूछा गया कि राज्य के प्रथम उद्योग का क्या नाम है! इस सवाल के जवाब को लेकर कई प्रतिभागी असमंजस में थे। आयोग ने चार विकल्प भी दिया था। जिनमें पहला मोहन जूट मिल दूसरा भिलाई इस्पात संयत्र तीसरा मोनेट इस्पात संयंत्र और चौथा बंगाल-नागपुर काटल मिल शामिल था। कोरोना गाइडलाइन के बीच परीक्षा संपन्न हुआ। पहली पाली में परीक्षा देने पहुंचे प्रतिभागियों की कड़ी जांच पड़ताल की गई। मास्क लगाने के साथ परीक्षा हाल में दो गज की दूरी का पालन कराया गया। 25 हजार 280 प्रतिभागी पंजीकृत थे। परीक्षा केंद्र में प्रतिभागियों को एक घंटे पहले बुलाया गया था। प्रवेश पत्र व आइडी दिखाने के बाद ही प्रवेश की अनुमति मिली। हालांकी इससे पहले सभी के चेहरे पर मास्क अनिवार्य किया गया। सैनिटाइजर के साथ पारदर्शी बोतल में पानी भीतर ले जाने अनुमति दी गई। सीसीटीवी से केंद्रों में नजर रखी जा रही थी। प्रतिभागियों का यह भी कहना था कि पर्चा कठिन होने के कारण अच्छे अंक नहीं आएंगे। हालांकी कई ऐसे प्रतिभागी थे जिन्होंने पूरी मेहनत कर पहुंचे थे उनका पर्चा काफी अच्छा रहा। हालांकी परीक्षा परिणाम को लेकर वे भी निराश थे। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस अरुप कुमार गोस्वामी एवं जस्टिस एनके चंद्रवंशी की डबल बेंच में दिए गए फैसले के अनुसार पांच दिसंबर को 211 पदों के लिए होने वाली संयुक्त छत्तीसगढ़ राज्य वन सेवा की परीक्षा के परिणामों पर रोक लगा दी गई है। वहीं छत्तीसगढ़ शासन और लोक सेवा आयोग को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। परीक्षा परिणामों पर उच्च न्यायालय की रोक के बाद भी लोक सेवा आयोग द्वारा राज्यभर में 20 जिले में बनाए गए।परिणाम में रोक को लेकर प्रतिभागियों में निराशा भी है। उपस्थिति पर एक नजर कुल पंजीकृत-25280 उपस्थित पहली पाली-15018 अनुपस्थित पहली पाली-10262 उपस्थित दूसरी पाली-14710 अनुपस्थित दूसरी पाली-10570 छत्तीसगढ़ पर पूछे गए अधिक सवाल प्रतिभागी अनिश कुमार ने कहा कि पेपर सरल था। परीक्षा परिणाम के डर से अधिकांश प्रतिभागी नहीं पहुंचे। प्रतिभागी तरूण कुमार ने कहा कि पेपर औसत था। पंचायती राज से लेकर गणित के सवाल सरल लगे। प्रतिभागी गजेंद्र तोंडे ने कहा कि हाई कोर्ट के रोक के कारण परिणाम में देरी होगी। लोग सेवा आयोग को चाहिए था कि सबकुछ ठीक होने के बाद ही परीक्षा आयोजित करे। सभी की निगाहें अब हाई कोर्ट पर है। Posted By: sandeep.yadav
छत्तीसगढ़ का प्रथम उद्योग कौन सा है?यहाँ के प्राचीन मन्दिर तथा उनके भग्नावशेष इंगित करते हैं कि यहाँ पर वैष्णव, शैव, शाक्त, बौद्ध संस्कृतियों का विभिन्न कालों में प्रभाव रहा है। एक संसाधन संपन्न राज्य, यह देश के लिए बिजली और इस्पात का एक स्रोत है, जिसका उत्पादन कुल स्टील का 15% है। छत्तीसगढ़ भारत में सबसे तेजी से विकसित राज्यों में से एक है।
छत्तीसगढ़ में कितने उद्योग हैं?आधारभूत उद्योगों में लौह-इस्पात के पश्चात राज्य में सीमेंट उद्योग का स्थान है। राज्य में चुना-पत्थर की अधिकता के कारण सीमेंट उद्योग का पर्याप्त विकास हुआ । प्रथम सीमेंट कारखाने की स्थापना ACC( Associated Cement Company ) के द्वारा 1964 ई. में दुर्ग के जामुल नामक स्थान पर की गई थी।
छत्तीसगढ़ राज्य का प्रथम सबसे बड़ा कारखाना कौन सा है?सन् 1955 में भारत एवं सोवियत रुस में संपन्न एक समझौते के अंतर्गत इस्पात कारखाना स्थापित किया गया। भिलाई इस्पात संयंत्र कारखाना स्थापित होने से क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों में वृद्वि हुई।
छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा कारखाना कौन सा है?भिलाई स्टील प्लांट एरिया के हिसाब से एशिया का और प्रोडक्शन के हिसाब से सेल का सबसे बड़ा स्टील प्लांट है। भिलाई स्टील प्लांट को यूएसएसआर के सहयोग से 1955 में स्थापित किया गया था। स्टील प्लांट के लिए भिलाई को चुनने का मुख्य कारण था स्टील निर्माण के लिए लगने वाले रॉ मटेरियल्स का आस-पास के क्षेत्रों में आसानी से मिलना।
|