(2), (3) और (4) (1), (2) और (3)(1),(2) और (4)(I) और (4) Show Answer : B Solution : परंपरागत रूप से केरल प्रश्नगत विकल्पों में चावल को छोड़ सभी का प्रमुख उत्पादक है। संपूर्ण भारत का लगभग 97 प्रतिशत काली मिर्च (मसाला) का उत्पादन एवं देश का 85 प्रतिशत रबड़ का उत्पादन अकेले केरल में किया जाता है। इसके अतिरिक्त नारियल, कॉफी के उत्पादन के लिए भी केरल विख्यात है। केरल राज्य में कृषि की विशेषता है कि यहाँ व्यापारिक फ़सलें अधिक उगाई जाती हैं। राज्य के लगभग 50 प्रतिशत नागरिक कृषि पर निर्भर है। नारियल, रबड, काली मिर्च, अदरक, चाय, इलायची, काजू तथा कॉफी आदि का उत्पादन केरल में प्रमुख रूप से होता है। दूसरी फ़सलों में सुपारी, केला, अदरक तथा हल्दी आदि हैं। केरल राज्य में जायफल, दालचीनी, लौंग आदि मसालों के वृक्ष भी उगाए जाते हैं। चावल तथा टैपियोका केरल की मुख्य खाद्य फ़सलें हैं। कृषि उत्पादन आँकड़े
सिंचाई
टीका टिप्पणी और संदर्भबाहरी कड़ियाँसंबंधित लेख
केरल में कौन सी खेती ज्यादा होती है?कुट्टनाड, केरल के चावल का कटोरा आलप्पुष़ा जिले के बैकवाटर्स के बीच स्थित है। धान (चावल) की समृद्ध फसलों के कारण इसका यह नाम पड़ा।
केरल के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या है?कयर उद्योग, लकडी उद्योग, खाद्य तेल उत्पादन आदि भी कृषि पर आधारित हैं। इसी के साथ ही धातुएँ, रसायन वस्तुएँ, इंजीनियरिंग आदि को आधार बनाने वाले बडे-बडे उद्योग भी विकास करने लगे हैं। इन क्षेत्रों में सार्वजनिक तथा निजी प्रतिष्ठान कार्य कर रहे हैं। कयर उत्पादन, कारीगरी, हैण्डलूम आदि केरल के परम्परागत व्यवसाय है।
केरल में कौन कौन सी फसलें होती है?देश के कुल रबड़ उत्पादन में केरल की हिस्सेदारी 90 फीसदी है। अब काजू, सुपारी और नारियल की खेती केरल से ज्यादा उत्तर भारत के राज्यों में होने लगी है।
केरल में उगाया जाने वाला प्रमुख उत्पादन कौन सा है?भारत का मटर फूलगोभी, प्याज, बंदगोभी, टमाटर, बैंगन और आलू उत्पादन में प्रमुख स्थान है। जलवायु की आवश्यकता होती है। प्रयुक्त होता है। इसे मुख्य रूप से केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और मेघालय में गारो पहाड़ियों में उगाया जाता है।
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