How to Retrieve Lost Aadhaar:कई बार ऐसा होता है कि आधार कार्ड खो जाता है जिसके कारण लोगों को परेशानी होने लगती है। आज के समय में आधार कार्ड एक बहुत ही जरूरी डॉक्यूमेंट बन गया है, जिसकी जरूरत हर जगह पड़ने लगी है। चाहे सिम कार्ड लेना हो या फिर कोई अन्य काम हो आधार कार्ड की जरूरत पड़ी जाती है। Show
ऐसे में अगर आज आपका आधार कार्ड गुम हो गया है तो आपको ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आप अपना आधार कार्ड फिर से डाउनलोड कर सकते हैं वह भी घर बैठे। UIDAI ने दस्तावेज़ से जुड़ी विभिन्न प्रक्रियाओं को डिजिटाइज़ किया है। महामारी के बाद यूआईडीएआई ने यूजर्स को एक डिवाइस पर दस्तावेज़ डाउनलोड करने और इसे डिजिटल रूप से संग्रहीत करने की छूट दी है, जिससे भौतिक सत्यापन की आवश्यकता समाप्त हो गई है। UIDAI ने एक सीधा लिंक भी जारी किया है जिसके माध्यम से यूजर्स 12 अंकों की विशिष्ट आईडी डाउनलोड कर सकते हैं। eaadhaar.uidai.gov.in/ का उपयोग करके डाउनलोड किया जा सकता है। https://uidai.gov.in/ पर जाएं। ‘आधार प्राप्त करें’ के तहत डाउनलोड आधार विकल्प पर क्लिक करें। अपना आधार नंबर और पेज पर दिखाया गया सुरक्षा कोड दर्ज करें। ‘ओटीपी भेजें’ पर क्लिक करें। आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। ओटीपी दर्ज करें और ‘सत्यापित करें और डाउनलोड करें’ पर क्लिक करें। एक बार आपका डिटेल सत्यापित हो जाने के बाद, आपको अपने डाउनलोड फ़ोल्डर में आधार कार्ड की पीडीएफ़ मिल जाएगी। पीडीएफ पासवर्ड से सुरक्षित रहेगा। इसे खोलने के लिए डाउनलोड की गई फ़ाइल पर क्लिक करें और पासवर्ड दर्ज करें। यह आठ अक्षरों का होगा, आपके नाम के पहले चार अक्षरों का संयोजन (आधार में) बड़े अक्षरों में और जन्म का वर्ष YYYY प्रारूप में होगा। एक बार अनलॉक होने के बाद आप ई-आधार कार्ड को डाउनलोड फ़ोल्डर में रख सकते हैं या भविष्य में उपयोग के लिए इसे अपने ईमेल में सहेज सकते हैं।
Reported by Arvind Chauhan| Written by राहुल पराशर | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Sep 29, 2022, 2:33 PM UIDAI Aadhar Scheme Helps UP Governement: आधार कार्ड ने यूपी सरकार के 8 हजार करोड़ रुपये बचाए हैं। यूआईडीएआई को गंभीरता से लागू किए जाने का परिणाम है कि यूपी में पिछले 9 सालों में लोगों की योजनाओं के पैसे को बचाने में मदद मिली है। आधार नंबर ने डीबीटी को एक अलग ही रूप दिया है।क्षेत्रीय उप महानिदेशक कहते हैं कि आधार के कारण केवल वास्तविक लाभार्थियों को ही प्रमाणित किया जाता है। सिस्टम से नकली लाभार्थियों को समाप्त करने में मदद मिली है। वास्तविक लाभार्थियों के खाते में ही बेनेफिट ट्रांसफर किया जाता है। उन्होंने कहा कि कई मजदूरों में कड़ी मेहनत के कारण उंगलियों का निशान मिट जाते हैं। बायोमेट्रिक में
उनका डेटा रीड नहीं हो पाता है। ऐसे में उनकी प्रमाणिकता साबित करना कठिनाई भरा रहता है। इसलिए, आईरिस कैप्चर डिवाइस के माध्यम से प्रमाणित करने का विकल्प दिया गया है। जल्द शुरू होगा फेस ऑथेंटिकेशन Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादउत्तर प्रदेश की विशिष्ट आईडी क्या है?यूआईडीएआई की स्थापना भारत के सभी निवासियों को 'आधार' नामक विशिष्ट पहचान संख्या (यूआईडी) जारी करने के उद्देश्य से की गई थी, ताकि यूआईडी द्वारा (क) दोहरी एवं फर्जी पहचान को समाप्त किया जा सके और (2) उसे सरलता से एवं किफायती लागत में सत्यापित और प्रमाणित किया जा सके।
आधार कार्ड में यूआईडी क्या है?यूआईडीएआई को भारत के सभी निवासियों को 12 अंकों की अनूठी पहचान (यूआईडी) संख्या (जिसे "आधार" कहा जाता है) असाइन करने के लिए अनिवार्य है।
1947 किसका नंबर है?आधार कार्ड से जुड़े किसी भी सवाल के जवाब के लिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। दरअसल, आप इसके लिए सीधे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा जारी आधार हेल्पलाइन नंबर- 1947 पर कॉल कर सकते हैं और अपने सभी सवालों के जवाब पा सकते हैं। यह एक टोल फ्री नंबर है।
घर बैठे आधार कार्ड में मोबाइल नंबर कैसे लिंक करें?आधार कार्ड में नया मोबाइल नंबर जोड़ने के लिए सबसे पहले आप सरकार की वेबसाइट uidai.gov.in को ओपन करें। इसके बाद Book An Appointment के विकल्प को सिलेक्ट करें। फिर अपना शहर या राज्य चुने और Proceed to Book Appointment के विकल्प को चुने। अब ओटीपी के माध्यम से वेरिफाई करें और फॉर्म में मोबाइल नंबर डालकर सबमिट कर दें।
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