आग से आप क्या समझते हैं? - aag se aap kya samajhate hain?

आग क्या है- यह एक दहन का दृश्य भाग है। एक दहन तीन चीजों की रासायनिक प्रतिक्रिया है: गर्मी, ईंधन और ऑक्सीजन। आग लगाने और बनाए रखने से पहले इन तीन सामग्रियों को मौजूद होना चाहिए। अग्नि त्रिकोण खड़े होने के लिए, सभी तीन सामग्री मौजूद होनी चाहिए। यदि गर्मी पर्याप्त नहीं है, या ईंधन बाहर निकलता है, या ऑक्सीजन बाहर निकलता है, तो आग बाहर निकल जाएगी।

आग से आप क्या समझते हैं? - aag se aap kya samajhate hain?

ऑक्सीजन- यह बस एक गैस है जो हवा में पाई जाती है। जिस हवा में हम सांस लेते हैं, उसमें लगभग 21% ऑक्सीजन होती है। वास्तव में, केवल 16% आग का उत्पादन करने के लिए आवश्यक है। जब ईंधन जलता है, तो यह आसपास की हवा से ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करता है। यह रासायनिक प्रतिक्रिया गैसों, धुएं और कणों जैसे गर्मी और अन्य उत्पादों को छोड़ती है। इस प्रक्रिया को ऑक्सीकरण के रूप में जाना जाता है। यही कारण है कि कुछ धुआं बहुत खतरनाक हो सकता है क्योंकि जो कुछ भी जल रहा है, उसके आधार पर उत्पादित गैसें बहुत घातक हो सकती हैं।

ईंधन- ईंधन किसी भी प्रकार की दहनशील सामग्री है। यह गैस, तरल पदार्थ या ठोस हो सकता है। ठोस ईंधन के उदाहरणों में लकड़ी, सूखे पत्ते और यहां तक ​​कि कागज शामिल हैं। तरल ईंधन के उदाहरणों में पेट्रो और तारपीन शामिल हैं। गैस ईंधन के उदाहरणों में एलपीजी गैस शामिल हैं। कम नमी वाले ईंधन उच्च नमी वाले ईंधन की तुलना में तेजी से जलते हैं।

हीट- ऊष्मीय ऊष्मीय ऊर्जा है। आप इसे देख नहीं सकते हैं, लेकिन इसे महसूस कर सकते हैं। लगभग 617 ° F की अत्यधिक गर्मी से ईंधन और ऑक्सीजन की उपस्थिति में आग लग जाएगी। गर्मी किसी भी पास के ईंधन से नमी को समाप्त कर देती है, चारों ओर हवा को गर्म करती है और आग को स्वीकार करने और इसे आसानी से जलाने के लिए आग का रास्ता तैयार करती है।

आग के चरण

आग के चार चरण हैं, जिनमें शामिल हैं:

इग्निशन: इस स्तर पर, आग बुझाने वाला यंत्र आग को नियंत्रित कर सकता है।
विकास: अतिरिक्त ईंधन प्रज्वलित होता है, जिससे आग का आकार बढ़ जाता है।
पूरी तरह से विकसित: यह तब होता है जब तापमान अपने चरम पर पहुंच जाता है, जिससे नुकसान होता है।
बर्नआउट: आग कम तीव्र होती है।
और आग बुझाने के लिए सही प्रकार के बुझाने वाले यंत्र का चयन करने के लिए, आपको आग की विभिन्न कक्षाओं को समझना चाहिए।

क्लासिफाइड फायरिंग

आग को पांच समूहों में वर्गीकृत किया जाता है, जिसमें शामिल हैं:

Class A आग: लकड़ी, कागज, कपड़ा, कचरा और प्लास्टिक जैसे साधारण कंबस्टिबल्स से मिलकर बनता है।
Class B आग: ज्वलनशील या दहनशील तरल पदार्थ, जैसे तेल, तेल और गैसोलीन द्वारा ईंधन होती है।
Class C आग: को एनर्जेटिक इलेक्ट्रिकल फायर के रूप में भी जाना जाता है। इन आग में मोटर, ट्रांसफार्मर और उपकरण जैसे बिजली के उपकरण शामिल हैं।
Class D आग: दहनशील धातु की आग से युक्त होते हैं, जिसमें पोटेशियम, सोडियम, एल्यूमीनियम और मैग्नीशियम जैसे धातु शामिल होते हैं।
Class F आग: खाना पकाने के तेल और ग्रीस, जैसे कि पशु और वनस्पति वसा शामिल हैं।
अंततः, आग क्या है और इसके प्रकार के वर्गीकरणों की एक बुनियादी समझ होने से ऑन-ड्यूटी फायर फाइटर के घायल होने और घातक होने की संभावना कम हो जाएगी।

बिजली की आग विद्युत आग को अपने दम पर एक अग्नि वर्ग का गठन करने के लिए नहीं माना जाता है, क्योंकि बिजली प्रज्वलन का एक स्रोत है जो हटाए जाने तक आग को खिलाएगी। जब बिजली की आपूर्ति को अलग कर दिया गया है, तो आग बुझाने के उद्देश्यों के लिए ’क्लास A’ के रूप में इलाज किया जा सकता है। हालांकि, आग से लड़ने से पहले विद्युत आपूर्ति को अलग किया जाना चाहिए। इसके अलावा यह याद रखना चाहिए कि कुछ विद्युत उपकरण स्विच ऑफ होने के बाद कुछ समय के लिए घातक चार्ज बनाए रखते हैं। हमेशा एक गैर-विद्युत चालन बुझाने वाले युक्त एक्सटिंग्यूशर का उपयोग करें जो विशेष रूप से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) या ड्राई पाउडर जैसे विद्युत उपकरणों पर उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है।

आग से सुरक्षा के तरीके

  • आग लगने पर लिफ्ट का उपयोग न करें ,केवल सीढ़ियों का ही प्रयोग करें।
  • धुएँ से घिरे होने पर अपने नाक और मुँह को गीले कपडे से ढँक लें।
  • अगर आप धुएं से भरे कमरे में फँस जाएं और बाहर निकलने का रास्ता न हो ,तो दरवाजे को बंद कर लें ,और सभी दरारों और सुराखों को गीले तौलिये या चादरों से सील कर दें, जिससे धुआं अंदर न आ सके।
  • अपने घर और कार्यालय में स्मोक (धुआं) डिटेक्टर अवश्य लगाएं क्योकि अपनी सुरक्षा के उपाय करना सदैव ही बेहतर और अच्छा होता है।
  • भारी धुंआ और जहरीली गैस सबसे पहले छत की तरफ इकट्ठा होती है, इसलिए अगर धुआं हो तो ज़मीन पर झुक कर बैठें।

यहा इस लेख में हमने आग क्या है के बारे में बताया गया है। मुझे उम्मीद है कि ये आपको पसंद आएगी। अगर आपको ये “आग क्या है” के बारे में दी जानकारी पसंद है तो हमारे शेयर जरुर करे और हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें। और नवीनतम अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहे।

यदि नहीं तो आइए इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको आग से परिचित कराता हूँ किस तरह से आग का इस्तेमाल करना चाहिए और किस प्रकार की आग आपको हानि पहुँचा सकती है इन सभी विषयों पर हम विस्तार से चर्चा करेंगे।

आग क्या है?

आग एक जलन सील पदार्थ है जिसके दहन होने पर हम प्रकाश, ऊष्मा अधिक लॉप वाले उत्पाद को देख पाते हैं जिनका स्पर्श हमारे लिए कई क्षेत्र में खतरनाक हो सकता है।

यह दहन होने पर कई पदार्थ को जन्म देती है जैसे भाप के रूप में जल और कार्बन डाइऑक्साइड जैसे पदार्थ आग के माध्यम से अपना वातावरण में एक स्थान प्राप्त करते हैं।

अग्नि वह पदार्थ है जो मजबूत एवं नाजुक से नाजुक किसी भी चीज को क्षतिग्रस्त कर सकती हैं अगर वह आग के संपर्क में आ जाए तो इसी तरह के पदार्थ को आग कहते हैं।

रासायनिक सूत्र आग का क्या है ?

आग लगने के संदर्भ में सिर्फ इंधन+ऑक्सीजन का संपर्क आग उत्पन्न कर सकता है जो कार्बन डाइऑक्साइड और एवं जल के रूप में उत्पाद बनाते हैं। इसका रासयनिक सूत्र -H2O है।

आग के प्रकार:

चार भागों में आग को वर्गीकृत किया गया है जो निम्न हैं-

  1. किसी भी पदार्थ के दहन होने पर अवशेष उत्पन्न होना उदाहरण के लिए- कोयला,कागज, कपड़ा आदि हो सकते हैं जिनके दहन से हमें अवशेष प्राप्त होता है। इस आग को पानी और CO2 एक्सटीगाइजर से बुझाना संभव होता है।
  2. दूसरे नंबर पर आग वह होती है जो तरल पदार्थ के माध्यम से उत्पन्न होती है जिसके जलने से किसी भी प्रकार का अवशेष उत्पन्न नहीं होता।
  3. रासायनिक आग जो किसी भी प्रकार के शार्ट सर्किट से उत्पन्न होती है यह भी बायर के माध्यम से हमें अवशेष प्रदान करती है इसे बुझाने के लिए CO2 एक्सटीगाइजर का उपयोग कर बुझाया जाता है
  4. चौथे नंबर पर यह आग धातु में लगने पर उत्पन्न होती है जैसे लोहा, तांबा पीतल इत्यादि इस डीसीपी सीओ-2 एक्सटीगाइजर की सहायता से बुझाया जाता है।

आग का इतिहास :

अगर हम आग के इतिहास को उठाकर देखते हैं तो पूर्व काल में मानव को आग से संबंधित किसी भी तरह का ज्ञान नहीं था।

परंतु समय के साथ-साथ मानव पत्थरों तथा औजारों के माध्यम से आग से परिचित हुआ जिनको वे आपस में रगड़ कर आग को उत्पन्न किया करते और आग का उपयोग कर वे खुद को जंगली जानवरों और मौसम के अनुसार अपना बचाव विभिन्न प्रकार से करते थे।

आग का आविष्कारक कौन था?

आग का अविष्कार करने का श्रेय मानव प्रजाति को जाता है क्योंकि आदिमानव द्वारा सर्द मौसम और बर्फीले क्षेत्रों जैसे,पहाड़ियों, राजस्थान जैसे राज्य में रात की सर्द हवाओं से खुद को बचाने के लिए आग इस्तेमाल करना शुरू किया।

जिस कारण आग आविष्कार करने का श्रेय मानव जाति को जाता है यह वजह है कि हम आज भी निम्न प्रकार के कार्य को पूर्ण करने के लिए आग का इस्तेमाल करते हैं और आग जीवन जीने की श्रेणी में भी आता है।

आग का उपयोग :

जैसा कि हम जानते हैं आग का इस्तेमाल हम कई क्षेत्र में करते हैं जिनका नीचे बिंदुओं में वर्णन है-

  • खाना बनाने के लिए।
  • धातु के औजार बनाने में मददगार।
  • बिल्डिंग करने में सहायक।
  • सर्द मौसम में कई प्रकार से उपयोग जैसे शरीर में गर्माहट लाने के लिए, पानी गरम करना आदि में उपयोग किया जाता है।
  • पूजा करने में जैसे- दिव्य जवान।
  • शव को अंतिम विदाई देने में भी आग का इस्तेमाल होता हैं।
  • जंगली जानवरों से बचाव के लिए आग का इस्तेमाल।

अग्नि लगने के कारण:

  • वाहन में इंजन ज्यादा गर्म होने पर आग लग सकती हैं।
  • बड़े-बड़े खंभों में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगती है।
  • नशीले पदार्थ जैसे- धूम्रपान करते वक्त सावधानी न बरतने पर।
  • ज्वलनशील पदार्थ का सही से ध्यान रखरखाव न होने पर।
  • बिजली विभाग द्वारा असावधानी बरतने पर आग लग सकती है।
  • खाना बनाते वक्त एलपीजी गैस को बंद करना भूल जाना।
  • गरम तेल में बिना ढक्कन के चौक लगाना यह भी आग लगने का महत्वपूर्ण कारण होता है।
  • जलन सील पदार्थ का हिट संपर्क मिलने से आग लग जाती हैं।

आग लगने पर क्या करें ?

आग (Fire) लगने पर हमें कई सारी सावधानी बरतनी चाहिए जैसे-

  1. इस दौरान पीड़िता को मोटे चादर या कंबल से ढक दे।
  2. आग (Fire) से संपर्क आई हुई बॉडी को पानी के संपर्क से बचाए।
  3. किसी स्थान पर आग लगने के दौरान भागा दौड़ी ना करें क्योंकि यह करने से जान माल की हानि होती है।
  4. आग लगने पर सर्वप्रथम अपने शरीर के ऊपर वाले गुस्से को मजबूत चीज से ढक ले।
  5. दुर्घटना के दौरान व्यक्ति को दिमाग से काम लेना चाहिए और नजदीक अग्निशामक यंत्र का उपयोग करें।
  6. आग (Fire) लगने पर मैदानी इलाके में जाए।

अग्नि कैसे बुझाए:

  • यदि घरों में आग लगती है तो बुझाने के लिए उसके आसपास तरल पदार्थ जैसे पानी, कीचड़, बालू, कंबल का इस्तेमाल करें।
  • जलती हुई आग में ड्राई पाउडर छिड़क कर आग पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
  • बुझाने में इस्तेमाल होने वाली गैसों का छिड़काव करके आग पर नियंत्रण पा सकते हैं।
  • आग लगने पर बिजली से संबंधित सभी उपकरण को बंद कर दें और खिड़की दरवाजे खुले ना छोड़े जिससे ऑक्सीजन के संपर्क टूटने पर आग पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

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अंतिम शब्द :

आशा करता हूँ की मेरे द्वारा आग (Fire) पर लिखा गया आर्टिकल आपको बहुत कुछ आग के बारे में सिखाता है तथा आपको आग के सामान्य ज्ञान से परिचित कराता है जिस वजह से आप आग के महत्व को समझ पाए होंगे।

आग से क्या समझते हैं?

आग दहनशील पदार्थों का तीव्र ऑक्सीकरण है, जिससे उष्मा, प्रकाश और अन्य अनेक रासायनिक प्रतिकारक उत्पाद जैसे कार्बन डाइऑक्साइड और जल. उत्पन्न होते हैं। ऑक्सीकरण से उत्पन्न गैस आयनीकृत होकर प्लाज्मा.

आग क्या है आग के प्रकार?

पहला जनरल फायर कोयला, कपड़ा और कागज की आग इस श्रेणी में आती है। ... .
दूसरा तेल की आग डीजल, पेट्रोल की आग इस श्रेणी में आते हैं। ... .
रासायनिक एवं बिजली आग शॉर्ट सर्किट और बिजली से लगी आग इस श्रेणी में आते हैं। ... .
धातु आग किसी भी धातु में लगी आग इस श्रेणी में आते हैं।.

आग किसे कहते हैं और कितने प्रकार की होती है?

1- पहला जनरल फायर कोयला, कपड़ा और कागज की आग इस श्रेणी में आती है। इसे पानी और सीओ-2 एक्सटीगाइजर (अग्निशामक) से बुझाते हैं। 2- दूसरा तेल की आग डीजल, पेट्रोल की आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी एक्सटीगाइजर एवं फोम एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं

आग कैसे होता है?

जब किसी वस्तु का तापमान ज्वलनांक तक पहुंच जाता है तो उसमें आग लग जाती है और वह वस्तु वातावरण में उपस्थित ऑक्सीजन की सहायता से जलती रहती है । कोई भी वस्तु ऑक्सीजन के बिना नहीं जल सकती अतः यदि ऑक्सीजन का उस वस्तु तक पहुंचना अवरुद्ध कर दिया जाए तो आग बुझ जाती है ।