महात्मा गांधी का दूसरा नाम क्या है? - mahaatma gaandhee ka doosara naam kya hai?

महात्मा गांधी का पूरा नाम क्या है?

  1. मोहनलाल करमचंद गांधी
  2. मोहनदास करमसिंह गांधी
  3. मोहनदास करमचंद गांधी
  4. मदनदास करमसिंह गांधी

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : मोहनदास करमचंद गांधी

Free

25 Questions 25 Marks 20 Mins

सही उत्तर है मोहनदास करमचंद गांधी।

  • मोहनदास करमचंद गांधी महात्मा गांधी का पूरा नाम है।

महात्मा गांधी का दूसरा नाम क्या है? - mahaatma gaandhee ka doosara naam kya hai?
Key Points

  • उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था और मृत्यु 1948 में हुई।
  • वह एक राजनीतिज्ञ, वकील, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता थे।
  • उनके पिता का नाम करमचंद गांधी था, जो गुजरात में पोरबंदर के दीवान थे और पुतलीबाई गांधी महात्मा गांधी की मां थीं।
  • कस्तूरबा गांधी को महात्मा गांधी की पत्नी के रूप में जाना जाता था।
  • खिलाफत आंदोलन, असहयोग आंदोलन, नमक मार्च, और भारत छोड़ो आंदोलन स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान शुरू किए गए महात्मा गांधी के सबसे लोकप्रिय आंदोलन हैं।
  • 30 जनवरी 1948 को उनकी मृत्यु हो गई।

महात्मा गांधी का दूसरा नाम क्या है? - mahaatma gaandhee ka doosara naam kya hai?
Additional Information

  • 9 जनवरी को हम प्रवासी भारतीय दिवस या एनआरआई दिवस के रूप में मनाते हैं क्योंकि गांधीजी इस दिन 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे।

Latest Allahabad High Court Group D Updates

Last updated on Dec 15, 2022

The Allahabad High Court Group D Admit Card Released on 15th December 2022 by NTA. The exam is scheduled to be conducted on 17th December 2022. Candidates must not confuse this with the admit card as both are different. The notification had been released by the Allahabad High Court. A total of 1699 vacancies are released for this year. Candidates applying for the post should have passed the 10th level examination to get a successful selection. Candidates selected under the Group D recruitment process will receive Allahabad High Court Group D Salary range between Rs. 18000 to Rs. 29200.

  • होम
  • वीडियो
  • सर्च
  • वेब स्टोरीज
  • ई-पेपर

महात्मा गांधी का दूसरा नाम क्या है? - mahaatma gaandhee ka doosara naam kya hai?

  • होम
  • वीडियो
  • सर्च
  • वेब स्टोरीज
  • ई-पेपर

  • Hindi News
  • National
  • Ganghi Jayanti: Mahatma Gandhi Biography, Gandhiji Ka Jeevan Parichay

गांधी जयंतीः ऐसा था मोहनदास करमचंद गांधी से महात्मा गांधी बनने तक का सफर, जानें गांधी जी का पूरा जीवन परिचय

2 अक्टूबर,1869 में गुजरात के पोरबंदर में काठियावाड़ नामक स्थान पर पैदा हुए महात्मा गांधी का पूरा नाम था मोहनदास करमचंद गांधी। 1892 तक सब ठीक ठाक चल रहा था। वकालत पूरी हो चुकी थी। कस्तूरबा गांधी से विवाह के बाद 2 बेटे पैदा हो चुके थे। 1893 में दक्षिण अफ्रीका गए तो मानो सब बदल गया। और बस वही से शुरू होती है उनके महात्मा बनने की कहानी।

1893 - उन्हे रंग भेद का सामना करना पड़ा।
1894 - सामाजिक कार्यों के साथ वही रहकर वकालत करने की ठानी और नेटाल इंडियन कांग्रेस की स्थापना की।
1906 - महात्मा गांधी ने आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत लिया।
1907 - पहला सत्याग्रह ‘ब्लैक एक्ट’ के खिलाफ किया।
1909 - हिंद स्वराज किताब की रचना की।
1915 - दोबारा स्वदेश वापसी हुई।
1917 - बिहार के चंपारण जिले में सत्याग्रह का नेतृत्व किया।
1918 - अहदाबाद में मिल मज़दूरों के सत्याग्रह आंदोन का नेतृत्व किया।
1919 - रॉलेट बिल के खिलाफ पहला अखिल भारतीय सत्याग्रह छेड़ा
1920 - केसर-ए-हिंद का खिताब लौटाया और दूसरा राष्ट्रव्यापी सत्याग्रह आंदोलन छेेड़ा
1922 - चौरी-चौरा की हिंसक घटना के बाद जन-आन्दोलन स्थगित किया, उनपर राजद्रोह का मुकदमा चला और उन्होने स्वयं को दोषी स्वीकार दिया। उन्हे 6 सालों के लिए जेल भेज दिया गया।
1930 - साबरमती से दांडी तक मार्च किया जिसे नमक सत्याग्रह कहा गया।
1933 - साबरमती तट पर बने सत्याग्रह आश्रम का नाम हरिजन आश्रम रखा
1939 - राजकोट में उपवास के साथ सत्याग्रह अभियान की शुरुआत की।
1940 - व्यक्तिगत सत्याग्रह की घोषणा करने के साथ विनोबा भावे को पहला व्यक्तिगत सत्याग्रही चुना।
1942 - भारत छाड़ो आन्दोलन का राष्ट्रव्यापी आह्वान
1944 - 22 फरवरी को पत्नी कस्तूरबा गांधी का निधन हुआ।
1947 - दिल्ली में लार्ड माउन्टबैटेन तथा जिन्ना से मुलाकात के बाद देश के विभाजन का विरोध किया।
1947 - 15 अगस्त 1947 को कलकत्ता में दंगे को शान्त करने के लिये फिर से उपवास पर बैठे।
1947 - 9 सितम्बर को दिल्ली में साम्प्रदायिक दंगे शांत करने के लिए दिल्ली पहुंचे।
1948 - जिंदगी का आखिरी उपवास 13 जनवरी को किया जो सांप्रदायिक हिंसा के विरोध मेंं ही था।
1948 - 20 जनवरी को बिड़ला हाउस में हो रही प्रार्थना सभा में विस्फोट हुआ था लेकिन सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया।
1948 - 30 जनवरी को बिड़ला हाउस में ही उनकी नाथूराम गौड़से ने गोली मारकर हत्या कर दी।

महात्मा गांधी को कितने नामों से जाना जाता है?

आम तौर पर दुनिया उन्हें महात्मा गांधी के नाम से जानती है, लेकिन इसके अलावा भी उन्हें कई और नामों से पुकारा जाता था, जिनमें मोहन, मिस्टर गांधी, बापू, राष्ट्रपिता आदि शामिल हैं। आज हम आपको बताते हैं कि आखिर महात्मा गांधी का नाम मोहन से मिस्टर गांधी, बापू और राष्ट्रपिता कैसे और कब पड़ा?

महात्मा गांधी का पुरा नाम क्या है?

मोहनदास करमचंद गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को वर्तमान गुजरात राज्य के पोरबंदर जिले के मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम करमचंद गाँधी एवं उनकी माता का नाम पुतलीबाई था।

महात्मा गांधी के चारों बेटों का नाम क्या था?

गांधीजी और कस्तूरबा के चार बेटे थे. हरिलाल, मणिलाल, रामदास और देवदास. Mahatma Gandhi Family: गांधी जयंती के अवसर पर लोग महात्मा गांधी को याद करते हैं, उन्हें नमन करते हैं, उनके उपदेशों पर चलने की बात करते हैं, पर आज इस मौके पर हम आपको एक अलग पक्ष बता रहे हैं.

बचपन में गांधी जी का उपनाम क्या था?

इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए कर्मचंद गांधी ने अपने बच्चों के घरेलू नाम रखे थे। मोहनदास का घरेलू नाम मोनिया रखा गया।