निम्नलिखित पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार पहचानकर लिखिए Show (क) बालकु बोलि बधौं नहि तोही। (ख) कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा। (ग) तुम्ह तौ कालु हाँक जनु लावा।। बार बार मोहि लागि बोलावा ॥ (घ) लखन उतर आहुति सरिस भृगुबरकोपु कृसानु। बढ़त देखि जल सम बचन बोले रघुकुलभानु॥ UUP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi अलंकार part of UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi. Here we have given UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi अलंकार.
अलंकार का अर्थ एवं परिभाषा वस्तुतः भाषा को शब्द एवं शब्द के अर्थ से सुसज्जित एवं सुन्दर बनाने की मनोरंजक प्रक्रिया को ‘अलंकार” कहा जाता है। ‘अलंकार’ काव्य भाषा के लिए महत्त्वपूर्ण होते हैं। यह भाव की अभिव्यक्ति को अधिक प्रभावी बनाते हैं। अलंकार के भेद 1. शब्दालंकार 2. अर्थालंकार शब्दालंकार
2. यमक अलंकार(2018, 17, 16, 15, 14, 13,
12) 3. श्लेष अलंकार (2018, 17, 16, 13, 12) अर्थालंकार 2. रूपक अलंकार (2018, 17, 16, 15, 14)
3.
उत्प्रेक्षा अलंकार (2018, 17, 15, 14, 12) “सोहत ओढ़ पीत-पट, श्याम सलोने गात।। इस काव्यांश में श्रीकृष्ण के श्यामल शरीर पर नीलमणि पर्वत की तथा पीत-पट पर प्रातःकालीन धूप की सम्भावना व्यक्त की गई है। अतः यहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार है। 4. भ्रान्तिमान् (2014, 13, 12, 11, 10) “नाक का मोती अधर की कान्ति से, 5.
सन्देह अलंकार (2017, 16, 13, 12) “सारी बीच नारी है कि नारी बीच सारी है, 6. अतिशयोक्ति अलंकार (2014, 13) “आगे नदिया पड़ी अपार, घोड़ा उतरे कैसे पार। इस काव्यांश में राणा अभी नदी पार करने की सोच ही रहे थे कि उनका घोड़ा चेतक नदी के पार भी हो गया। यहाँ वेग (गति) के विषय में बहुत बढ़ा चढ़ा कर कहने से अतिशयोक्ति अलंकार परिपुष्ट हुआ है। 7. अनन्वय अलंकार (2016, 12) “राम-से राम, सिया-सी सिया, 8. प्रतीप अलंकार (2017, 15, 14, 13, 11) 9. दृष्टान्त अलंकार (2018, 13) ‘परी प्रेम नन्दलाल के मोहि न भावत जोग। बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न
11. प्रश्न 12. प्रश्न 13. प्रश्न 14. प्रश्न 15. प्रश्न 16. प्रश्न 17. प्रश्न 18. प्रश्न 19. प्रश्न 20. प्रश्न 21. प्रश्न 22. प्रश्न 23. प्रश्न 24. प्रश्न 25. प्रश्न 26. प्रश्न 27. प्रश्न 28. प्रश्न 29. प्रश्न 30. प्रश्न 31. प्रश्न 32. प्रश्न 33. प्रश्न 34. प्रश्न 35. प्रश्न 36. प्रश्न 37. प्रश्न 38. प्रश्न 39. प्रश्न 40. अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. रघुपति राघव राजा राम, प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. प्रश्न 13. प्रश्न 14. प्रश्न 15. We hope the UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi अलंकार help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 12 Sahityik Hindi अलंकार, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. 18 कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा पंक्ति में कौन सा अर्थालंकार है अ उपमा ब उत्प्रेक्षा स दीपक द अनुप्रास?(ख) कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा। (ग) तुम्ह तौ कालु हाँक जनु लावा। बार बार मोहि लागि बोलावा|| (घ) लखन उतर आहुति सरिस भृगुबरकोपु कृसानु।
18 कोटि कुलस सम बचनु तुम्हारा पंक्ति में कौनसा अर्थालंकार है?(ख) ''कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा।'' उपमेय 'बचन' की उपमान 'कुलिस' से समानता दिखाने पर यहाँ उपमा अलंकार है।
कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा पंक्ति में कौन से अलंकार हैं?कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा। (1) अनुप्रास अलंकार - उक्त पंक्ति में 'क' वर्ण की एक से अधिक बार आवृत्ति हुई है, इसलिए यहाँ अनुप्रास अलंकार है।
कुलिस सम बचनु कैसे वचन होते हैं?कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा। ब्यर्थ धरहु धनु बान कुठारा॥4॥ भावार्थ:-क्योंकि इन्हें मारने से पाप लगता है और इनसे हार जाने पर अपकीर्ति होती है, इसलिए आप मारें तो भी आपके पैर ही पड़ना चाहिए। आपका एक-एक वचन ही करोड़ों वज्रों के समान है।
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