आपके पास शिशु की उम्र के उपयुक्त एक अच्छा थर्मामीटर होना चाहिए, जो बिल्कुल सही रीडिंग दे। Show बच्चे को कितना बुखार है, यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है। शिशु के लिए जरूरी उपचार और देखभाल इसी आधार पर तय होते हैं। शिशु के बुखार को कैसे मापा जाए, इसे समझने के लिए आगे पढ़ें। डिजिटल थर्मामीटर आपको तुरंत रीडिंग देता है। इसे देख आप फैसला कर सकेंगी कि शिशु को डॉक्टर के पास ले जाने की जरूरत है या नहीं। डिजिटल थर्मामीटर इस्तेमाल करने का तरीका यह है:
कान के
थर्मामीटर (ईयर थर्मामीटर) शिशु तीन महीने से छोटा हो तो इस थर्मामीटर का इस्तेमाल काफी मुश्किल रहता है। उसकी कर्ण नलिका बेहद छोटी होती है। लेकिन शिशु अगर इससे बड़ा है तो ईयर थर्मामीटर के इस्तेमाल का तरीका यह है:
रेक्टल (गुदा) थर्मामीटर गुदा से शिशु का बुखार मापने पर आपको बिल्कुल सही रीडिंग मिलेगी। हालांकि, रेक्टल थर्मामीटर 0 से तीन माह तक के बच्चों के लिए ही अच्छी तरह काम करता है। कुछ शिशुओं को गुदा से बुखार मापने पर कोई परेशानी नहीं होती, जबकि कुछ शिशु इसे बिल्कुल पसंद नहीं करते और छटपटाने लग सकते हैं। इसकी वजह से रीडिंग गलत हो सकती हैं। रेक्टल थर्मामीटर चुनते वक्त यह जरूर देखें कि इसकी नोक लचीली हो। इसका हैंडल चौड़ा होना चाहिए, ताकि आप एक इंच से ज्यादा थर्मामीटर अंदर न डाल सकें। इससे ज्यादा थर्मामीटर अंदर जाने से शिशु के मलाशय को नुकसान पहुंच सकता है। गुदा थर्मामीटर के इस्तेमाल का तरीका यह है:
शिशु के गुदा में कोई भी वस्तु डालने से मलत्याग की इच्छा उत्तेजित हो सकती है। ऐसे में अगर थर्मामीटर निकालने के बाद बच्चा मलत्याग करे तो चिंता न करें। अन्य थर्मामीटर
अलग-अलग तरह के थर्मामीटर के बारे में जानने के लिए हमारा स्लाइडशो देखें। ध्यान रखने वाली बातें:
ज्यादातर मामलों में बुखार से आपके शिशु को कोई नुकसान नहीं होता। यह किसी भी संक्रमण से लड़ने के लिए उसके शरीर का तरीका होता है। लेकिन, कई बार बुखार बेहद गंभीर बातों का लक्षण भी हो सकता है। बुखार चेक करने पर निम्न स्थिति होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
अगर आपको लग रहा है कि आप बुखार सही तरीके से नहीं माप पाईं या फिर उसे लेकर चिंता हो रही है तो उसे डॉक्टर के पास जरूर ले जाएं। अंग्रेजी के इस लेख से अनुवादित: How do I take my baby's temperature? हमारे लेख पढ़ें:
Neha translates BabyCenter India's English content into Hindi to make it available to a wider audience. बच्चों में नार्मल बुखार कितना होता है?इसका सामान्य तापमान 95.9 से 99.5 डिग्री फॉरेनहाइट होना चाहिए. 3 से 10 साल के बच्चों के शरीर का तापमान ज्यादा नहीं बदलता. बच्चों के खेलने और खाने की क्षमता के अनुसार बच्चों की बॉडी गर्म होती है. बच्चों के शरीर का सामान्य तापमान जानने के लिए थर्मामीटर का उपयोग करें.
कैसे पता करें कि बच्चे को बुखार है?यदि आपको लगे कि शिशु को बुखार है तो बेहतर है कि सही रीडिंग के लिए थर्मोमीटर से उसका तापमान मापें। शरीर का सामान्य तापमान 96.8 डिग्री फेहरनहाइट और 98.6 डिग्री फेहरनहाइट के बीच होता है। मगर यह हर बच्चे के अनुसार एक डिग्री के कुछ प्वाइंट ऊपर-नीचे हो सकता है। अगर तापमान शिशु के लिए सामान्य से ज्यादा हो, तो वह बुखार है।
बच्चे के शरीर का तापमान कैसे चेक करें?शरीर का तापमान चेक करने के लिए थर्मामीटर को मुंह में जीभ के नीचे रखकर, बगल में रखकर या रेक्टल (Rectal) में रखकर मापा जाता है. हालांकि बड़े लोगों और बड़े बच्चों के लिए सबसे सटीक तरीका मुंह में डिजिटल थर्मामीटर का इस्तेमाल है. शिशुओं या छोटे बच्चों में फीवर नापने के लिए रेक्टल सबसे अच्छा तरीका है.
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